बुधवार, 16 जुलाई 2025

वित्तीय अनियमितताओं में फंसे पीएमश्री हाई स्कूल गोपालपुर के प्राचार्य निलंबित , कलेक्टर की अनुशंसा पर संयुक्त संचालक लोक शिक्षण ने की कार्रवाई

कटनी। विकासखंड ढीमरखेड़ा स्थित पीएमश्री हाई स्कूल गोपालपुर के प्रभारी प्राचार्य गणेश यादव को गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के चलते निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई जबलपुर संभाग के संयुक्त संचालक लोक शिक्षण अरुण कुमार इंगले द्वारा, कलेक्टर दिलीप कुमार यादव की अनुशंसा पर की गई है।

ग्रामीणों की शिकायत पर हुई जांच में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों का खुलासा हुआ। एसडीएम ढीमरखेड़ा के निर्देश पर गठित संयुक्त जांच दल द्वारा तैयार प्रतिवेदन के अनुसार प्राचार्य द्वारा बिना टिन नंबर वाले अपूर्ण देयक प्रस्तुत किए गए। स्काउट मद की राशि छात्रों के अनुसार खाते में जमा नहीं कराई गई। परीक्षा शुल्क के देयक भी निर्धारित प्रारूप में नहीं पाए गए।

साल 2021-22 में खेलकूद मद की ₹24,695 की राशि परीक्षा मद में स्थानांतरित कर खर्च की गई, जिसका कोई वैध व्हाउचर नहीं मिला। वहीं, वर्ष 2022-23 की कैशबुक में गलत प्रविष्टियां, बिना सील-हस्ताक्षर के पन्ने और बगैर अनुमोदन के भुगतान दर्ज मिले। विज्ञान सामग्री मद में राशि खर्च करने की जगह अन्य सामग्री की खरीदी दर्शाई गई। बोर्ड परीक्षा शुल्क के बिल भी निर्धारित प्रारूप में प्रस्तुत नहीं किए गए।

सबसे गंभीर मामला मार्च 2022 में स्कूल खाते में जमा शासन की ₹4.39 लाख की राशि का है, जिसमें से ₹4.37 लाख तत्कालीन प्राचार्य द्वारा निकाल लिए गए, लेकिन उनके खर्च का कोई रिकॉर्ड, कैशबुक या व्हाउचर नहीं सौंपे गए।

अटल लैब और अतिरिक्त कक्ष निर्माण के नाम पर 20 लाख रुपये खर्च होने का दावा भी जांच में संदिग्ध पाया गया, क्योंकि प्राचार्य द्वारा इस कार्य में प्राप्त और खर्च की गई राशि का कोई अभिलेख प्रस्तुत नहीं किया गया।

प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर श्री यादव ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की, जिस पर संयुक्त संचालक लोक शिक्षण जबलपुर संभाग ने तत्काल प्रभाव से प्रभारी प्राचार्य यादव को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता देय रहेगा। उनका मुख्यालय अब विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय रीठी निर्धारित किया गया है।

ARTO पाल को नहीं अवैध वसूली से संतोष , भ्रष्ट अफसर पर मेहरबान परिवहन मंत्री ,पैसों की मांग कर ट्रक चालक को जड़ा थप्पड़, नाराज ड्राइवर ने लगाया हाईवे जाम


भ्रष्ट धनकुबेर पर आखिर मेहरबान क्यों परिवहन मंत्री , एआरटीओ संतोष पाल सिंह का भ्रष्टाचार चरम पर ,पैसों की मांग कर ट्रक चालक को जड़ा थप्पड़, नाराज ड्राइवर ने लगाया हाईवे किया जाम ,  ईओडब्ल्यू के छापे के बाद भी नहीं सुधरे ARTO साहब, कटनी में भी जारी जबलपुर वाला वसूली खेल

कटनी। करोड़ों की अवैध संपत्ति के बावजूद आरटीओ संतोष पाल सिंह का भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर उस समय बड़ा हंगामा हो गया, जब RTO वालो ने  एक ट्रक ड्राइवर से 5 हजार रुपये की मांग की गई और पैसे न देने पर उसे थप्पड़ मार दिया गया। इससे गुस्साए ट्रक चालक ने हाइवे पर ट्रक खड़ा कर सड़क जाम कर दी। देखते ही देखते कई अन्य वाहन चालक और ग्रामीण भी जुट गए और चक्का जाम कर दिया।

सूत्रों के अनुसार ट्रक चालक ने अपने सभी दस्तावेज सही होने के बावजूद अवैध वसूली की शिकायत की। जब उसने पैसा देने से इंकार किया तो आरटीओ के गुंडों ने उसे थप्पड़ मारकर गाली-गलौज कर दी। इसके बाद चालक ने सड़क पर ट्रक खड़ा कर दिया और घंटों तक दोनों ओर यातायात पूरी तरह ठप रहा।

आरटीओ संतोष पाल सिंह और उनकी टीम अवैध वसूली के लिए पहले से कुख्यात है। जबलपुर में 2022 में ईओडब्ल्यू द्वारा मारे गए छापे में 650 गुना आय से अधिक संपत्ति का खुलासा होने के बावजूद, कार्रवाई न होने से साहब के हौसले बुलंद हैं। आलीशान बंगला, निजी थियेटर, और वसूली एजेंटों की फौज से लैस संतोष पाल सिंह अब कटनी में जबलपुर जैसी वसूली का खेल दोहरा रहे हैं।

हाइवे पर खुलेआम अवैध वसूली के इस खेल में मंत्री से नजदीकियों के चलते कोई अधिकारी कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। वहीं बुधवार की घटना ने पूरे प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। पुलिस के हस्तक्षेप और आरटीओ के माफी मांगने के बाद जाम खुलवाया जा सका।

सरकार-प्रशासन पर उठे सवाल
ग्रामीणों और वाहन चालकों का सवाल है कि आखिर सत्ता संरक्षण में पल रहे ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई कब होगी? ईओडब्ल्यू जांच के बावजूद साहब की मनमानी जारी रहना शासन-प्रशासन की मंशा पर भी सवाल खड़े करता है।

क्या कटनी में भी होगी जबलपुर जैसी छापेमारी, या चलती रहेगी वसूली?
आम जनता की नजर अब सरकार और प्रशासन पर टिक गई है कि क्या संतोष पाल सिंह पर अब भी कोई ठोस कार्रवाई होगी, या फिर सबकुछ नजरअंदाज कर दिया जाएगा।

इंसानियत शर्मसार: मृत बच्चे का 22 दिन तक 'इलाज' कर हॉस्पिटल प्रबंधन ने लाखों वसूले !

