सोमवार, 14 जुलाई 2025

पाठक, पटवारी और कांग्रेस का सियासी रंग: विधायक की ऑडियो वायरल, गनमैन ने भी दी धमकी, फिर पटवारी का ही रिश्वत मांगने वाला ऑडियो वायरल

कटनी। जिले में एक पटवारी से जुड़ा ऑडियो विवाद अब पूरी तरह से सियासी अखाड़े में तब्दील हो गया है। इस 'ऑडियो वार' ने कांग्रेस और बीबीजेपी विधायक दोनों ही ने एक-दूसरे पर हमला बोलने का मौका दे दिया है, जिसमें एक राजस्वकर्मी दोनों की सियासी लड़ाई में फंसा हुआ नजर आ रहा है।

कैसे शुरू हुआ विवाद?

मामले की शुरुआत तब हुई जब कांग्रेस नेताओं ने एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया। इस ऑडियो में भाजपा विधायक संजय पाठक कथित तौर पर एक पटवारी को कड़े शब्दों में फटकारते सुनाई दे रहे हैं। सुने ऑडियो 

             विधायक संजय पाठक/पटवारी का वायरल ऑडियो 

कांग्रेस ने तुरंत इस ऑडियो को सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण बताते हुए इसे बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश की। इसके कुछ ही समय बाद, विधायक के गनमैन का एक और ऑडियो सामने आया, जिसमें वह कथित तौर पर पटवारी को कानूनी कार्रवाई की धमकी देता सुनाई दे रहा है, जिसने विवाद को और हवा दे दी। ये भी सुने 

           विधायक का गनमैन/ पटवारी की वायरल ऑडियो 


पलटवार में रिश्वत का ऑडियो वायरल

इन ऑडियो के सामने आने के बाद, विधायक संजय पाठक से जुड़े लोगों ने पलटवार करते हुए एक नया ऑडियो वायरल करना शुरू कर दिया। इस नए ऑडियो में पटवारी पर ही रिश्वत मांगने के गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। वायरल ऑडियो में पटवारी की कथित बातचीत सामने आई है, जिसमें वह पैसों की डील करते सुनाई दे रहा है। अब पटवारी और ग्रामीण के बीच बातचीत कर भी ऑडियो वायरल हुआ इसे भी सुने 

   पटवारी और ग्रामीण के बीच हुई बातचीत का वायरल ऑडियो 

यह ऑडियो सामने आने के बाद मामला और भी पेचीदा हो गया है, क्योंकि अब नैतिकता और भ्रष्टाचार का मुद्दा भी जुड़ गया है।

निष्पक्ष जांच की मांग

गौरतलब है कि वायरल हुए इन सभी ऑडियो की सत्यता की पुष्टि www.State 24 News.com नहीं करता है। यह जांच का विषय है कि ये ऑडियो कितने प्रामाणिक हैं और इनमें कही गई बातें कितनी सही हैं।

फिलहाल, इस पूरे मामले में न तो पटवारी की ओर से किसी प्रकार की आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई गई है और न ही प्रशासन या विधायक पक्ष की ओर से अब तक कोई कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। दोनों तरफ से केवल ऑडियो वायरल कर एक-दूसरे को घेरने का सिलसिला ही चलता नजर आ रहा हैं 

अब आम जनमानस की मांग है कि जिला प्रशासन इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराए और पूरे सच को उजागर करे, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। इस विवाद का पटाक्षेप कब होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।


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