कटनी-: कोविड-19 (कोरोना वायरस) से बचाव हेतु वर्तमान में एकमात्र प्रभावी हथियार वैक्सीन है। वैज्ञानिकों एवं शासन-प्रशासन के द्वारा इस महामारी से बचाव हेतु वैक्सीनेशन की सलाह लगातार दी जा रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीन के जन जागरण हेतु जिला प्रशासन कटनी के द्वारा जिले के समस्त 6 विकास खंडों में आवश्यक चित्र,प्रभावी संदेश के साथ ही साउंड सहित जागरूकता रथ निर्धारित रूट चार्ट अनुसार प्रतिदिन ग्रामों में चलाया जा रहा है। जिला प्रशासन के निर्देशानुसार ग्राम पंचायत के पदाधिकारी, ग्राम स्तरीय संकट प्रबंधन समूह, आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्वच्छता से जुड़े स्वच्छाग्रही एवं अन्य समाजसेवियों सहित रथ का भ्रमण ग्राम में कराते हुए आम जनों को वैक्सीनेशन हेतु प्रेरित किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज जनपद पंचायत कटनी की ग्राम पंचायत पहाड़ी, भनपुरा 2, बिछुआ, शाहपुर, टेढ़ी एवं गुबराधारी में किया गया। जहां ग्राम पंचायत शाहपुर के जागरूक निवासी श्री संतोष मिश्रा उम्र 50 वर्ष ने आमजन को बतलाया कि, उन्होंने वैक्सीन ली है इसका कोई साइड इफेक्ट या परेशानी नहीं है और आगे बड़ी परेशानी से बचने के लिए सभी को वैक्सीन आवश्यक रूप से लगवानी चाहिए। वही ग्राम पंचायत के सरपंच श्री अमृत लाल जी ने भी ग्राम में चल रही अफवाहों से दूर रहते हुए वैक्सीन लगवाने की विनम्र अपील की गई। इस अवसर पर ग्राम के अन्य गणमान्य नागरिक सहित ग्राम के संकट प्रबंधन समूह स्वच्छाग्रही आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सोमवार, 24 मई 2021
"बक्सवाहा का जंगल देश का सबसे बड़ा हीरा भंडार" , हमारे लिए हरियाली ही हीरा है -: कु. डोली दुबे
बुंदेलखंड -: जैसा की आप सभी को पता है की महामारी के इस दौर में ना जाने कितने लोग ऑक्सीजन की कमी से मौत के मुंह में समा गए और हमारे देश की एक व्यापक समस्या चर्चा में है - "बक्सवाहा के जंगल देश का सबसे बड़ा हीरा भंडार"
बक्सवाहा हमारे बुंदेलखंड क्षेत्र का एक छोटा सा कस्बा है जहां के जंगलों में देश का सबसे बड़ा हीरा भंडार खोजा गया मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले स्थित बक्सवाहा के जंगल की जमीन में 3.42 करोड़ कैरेट हीरे दबे होने का अनुमान है और उन्हें निकालने के लिए 382.131 हेक्टेयर का जंगल खत्म किया जाएगा वन विभाग ने इस जंगल के पेड़ों की गिनती की है जो 2,15,875 है यह सरकारी आंकड़ा है वास्तविकता में इससे कहीं अधिक पेड़ इन जंगलों में होंगे l
और यह जंगल जैव विविधता की दृष्टि से यह जंगल संपन्न है सरकार द्वारा हीरे की खोज में 2.15 लाख से अधिक पेड़ काटे जाएंगे
पन्ना में बरसों से हीरा उत्खनन चलता आ रहा लेकिन वह आज भी पिछड़ा हुआ है मतलब वहां के हीरे लोकल जनता के किसी काम ना आए केवल उद्योगपति फायदा लेकर विदेश निकल गए जब बुंदेलखंड से निकले हीरे बुंदेलखंड की विकास में कोई योगदान नहीं दे पाए तो सरकार को कोई हक नहीं की बुंदेलखंड की आत्मा को छलनी किया जाए
बक्सवाहा के जंगल में रहने वाले हजारों प्राणी मोर, हिरण, नीलगाय, बंदर बहुत से पक्षी आदि अन्य जीव सभी बेघर हो जाएंगे साथ ही बुंदेलखंड की जमीन से एक सुंदर जंगल का नामो निशान मिट जाएगा और आज के समय में ऐसे जंगल को निर्मित कर पाना असंभव है हमें इसे इसलिए बचाना ही होगा जंगल हमारी दुनिया की लाइफ लाइन है इनके बगैर हम पृथ्वी पर जिंदगी का पहिया घूमने का तसव्वुर भी नहीं कर सकते इस ग्रह को पेड़ जो सेवा देते हैं उनकी सेवाएं बहुत लंबी हैं वे इंसानों और दूसरे जानवरों के छोड़े हुए कार्बन को सोखते है जमीन पर मिट्टी की परत को बनाए रखने का काम करते हैं पानी के चक्र के नियमितीकरण में भी इनका अहम योगदान हैl