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक निजी अस्पताल पर संगीन आरोप लगा है कि उन्होंने एक दुधमुंहे बच्चे की मौत के बाद भी उसे 22 दिनों तक आईसीयू में रखकर फर्जी इलाज किया और परिजनों से लाखों रुपये का बिल वसूल लिया। इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं में व्याप्त घोर संवेदनहीनता और भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है।

यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि बस्ती जिले की कड़वी हकीकत है।

पीड़ित परिवार के मुताबिक, उनका मासूम बच्चा कई दिनों से आईसीयू में भर्ती था। आरोप है कि बच्चे की मौत छिपा ली गई और अस्पताल प्रबंधन ने पैसे ऐंठने की नीयत से मृत बच्चे को भी आईसीयू में रखा। परिवार ने अपने कलेजे के टुकड़े को बचाने की उम्मीद में गहने बेचे और खेत तक गिरवी रख दिए, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वे एक मृत बच्चे के 'इलाज' के नाम पर लूटे जा रहे हैं।

चौंकाने वाली बात यह है कि बच्चे का इलाज आयुष्मान कार्ड के तहत शुरू हुआ था, बावजूद इसके अस्पताल ने परिवार से लगभग दो लाख रुपये नकद वसूल लिए। यह सीधा-सीधा आयुष्मान योजना का दुरुपयोग और धोखाधड़ी का मामला है।

क्या ये डॉक्टर हैं या वसूली करने वाले दलाल? क्या ये अस्पताल है या किसी क्रूर व्यापार का अड्डा?

इस घटना ने समूचे चिकित्सा जगत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक मासूम की लाश को 22 दिन तक मुनाफे की मशीन बनाए रखना, यह बताता है कि मानवीय संवेदनाएं किस हद तक गिर चुकी हैं।

अब सवाल सीधा सरकार और सिस्टम से है:

 * क्या ऐसे अस्पतालों की गहन जांच होगी?

 * क्या लापरवाह डॉक्टरों पर हत्या का मुकदमा चलेगा?

 * क्या स्वास्थ्य मंत्रालय इस गंभीर मुद्दे पर भी सोता रहेगा?

बस्ती की इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है और हर इंसान के मन में यह सवाल पैदा कर दिया है कि "क्या अब इंसानियत वाकई मर चुकी है?" प्रशासन से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की मांग की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी अमानवीय घटनाएं दोबारा न हों।


कावड़ पर सजी आस्था, कंधों पर उठा विश्वास... 51 फीट कावड़ बनी आस्था की मिसाल, बोल बम के नारों संग कटनी से निकला शिवभक्तों का जत्था

कटनी : सावन मास के पावन अवसर पर कटनी में आस्था और भक्ति का एक विहंगम दृश्य देखने को मिला, जब मां जालपा 64 योगिनी शिवशक्ति कांवड़िया संघ के तत्वावधान में लगभग 200 श्रद्धालुओं का विशाल जत्था, एक भव्य 51 फीट लंबी कावड़ के साथ झारखंड स्थित प्रसिद्ध बैजनाथधाम के लिए रवाना हुआ। इस जत्थे में हर आयु वर्ग के लोग, जिनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं, पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ इस पवित्र और चुनौतीपूर्ण यात्रा पर निकले हैं।

दशकों पुरानी परंपरा का निर्वाह:

यह कांवड़िया संघ पिछले करीब 35 वर्षों से इस गौरवशाली परंपरा का निर्वाह कर रहा है। संघ के सदस्य पहले ट्रेन द्वारा सुल्तानगंज पहुँचते हैं, और फिर वहां से पैदल यात्रा कर बैजनाथधाम तक पहुँचते हैं। यह यात्रा केवल शारीरिक बल का प्रदर्शन नहीं, बल्कि अटूट आस्था और समर्पण का प्रतीक है।

      सुनिए क्या कहा कांवड़िए शिवभक्त ने - विकाश पंडा 

51 फीट की आकर्षक कावड़ बनी आकर्षण का केंद्र:

इस वर्ष, भक्तों ने विशेष रूप से 51 फीट लंबी एक अत्यंत आकर्षक कावड़ तैयार की है। इसे रंग-बिरंगे वस्त्रों और मनमोहक रोशनी से सजाया गया है, जो देखते ही बनती है। यह विशाल कावड़ न केवल श्रद्धालुओं की सामूहिक भक्ति का प्रतीक है, बल्कि उनकी एकता और भोलेनाथ के प्रति उनके अगाध प्रेम को भी दर्शाती है। यह कावड़ यात्रा के दौरान सभी का ध्यान अपनी ओर खींच रही है।

'भोलेनाथ सब संभालेंगे': अटूट विश्वास से भरी यात्रा:

यात्रा के दौरान भोजन, स्वास्थ्य सुविधाओं और सुरक्षा जैसी बुनियादी आवश्यकताओं को लेकर जब श्रद्धालुओं से पूछा गया, तो उनका जवाब था, "भोलेनाथ सब व्यवस्था स्वयं संभालेंगे।" यह प्रतिक्रिया उनके गहरे विश्वास और प्रभु पर पूर्ण भरोसे को दर्शाती है। उनका यही अटूट विश्वास उनकी सबसे बड़ी ताकत बना हुआ है, जो उन्हें कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

बोल बम के जयकारों से गूँज रहा मार्ग:

गर्मी और लंबी, कठिन राह के बावजूद, भक्तों का जोश कम नहीं हुआ है। वे निरंतर "बोल बम" के जयकारों के साथ आगे बढ़ रहे हैं, जिससे पूरा मार्ग भक्तिमय हो उठा है। रास्ते में स्थानीय लोग भी जगह-जगह रुककर इन श्रद्धालुओं का गर्मजोशी से स्वागत कर रहे हैं, जलपान करा रहे हैं और उनकी सेवा कर रहे हैं, जो भारतीय संस्कृति में अतिथि देवो भवः की भावना को दर्शाता है।

यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह सामूहिक भावना, त्याग और अटूट विश्वास का एक अनुपम उदाहरण भी प्रस्तुत करती है। शिवभक्तों का यह जत्था बैजनाथधाम पहुँचकर भोलेनाथ का जलाभिषेक करेगा, जिससे उनकी सदियों पुरानी मनोकामना पूर्ण होगी।

मंगलवार, 15 जुलाई 2025

औचक निरीक्षण के बाद 5 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज , एसपी अभिनय विश्वकर्मा ने दिखाया सख्त रुख

कटनी: पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिनय विश्वकर्मा ने माधवनगर थाने के औचक निरीक्षण के दौरान कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी (टीआई) अभिषेक चौबे सहित पाँच पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की है।

एसपी विश्वकर्मा ने 7 जुलाई की शाम माधवनगर थाने का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान पाई गई कमियों के आधार पर उन्होंने निम्नलिखित सजाएँ दीं:

 * थाना प्रभारी अभिषेक चौबे: निंदा की सजा।

 * प्रधान आरक्षक श्रीकांत: निंदा की सजा।

 * प्रधान आरक्षक आशीष श्रीवास: निंदा की सजा।

 * उपनिरीक्षक दीपू कुशवाहा: ₹5,000 का अर्थदंड।

 * एक अन्य प्रधान आरक्षक: एक इंक्रीमेंट डाउन (वार्षिक वेतन वृद्धि रोकना)।

यह कार्रवाई माधवनगर थाना क्षेत्र में बढ़ते अपराधों के मद्देनजर एसपी अभिनय विश्वकर्मा द्वारा की गई है। उन्होंने माधवनगर थाने का दो बार औचक निरीक्षण किया है और जिले के अन्य थाना क्षेत्रों पर भी कड़ी निगरानी रख रहे हैं।


"नशे से दूरी है जरूरी" अभियान का कटनी में शुभारंभ, एसपी ने दिखाई रैली को हरी झंडी

कटनी। मध्य प्रदेश पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर प्रदेशव्यापी "नशे से दूरी है जरूरी" जन-जागरूकता अभियान की शुरुआत आज कटनी जिले में भव्य रूप से हुई। यह अभियान 15 से 30 जुलाई तक चलेगा, जिसके तहत युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से बचाने और समाज में नशा मुक्ति का संदेश फैलाने पर जोर रहेगा।

एसपी ने दिखाई रैली को हरी झंडी
जिला स्तरीय शुभारंभ के तहत थाना कोतवाली परिसर से जन-जागरूकता रैली निकाली गई, जिसे पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में एनसीसी, स्काउट्स एंड गाइड्स, छात्र-छात्राएं, शिक्षक, सामाजिक संगठन और पुलिस बल के सदस्य शामिल रहे। रैली कोतवाली से शुरू होकर शहर के विभिन्न मुख्य मार्गों से गुजरते हुए मिशन चौक पर सम्पन्न हुई। रास्ते भर बैनर-पोस्टरों और नारों के माध्यम से लोगों को नशा विरोधी संदेश दिया गया।

शपथ लेकर किया नशा मुक्ति का संकल्प
मिशन चौक पर रैली समापन के बाद एसपी विश्वकर्मा ने उपस्थित जनसमूह को नशा न करने और दूसरों को रोकने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।

सुनिए पुलिस अधीक्षक ने क्या कहा वीडियो में
15 से 30 जुलाई तक होंगे जागरूकता कार्यक्रम
अभियान के तहत जिलेभर में निबंध, स्लोगन, भाषण, पोस्टर प्रतियोगिताएं, विशेषज्ञ संवाद सत्र, नुक्कड़ नाटक और सोशल मीडिया के माध्यम से जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।

इन अधिकारी-कर्मचारियों की रही उपस्थिति
इस मौके पर एएसपी डॉ. संतोष डेहरिया, सीएसपी नेहा पच्चीसिया, प्रोविजनल डीएसपी शिवा पाठक,शहर के थाना प्रभारी और पुलिस बल मौजूद रहे।

कटनी पुलिस ने नागरिकों से इस अभियान में सहभागी बन नशा मुक्त समाज के निर्माण में योगदान देने की अपील की है।

लो भैया! अब शुरू हुई असल कहानी… नेता जी की ऑडियो वायरल करना पड़ रहा भारी, या वाकई भ्रष्ट है बरही का पटवारी? कलेक्टर दरबार पहुंची शिकायतें।

कटनी। जिले की बरही तहसील में पदस्थ पटवारी यादवेन्द्र सिंह की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. दो दिन पहले ही अपनी ही विधानसभा के विधायक संजय पाठक से बातचीत की ऑडियो वायरल होने के बाद से पटवारी पहले से ही उनके "चहेतो" और समर्थकों के घेरे में आ गए थे. उस ऑडियो के एक दिन बाद ही, पटवारी का रिश्वत मांगते हुए एक और ऑडियो वायरल हुआ था, जिसने आरोपों को और पुख्ता कर दिया. अब मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के समक्ष पटवारी पर भ्रष्टाचार के दो और गंभीर आरोप लगे हैं. दोनों शिकायतकर्ताओं ने पटवारी की जांच कर सख्त कार्रवाई की मांग की है.

पहले से ही विवादों में था पटवारी

पटवारी यादवेन्द्र सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप कोई नए नहीं हैं. हाल ही में विधायक और उनके गनमैन की वायरल ऑडियो के बाद से ही पटवारी चर्चा में थे. इस ऑडियो के अगले ही दिन, पटवारी का एक और ऑडियो सामने आया था, जिसमें वह कथित तौर पर काम के बदले रिश्वत की मांग कर रहा था ,इन ऑडियो के वायरल होने के बाद से ही पटवारी की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे थे.

