शुक्रवार, 24 दिसंबर 2021

अंक जोतिष्य के अनुसार नया इसवी वर्ष 2022 कैसा रहेगा आपके लिए जानिए

ज्योतिष-:अंक ज्योतिष के माध्यम से इसी वर्ष 2022 का प्रभाव इस प्रकार रहेगा 

इस वर्ष का अंक 6 है यह शुक्र का अंक है एवं ध्यान से देखने पर ज्ञात होता है कि 2022 में तीन बार 2 अंक आ रहा है अतः चंद्रमा का भी इस वर्ष में विशेष प्रभाव रहेगा वैसे चंद्रमा एवं शुक्र का ज्यादातर प्रभाव एक जैसा ही होता है दोनों ही गृह सुख कारी ग्रह होते हैं और आकर्षण प्रेम प्यार लगाओ कि मुख्य ग्रह माने जाते हैं

 इस वर्ष में जिनका स्वयं का मूलांक एवं भाग्यांक 6 है उनको विशेष लाभ होने का शुभ अवसर इस वर्ष में बहुत ज्यादा है एवं जिन लोगों का मित्र अंक 6 है उन लोगों को भी इस वर्ष बहुत लाभ होने की प्रबल संभावना है

जिनका मूलांक एवं भाग्यंक 1 ओर 3 और 9 है उनके लिए यह वर्ष शत्रु वर्ष है

जिनका मूलांक वह भाग्यंक 2या 5 या 6  है उनके लिए यह वर्ष लाभकारी वर्ष है

जिनका मूलांक ओर भाग्यांक 4 या 7 और 8 है उनके लिए यह वर्ष मिश्रित प्रभाव वाला रहेगा


यह वर्ष मुख्य रूप से आम जनता के लिए सुख सुविधाओं को बढ़ाने वाला ऐश्वर्य को बढ़ाने वाला सुंदर वस्तुओं के प्रति आकर्षण ज्यादा उत्पन्न करने वाला एवं स्त्रियों के सुख की अनेक नई-नई वस्तुओं के उत्पादन का वर्ष होगा

 छोटे बालकों की स्वास्थ्य के प्रति ज्यादातर देशों की सरकारें बहुत चिंतित रहेंगे वह बच्चों के कल्याण के लिए अनेक प्रकार की दवाइयों की खोज नई की जाएगी इस वर्ष में त्योहारों पर व अन्य समारोह उत्सव पर खूब धन खर्च होने के योग हैं साथ ही लोगों के मन में उत्सवों के प्रति ज्यादा से ज्यादा लालसा व लगाव बढ़ने के योग हैं    कुरूपता से दूर ले जाने की कोशिश ज्यादा लोग करेंगे इस वर्ष में कला संगीत काव्य एवं अपनी योग्यताओं को ज्यादा आगे बढ़ाने की कोशिश ज्यादा लोग करेंगे द्रव्य का अभाव होते हुए भी अपने जीवन को अच्छा जीवन व्यतीत करने की कोशिश करेंगे

इस वर्ष में प्रेम विवाह और अपनी पसंद के विवाह करने के योग सबसे ज्यादा होंगे शुक्र का वर्ष होने से इस वर्ष में भोग विलास शान शौकत व प्रदर्शन का महत्व जरूरत से ज्यादा होगा और इन्हीं चीजों पर लोग ज्यादा से ज्यादा धन खर्च करेंगे अपने आपको ज्यादा से ज्यादा आधुनिक दिखाने के लिए लोग अनेक प्रकार के तरीके व्यवहार में लाएंगे

ज्यादातर लोगों को जीवन से उदासीनता दूर होगी रोग शोक कष्ट पीड़ा दुख तकलीफ से दूर होकर लोग अपने आपको ज्यादा से ज्यादा सुखी व खुशी में महसूस करेंगे

