बुधवार, 5 मई 2021

कलेक्टर ने कसा कोविड अस्पतालों पर शिकंजा, पीड़ित को करीब 18 लाख की राशि वापस करवाया, मनमाफिक बिल वसूलने वाले अस्पतालों में हड़कंप

भोपाल -:कलेक्टर अविनाश लवानिया के निर्देश पर सभी एसडीएम ने आज अपने क्षेत्रों में कोविड अस्पतालों पर शिंकजा कसते हुए  बढ़ी कर्रवाई की और 10 से अधिक परिवारों को  उनके मरीजों के इलाज में ली गई अधिक  राशि को वापस कराया है।  आज भोपाल में मरीजों के परिवारों को लगभग 18 लाख रुपए की राशि वापस कराई गई है। कलेक्टर श्री लवानिया के निर्देश है की यह कार्रवाई लगातार जारी रहे।

 कलेक्टर लवानिया ने सभी अस्पताल संचालकों को कड़े निर्देश दिए है यदि अधिक बिल लेने की शिकायते लगातार मिलती है तो अस्पताल संचालकों और अस्पताल प्रबंधक के विरुद्ध करवाई को जाएगी।  अभी आपदा का समय है सभी अस्पताल तार्किक बिल ही मरीजों  से ले अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। 

 कलेक्टर लवानिया के निर्देश पर एमपी नगर एसडीएम विनीत तिवारी ने शोभा मालवीय मरीज के परिजनों की शिकायत पर की उनकी पेशेंट 15 अप्रैल से गौतम नगर स्थित सिटी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में कोराना से पीड़ित होकर भर्ती  है । मरीज लंबे समय से आइसीयू में भर्ती रहा एवं उसे आक्सीजन सर्पोट पर भी रखा गया । मरीज के परिजनों का अरोप था कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा उनके द्वारा स्वयं ऑक्सीजन की व्यवस्था करने पर भी मरीज से 4.50 लााख आक्सीजन की मांग के साथ कुल 12 लाख रूपए की मांग की जा रही है । जबकि सही राशि मात्र 6.00 लाख ही है । 

जिला कलेक्टर अविनाश लवानिया द्वारा शिकायत पर त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिये जिस पर एस.डी. एम .व , तहसीलदार एवं चिकित्सक डॉ .राजेन्द्र अहिरवार ने राजस्व अमले के साथ अस्पताल में त्वरित कार्यवाही कर उभय पक्षों को सुना एवं उनके द्वारा प्रस्तुत बिल के अवलोकन के बाद मरीज से वसूल की जा रही 6.00 लाख रूपये की राशि कम करवाई । जिला प्रशासन की उक्त कार्यवाही से मरीज के परिजनों में संतोष है । 

एसडीएम द्वारा अस्पताल प्रबंधन एवं डॉ . गुप्ता को भविष्य में कोरोना की महामारी की इस विपरीत परिस्थिति में निर्धारित विधिसंगत एवं न्यायोचित राशि ही लेने अन्यथा कठोर कार्यवाही के लिये तैयार रहने को कहा है । 

कोलार एसडीएम क्षितिज शर्मा ने मरीज धर्मेंद्र चौहान  पिता होशियारसिंह अस्पताल निर्मल प्रेम मिसरोद बिल की राशि 1 लाख 28 हजार 265 रुपए थी जिसे शिकायत प्राप्त होने पर 75 हजार रुपए कम करवाया गया । मरीज शांति सोहित अस्पताल निरामय हॉस्पिटल मिसरोद का 95 हजार रुपए का बिल माफ करवाया गया  

सोनू बैरागी अस्पताल निरामय हॉस्पिटल मिसरोद

शिकायत प्राप्त होने पर 2.5 लॉक रुपए का बिल माफ करवाया गया और बॉडी परिजनों को सुपुर्द करवाई गई ।

बन्ने सिंह यादव अस्पताल रुद्राक्ष हॉस्पिटल कोलार

शिकायत प्राप्त होने पर 65 हजार रुपए का बिल कम करवाया गया और नॉन कोविड डेड बॉडी परिजनों के सुपुर्द करवाई गई ।