                                         शिकायतकर्ता 

आज फिर दो नई शिकायतें, लगे कई गंभीर आरोप

इसी पृष्ठभूमि में आज फिर दो शिकायतकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और पटवारी पर कई गंभीर आरोप लगाए:

पहला मामला: सीमांकन के लिए मांगे 10 हजार रुपए, धमकी भी दी

ग्राम केवलारी निवासी दो सगे भाइयों सत्येन्द्र सिंह और योगेन्द्र सिंह ने अपनी जमीन के सीमांकन के लिए 20 अप्रैल 2025 को आवेदन दिया था. 2 मई को जब दोनों पटवारी से मिले तो उसने साफ कहा – "काम कराना है तो 10 हजार देना पड़ेगा, फ्री में कराना है तो समझ लो 10 आरे जमीन कम नाप दूंगा। नेतागिरी करोगे तो भूल जाओ कि नाप होगा।"

पटवारी ने यह भी कहा कि "ना मैं तहसीलदार, एसडीएम या कलेक्टर की सुनता हूं। मैं अपनी मर्जी का मालिक हूं।"

11 जून 2025 को तय तारीख पर सीमांकन भी नहीं किया गया. किसान भाइयों ने कलेक्टर से इस पूरे मामले की जांच और कार्रवाई की मांग की है.

दूसरा मामला: नामांतरण के लिए 10 हजार की डिमांड, 5 हजार वसूल लिए

एक अन्य शिकायत में केवलारी निवासी राजू यादव ने आरोप लगाया कि जमीन खरीदी के बाद जब वह नामांतरण कराने गया, तो पटवारी ने उससे भी 10 हजार रुपए मांगे. बाद में 5 हजार रुपए लेकर काम अटका दिया. पटवारी बार-बार पैसों के लिए दबाव बनाता रहा.

कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश, पर चुप्पी क्यों?

दोनों मामलों में कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि इन आरोपों पर वरिष्ठ अधिकारी क्या एक्शन लेते हैं. गौरतलब है कि विधायक की तरफ से वायरल ऑडियो पर कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गई है, और न ही पटवारी की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी हुआ है. पटवारी की कथित 'मैं ही कानून हूं' वाली कार्यशैली और इस पूरे 'ऑडियो कांड' के बाद भी चुप्पी कई सवाल खड़े करती है.

सोमवार, 14 जुलाई 2025

झलवारा गांव में असामाजिक तत्वों का आतंक: घर के बाहर खड़े फोर व्हीलर वाहन पर पथराव,किसान का परिवार दहशत में!

कटनी - जिले के एनकेजे थाना क्षेत्र के झालवारा वार्ड क्रमांक-1 में देर रात अज्ञात असामाजिक तत्वों ने एक किसान के घर के बाहर खड़ी ट्रैक्स गाड़ी पर पथराव कर दिया। इस हमले में गाड़ी के कांच टूट गए, जिससे किसान कृष्ण कुमार पटेल का परिवार दहशत में आ गया।

घटना का विवरण

देर रात हुए इस अचानक हमले से परिवार के सदस्य सहमकर घर से बाहर निकले, लेकिन तब तक उपद्रवी मौके से फरार हो चुके थे। यह घटना एनकेजे थाना अंतर्गत ग्राम झालवारा वार्ड क्रमांक-1 में हुई।

पुलिस कार्रवाई और ग्रामीणों की मांग

पीड़ित परिवार ने तत्काल 100 डायल कर पुलिस को सूचना दी। बताया जा रहा है कि थाने की दूरी अधिक होने के कारण परिवार तुरंत थाने नहीं पहुंच सका और फोन पर ही शिकायत दर्ज कराई। ग्रामीणों ने ऐसे असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

इलाके में भय का माहौल

इस घटना के बाद से पूरे झालवारा इलाके में भय का माहौल बना हुआ है, क्योंकि ग्रामीणों को ऐसे असामाजिक तत्वों से अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है।


भोजनालय के नाम पर मदिरालय का कारोबार! , NKJ थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग जुहला में 'अपना ढाबा' बना अवैध शराब का अड्डा ! पुलिस अधीक्षक की मंशा पर अधीनस्थ फेर रहे पानी

कटनी। नाम है "अपना ढाबा", सुनकर लगेगा यहां सिर्फ स्वादिष्ट भोजन मिलेगा, लेकिन सच्चाई इससे कोसों दूर है। दरअसल, एन.के.जे. (NKJ) थाना क्षेत्र अंतर्गत जुहला ग्राम पंचायत में स्थित यह ढाबा अपने नाम से भले ही भोजनालय लगे, मगर हकीकत में यह मदिरा प्रेमियों के लिए किसी खुले मदिरालय से कम नहीं है।

स्थानीय सूत्रों की मानें तो यहां लंबे समय से शराब की खुलेआम बिक्री हो रही थी। पुलिस और आबकारी विभाग की 'खास मेहरबानी' ऐसी रही कि ढाबा संचालक बेखौफ होकर यह धंधा चला रहा था। हाल ही में, पुलिस अधीक्षक ने अवैध शराब की पैकरियों पर नकेल कसने के सख्त आदेश दिए, जिसका असर यह हुआ कि 'अपना ढाबा' की शटर भले ही कुछ दिनों के लिए बंद हो गई। बताया जाता है कि यहां 'भोजन' तो सिर्फ मदिरा प्रेमियों के लिए ही बनता था, इसलिए अब खुलेआम बिक्री बंद दिख रही है।

लेकिन कहानी में ट्विस्ट यहीं खत्म नहीं होता। सूत्रों के अनुसार, ढाबा संचालक ने अब ढाबे के पीछे से शराब की 'होम डिलीवरी' का नया तरीका अपना लिया है। ढाबे के सामने भले ही शटर गिरा दी गई हो ताकि किसी को शक न हो, मगर पीछे के रास्ते धड़ल्ले से शराब बेची जा रही है। जानकारों का साफ कहना है कि इस ढाबा संचालक पर कार्रवाई न होने की मुख्य वजह उसके 'अंदरूनी संबंध' हो सकते हैं, जिससे उसे लगातार संरक्षण मिलता रहा है।

यह स्थिति कई गंभीर सवाल खड़े करती है:

 * जब पुलिस अधीक्षक ने अवैध शराब की बिक्री पर सख्ती के आदेश दिए हैं, तो फिर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित यह ढाबा खुलेआम यह अवैध कारोबार कैसे चला रहा है?

 * क्या पुलिस कप्तान के आदेश सिर्फ कागजी कार्रवाई तक ही सीमित हैं, और जमीन पर उनका कोई असर नहीं?

 * या फिर यह थाना प्रभारी और बीट प्रभारी की 'व्यक्तिगत मेहरबानी' का असर है, जो इस अवैध शराब विक्रेता को संरक्षण दे रहे हैं?

