मंगलवार, 1 जुलाई 2025

गलत इंजेक्शन बना मौत का कारण! अपेक्स अस्पताल में भर्ती युवक की इलाज के दौरान गई जान, जबलपुर में तोड़ा दम – आक्रोशित भीड़ ने घेरा अस्पताल

कटनी - बरगवां स्थित अपेक्स अस्पताल एक बार फिर सवालों के घेरे में है। इलाज के नाम पर लापरवाही के चलते 19 वर्षीय युवक अरुण वंशकार की मौत हो गई। आरोप है कि ऑपरेशन के बाद उसे गलत इंजेक्शन लगाया गया जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और अंततः जबलपुर रेफर किए जाने के बाद उसकी मौत हो गई।

घटना की जानकारी जैसे ही कटनी पहुंची, लोगों में आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग अस्पताल के बाहर जमा हो गए और जबरदस्त हंगामा शुरू हो गया। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए रंगनाथ नगर थाना प्रभारी सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को संभालने की कोशिश की।

ऑपरेशन के बाद बिगड़ी हालत

अरुण वंशकार, निवासी भट्टा मोहल्ला रंगनाथ नगर, को आंत की परेशानी के चलते अपेक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों के अनुसार, ऑपरेशन के बाद उसे कई इंजेक्शन लगाए गए, जिसके बाद उसकी तबीयत तेजी से बिगड़ती चली गई। हालत गंभीर होने पर उसे जबलपुर रेफर किया गया, जहां उसने देर शाम अंतिम सांस ली

लापरवाही का आरोप

मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने अस्पताल पर इलाज में लापरवाही और गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया है। भीड़ ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

प्रशासन सख्त, जांच के आदेश

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी गई है। संबंधित मेडिकल स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है।


हेमंत खंडेलवाल निर्विरोध मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष चुने गए

भोपाल - बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल को सोमवार को मध्य प्रदेश बीजेपी का प्रदेशाध्यक्ष निर्विरोध चुन लिया गया है। उन्होंने इस पद के लिए अकेले नामांकन दाखिल किया था। खंडेलवाल को सत्ता और संगठन के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की क्षमता के लिए जाना जाता है।


हेमंत खंडेलवाल का राजनीतिक सफर

हेमंत खंडेलवाल ने राजनीति की शुरुआत अपने पिता और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय कुमार खंडेलवाल के मार्गदर्शन में की। बीकॉम और एलएलबी की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह अपने पिता के साथ सक्रिय रूप से राजनीति में जुड़ गए। उनके पिता, विजय कुमार खंडेलवाल, 1996 से 2004 तक लगातार चार बार बैतूल से सांसद रहे थे।

2007 में विजय कुमार खंडेलवाल के निधन के बाद हुए लोकसभा उपचुनाव में हेमंत खंडेलवाल ने पहली बार चुनाव लड़ा और कांग्रेस के सुखदेव पांसे को हराकर सांसद बने।

संगठन में लंबा अनुभव

2008 में परिसीमन के बाद बैतूल लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हो गई। इसके बाद, पार्टी ने हेमंत खंडेलवाल की क्षमताओं को देखते हुए उन्हें 2010 में बैतूल बीजेपी का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया। उन्होंने 2013 में अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे। शिवराज सिंह चौहान की तत्कालीन सरकार में उन्हें कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां मिलीं, जिन्हें उन्होंने सफलतापूर्वक निभाया।

हेमंत खंडेलवाल भाजपा की कुशाभाऊ ठाकरे भवन निर्माण समिति के प्रमुख भी रहे हैं। उनके मार्गदर्शन में प्रदेश के कई जिलों में भाजपा के भव्य कार्यालय भवन बनकर तैयार हुए। हालांकि, उन्हें 2018 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने पार्टी और संगठन के साथ अपना जुड़ाव बनाए रखा।

2023 के विधानसभा चुनाव में, हेमंत खंडेलवाल ने शानदार वापसी करते हुए कांग्रेस के निलय डागा को बड़े अंतर से हराया और दूसरी बार विधानसभा पहुंचे। हेमंत खंडेलवाल विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा चुके हैं, जहां उन्होंने भोपाल से लेकर दिल्ली तक अपनी छाप छोड़ी है। संघ परिवार के कई प्रमुख नेताओं की "गुड लिस्ट" में उनका नाम शामिल होना भी उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में अव्वल स्थान पर लाने में सहायक रहा।