रूद्राक्ष हॉस्पिटल द्वारा अधिक बिल जारी करने के कारण

विशाल दिक्षित को 24 हजार रुपए, रवीश अग्रवाल को 8 हजार रुपए, पुरेंद्र पांडे 12 हजार रुपए, यश तानपुरे 12 हजार रुपए की राशि वापस कराई गई।

मुकेश तनवानी को आरकेडीएफ हॉस्पिटल द्वारा 1 लाख 67 हजार 500 का बिल दिए जाने की शिकायत मिलने पर अस्पताल प्रबंधन से 50 हजार रुपए वापस दिलवाए गए ।

 हुज़ूर एसडीएम आकाश श्रीवास्तव और टीम द्वारा नीलबड़ में संचालित कोविड हॉस्पिटल हक मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में मरीजों से जाकर पूछताछ की गई एवं पूर्व में डिस्चार्ज किए गए मरीजों के बिलों की जांच की गई, जिसमें मरीज श्री अश्विनी पुरोहित 20 अप्रैल को एडमिट होकर 03 मई 2021 को डिस्चार्ज हुआ था जिससे हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा 3 लाख 47 हजार  का बिल बनाया गया जिसमें से मरीज को 47 हजार की छूट देकर 3 लाख जमा    कराये गये थे लेकिन  बिल में अनियमितता होने के कारण 40 हजार राशि वापस कराई  । मरीज के भाई श्री अवधेश पुरोहित को वापस कराया गया एवं हॉस्पिटल प्रबंधन को हिदायत दी गई कि भविष्य में इस प्रकार की अनियमितताओं की पुनरावृति ना की जाए। 

     ग्राम ईटखेड़ी में स्थित आयुष्मान भारत अस्पताल प्रबंधन से श्री अजय गुप्ता मरीज को 1लाख 40 हजार की राशि वापस कराई गई।

     एसडीएम बैरागढ़ मनोज उपाध्याय द्वारा  इसी तरह मरीज श्री कपिल आहूजा पिछले 20 दिनों से एवीएम हॉस्पिटल के आईसीयू में है मरोज के परिवार जन हॉस्पिटल द्वारा की जा रही बिलिंग से संतुष्ट नहीं होने के कारण उनके मौखिक अनुरोध पर एसडीएम बैरागढ़ मनोज उपाध्याय के द्वारा एबीएम हॉस्पिटल के संचालक से बात की गई। हॉस्पिटल संचालक द्वारा हॉस्पिटल का प्रतिदिन का चार्ज वेंटिलेटर सहित 15 हजार निर्धारित किया गया। हॉस्पिटल के द्वारा मेडिसन चार्ज एवं प्लाज्मा आदि तथा अन्य खर्चा की लॉजिकल बिलिंग करने की सहमति दी गई।  मरीज अभी भी हॉस्पिटल में उपचार है। मरीज के पिता हॉस्पिटल के द्वारा किए गए कंसीडरेशन से सहमत हैं। तथा उनके द्वारा संतुष्टि व्यक्त की गई।


निजी अस्पतालों की शिकायतें मिली तो सख्ती से निपटेगी सरकार ,जाँच के लिए तीन आईएएस अधिकारियों की समिति गठित

मध्यप्रदेश -: गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि निजी अस्पतालों की शिकायतों के निराकरण और एंबुलेंस संचालन की दरों के संबंध में मुख्यमंत्री Shivraj Singh Chouhan की अध्यक्षता में क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों के संबंध में निरंतर प्राप्त हो रही शिकायतों की जाँच के लिए प्रमुख सचिव स्तर के तीन आईएएस अधिकारियों की समिति गठित कर दी गई है। डॉ. मिश्रा ने बताया कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में एंबुलेंस संचालन की दरें भी निर्धारित कर दी गई है। शासन द्वारा आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।

डॉ. मिश्रा ने बताया कि सभी मरीजों को समुचित उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि उपचार के अभाव में असामयिक मृत्यु नहीं होना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि आयुष्मान कार्डधारी हितग्राहियों को समुचित उपचार की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। डॉ. मिश्रा ने कहा कि आयुष्मान कार्ड धारी हितग्राहियों के उपचार के लिए अस्पतालों की सूचीं भी शीघ्र ही जारी की जा रही है।