बहरहाल, कानून व्यवस्था और 'खाकी' की भूमिका पर सवाल उठा रहे इस 'अपना ढाबा' जैसे अनैतिक काम करने वालों पर हकीकत पर कब गाज गिरेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।


ट्रक से चोरी गए 4 लाख 36 हजार रुपए, तीन हफ्ते बाद भी कोतवाली पुलिस के हाथ खाली , शिकायत लेकर SP दरबार पहुंचा पीड़ित

कटनी। कटनी निवासी शिवपाल सिंह ने अपनी गाड़ी से 4 लाख 36 हजार रुपये चोरी होने के मामले में पुलिस अधीक्षक (SP) से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित ने बताया कि यह रकम गन्ना भुगतान की थी, जिसे गाड़ी में रखा गया था। घटना 23 जून 2025 की है। वारदात के बाद उन्होंने कोतवाली थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन तीन सप्ताह बीतने के बाद भी अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।

पीड़ित का आरोप है कि कोतवाली पुलिस न तो आरोपियों का पता लगा पाई है और न ही उनसे अब तक संपर्क कर कोई अपडेट दिया गया है। थक-हारकर उन्होंने अब एसपी कार्यालय पहुंचकर लिखित शिकायत दी है।

मांग की गई त्वरित कार्रवाई शिकायत में उन्होंने पुलिस अधीक्षक से इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेकर संबंधित पुलिस अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग की है, ताकि चोरी गए गन्ना भुगतान के रुपयों की बरामदगी हो सके।

अब देखना होगा कि मामले के SP के पास पहुंचने के बाद कोतवाली पुलिस हरकत में आती है या नहीं।

वार्ड नंबर 3 बल्लभ नगर की बदहाल सड़कें बनी मुसीबत, बच्चों का स्कूल जाना भी मुश्किल

कटनी। वार्ड नंबर 3 बल्लभ नगर की सड़कों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। गड्ढों और कीचड़ से भरी गलियों ने मोहल्लेवासियों की दिनचर्या ही ठप कर दी है। हालात ऐसे हैं कि बच्चे स्कूल और कोचिंग तक नहीं जा पा रहे।


स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद नगर निगम के जिम्मेदारों ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। बारिश में स्थिति और भी बदतर हो गई है। लोग गड्ढों में गिरने से चोटिल हो रहे हैं, वहीं बुजुर्ग और महिलाएं घरों में कैद होकर रह गए हैं।

लोगों ने जल्द समाधान की उठाई मांग

वार्डवासियों ने अधिकारियों से जल्द से जल्द सड़क सुधारने और जलभराव की समस्या का समाधान कराने की मांग की है। लोगों का कहना है कि अगर जल्दी समाधान नहीं किया गया तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।

पुलिस विभाग ने खोया जांबाज़ अधिकारी, सड़क हादसे में SI नीलेश बड़कुर का निधन , महकमे में शोक की लहर

नरसिंहपुर। जिले से दुखद खबर सामने आई है। गाडरवारा थाना में पदस्थ सब-इंस्पेक्टर नीलेश बड़कुर का एक भीषण सड़क हादसे में आकस्मिक निधन हो गया। वह विभाग के होनहार, ईमानदार और कर्मठ अधिकारियों में गिने जाते थे।

जानकारी के अनुसार, ड्यूटी के सिलसिले में वह उदयपुर-बरेली रोड की ओर गए थे, जहां एक अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

पुलिस विभाग में शोक की लहर

इस हादसे की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। रायसेन पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर घटना की जांच की जा रही है। गाडरवारा थाना के सहकर्मी और जिले के अधिकारी स्तब्ध हैं।

अंतिम विदाई में उमड़ा जनसैलाब

इस जांबाज़ अधिकारी को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए। पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी।

यह हादसा सिर्फ पुलिस विभाग के लिए ही नहीं, बल्कि बड़कुर परिवार के लिए भी अपूरणीय क्षति है।

रीवा: SGMH के डॉक्टर निलंबित, नर्सिंग स्टाफ से बदसलूकी का आरोप

रीवा। रीवा के श्याम शाह मेडिकल कॉलेज (SGMH) में लंबे समय से चल रहे डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के विवाद में आखिरकार कार्रवाई हो गई है। ईएनटी विभाग के डॉ. अशरफ को नर्सिंग स्टाफ के साथ अभद्रता और उत्पीड़न के आरोपों के चलते निलंबित कर दिया गया है। कॉलेज के डीन ने मध्य प्रदेश सिविल सेवा नियमों के उल्लंघन को देखते हुए तत्काल प्रभाव से उनके निलंबन का आदेश जारी किया है।

आखिर क्यों हुई कार्रवाई?

डॉ. अशरफ के खिलाफ लगभग 80 नर्सों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। नर्सों ने आरोप लगाया था कि डॉ. अशरफ उनके साथ गाली-गलौज करते हैं, अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं और पेशेवर सीमाओं का उल्लंघन करते हुए उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। इन्हीं गंभीर आरोपों के आधार पर यह निलंबन का फैसला लिया गया है।

जांच जारी, डीन कार्यालय से संबद्ध

जिला प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक जांच समिति का गठन किया है। यह समिति डॉ. अशरफ के खिलाफ लगाए गए आरोपों की विस्तार से पड़ताल कर रही है। जांच पूरी होने तक डॉ. अशरफ को डीन कार्यालय से संबद्ध रखा गया है।

निलंबन आदेश में क्या है?

डीन कार्यालय द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि डॉ. अशरफ के कृत्यों से नर्सिंग स्टाफ में मानसिक असुविधा, असुरक्षा और अपमान का माहौल बना। यह आचरण मध्य प्रदेश सिविल सेवा नियमों और आदर्श सेवा विनियमों के प्रतिकूल है, जिसके कारण उनका निलंबन आवश्यक हो गया।

नर्सिंग स्टाफ ने जताया संतोष, कड़ी कार्रवाई की मांग

इस निलंबन आदेश पर नर्सिंग स्टाफ ने आंशिक संतोष व्यक्त किया है। हालांकि, उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच और डॉ. अशरफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग जारी रखी है। रीवा मेडिकल कॉलेज प्रशासन फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।


कटनी निवासी महिला से हैवानियत: प्रेमी और उसके ममेरे भाई ने किया गैंगरेप, गर्भवती होने के बावजूद नहीं आई रहम, घाटी में फेंका