🚔 स्लीमनाबाद पुलिस ने किया बड़ी लूट का पर्दाफाश: पारधी गिरोह के सदस्य गिरफ्तार, नगदी सहित लाखों का सोना बरामद

कटनी | 
कटनी जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र में 18 जून की रात एनएच-30 पर छपरा बायपास के पास हुई सनसनीखेज लूट की वारदात का खुलासा हो गया है। इस लूट की साजिश को कुख्यात पारधी गिरोह ने अंजाम दिया था। पुलिस ने इस मामले में तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि गिरोह के तीन सदस्य अब भी फरार हैं। इस कार्रवाई में पुलिस ने करीब 43.710 ग्राम सोना और 2 हजार रुपये नकद, जिसकी बाजार कीमत लगभग 4.5 लाख रुपये है, बरामद किए हैं।


🧍🏻‍♂️ क्या है पूरा मामला?

प्राथी अखिलेश श्रीवास्तव, निवासी एमआईजी-175, मानसरोवर कॉलोनी थाना माधवनगर, कटनी ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 18 जून को रात करीब 2 बजे वे अपने दो मित्रों ओमप्रकाश शुक्ला और रामसुजान वंशकार के साथ जबलपुर से लौट रहे थे। रास्ते में छपरा स्थित टाटा कमर्शियल के पास उन्होंने बाथरूम के लिए गाड़ी रोकी, तभी अज्ञात युवकों ने चाकू अड़ाकर उनसे और उनके साथियों से लूटपाट कर दी।

लूट में आरोपियों ने अखिलेश से सोने की चेन, दो सोने की अंगूठियां, एक अष्टधातु की अंगूठी, पर्स से नकदी सहित कुल ₹2,50,000, ओमप्रकाश से ₹15,000, रामसुजान से ₹7,000 और एक लावा मोबाइल छीन लिया था।


🕵🏻‍♀️ ऐसे हुआ खुलासा

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा (भा.पु.से.) ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया और एसडीओपी स्लीमनाबाद आकांक्षा चतुर्वेदी के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम गठित की। इस टीम में स्लीमनाबाद थाना प्रभारी निरीक्षक अखलेश दाहिया, उनि सिद्धार्थ राय, अश्विनी यादव, रूपेन्द्र राजपूत (सायबर सेल), सउनि अंजनी मिश्रा, सउनि सतीश जाटव सहित तकनीकी टीम शामिल रही।

👮 गिरफ्तार आरोपी

  1. रूआ पारधी, निवासी हरदुआ मदार टेकरी, थाना कुठला
  2. संजय उर्फ संजू सोनी, निवासी चडिकानगर, थाना कुठला
  3. अंकित उर्फ अखिलेश सोनी, निवासी बालाजीनगर, कैलवारा रोड, थाना कोतवाली

इनके साथ ही तीन आरोपी राज पारधी, उजाला पारधी और टीच पारधी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।

📿 बरामद माल:

  • गला हुआ सोना – 19.600 ग्राम
  • सोने की चेन – 19.280 ग्राम
  • अंगूठी – 2.650 ग्राम
  • सोने की बाली – 2.00 ग्राम
  • सोने की खुटिया – 0.180 ग्राम
  • नकद – ₹2,000
    कुल मूल्य – ₹4,50,000 लगभग

🛍️ सराफा व्यापारियों की संलिप्तता

गिरफ्तार आरोपी रूआ पारधी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि लूट के गहने संजय सोनी और अंकित सोनी को बेचे थे। पुलिस ने इन दोनों व्यापारियों को भी आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार कर लिया है। मामले में बीएनएस की धारा 317(2)(A) के तहत संगठित अपराध के तहत कार्रवाई की जा रही है।

🔎 आरोपियों पर दर्ज अन्य मामले:

  • थाना सिहोरा (जबलपुर) – अपराध क्रमांक 378/25
  • थाना खितौला (जबलपुर) – अपराध क्रमांक 192/25
  • थाना मैहर (सतना) – अपराध क्रमांक 512/25
  • थाना कोतवाली (कटनी) – अपराध क्रमांक 529/25
  • थाना स्लीमनाबाद – अपराध क्रमांक 368/25

