कटनी - सड़क दुर्घटना से आए दिन हो रही मौतों को देखते हुए नवागत एसपी मयंक अवस्थी और यातायात टीआई विनोद दुबे लगातार शहरीय इलाके समेत हाइवे के एक्सीडेंटल एरिया को चिन्हित कर उन्हें व्यस्थित करने में जुटे हैं जिसका अब असर भी दिखने भी लगा है... दरअसल वर्तमान ट्रैफिक टीआई के द्वारा स्पीड रडार मशीन के लिए लम्बे समय से पत्राचार किया जा रहा था जो अब जाकर जिले को मिल भी गई है इस मशीन की खूबी न सिर्फ प्रदेश सरकार के राजस्व बढ़ाने में मदद करेगी बल्कि बड़े हादसों को रोकने में भी मदद करेगी... इन हादसों की बड़ी वजह वाहनों की तेज गति होना पाया गया है जो अक्सर अनियंत्रित होकर कइयों की मौत की वजह भी बन जाते है... वही ये मशीन गाड़ियों की गति को लगभग 500मीटर से लेकर 1 किमी दूरी से ही भाप लेती है जिससे ट्रैफीक कर्मियों को उन्हें रोक कर समझना आसान हो जाएगा है। वही गाड़ियों की गति तेज पाए जाने से उनका चालान भी कटना निश्चित है जो प्रदेश सरकार के राजस्व को बढ़ाने में मदद करता है..। ट्रैफिक टीआई की माने तो इन मशीन के लिए उनके द्वारा कई बार पत्राचार किया तब जाकर उनके विभाग को ये अत्याधुनिक मशीन मिली। जिससे सड़क हादसे रोकने में मदद मिलेगी वही नियमो को तोड़ने वालों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चलानी कार्यवाही कर नकेल कसी जाएगी हालांकि हमारा मुख्य काम सड़क हादसा रोकना है जो इस स्पीड रडार गन के आने के बाद कम होने की उम्मीद है...। आपको बता दे इस तरह की मशीनें बाहरी राज्यो में उपयोग की जाती है जिससे सड़क हादसों को रोकने में बहुत हद तक मदद मिलती है अगर हम बात करे 2020 में सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या तो 100 से ज्यादा लोग इसमे शामिल है। फिलहाल अब देखना ये है ये स्पीड राडार गन कब ओर किस क्षेत्र में इंस्टॉल होती है व दुर्घटना को रोकने में कितनी कारगर साबित हो पाती है।
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