इसके साथ कितनी प्रजातियों को भोजन प्रदान करते हैं इसके अलावा ये दुनिया के अनगिनत जीवो को आसरा देते हैं इसलिए बक्सवाहा के जंगल को बचाने के लिए एकजुट होने का समय है वहां लगे वृक्ष हमें इतनी ऑक्सीजन दे रहे हैं और हमारी अगली पीढ़ियों को इतनी ऑक्सीजन देंगे की आप जमीन के अंदर के पूरे हीरे निकालकर भी अपनी पीढ़ियों के लिए ऑक्सीजन नहीं खरीद पाएंगे क्योंकि यह तो निश्चित ही है कि वृक्षों को लगातार काटने के बाद भविष्य में आपको ऑक्सीजन खरीदनी ही पड़ेगी सरकार को सोच समझकर विचार करना चाहिए - की जीने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है हीरे की नहीं और हमें ऑक्सीजन पेड़ों से मिलती है हीरो से नहीं l
मैं बक्सवाहा के जंगल के पेड़ों को काटे जाने का विरोध करती हूं हमें हीरे की खदान नहीं प्रकृति पर्यावरण चाहिए क्योंकि वर्तमान और भविष्य की सरकार आप सभी से सिर्फ एक ही प्रश्न है कि क्या आप इन पेड़ों के काटने से जो हानि पर्यावरण और प्रकृति की होगी उसकी भरपाई कर पाएंगे क्या जनता को आप ऑक्सीजन दे पाएंगे जो कि वर्तमान में आप नहीं दे पा रहे हैं हमारे लिए तो यह बहुमूल्य हीरे हैं मध्य प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से गुजारिश करती हूं इस प्रोजेक्ट को रद्द कर दे अभी भी समय है सरकार इसे संरक्षित करने का काम करें नहीं तो इसका परिणाम अच्छा नहीं होगा!
कु. डोली दुबे
"फ्रंट लाइन वर्कर की वैक्सीन बनी ढाल ,न करे सवाल" , मिशन संबल की सफलता के साथ-साथ अब वेक्सिनेशन अवेयरनेस अभियान चलाएगी कटनी पुलिस -: मयंक अवस्थी पुलिस अधीक्षक
अब जहां कोरोना संक्रमण से राहत नजर आ रही वही वेक्सिनेशन के प्रति लोगो मे तरह तरह की भ्रांतियां फैली हुई है और लोग वेक्सीन लगवाने में परहेज कर रहे है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में ही नही बल्कि शहरी क्षेत्रों में भी अपवाहे जोरो पर है जिन्हें खत्म करने का वीणा भी कटनी पुलिस में अपने कंधों पर ले लिया है और लोगो को वैक्सिनेशन के प्रति जागरूक करने भी पुलिस अधीक्षक ने समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित कर दिया है। जिस तरह थाना प्रभारी अपने बल के साथ कोरोना कर्फ्यू का पालन कराने व मिशन संबल के तहत खाद्यान वितरण करने का कार्य कर रही है अब तक कटनी पुलिस ने करीब 5 हजार से ज्यादा गरीब परिवारों तक खाने पीने का सामान पहुँचाया गया है। वही लोगो को अब वेक्सिनेशन के लिए भी जागरूक करेंगी।
-: फ्रंट लाइन वर्कर की वैक्सीन बनी ढाल ,न करे सवाल
पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने बताया कि हमारे जिले के स्टाप व मैने स्वयं भी फ्रंट लाइन वर्कर होने के नाते सबसे पहले वैक्सीन लगवाई है अब हम स्वस्थ हैं और हमें कोई तकलीफ भी नही हुई बल्कि वैक्सिनेशन के बाद हम निश्चित होकर नई ऊर्जा के अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे है। वेक्सिनेशन करवाना हमारे लिए जरूरी और सुरक्षित भी है। अब समस्त थाना प्रभारी भी अपने बल के साथ लोगो को जागरूक करने का काम करेंगे।
-
कटनी, 11 जुलाई (शुक्रवार रात): कटनी जिले के कुठला थाना क्षेत्र अंतर्गत अमराडार मोड़ पर शुक्रवार देर रात एक भयंकर सड़क हादसे ने तीन परिवारों ...
-
कटनी, 11 जुलाई। ढीमरखेड़ा न्यायालय परिसर से पेशी के दौरान एक आरोपी के फरार हो जाने की घटना पुलिस विभाग के लिए भारी पड़ गई। मामले में ड्यूटी...
-
कटनी : सुर्खियों में रहने वाले आईपीएस कटनी जिले के पुलिस कप्तान एक बार फिर चर्चा में हैं। हालिया मामला होली से जुड़ा हुआ है ,कटनी पुलिस विभ...
Popular Posts
|