डॉ. मिश्रा ने बताया कि उपचार के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। माननीय मुख्यमंत्री जी चिंता करके और भी प्रबंध निरंतर कर रहे हैं। बैठक में आला अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि गाँव पर विशेष ध्यान दिया जाए। जनता का सहयोग लिया जाए। हर हाल में बेहतर परिणाम चाहिए।

कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी का लिया निर्णय इस विभाग ने , सभी कर रहे इस काम की सराहना

मध्यप्रदेश-:महिला-बाल विकास विभाग द्वारा इस कोरोना काल में सकारात्मक पहल की गई है। विभाग द्वारा ऐसे बच्चे, जिनके माता-पिता का निधन कोरोना के कारण हो गया है अथवा जिनके माता-पिता इस बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती हैं, उनके भरण-पोषण की जिम्मेदारी लेने का निर्णय लिया गया है। ऐसे बच्चों के लिए स्पॉन्सरशिप योजना शुरू की जा रही है। ग्वालियर जिले में इसके तहत फिट फेसिलिटी केन्‍द्र की शुरुआत की जा रही है। जिले में संचालित शासकीय विद्यालय और छात्रावासों को ऐसे बच्चों की देखरेख एवं संरक्षण के लिए फिट फेसिलिटी केन्‍द्र घोषित कर बच्चों की उचित देखभाल तथा संरक्षण प्रदान किया जाएगा। साथ ही स्वयंसेवी संस्था, सामाजिक कार्यकर्ता आदि को जोड़कर बच्चों को आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जायेंगी।

उल्लेखनीय है कि इस योजना के अंतर्गत बच्चों को शासकीय एवं निजी प्रायोजन सहायता का मुख्य उद्देश्य उनके जैविक परिवार से अलग होने से रोकना है। साथ ही बाल देखरेख संस्था में रहने वाले बच्चे, मुक्त कराये गये बच्चों को उनके जैविक परिवार में भेजकर पुनर्वास स्थित करना एवं उनका समग्र विकास करना तथा सामाजिक रूप से सक्षम परिवारों द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर परिवार का बाल देखरेख संस्था में रहने वाले बच्चों के विकास में सहयोग के लिये जोड़ना है।

सार्वजनिक वितरण प्रणाली की व्यवस्थाएँ परफेक्ट हों, कोविड़ 19 के दौरान इन नियमों का रखे विशेष ध्यान - मुख्यमंत्री

मध्यप्रदेश -: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड संकटकाल में कोई भी गरीब बिना राशन के नहीं रहेगा। उन्होंने सहकारिता और खाद्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि नियम शिथिल कर इस संबंध में व्यवस्थाएँ की जायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा मुख्यमंत्री निवास से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत पात्र परिवारों को नि:शुल्क खाद्यान्न वितरण व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। वीडियो कॉन्फ्रेंस में खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहू लाल सिंह और सहकारिता, लोक सेवा प्रबंधन मंत्री श्री अरविंद भदौरिया भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गरीब व्यक्ति को खाद्यान्न प्राप्त करने में दिक्कत नहीं हो। पात्रता पर्ची, आधार कार्ड एवं अन्य दस्तावेज नहीं होने पर भी उनको अनाज का वितरण किया जाये। उन्होंने खाद्य एवं सहकारिता विभाग के मंत्रियों को इस संबंध में प्रभावी व्यवस्था करने के निर्देश दिये।

वितरण के समय भीड़ नहीं हो

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राशन वितरण के समय उचित मूल्य दुकान पर भीड़ नहीं लगे। कोरोना गाइड लाइन का प्रभावी पालन हो। इसकी प्रभावी व्यवस्था के साथ ही उसकी निगरानी भी की जाये। राशन वितरण के समय सक्षम शासकीय अधिकारी अथवा कर्मचारी को तैनात किया जाये।

हितग्राहियों को एस.एम.एस. से सूचित करें

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हितग्राहियों को एस.एम.एस. द्वारा नि:शुल्क खाद्यान्न वितरण व्यवस्था की सूचना दी जाये। उन्होंने कहा कि कोविड संकट काल में नि:शुल्क राशन वितरण के उठाव, परिवहन और वितरण चुनौती पूर्ण कार्य है। खाद्यान्न के परिवहन और वितरण पर कड़ी निगरानी रखी जाये। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता और कम्युनिकेशन गैप नहीं होना चाहिए। सहकारिता और खाद्य विभाग समन्वय और सामंजस्य के साथ कार्य करें।