कटनी/दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। कटनी निवासी सात माह की गर्भवती महिला को उसके ही प्रेमी और उसके ममेरे भाई ने मिलकर दरिंदगी का शिकार बनाया। दोनों ने महिला के गर्भवती होने की हालत को नजरअंदाज करते हुए न केवल उससे रेप किया, बल्कि मारपीट कर खाई में भी फेंक दिया।

घटना दमोह जिले के जबेरा थाना क्षेत्र के तेलन मार्ग की है। प्रेमी ने महिला को झांसे में लेकर सुनसान इलाके में बुलाया। वहां पहले खुद रेप किया और फिर अपने ममेरे भाई से भी रेप करवाया। इसके बाद दोनों ने उसे बुरी तरह पीटा और घाटी में फेंक कर फरार हो गए।

घायल अवस्था में मिली महिला की मदद पौंडी के सरपंच मनोज राय और स्थानीय निवासी साहब पटेल ने की। महिला को जबेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है।

महिला ने बयान में बताया कि वह कटनी की रहने वाली है और आरोपी उसका प्रेमी था, जिसने शादी का झांसा देकर पहले संबंध बनाए और फिर गर्भवती होने पर उसे जान से मारने की साजिश रची।

कटनी पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के खिलाफ गैंगरेप, हत्या के प्रयास और अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

कटनी और दमोह जिले की पुलिस मामले की जांच में जुटी है। घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है और आरोपियों को कड़ी सजा की मांग की जा रही है।

कटनी :- अवैध शराब पर कार्रवाई जारी, लेकिन सप्लाई चेन का सुराग तक नहीं—सिर्फ छुटभैयों पर कार्रवाई, ठेकेदार पर कब...?

कटनी। जिले में स्लीमनाबाद पुलिस ने लगातार कार्रवाई कर एक बार फिर करीब 30 हजार रुपये की अवैध शराब जब्त कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि पुलिस ने सफलता का दावा किया है, मगर असली सवाल जस का तस है—आखिर इन शराब की खेपें आ कहां से रही हैं?

पुलिस रिकॉर्ड देखें तो बीते एक महीने से लगातार अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई हो रही है, लेकिन आज तक यह पता नहीं चल पाया कि इस अवैध शराब का असली स्रोत क्या है और किन लाइसेंसी शराब दुकानों से यह अवैध पैकारी चुपचाप चलाई जा रही है। सवाल उठ रहे हैं कि कहीं पुलिस सिर्फ छुटभैयों को पकड़कर औपचारिकता पूरी कर रही है और बड़े ठेकेदारों को बचाने का काम तो नहीं कर रही?

स्थानीय लोग भी अब सवाल उठाने लगे हैं कि क्या पुलिस जानबूझकर मुख्य सप्लायर और ठेकेदारों की जांच से परहेज कर रही है? कार्रवाई का पूरा फोकस सिर्फ पकड़ाई में आने वाले छोटे पैमाने के तस्करों तक सीमित क्यों है?

कार्रवाई में तीन गिरफ्तार
थाना स्लीमनाबाद पुलिस ने ग्राम कौड़िया में दबिश देकर तीन आरोपियों घनश्याम उर्फ मंटू, सूर्यकांत उर्फ संतु और प्रदीप उर्फ विक्की को पकड़ा। उनके कब्जे से 24 बोतल अंग्रेजी और 141 पाव देसी प्लेन शराब जब्त की गई।

कुल जब्त शराब – कीमत करीब 29,700 रुपये।
आरोपियों पर आबकारी एक्ट की धारा 34(ए) के तहत केस दर्ज किया गया है।

फिलहाल कार्रवाई को लेकर सवालों का सिलसिला तेज हो गया है—क्या पुलिस को असली नेटवर्क का खुलासा करने से कोई रोक रहा है?

पाठक, पटवारी और कांग्रेस का सियासी रंग: विधायक की ऑडियो वायरल, गनमैन ने भी दी धमकी, फिर पटवारी का ही रिश्वत मांगने वाला ऑडियो वायरल

कटनी। जिले में एक पटवारी से जुड़ा ऑडियो विवाद अब पूरी तरह से सियासी अखाड़े में तब्दील हो गया है। इस 'ऑडियो वार' ने कांग्रेस और बीबीजेपी विधायक दोनों ही ने एक-दूसरे पर हमला बोलने का मौका दे दिया है, जिसमें एक राजस्वकर्मी दोनों की सियासी लड़ाई में फंसा हुआ नजर आ रहा है।

कैसे शुरू हुआ विवाद?

मामले की शुरुआत तब हुई जब कांग्रेस नेताओं ने एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया। इस ऑडियो में भाजपा विधायक संजय पाठक कथित तौर पर एक पटवारी को कड़े शब्दों में फटकारते सुनाई दे रहे हैं। सुने ऑडियो 

   विधायक संजय पाठक/पटवारी का वायरल ऑडियो 

कांग्रेस ने तुरंत इस ऑडियो को सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण बताते हुए इसे बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश की। इसके कुछ ही समय बाद, विधायक के गनमैन का एक और ऑडियो सामने आया, जिसमें वह कथित तौर पर पटवारी को कानूनी कार्रवाई की धमकी देता सुनाई दे रहा है, जिसने विवाद को और हवा दे दी। ये भी सुने 

          विधायक का गनमैन/ पटवारी की वायरल ऑडियो 

पलटवार में रिश्वत का ऑडियो वायरल

इन ऑडियो के सामने आने के बाद, विधायक संजय पाठक से जुड़े लोगों ने पलटवार करते हुए एक नया ऑडियो वायरल करना शुरू कर दिया। इस नए ऑडियो में पटवारी पर ही रिश्वत मांगने के गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। वायरल ऑडियो में पटवारी की कथित बातचीत सामने आई है, जिसमें वह पैसों की डील करते सुनाई दे रहा है। अब पटवारी और ग्रामीण के बीच बातचीत कर भी ऑडियो वायरल हुआ इसे भी सुने 

पटवारी और ग्रामीण के बीच हुई बातचीत का वायरल ऑडियो 

यह ऑडियो सामने आने के बाद मामला और भी पेचीदा हो गया है, क्योंकि अब नैतिकता और भ्रष्टाचार का मुद्दा भी जुड़ गया है।

