गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

सीएम हेल्पलाईन डिस्पोजल में उदासीनता बरतना पड़ा भारी,अपर कलेक्टर ने सात अधिकारियों को थमाया शोकाज


कटनी सीएम हेल्पलाईन में प्राप्त शिकायतों के निराकरण के स्पष्ट आदेश कलेक्टर प्रियंक मिश्रा द्वारा सभी जिला अधिकारियों को दिये गये हैं। साथ ही उन्होने स्पष्ट तौर पर यह भी निर्देशित किया है कि सीएम हेल्पलाईन के डिस्पोजल में किसी भी तरह की उदासीनता ना बरती जाये। एैसा करने वाले पदाविहित अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के आदेश भी कलेक्टर द्वारा दिये गये थे।

            इन्ही निर्देशों के तहत सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों के निराकरण में उदासीनता बरतना सात पदाविहित अधिकारियों को भारी पड़ा। इन्हें अपर कलेक्टर जगदीश चन्द्र गोमे द्वारा शोकॉज नोटिस जारी किया गया है। पूरे मामले के अनुसार सीएमओ बरही अभयराज सिंहवरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एस.के. भुमिया व जी.आर. हल्दकारसीईओ जनपद ढीमरखेड़ा विनोद कुमार पाण्डेसहायक यंत्री पीएचई पी.के. प्यासीगोविन्द डी भूरिया और महेश प्रसाद पाठक को अपर कलेक्टर द्वारा एससीएन जारी किया गया है।

            इन सभी अधिकारियों के द्वारा सीएम हेल्पलाईन के तहत प्राप्त शिकायतों का निर्धारित समय सीमा में निराकरण नहीं किया गया। जिससे यह शिकायतें बिना निराकृत हुये ही उच्च लेवल पर ट्रान्सफर हो गईं। इन्ही पदीय कर्तव्यों के निर्वहन में कोताही बरतने पर कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया। जारी कारण बताओ सूचना पत्र का जवाब तीन दिवस में प्रस्तुत करने के आदेश अपर कलेक्टर ने दिये हैं। नियत अवधि में उत्तर प्राप्त ना होने की दिशा में एकपक्षीय कार्यवाही की जायेगी।

यात्री बसों के सुव्यवस्थित संचालन के लिये चलेगा विशेष चेकिंग अभियान , परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने दिये निर्देश

            
कटनी - परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने यात्री बसों के प्रभावी और सुव्यवस्थित संचालन के लिये प्रदेशव्यापी अभियान चलाने के निर्देश अपर मुख्य सचिव परिवहन को दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विशेष चेकिंग अभियान भी चलाया जाये।

परिवहन मंत्री ने बताया कि प्रदेश-स्तर पर चलाये जाने वाले 7 दिवसीय अभियान में संचालित यात्री वाहनों के परमिट की वैधताबसों के फिटनेस प्रमाण-पत्रपरमिट से भिन्न मार्ग पर चलने वाले यात्री वाहनक्षमता से अधिक सवारी ले जाने वालेभोपाल और इंदौर जैसे बड़े शहरों में चलने वाली यात्री बसों की छतों पर सामान ले जानेबीमा एवं टैक्स संबंधी प्रपत्रों की जाँच की जायेगी। इनमें से कोई भी कमी पाये जाने पर संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।

बसों की रफ्तार पर लगेगा अंकुश

परिवहन मंत्री ने कहा कि यात्री वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की एक वजह वाहनों का निर्धारित गति से अधिक रफ्तार से चालन भी है। यात्री बस के ड्रायवर-कंडक्टर अधिक सवारियों के लोभ में तेज गति से वाहन दौड़ाते हैंजिससे वाहनों की तेज गति दुर्घटना का कारण बनती है। उन्होंने कहा कि इस पर अंकुश लगाने के लिये यात्री बसों में स्पीड गवर्नर लगाये जाने के संबंध में पूर्व में निर्देशित किया गया था। चैकिंग के दौरान अधिकारी स्पीड गवर्नर लगे हैं या नहींयह भी चेक करे। उन्होंने कहा कि यात्री बसों में ओव्हर-लोडिंग अर्थात् क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाने के कारण भी दुर्घटनाएँ होती हैंइस पर भी ध्यान दें। किसी भी हालत में यात्रियों की जान-माल से समझौता नहीं किया जायेगा।

मैं स्वयं भी करुँगा औचक निरीक्षण

परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि यात्री बसों के संचालन को नियंत्रित करने के लिये मैं स्वयं भी सड़कों पर बसों का औचक निरीक्षण करूँगा। किसी भी प्रकार की अनियमितता मिलने पर बस मालिक के साथ संबंधित परिवहन अधिकारी के विरुद्ध भी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। बस मालिक के साथ अधिकारी स्वयं भी अपने उत्तरदायित्व के प्रति सजग रहें।

परमिट के अनुसार हो यात्री वाहनों का संचालन

परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि अभियान में इस बात पर सतत निगाह रखें कि बसों का संचालन परमिट के अनुसार ही हो। निर्धारित रूट से भिन्न मार्ग पर चलने वाले वाहनों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाये। उन्होंने सीधी की दुरूखद बस दुर्घटना का हवाला देते हुए कहा कि यह हादसा भी बस चालक की गलती का ही नतीजा है। इससे हमें सबक लेना चाहिये।

कटनी - 51 मौतों के बाद जागा परिवहन विभाग, सड़क पर उतरकर कर रहे जांच..

कटनी - सीधी सतना में हुए बस हादसे में करीब 51 लोगों की मौत के बाद जहां पुरे प्रदेश में परिवहन विभाग बसों पर सख्त कार्यवाही के लिए सड़को पर उतर आया | वही  कटनी परिवहन अधिकारी भी अपने दलबल के साथ पन्ना तिराहे व् बस स्टेण्ड पर बसों के कागज व् बसों की जाँच करते दिखाई दिए , ख़ास बात तो ये है की जाँच में लगभग सभी बसों में आकस्मिक दरवाजे की जगह सवारियों के लिए सीटें लगी मिली, जिन्हे तुरंत हटाने के निर्देश दिए गए साथ ही करीब 10 बसों पर चलानी कार्यवाही भी की गई | हालाँकि आज भी बसों में क्षमता से अधिक सवारियां ढोते नजर आई बसें ..