 पी.ओ.एस. मशीन से पावती

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नि:शुल्क खाद्यान्न वितरण के साथ ही हितग्राही को पी.ओ.एस. मशीन से पावती उपलब्ध कराई जाये। उन्होंने कहा कि वितरण कार्य में गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

राशि भुगतान कर लेने वालों को भी मिलेगा नि:शुल्क खाद्यान्न

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिन गरीब परिवारों द्वारा अप्रैल एवं मई माह का खाद्यान्न राशि का भुगतान कर प्राप्त किया है, उन्हें भी आगामी माह में नि:शुल्क खाद्यान्न प्रदान किया जाये। उनको बताया गया कि ऐसे हितग्राहियों को जुलाई और अगस्त माह में नि:शुल्क अनाज वितरण किया जायेगा।

शेष रहे परिवारों को 5 माह का खाद्यान्न एकमुश्त मिलेगा

मुख्यमंत्री चौहान को बैठक में बताया गया कि 15 मई के पश्चात खाद्यान्न प्राप्त करने से शेष रहे परिवारों को 5 माह का खाद्यान्न एकमुश्त वितरित होगा। प्रदेश के कुल एक करोड़ 11 लाख 29 हजार 273 परिवारों में से 91 लाख 25 हजार 513 ने अप्रैल माह का राशन प्राप्त कर लिया है। मई माह का राशन प्राप्त करने वाले परिवारों की संख्या 56 लाख 38 हजार 678 और जून माह का राशन प्राप्त करने वाले परिवारों की संख्या 20 लाख 45 हजार 719 है।    


पीपीपी पार्टनरशिप के माध्यम से एक दिन में बालिकाओं को मिला रोजगार

मध्यप्रदेश -:आयुक्त रोजगार षणमुखा प्रिया मिश्रा ने बताया कि प्रदेश के युवाओं को पीपीपी पार्टनरशिप के माध्यम से लगातार रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी कड़ी में एक दिन मे प्रदेश के विभिन्न जिलों से 30 युवतियों ने बुधनी स्थित कारखाने में ज्वाइनिंग दी है। इसमें भोपाल से 15, विदिशा ,बालाघाट, छिंदवाड़ा एवं बैरसिया से 1-1 ,सीहोर 3, होशंगाबाद 6 तथा इटारसी से 2 युवतियाँ शामिल है। इसमें 10 युवतियाँ विभिन्न आईटीआई से हैं । इनका चयन इलेक्ट्रीशियन, मशीनिस्ट, फिटर, कंप्यूटर ऑपरेटर तथा ड्राफ्ट्समैन के रूप में किया गया है।

श्रीमती मिश्रा ने बताया कि रोजगार कार्यालय की पीपीपी पार्टनर यशस्वी अकादमी फॉर टैलेंट मैनेजमेंट द्वारा इस लॉकडाउन पीरियड में वर्चुअल प्लेटफार्म के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जिलों के युवाओं के इंटरव्यू कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि साक्षात्कार के लिए इच्छुक युवा अपना पंजीयन www.mprojgar.gov.in पर करा सकते हैं।


18 से 44 आयुवर्ग के लिये प्रारंभ हुआ कोविड-19 वेक्सीनेशन पहले दिन युवाओं में दिखा खासा उत्साह

कटनी -: जिले में 5 मई से 18 वर्ष आयु से 44 वर्ष उम्र के व्यक्तियों का टीकाकरण प्रारंभ हो गया है। जिसे लेकर पहले दिन ही युवाओं में खासा उत्साह नजर आया। निर्धारित लक्ष्य के अनुरुप कोविन पोर्टल या आरोग्य सेतु एप के माध्यम से अपने वेक्सीनेशन के लिये रजिस्ट्रेशन करने वाले नागरिक टीकाकरण केन्द्र पर पहुंचे और वेक्सीन का अपना पहला डोज लगवाया।