निष्पक्ष जांच की मांग

गौरतलब है कि वायरल हुए इन सभी ऑडियो की सत्यता की पुष्टि www.State 24 News.com नहीं करता है। यह जांच का विषय है कि ये ऑडियो कितने प्रामाणिक हैं और इनमें कही गई बातें कितनी सही हैं।

फिलहाल, इस पूरे मामले में न तो पटवारी की ओर से किसी प्रकार की आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई गई है और न ही प्रशासन या विधायक पक्ष की ओर से अब तक कोई कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। दोनों तरफ से केवल ऑडियो वायरल कर एक-दूसरे को घेरने का सिलसिला ही चलता नजर आ रहा हैं 

अब आम जनमानस की मांग है कि जिला प्रशासन इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराए और पूरे सच को उजागर करे, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। इस विवाद का पटाक्षेप कब होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।


कटनी पुलिस का बड़ा एक्शन: कॉम्बिंग गश्त में 120 वारंटी गिरफ्तार, अपराधियों पर कसा शिकंजा

कटनी, 14 जुलाई 2025 – जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और आपराधिक तत्वों पर प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से कटनी पुलिस ने एक सघन "कॉम्बिंग गश्त" अभियान चलाया। इस बड़े एक्शन के तहत, पुलिस ने कुल 120 वारंटियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जिसमें 83 गिरफ्तारी वारंटी और 37 स्थाई वारंटी शामिल हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में चलाए गए इस विशेष अभियान में थाना प्रभारी, उप निरीक्षक, प्रधान आरक्षक, आरक्षक, साइबर सेल और विशेष बल की टीमों ने संयुक्त रूप से हिस्सा लिया। यह गश्त अभियान विशेष रूप से अत्यधिक संवेदनशील और आपराधिक गतिविधियों से प्रभावित क्षेत्रों पर केंद्रित रहा।

अभियान के मुख्य बिंदु और कार्रवाई

कॉम्बिंग गश्त के दौरान पुलिस ने विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया और कई प्रभावी कार्रवाइयां कीं:

 * निगरानी बदमाशों और डोजियर वाले आरोपियों की जांच: पुलिस ने अचानक दबिश देकर 47 निगरानी बदमाशों और 47 गुंडों के घरों की चेकिंग की और उनकी हाजिरी ली।

 * सघन तलाशी अभियान: झुग्गी-झोपड़ियों, डेरों, किराए के मकानों, होटलों और ढाबों की गहन तलाशी ली गई ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा सके।

 * अवैध गतिविधियों पर लगाम: जुआ, सट्टा, मादक पदार्थ और अवैध शराब जैसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी गई। इस दौरान अवैध शराब से जुड़े 22 आबकारी प्रकरण पंजीबद्ध किए गए।

 * वाहन चेकिंग और नशे में ड्राइविंग पर कार्रवाई: रात्रि में वाहन चेकिंग के दौरान बिना दस्तावेजों के वाहन चलाने वालों, नशे में वाहन चलाने वालों और संदिग्ध वाहनों की जांच की गई। मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 185 के तहत 09 व्यक्तियों पर शराब पीकर गाड़ी चलाने के लिए सख्त कार्रवाई की गई।

 * जुआ अधिनियम के तहत प्रकरण: 02 जुआ अधिनियम के प्रकरण दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई।

 * सार्वजनिक शांति भंग करने पर कार्रवाई: धारा 170 बीएनएसएस के तहत परिशांति भंग करने पर 02 आरोपियों के विरुद्ध, और धारा 126, 135 बीएनएसएस के तहत 90 प्रकरणों में 102 व्यक्तियों के विरुद्ध परिशांति कायम रखने के लिए कार्रवाई की गई। इसके अतिरिक्त, धारा 129 बीएनएसएस के तहत 06 व्यक्तियों के विरुद्ध भी कार्रवाई हुई।

 * समन और जमानती वारंट तामील: गश्त के दौरान 59 समन और जमानती वारंटों को तामील किया गया।

जन सहभागिता और उद्देश्य

गश्त के दौरान कटनी पुलिस ने आम नागरिकों से भी संवाद स्थापित किया और उन्हें पुलिस सहायता के लिए प्रेरित किया। नागरिकों से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम या संबंधित थाने को दें।

कटनी पुलिस का कहना है कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले में सुरक्षा की भावना को मजबूत करना, असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखना, आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना और आम जनता का पुलिस पर विश्वास बढ़ाना है। पुलिस अधीक्षक ने आश्वस्त किया है कि यह अभियान सभी थाना क्षेत्रों में लगातार जारी रहेगा ताकि जिले में शांति और कानून-व्यवस्था बनी रहे।

अदाणी फाउंडेशन के प्रयासों से कैमोर को मिला शिक्षा, संस्कृति व पर्यावरण संरक्षण का नया केंद्र , डीएवी एसीसी पब्लिक स्कूल कैमोर की नई इमारत व ‘कल्पशिला’ विरासत भवन का सीईओ विनोद बाहेती ने किया उद्घाटन

कैमोर/विजयराघवगढ़। अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित डीएवी एसीसी पब्लिक स्कूल कैमोर की नई अत्याधुनिक इमारत और विरासत भवन ‘कल्पशिला’ का भव्य उद्घाटन अदाणी सीमेंट बिजनेस के सीईओ विनोद बाहेती ने किया। कार्यक्रम में अंबुजा, एसीसी, ओरिएंट व सांघी सीमेंट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स सहित कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर कैमोर में समग्र शिक्षा, सांस्कृतिक विकास और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखा गया।

कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल की छात्राओं द्वारा अतिथियों के पारंपरिक तिलक वंदन से हुई। छात्रों ने विभिन्न राज्यों की वेशभूषा में रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर समां बांधा। ‘द्रोणाचार्य और एकलव्य’ पर आधारित नाट्य प्रस्तुति ने गुरु-शिष्य परंपरा की गहराई को दर्शकों के समक्ष जीवंत किया।

सीईओ सहित अतिथियों ने विरासत भवन ‘कल्पशिला’ का अवलोकन किया, जिसमें ‘ताल तरंग’ (संगीत कक्ष), ‘कला कुंज’ (कला एवं शिल्प कक्ष), तथा ‘खेलांगन’ (खेलकूद कक्ष) शामिल हैं। इन रचनात्मक कक्षों को छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु मील का पत्थर बताया गया। इसी क्रम में पर्यावरण संरक्षण के तहत वृक्षारोपण कर “हरित भविष्य” की दिशा में सामूहिक प्रयास का संदेश दिया गया।

