बुधवार, 28 अप्रैल 2021

7 मई तक कोरोना कर्फ्यू का करायें कड़ाई से पालन , कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना जरूरी - मुख्यमंत्री चौहान ने की अपील

मप्र -: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने से ही कोरोना पर विजय पाई जा सकती है। प्रदेश एक्टिव केसेस में देश में 7 वें नंबर से बेहतर स्थिति में होकर 11 वें नंबर पर आ गया है। परंतु कोरोना का स्वरूप कब क्या रूप ले ले इसलिए हमें संभलकर चलना होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान #Corona नियंत्रण के संबंध में आज कोविड प्रभारी मंत्रियों, कमिश्नर, कलेक्टर्स, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक एवं जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से वर्चुअली चर्चा कर रहे थे।

रणनीति -:

सभी मरीजों की सेम्पलिंग, टेस्टिंग और 24 घंटे में रिपोर्ट।

होम आइसोलेशन की नियमित मॉनिटरिंग।

कोविड केयर सेंटर की स्थापना और संचालन।

अस्पतालों में बेड्स, ऑक्सीजन, इंजेक्शन और दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता।

अधिक से अधिक लोगों का कोविड टीकाकरण।

कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन।

रोग-प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के उपाय।

जन-जागरूकता, किल कोरोना अभियान।

पॉजिटिव मरीजों की दर घटी- रिकवरी रेट में वृद्धि

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में पॉजिटिव मरीजों की दर लगातार घट रही है। मंगलवार को यह दर 22.76 प्रतिशत थी। जो आज घटकर कर 21.71 प्रतिशत हो गई है। इसके साथ ही रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हुई है। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। गत 23 अप्रैल को रिकवरी दर 80.41 प्रतिशत थी जो बढ़कर 81.75 प्रतिशत हो गयी है। इसके साथ रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो कल तक कुल 11 हजार 577 थी। आज 14 हजार 156 हो गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश के एक्टिव प्रकरण में आज पहली बार कमी देखने को मिली है। कल तक 94 हजार 276 एक्टिव प्रकरण थे, जो आज घटकर 92 हजार 773 हो गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश के छिंदवाड़ा, शाजापुर, पन्ना, आगर-मालवा, उमरिया, कटनी, अनूपपुर, गुना, देवास एवं बड़वानी ऐसे 10 जिले हैं जहाँ प्रतिदिन नए पॉजिटिव केसों में कमी आई है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों में नए पॉजिटिव केस निरंतर बढ़ रहे हैं। प्रदेश के इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में इन केसों में निरंतर वृद्धि हो रही है। राज्य सरकार का प्रयास है कि सभी जिलों में ऑक्सीजन और इंजेक्शन का आवश्यकतानुसार वितरण किया जा सके।

कोरोना कर्फ्यू का करायें कड़ाई से पालन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रभारी अधिकारियों से कहा कि संक्रमण की चेन तोड़ने में सबसे ज्यादा कारगर उपाय कोरोना कर्फ्यू है। जनता को प्रेरित कर इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। जनता कर्फ्यू कोई लॉकडाउन नहीं है, जनता द्वारा स्वयं संक्रमण से सुरक्षा के लिए लिया गया निर्णय है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है प्रदेश के लगभग 90 प्रतिशत ग्राम पंचायतें, अपने गाँवों में कोरोना कर्फ्यू लगाने का स्वयं संकल्प ले चुकी हैं।

लक्ष्य -:

किसी भी कीमत पर संक्रमण की चेन तोड़ना।

जिलों में पॉजिटिवटी दर को तेजी से घटाना।

जहाँ-जहाँ संक्रमण अधिक है, वहाँ माइक्रो कन्टेनमेंट एरिया बनाना।

होम आइसोलेशन और कोविड केयर सेंटर में ही लोगों को स्वस्थ करना।

कोरोना कर्फ्यू में सख्ती बढ़ाकर लोगों का अनावश्यक मूवमेंट बंद करना।

किल कोरोना अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन कर हर संभावित मरीज की पहचान।

अस्पताल में बेड्स, ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना।

नागरिकों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि।

किल कोरोना-2 अभियान को दें प्राथमिकता

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिलों के जिन क्षेत्रों में संक्रमण दर अधिक है वहाँ किल कोरोना अभियान-2 चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत रीवा, सीहोर, सतना, रायसेन, दतिया, अनूपपुर, नीमच, शिवपुरी, नरसिंहपुर और श्योपुर आदि जिले हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में माइक्रो कन्टेनमेंट क्षेत्र घोषित कर संक्रमण को वहीं रोक दें। सर्वे में संभावित मरीजों को तत्काल मेडिकल किट एवं सावधानी संबंधी ब्रोशर उपलब्ध करावाकर होम आईसोलेट कराये।

होम आइसोलेशन एवं कोविड सेंटर्स हों सक्रीय

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में आज तक 69 हजार मरीज होम आईसोलेटेड हैं। प्रयास यह होना चाहिए कि मरीजों को अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़े। वे होम आईसोलेशन में ही ठीक हो जायें। होम क्वारेन्टाइन एवं कोविड केयर सेंटर में मरीजों की देखभाल के लिए उनसे सतत संवाद रखें। जिन क्षेत्रों में संक्रमण केस अधिक आ रहे हैं, वहाँ माइक्रो प्लानिंग कर माइक्रो कन्टेन्मेंट एरिया बनायें। नए केस नहीं बढ़ने देना है, जहाँ कोरोना हो वहीं उसे खतम करें।

रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं ऑक्सीजन की आपूर्ति

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन कराये। अनावश्यक रूप से इंजेक्शन की माँग पर अंकुश लगायें। इंजेक्शन उसे मिले जिसे जरूरत हो और उतना जितनी आवश्यकता हो। सप्लाई एवं वितरण की अनावश्यक प्रतिस्पर्धा की प्रवृति जिले नहीं रखें। जितनी आवश्यकता हो उतना ही माँग रखें।

सभी संभाग में बनेगा बड़ा ऑक्सीजन प्लाँट

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक संभाग में अधिकतम 6 माह में एक-एक बड़ा ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जाये। उसके लिए स्थान सुनिश्चित करें। पीथमपुर में पुराने गैस प्लांट को सुधारा गया है, जिससे 30 से 32 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त होगी। मालनपुर में भी ऐसे ही प्रयास किये गये हैं। बीना रिफायनरी में ऑक्सीजन तो है परंतु उसे टैंकर में नहीं भरा जा सकता है अत: वहीं पर हॉस्पिटल निर्माण काराया जा रहा है। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए हम रेल, सड़क और वायु मार्ग से जरूरी ऑक्सीजन प्राप्त कर रहे हैं। इसके साथ ही भारत सरकार के साथ समन्वय कर आपूर्ति के प्रयास जारी हैं।


आज से शुरू हुआ कोविन पोर्टल और आरोग्य सेतु एप पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन,1 मई से 18 से 44 वर्ष के लोगो को भी लगेगा कोविड़ का टीका

कटनी -: 1 मई से 18 - 44 उम्र के आयुवर्ग के  व्यक्तियों का टीकाकरण प्रारंभ हो रहा है। जिसमें सम्बन्धित व्यक्ति ऑनलाइन स्वतः पंजीयन करके निर्धारित टीकाकरण स्थानों पर जाकर अपना टीकाकरण करवा सकते हैं।

कटनी जिले में वर्तमान में दो सत्र निर्धारित किये गये हैं, जिसमें इस आयुवर्ग का टीकाकरण होगा। 

ऑनलाइन पंजीयन के आधार पर ही टीकाकृत किया जाएगा।

टीकाकरण स्थल पर उक्त उम्र के व्यक्तियों की तुरंत पंजीयन की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। कोविन पोर्टल/आरोग्य सेतु के माध्यम से अपना पंजीयन कराना होगा। 

इस साइट पर जाकर कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन -; 

https://selfregistration.cowin.gov.in

कोविन पोर्टल पर प्रतिदिन की शीट निर्धारित की गयी है। शीट से अधिक व्यक्तियों का टीकाकरण नहीं होगा। 2003 के पूर्व जन्में व्यक्तियों का ही पंजीयन संभव रहेगा। पंजीयन आज 28 अप्रैल  से प्रारंभ हो चुका है।

कटनी जिले में वर्तमान 2 टीकाकरण सत्र निर्धारित किये गए हैं। जो कि कोविन पोर्टल पर प्रदर्शित होंगे।

वेक्सिनेशन केंद्र -:

1 - जिला अस्पताल, पुरानी कचहरी कटनी

2- सिविल अस्पताल विजयराघवगढ़


दमोह उपचुनाव परिणाम पर हाईकोर्ट का आदेश , जीत के जश्न पर रोक

दमोह -: दमोह उपचुनाव को लेकर हाईकोर्ट ने आदेश जारी किए हैं। याचिका पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने उप चुनाव के परिणामों पर किसी भी तरह का जश्न या रैली करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। कोर्ट ने जीत के जश्र पर पूरी तरह से रोक लगाते हुए मतगणना में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए हैं। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि चुनाव परिणाम किसी भी राजनीतिक पार्टी के पक्ष में आए। लेकिन जीत का जश्न नहीं मनाया जाएगा। हाईकोर्ट ने याचिका का अहम दिशानिर्देशों के साथ निराकरण कर दिया है। हाईकोर्ट ने यह भी कहा है कि अन्य राज्यों के चुनाव के मामले में हाईकोर्ट को हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है, लेकिन दमोह उपचुनाव को लेकर हाईकोर्ट ने आदेश जारी किए हैं. हाईकोर्ट ने कहा है कि आगामी मतगणना प्रक्रिया में कोविड गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन होना चाहिए। मतगणना स्थलों में अनावश्यक भीड़ की मौजूदगी न रहे। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग मास्क और सैनिटाइजेशन का भी पूरी तरह से इस्तेमाल होना चाहिए, ताकि कोरोना के संक्रमण पर लगाम लगाई जा सके. गौरतलब है कि इसके पहले चुनाव आयोग भी जश्न और रैलियों पर रोक लगा चुका है। लिहाजा दमोह उपचुनाव के परिणामों के बाद अब देखना होगा कि हाईकोर्ट के इस आदेश का कितना पालन किया जाता है। क्योंकि इसके पहले भी दमोह उपचुनाव में जो लापरवाही बरती गई उसका परिणाम अब न केवल दमोहवासी बल्कि पूरा मध्य प्रदेश भुगत रहा है।