            उल्लेखनीय है कि पहले दिन के लिये 100 डोज अलग से निर्धारित किया गया था। जिसका वेक्सीनेशन पुरानी कचहरी परिसर में हुआ। कोविड-19 का टीका लगवाने वेक्सीनेशन सेंटर पहंुंचे माधवनगर निवासी मन्नत ने कहा कि मैं लंबे समय से वेक्सीनेशन के लिये अपने एज ग्रुप को प्रारंभ होने का इंतजार कर रही थी। जैसे मुझे जानकारी लगीमैने कोविन पोर्टल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराया। इसकी प्रोसेस बहुत ही स्मूथ और इजी है। यह इंजेक्शन सेफ भी है। उन्होने यह अपील भी की कि सभी वेक्सीनेशन करायें और कोरोना को हरायें।

6 मई को भी 18 से अधिक आयु वर्ग लोगों के लिये वेक्सीनेशन पुरानी कचहरी परिसर में आयोजित होगा। इसके लिये सभी स्लॉट बुक हो चुके हैं। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. समीर सिंघई ने कहा कि जिन लोगों ने 6 मई के लिये अपने स्लॉट ऑनलाईन बुक किये हैंकृपया वे सभी अपने निर्धारित समय में वेक्सीनेशन के लिये टीकाकरण केन्द्र पर जरुर पहुंचे और वेक्सीन लगवायें। 

नगर की सफाई व्यवस्था के लिये सडकों पर डटे स्वच्छता दूत, डोर टू डोर कचरा संग्रहण कर संक्रमण से प्रसार हेतु किया जा रहा जागरूक

कटनी -: कोविड -19 संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगानें हेतु निगम के स्वच्छता दूतों द्वारा नगर की सुचारू सफाई व्यवस्था हेतु प्रातःकालीन एवं रात्रिकालीन सार्वजनिक सडकों नालियों की सफाई का कार्य किया जाकर नगर को संक्रमणमुक्त रखनें के प्रयास किये जा रहे है।

प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि कलेक्टर एवं प्रशासक प्रियंक मिश्रा एवं निगमायुक्त सत्येन्द्र सिंह धाकरे के निर्देशन में निगम प्रशासन द्वारा नगर की सफाई व्यवस्था एवं संक्रमण मुक्ति हेतु रोजाना किये जा रहे प्रयासों के तहत विगत रात्रि नगरीय एवं उपनगरीय क्षेत्रों के विभिन्न मार्गो की सफाई के साथ आज प्रातः 5 बजे से नगर के अस्थाई सब्जी मंडी स्थलों की सफाई उपरान्त चूने की लाईनिंग एवं सोशल डिस्टेंसिंग हेतु निर्धारित दूरी पर चूने के गोले बनानें का कार्यपन्ना मोड से सांई मंदिर तक रोड एवं डिवाइडर की सफाईबस स्टेण्ड परिसरमिशन चैकघंटाघर प्वाइंटरधुनाथ गंज जैन मंदिर झंडा बाजार के पासकावस जी वार्ड भीमराव चैक से विवेकानंद चैकबरगवां ओव्हर ब्रिज मार्ग एवं डिवाईडर की सफाईश्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड मेन बाजार की सार्वजनिक सडकों की सफाई की जाकर विभिन्न संक्रमित स्थलों में कीटनाशक दवा के छिडकाव का कार्य किया गया।

                   नगर की सफाई व्यवस्था सुचारू रहे इस हेतु डोर टू डोर कचरे के संग्रहरण का कार्य भी अनवरत जारी रखा जाकर प्रत्येक वार्डो में डोर टू डोर कचरे का संग्रहण किया जाकर कचरा वाहनों मंें लगे वाहनों के माध्यम से कोरोना संक्रमण से बचाव हेुत आवश्यक सावधानियों को अपनानें तथा घरों का कचरा निगम के कचरा वाहनों में देने की अपील की जा रही है।

            नालियों की सफाई व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए आज प्रातः बाल गंगाघर तिलक वार्ड इंदिरा नगर गली नबर 5 की सफाईकावस जी वार्ड भट्टा मोहल्ला मलिन वंशकार बस्तीसंजय वंशकार के सामनेशमशान भूमि रोड मंजू वंशकार के सामनें ंवाली नालीश्यामा प्रयाद मुखर्जी वार्ड भुमिया बस्ती की नालियों की सफाई का कार्य कराया जाकर नगर को साफ एवं स्वच्छ बनानें के प्रयास किये गए।