नई इमारत में छह कक्षाएं, एक शिक्षक संसाधन केंद्र और ऑडिटोरियम जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं। छात्रों द्वारा तैयार नवाचार मॉडल व पूर्व छात्रों की सफलता गाथाओं को अतिथियों ने सराहा। इसके बाद 102 वर्ष पुराने ऐतिहासिक एसीसी स्कूल का भ्रमण कर अतिथियों ने धरोहर के रूप में संजोई गई यादों का अवलोकन किया।

अतिथि ‘दिशा – वैकल्पिक महिला आजीविका केंद्र’ भी पहुँचे, जहां 100 महिलाओं द्वारा संचालित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ग्रामीण के.पी.ओ. और एआई से जुड़ी आजीविका गतिविधियों को देखा और सराहा गया। महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित लखपति दीदियों के नवाचारों और मिट्टी परीक्षण केंद्र को भी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के समक्ष प्रस्तुत किया गया।

अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित भारत निर्माण कोचिंग सेंटर से चयनित सरकारी नौकरी प्राप्त युवाओं और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों से भी संवाद हुआ। एचपी वर्ल्ड ऑन व्हील्स मोबाइल डिजिटल शिक्षा बस और जल संरक्षण परियोजनाओं का निरीक्षण कर कार्यों की सराहना की गई।

कार्यक्रम के समापन पर अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर (ASDC) का दौरा कर प्रशिक्षु युवाओं से बातचीत की गई। इस केंद्र को उद्योग आधारित व्यावहारिक प्रशिक्षण का प्रमुख केंद्र बताते हुए अतिथियों ने अदाणी समूह के प्रयासों की सराहना की।

इन समस्त विकास कार्यों के पीछे हेड मैन्युफैक्चरिंग वैभव दीक्षित, चीफ प्लांट मैनेजर कैमोर अतुल दत्ता, अमेहटा के हितेष गोयल, क्लस्टर एचआर हेड दिनेश कुमार पाठक, क्लस्टर फाइनैंस हेड संजीव वार्ष्णेय सहित अदाणी फाउंडेशन व कैमोर प्लांट टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

इस अवसर को कैमोर के लिए शिक्षा, नवाचार, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर बताया गया।

जनसंवाद में गूंजा चंचलानी हत्याकांड, नशीली दवाओं और सट्टेबाजी पर फूटा लोगों का गुस्सा

कटनी। थाना परिसर में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम उस वक्त गरमा गया जब स्थानीय नागरिकों ने हाल ही में हुए चंचलानी हत्याकांड को लेकर नाराजगी जाहिर की। कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र में बढ़ते क्रिकेट सट्टा, नशीली दवाओं के कारोबार और अवैध गतिविधियों पर भी लोगों ने जमकर सवाल उठाए।

जनसंवाद में बड़ी संख्या में नागरिकों की उपस्थिति रही। कई वक्ताओं ने खुलकर कहा कि इलाके में संगठित अपराधियों का नेटवर्क फल-फूल रहा है और पुलिस की निष्क्रियता के कारण आमजन दहशत में है।

थाना प्रभारी ने दिया सख्ती का संदेश

मौके पर मौजूद थाना प्रभारी ने लोगों की बातों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि अपराधियों की अब खैर नहीं। उन्होंने कहा कि चंचलानी हत्याकांड की जांच तेजी से चल रही है और जल्द ही दोषियों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

पुलिस अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि क्रिकेट सट्टा सहित अन्य अवैध धंधों के खिलाफ अभियान और तेज किया जाएगा। उन्होंने जनता से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

नागरिकों ने दिए इनपुट, मांगी गश्त बढ़ाने की मांग

जनसंवाद में आए नागरिकों ने कई गुप्त जानकारियां भी पुलिस को दीं और क्षेत्र में रात्रि गश्त बढ़ाने, सीसीटीवी लगाने और संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी रखने की मांग की।

रविवार, 13 जुलाई 2025

बसों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्ती , CCTV , GPS , पैनिक बटन सहित आरक्षित सीटें अनिवार्य , पोस्टर चस्पा यातायात पुलिस ने नियमों की दी जानकारी

कटनी। अब यात्री बसों में महिलाएं और भी सुरक्षित होंगी! महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बस स्टैंड परिसर में थाना प्रभारी राहुल पांडे ने विशेष जागरूकता अभियान की शुरुआत की। इस दौरान यात्रियों और बस संचालकों को महिलाओं के अधिकारों और उनकी सुरक्षा से जुड़े नियमों की जानकारी दी गई।

इस मौके पर पुलिस टीम ने महिलाओं की सुरक्षा संबंधी पोस्टर भी चस्पा किए, जिनमें साफ निर्देश दिए गए हैं कि:

1. सभी बसों में सीट नंबर 11 से 16 तक महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।

2. बसों में पंजीयन नंबर, पुलिस हेल्पलाइन नंबर 1901 और ड्राइवर-कंडक्टर की जानकारी स्पष्ट रूप से लिखी होनी चाहिए।

3. चालक और परिचालक निर्धारित वर्दी में और नेमप्लेट के साथ रहें।

4. किसी भी चालक या स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य है।

5. हर बस में GPS और CCTV कैमरा होना जरूरी है।

6. किसी भी असहज स्थिति में महिलाएं तुरंत 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस से सहायता ले सकती हैं।

7. बस मालिक को ड्राइवर, कंडक्टर और हेल्पर का नाम और मोबाइल नंबर बस में अनिवार्य रूप से लिखवाना होगा।

थाना प्रभारी राहुल पांडे ने कहा कि यह अभियान केवल कागजों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि हर बस की नियमित जांच की जाएगी। उन्होंने यात्रियों से अपील की कि वे भी जागरूक बनें और किसी भी गड़बड़ी की तुरंत सूचना पुलिस को दें।

यह अभियान महिलाओं को सुरक्षित यात्रा का माहौल देने की दिशा में एक ठोस कदम माना जा रहा है। नागरिकों और यात्रियों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि "अब महिलाएं बिना डर सफर कर सकेंगी।"