👏 पुलिस टीम की भूमिका सराहनीय

इस मामले की सफलता में निरीक्षक अखलेश दाहिया, उनि काशीराम झारिया, सउनि सतीश जाटव, आर विशाल शिवहरे, आर अभिषेक सिंह, आर बृजेश सिंह, सायबर सेल से प्र.आर. प्रशांत विश्वकर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

सोमवार, 30 जून 2025

🚛 हफ्तों बाद भी हवा में जांच, कोतवाली थाना क्षेत्र में ट्रक से नगदी लाखों की चोरी में चोर अब तक फरार

कटनी | कोतवाली थाना क्षेत्र के घंटाघर स्थित दौलती देवी धर्मशाला के पास कैलाश ट्रांसपोर्ट में खड़े ट्रक से हुई लाखों रुपये की चोरी के मामले में अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। घटना को हुए एक सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन चोरों का कोई सुराग नहीं लग पाया है।

गौरतलब है कि यह घटना 23 जून की रात करीब 9 बजे की है। ट्रक चालक शिवपाल सिंह राजपूत, उम्र 37 वर्ष, निवासी ग्राम अमानगंज, जिला पन्ना, ट्रक में माल लोड कराने के लिए कैलाश ट्रांसपोर्ट पहुंचे थे। ट्रक को खड़ा कर वह कुछ दूरी पर गए थे, और जब लौटे तो पाया कि ट्रक में रखे ₹4,36,000 नगद गायब थे।

चोरी की सूचना ड्राइवर ने तत्काल ट्रक मालिक को दी और फिर कोतवाली थाना जाकर अज्ञात चोरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन अब तक न तो चोरों की पहचान हो सकी है और न ही चोरी का माल बरामद किया गया है।

स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों में इस मामले को लेकर गहरी नाराज़गी है। उनका कहना है कि सार्वजनिक और भीड़भाड़ वाले इलाके में हुई चोरी के बाद भी पुलिस अब तक खाली हाथ है, जो पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है।

🔍 पुलिस का पक्ष

एफआईआर दर्ज कर ली गई है। टीम गठित कर सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है।
संतोष डेहरिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक

अब देखना यह है कि पुलिस कब तक इस मामले को सुलझा पाती है और चोरी की गई रकम की बरामदगी तथा अपराधियों की गिरफ्तारी कर पाती है।


🗳️ हाईकमान की पसंद या कार्यकर्ताओं की आवाज़? भाजपा का नया प्रदेशाध्यक्ष तय करेंगे 379 प्रतिनिधि

भोपाल | भारतीय जनता पार्टी, मध्यप्रदेश ने प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए आधिकारिक चुनावी प्रक्रिया का ऐलान कर दिया है। यह पूरी प्रक्रिया पार्टी के संविधान और केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के निर्देशों के अनुसार संपन्न होगी।









राज्य निर्वाचन अधिकारी विवेक नारायण शेजवलकर
द्वारा सोमवार को अधिसूचना जारी की गई, जिसमें 1 जुलाई और 2 जुलाई को चुनाव की विस्तृत रूपरेखा तय की गई है।

📋 चुनाव कार्यक्रम इस प्रकार रहेगा:

  • नामांकन पत्र जमा करना: 1 जुलाई 2025 | शाम 4:30 से 6:30 बजे
  • नामांकन पत्रों की जांच: 1 जुलाई | शाम 6:30 से 7:30 बजे
  • नाम वापसी: 1 जुलाई | शाम 7:30 से 8:00 बजे
  • अंतिम सूची जारी: 1 जुलाई | रात 8:30 बजे
  • (यदि आवश्यक हुआ तो) मतदान: 2 जुलाई | प्रातः 11:00 से दोपहर 2:00 बजे
  • मतगणना व परिणाम घोषणा: 2 जुलाई | दोपहर 2:00 बजे

