कटनी, 11 जुलाई। ढीमरखेड़ा न्यायालय परिसर से पेशी के दौरान एक आरोपी के फरार हो जाने की घटना पुलिस विभाग के लिए भारी पड़ गई। मामले में ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर कटनी पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए आरक्षक कमोद कोल की एक वर्ष की वेतनवृद्धि रोक दी है।
यह मामला थाना ढीमरखेड़ा के अपराध क्रमांक 155/25 से जुड़ा है। आरोपी बल्लू सिंह पिता श्यामले सिंह, निवासी ढीमरखेड़ा, पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएं 296, 115(2), 118(1), 118(2), 351(3) व 25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज था।आरोपी को 22 जून 2025 को न्यायालय में पेश किया गया था, लेकिन वह आरक्षक को चकमा देकर फरार हो गया।
घटना के बाद मामले की विभागीय जांच करवाई गई, जिसमें आरक्षक कमोद कोल की ड्यूटी में स्पष्ट लापरवाही सामने आई। जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक ने कड़ी कार्रवाई करते हुए आरक्षक की एक साल की वेतनवृद्धि रोके जाने का आदेश जारी किया है।
“पुलिस विभाग में अनुशासन सर्वोपरि है। ड्यूटी में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
यह घटना एक बार फिर पुलिस विभाग में जवाबदेही और सतर्कता की आवश्यकता को उजागर करती है, खासकर उन परिस्थितियों में जब न्यायिक प्रक्रियाएं प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होती हैं।
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