इस वर्ष फैशन से जुड़े लोगों को बहुत लाभ होगा सौंदर्य प्रसाधन खुशबू की चीजें  का काम सोने चांदी का काम रेडीमेड कपड़ों का काम सजावट का काम किसी भी कला से जुड़े हुए लोग संगीत चित्रकारी कलाकार एवं काव्य से जुड़े लोग गाना बजाना ट्रैवल एजेंसी का काम वाहन विक्रेता होटल रेस्टोरेंट से जुड़े लोग हलवाई मिठाई विक्रेता  वाले ठंडे पदार्थों का काम करने वाले तरल पदार्थों का काम करने वाले भी   लोग विशेष लाभ प्राप्त करेंगे  

इस वर्ष का मुख्य अंक 6 है जो कि शुक्र का अंक है इसलिए यह वर्ष अनेक प्रकार के सुख शांति व ऐश्वर्य प्रदायक वर्ष है 

================

जोतिर्विद वास्तु दैवज्ञ 

पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री 

        9993874848

||हिंदू सनातन धर्म में देहरी (चौखट) पूजन का महत्त्व जाने //

ज्योतिष-: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दहलीज़ में सभी देवी देवता निवास करते हैं, जिस कारण इसका पूजन करना शुभ होता है। कहा जाता है इसकी पूजा करने से घर में बुरी शक्तियों का प्रवेश नहीं होता। वास्तु शास्त्र में भी दहरी को खासा महत्व प्रदान है। कहा जाता है कि यही से घर और घर के सदस्यों के जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। इसलिए इसकी पूजा करनी तथा इसका दोष रहित होना अनिवार्य है। परंतु बहुत कम लोग हैं, जिन्हें दहरी पूजा करने की जानकारी नहीं है। कैसे करनी चाहिए दहरी पूजा। 


ऐसी होनी चाहिए देहरी:-

    **************

धार्मिक व वास्तु शास्त्र के अनुसार इस बात का खासा ध्यान रखना चाहिए कि देहरी टूटी-फूटी या खंडित न हो तो,अगर ऐसा हो तो उसे ठीक करवा कर उसे मजबूत और सुंदर बना लें। ये भी ख्याल रखें कि जब भी कोई व्यक्ति घर में प्रवेश करे तो दहलीज लांघकर ही आ पाए, सीधे प्रवेश न करें।


करें ये कार्य: -

   ******

घर को साफ-स्वच्छ कर पांचों दिन देहरी पूजा करें। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग नित्य देहरी पूजा करते हैं, उनके घर में स्थायी लक्ष्मी निवास करती है। 


सनातन धर्म के विशेष मौके पर घर के बाहर देली (देहली या डेल) के आसपास स्वस्तिक बनाना चाहिए और कुमकुम हल्दी डालकर उसकी दीपक से आरती उतारनी चाहिए। भगवान का पूजन करने के उपरांत अंत में देहली की पूजा करें। देहली (डेली) के दोनों ओर सातिया बनाकर उसकी पूजा करें।सातिये के ऊपर चावल की एक ढेरी बनाएं और एक-एक सुपारी पर कलवा बांधकर उसको ढेरी के ऊपर रख दें। कहा जाता है इस उपाय से धन लाभ होता है।


न करें ये कार्य:-

  *******

कभी भी दहलीज पर पैर रखकर खड़े नहीं होते,खासतौर पर दिवाली के अवसर पर ऐसा बिल्कुल नहींं करना चाहिए। इसके अलावा दहलीज पर कभी पैर नहीं पटकने चाहिए।गंदे पैर या चप्पल को रगड़कर साफ नहीं करना चाहिए। दहलीज पर खड़े रहकर कभी किसी के चरण स्वर्श नहीं करने चाहिए।इसके अतिरिक्त कई बार लोग स्वागत दहजलीज के अंदर से और विदाई दहलीज के बाहर खड़े रहकर करते हैं, परंतु धार्मिक व वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि कभी भी किसी मेहमान का स्वागत या विदाई दहलीज पर खड़े रहकर नहीं करना चाहिए

===============

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें 

जोतिर्विद वास्तु दैवज्ञ 

पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री

       9993874848