गुरुवार, 8 जुलाई 2021

तीन वर्षों में जिले में जन्म के समय बेटियों के लिंगानुपात में 13 अंकों की वृद्धि, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की दिशा में जिले में किये जा रहे सार्थक प्रयास

कटनी-:भारत की शान हैं बेटियां - हम सबका अभिमान हैं बेटियां। कहते हैं बेटे, भाग्य से होते हैं, लेकिन बेटियां सौभाग्य से। समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच को प्रोत्साहन देने एवं लिंगानुपात में सुधार के लिये भारत सरकार द्वारा ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ओ’ योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा सतत् रुप से बेटियों को लेकर विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनायें बनाई गई हैं, जिसका क्रियान्वयन प्रभावी रुप से कराया जा रहा है। इन्ही अभियानों के सार्थक परिणाम जिले में सामने आये हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग नयन सिंह ने बताया कि जिले में 3 वर्षों में लिंगानुपात 13 अंक बढ़ा है।

            सामूहिक रुप से सहभागिता करते हुये जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विगत वर्षों में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का सफल क्रियान्वयन किया गया। जिसके ही परिणाम स्वरुप विगत तीन वर्षों में जिले में जन्म के समय लिंगानुपात में 13 अंकों की वृद्धि दर्ज हुई है। डीपीओ श्री सिंह ने बताया कि वर्ष 2018-19 में जन्म के समय बेटियों का लिंगानुपात 924 था। 2019-20 में यह बढ़कर 931 हुआ और वर्ष 2020-21 में यह बढ़कर 937 हो गया है।

            इस विषय में मानसिकता में बद्लाव एवं सामाजिक चेतना के लिये विभिन्न योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन विभाग द्वारा किया गया। इनमें बेटियों के जन्म पर स्वागत, बेटियों के अभिभावकों का सम्मान, बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन, बेटियों को विकास के समान अवसर उपलब्ध कराने के निरंतर कार्यक्रमों के साथ ही कार्यशालाओं एवं प्रशिक्षणों का आयोजन भी प्रभावी रुप से किया गया।

            वर्ष 2019-20 में विभाग द्वारा बेटियों के जन्म पर उनका एवं उनके अभिभावकों का सम्मान करने की विशेष पहल (स्वागत नंदिनी) को भारत सरकार द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत देश के 25 सर्वश्रेष्ट नवाचारों में सम्मिलित किया गया।

            पिछले वर्ष 2020-21 में महिला सम्मान अभियान के तहत विभाग द्वारा जिले में 18 हजार 832 बालिकाओं का कन्या पूजन, 21 हजार 326 गर्भवती एवं धात्री माताओं का सम्मान, 69 हजार 44 लाडली लक्ष्मी हितग्राही बालिकाओं एवं 28 हजार 137 प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की हितग्राही माताओं का सम्मान आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से किया गया।

            इतना ही नहीं जिला प्रशासन द्वारा कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के निर्देशन में अभिनव पहल करते हुये जिले की वीर बेटी अर्चना केवट को 8 मार्च 2021 को अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक दिन का सांकेतिक रुप से कलेक्टर बनाया गया था। काबिलेगौर है कि सुश्री केवट द्वारा सम्मान अभियान से प्रेरित होकर दो बालिकाओं को छेड़छाड़ से बचाया गया था। उनके इस साहस को सम्मान देने के नवाचार की सारे देश में सराहना भी हुई थी।

            महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के ध्येय वाक्य को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने के प्रयासों से जिले में बेटियों के प्रति सकारात्मक भाव को बढ़ावा मिल रहा है एवं जन्म के समय लिंगानुपात में सुधार भी सामने आ रहा है।

जिला अस्पताल में शीध्र प्रारंभ होगा एक हजार एलपीएम क्षमता का ऑक्सीजन प्लान्ट,कलेक्टर श्री मिश्रा ने स्थापित किये जा रहे प्लान्ट का किया निरीक्षण

कटनी -: शासन-प्रशासन द्वारा कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां मुस्तैदी से की जा रही हैं। जिले में चिकित्सा सुविधा और बेहतर करने के लिये सतत् रुप से साधन-संसाधन बढ़ाये जा रहे हैं। इसी कड़ी में एक अच्छी खबर सामने आई है। जिला अस्पताल में पीएम केयर फण्ड से प्राप्त एक हजार एलपीएम की क्षमता का मेडिकल ऑक्सीजन प्लान्ट पहुंच चुका है। इसे स्थापित करने की प्रक्रिया तेजी से जारी है। गुरुवार को जिला अस्पताल पहुंचकर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने मेडिकल ऑक्सीजन प्लान्ट के इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया का जायजा लिया। साथ ही तेजी से कार्य को पूरा करने के निर्देश भी उन्होने दिये।

            अपने विजिट के दौरान कलेक्टर मिश्रा ने डीआरडीओ द्वारा डिजाईन और विकसित किये गये मेडिकल ऑक्सीजन प्लान्ट का विजिट किया। जहां पर उन्होने प्लान्ट की स्थापना को लेकर की जा रही गतिविधियों की जानकारी ली। साथ ही प्लान्ट की कार्यप्रणाली के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर मिश्रा ने सिविल सर्जन को ऑक्सीजन प्लान्ट के पॉवर बैकअप के लिये जनरेटर की व्यवस्था जल्द ही कराने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि इसके माध्यम से जिला अस्पताल में आवश्यकता अनुसार ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। इसके लिये ऑक्सीजन सप्लाई लाईन स्थापित करने का शेष कार्य भी शीघ्र पूरा करने के निर्देश सिविल सर्जन को कलेक्टर ने दिये।

            निरीक्षण के दौरान कलेक्टर मिश्रा ने प्लान्ट इंस्टॉलेशन का कार्य कर रहे एलएनटी के अधिकारियों को मेडिकल ऑक्सीजन प्लान्ट की सुरक्षा की दृष्टि सेफ्टी मेन्युअल तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। मिश्रा ने कहा कि ऑक्सीजन प्लान्ट स्थापित करने के लिये गठित की गई कमेटी, जिला अस्पताल में स्थापित किये जाने पर एक हजार एलपीएम और 600 एलपीएम के प्लान्ट में विद्युत सप्लाई के लिये क्या व्यवस्थायें कॉमन होंगी, इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिये निर्देशित किया।

            ऑक्सीजन प्लान्ट के साथ ही कलेक्टर ने जिला अस्पताल में निर्माणाधीन मेटरनिटी सेन्टर के कार्य का भी जायजा लिया। उन्होने कहा कि इस कार्य की गति भी ठीक है। यदि संभावित तीसरी लहर आती है, तो इसका उपयोग भी हम कर पायेंगे। यह ऑक्सीजन प्लान्ट के बगल में भी है। इसका लाभ भी हमें मिलेगा।

            विजिट के दौरान सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा, पीआईयू के अधिकारी तथा प्लान्ट इंस्टॉलेशन कंपनी एलएनटी के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।