रविवार, 28 फ़रवरी 2021

नकली मसालों का कारोबार करने पर संबंधित के विरुद्ध दर्ज हुई एफआईआर

कटनी - जिले में मिलावटी खाद्य पदार्थो के व्यापार में संलिप्त व्यक्तियों, व संस्थानों पर कार्यवाही का क्रम सतत् रुप से जारी है। मिलावटी से मुक्ति के लिये चलाये जा रहे अभियान के खाद्य सुरक्षा प्रशासन विभाग द्वारा सघन जांच कर संबंधितों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। एक एैसे ही प्रकरण में खाद्य सुरक्षा प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने गतदिवस माधवनगर क्षेत्र में नकली मसाला बिना अनुमति व पंजीयन के कारोबार करने पर माधवनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।

            पूरे प्रकरण के अनुसार 26 फरवरी को थाना माधवनगर के उपनिरीक्षक एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारी को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि कैरिन लाइन में सुनील पिता प्रकाश चंद दावड़ा द्वारा अपने घर में बड़ी मात्रा में एवरेस्ट चिकन मसाला के नकली पैकेट रखे हुए हैं। साथ ही बिना किसी अनुमति के अपने घर में मसाला का पैकेट तैयार कर उद्योग भी संचालित किया जा रहा है। इस सूचना के आधार पर माधवनगर थाना का पुलिस बल एवं खाद्य सुरक्षा प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा सुनील दावड़ा के कैरिन लाइन माधवनगर के घर पर दबिश दी गइ। जहां संबंधित के द्वारा खड़े मसालों के नाम से मसाले का कारोबार किये जाने की बात सामने आई। वहीं मसालों में जीरा, छबीला, दालचीनी भी प्रथम दृष्टया अमानक स्तर का प्रतीत होना पाया गया। एक बोरी में एवरेस्ट कंपनी के मसाले के पाउच चिकन मसाला भी संयुक्त दल को मिला, जिसका भौतिक रूप से सत्यापन किया गया। जिस पर थाना माधवनगर में आईपीसी की धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

ट्रैफिक टीआई के पत्राचार के बाद जिले को मिली स्पीड रडार गन, अब सड़क हादसे में लगेगी लगाम।

कटनी - सड़क दुर्घटना से आए दिन हो रही मौतों को देखते हुए नवागत एसपी मयंक अवस्थी और यातायात टीआई विनोद दुबे लगातार शहरीय इलाके समेत हाइवे के एक्सीडेंटल एरिया को चिन्हित कर उन्हें व्यस्थित करने में जुटे हैं जिसका अब असर भी दिखने भी लगा है... दरअसल वर्तमान ट्रैफिक टीआई के द्वारा स्पीड रडार मशीन के लिए लम्बे समय से पत्राचार किया जा रहा था जो अब जाकर जिले को मिल भी गई है इस मशीन की खूबी न सिर्फ प्रदेश सरकार के राजस्व बढ़ाने में मदद करेगी बल्कि बड़े हादसों को रोकने में भी मदद करेगी... इन हादसों की बड़ी वजह वाहनों की तेज गति होना पाया गया है जो अक्सर अनियंत्रित होकर कइयों की मौत की वजह भी बन जाते है... वही ये मशीन गाड़ियों की गति को लगभग 500मीटर से लेकर 1 किमी दूरी से ही भाप लेती है जिससे ट्रैफीक कर्मियों को उन्हें रोक कर समझना आसान हो जाएगा है। वही गाड़ियों की गति तेज पाए जाने से उनका चालान भी कटना निश्चित है जो प्रदेश सरकार के राजस्व को बढ़ाने में मदद करता है..। ट्रैफिक टीआई की माने तो इन मशीन के लिए उनके द्वारा कई बार पत्राचार किया तब जाकर उनके विभाग को ये अत्याधुनिक मशीन मिली। जिससे सड़क हादसे रोकने में मदद मिलेगी वही नियमो को तोड़ने वालों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चलानी कार्यवाही कर नकेल कसी जाएगी हालांकि हमारा मुख्य काम सड़क हादसा रोकना है जो इस स्पीड रडार गन के आने के बाद कम होने की उम्मीद है...। आपको बता दे इस तरह की मशीनें बाहरी राज्यो में उपयोग की जाती है जिससे सड़क हादसों को रोकने में बहुत हद तक मदद मिलती है अगर हम बात करे 2020 में सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या तो 100 से ज्यादा लोग इसमे शामिल है। फिलहाल अब देखना ये है ये स्पीड राडार गन कब ओर किस क्षेत्र में इंस्टॉल होती है व दुर्घटना को रोकने में कितनी कारगर साबित हो पाती है।