शनिवार, 22 मई 2021

किशोर की तरह जागरुक बनें,कोरोना के लक्षण दिखते ही सैम्पलिंग करायें, याद रखें, कहीं देर ना हो जाये

कटनी -: कोरोना से इस लड़ाई में सावधानी, सर्तकता और जागरुकता ही आपके हथियार हैं। इनका उपयोग करके आप अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा कर सकते हैं। एैसे ही एक उदाहरण हैं बहोरीबंद विकासखण्ड की ग्राम पंचायत ककरहटा के ग्राम बम्हौरी में रहने वाले किशोर सिंह।

            किशोर सिंह को जब पहली बार प्रारंभिक तौर पर कुछ लक्षण आयेजिससे उन्हें लगा कि कोरोना हो सकता हैतो बिना किसी विलंब के उन्होने कोरोना की जांच कराई। उनकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई। जिला कमाण्ड कन्ट्रोल रुम से उन्हें फोन आया। उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराई गई। होम आईसोलेशन के सारे नियमों का पालन करते हुये किशोर ने कोरोना से जंग जीती।

            अपना अनुभव साझा करते हुये किशोर ने बताया कि स्वयं के पॉजीटिव आने के बाद उन्होने अपने परिजनों को भी कोरोना की जांच कराने के लिये स्वास्थ्य केन्द्र भेजा। उनके भाई और बहु की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आई है। दोनों स्वास्थ्य विभाग के अमले के मार्गदर्शन में होम आईसोलेशन में रहकर अपना उपचार कर रहे हैं। किसी की भी स्थिति खराब नहीं हुई है। शीघ्र ही उनका भी होम आईसोलेशन पूरा हो जायेगा।

            किशोर सिंह की जागरुकता के कारण आज उनका पूरा परिवार इस भयावह कोरोना बीमारी से सुरक्षित रह पाया है। किशोर ने आमजन को संदेश देते हुये कहा कि कोरोना की लड़ाई में जागरुकता जरुरी है। जैसे ही कोरोना के लक्षण दिखेंतो लेट ना करें। तुरंत जाकर जांच करायें। लेट लतीफी हमारे और हमारे परिवार के लिये भारी पड़ सकती है।

पौधा लगाएँ, फोटो अपलोड करें और मुख्यमंत्री से अवार्ड पाएँ , पर्यावरण को स्वच्छ और प्राणवायु से समृद्ध बनाना है कार्यक्रम का उद्देश्य

कटनी-: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जन-जन के सहयोग से प्रदेश के हरित क्षेत्र में वृद्धि कर  पर्यावरण को स्वच्छ और प्रकृति को प्राणवायु से समृद्ध करने के उद्देश्य से अंकुर कार्यक्रम आरंभ किया गया है। कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण के लिए जन-सामान्य को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पौधा लगाने वाले चयनित विजेताओं को प्राणवायु अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा।

कार्यक्रम में भाग लेने की प्रक्रिया

            कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गूगल प्ले-स्टोर्स से ‘‘वायुदूत एप’’ डाउनलोड कर पंजीयन करना होगा। कार्यक्रम में भाग लेने वाले व्यक्ति को स्वयं के संसाधन से कम से कम एक पौधा लगाकरपौधे की फोटो एप के माध्यम से लेकर अपलोड करनी होगी। पौधा लगाने के तीस दिन बाद फिर से पौधे की नई फोटो एप पर अपलोड कर सहभागिता प्रमाण-पत्र डाउन लोड किया जा सकेगा। जिलेवार चयनित विजेताओं को प्राणवायु अवार्ड से सम्मानित किया जायेगाजिसके अंतर्गत मुख्यमंत्री द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान किया जायेगा।

सभी जिलों में होंगे नोडल अधिकारी और वेरिफायर

अंकुर कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए राज्य शासन द्वारा पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एपको) नोडल एजेंसी बनाया गया है। जिला कलेक्टर इस कार्य के लिए जिले के वरिष्ठ अधिकारी को जिला नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे। जिला नोडल अधिकारी द्वारा आवश्यकतानुसार स्थानीय वेरिफायर का नामांकन कर ‘‘वायुदूत एप’’ में उनकी प्रवृष्टि की जायेगी।