🔸 379 प्रतिनिधि चुनेंगे नया अध्यक्ष

प्रदेश संगठन पर्व के तहत यह चुनाव कराया जा रहा है, जिसमें प्रदेश भाजपा के कुल 379 निर्वाचित प्रतिनिधि अपने मताधिकार का प्रयोग कर पार्टी का अगला प्रदेश अध्यक्ष तय करेंगे।
इसके साथ ही राष्ट्रीय परिषद के 44 सदस्यों का भी निर्वाचन इसी प्रक्रिया के अंतर्गत पूर्ण किया जाएगा।

राज्य निर्वाचन अधिकारी शेजवलकर ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी पद के लिए एक से अधिक नामांकन जमा होते हैं, तभी मतदान कराया जाएगा। अन्यथा निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की जा सकती है।


🗣️ राजनीतिक विश्लेषण:

“प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव संगठन की दिशा और आगामी चुनावी रणनीतियों को आकार देगा। हाईकमान की पसंद और कार्यकर्ताओं की अपेक्षाएं—दोनों के बीच संतुलन बनाना इस चुनाव की सबसे बड़ी चुनौती है।”


भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर दिल्ली की मुहर तय: सबकी पसंद या सिर्फ 'मोहन' की पसंद?

भोपाल: मध्यप्रदेश भाजपा के अगले अध्यक्ष का फैसला अब दिल्ली के हाथों में है। सबकी निगाहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की जोड़ी पर टिकी हैं, जो इस बार नए प्रदेश अध्यक्ष का भाग्य तय करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का इस बार सीधा दखल नहीं होगा और अंतिम नाम 'डाकिया' यानी धर्मेंद्र प्रधान के जरिए भोपाल पहुंचेगा।

रेस में कई पुराने चेहरे शामिल हैं, जिनमें मौजूदा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा, प्रह्लाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर प्रमुख हैं। धर्मेंद्र प्रधान को भी दिल्ली से निर्देश लाने वाले चेहरे के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि, यदि विभिन्न खेमों के बीच सहमति नहीं बन पाई, तो पार्टी एक अप्रत्याशित नाम सामने ला सकती है, जिसे कार्यकर्ता "लॉटरी लगना" कहते हैं। इससे मौजूदा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा की वापसी की संभावना भी बनी हुई है।

जातीय संतुलन के लिहाज से यह पद महत्वपूर्ण है। "बामन" (ब्राह्मण) और "बनिया" (वैश्य) वर्ग के बीच हमेशा से खींचतान रही है, लेकिन इस बार सिंधी समुदाय से भी एक नाम उभरने की चर्चा है।

यह फैसला केवल संगठन का चेहरा तय नहीं करेगा, बल्कि आगामी चुनावों में मुख्यमंत्री पद के चेहरे की राह भी तय करेगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह नियुक्ति 2028 विधानसभा और 2029 लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की पिच तैयार करेगी। पार्टी के लिए जमीनी पकड़, हाईकमान से नजदीकी और जातीय संतुलन तीनों का संतुलन साधना एक बड़ी चुनौती होगी।


"हैलो, मंत्री जी आप बंगले पर हैं?" — छात्र को मिल रहे हैं रोज VVIP कॉल, जानिए क्यों

भोपाल। सोचिए अगर आपके मोबाइल पर रोजाना मंत्रियों, अफसरों और बड़े नेताओं के फोन आएं — और सब आपको मंत्री समझकर सरकारी काम, शिकायतें या मीटिंग की मांग करें? भोपाल के एक कॉलेज छात्र को इस अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।

हकीकत यह है कि छात्र को हाल ही में जो मोबाइल नंबर मिला, वह पहले मध्यप्रदेश सरकार के एक कैबिनेट मंत्री के पास था। मंत्री ने जब नंबर बंद करवा दिया, तो टेलीकॉम कंपनी ने नियम अनुसार वह नंबर नए ग्राहक को अलॉट कर दिया — और वह ग्राहक बना भोपाल का एक साधारण छात्र।

📞 अब रोज आते हैं VIP कॉल

इस नए नंबर पर अब भी सरकारी अफसर, पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक फोन कर रहे हैं। कोई कहता है, "मंत्री जी, आप बंगले पर हैं?" तो कोई कहता है, "फाइल पर साइन चाहिए थे सर।"

छात्र को दिनभर कई ऐसे फोन आते हैं, जिनमें लोग समस्या लेकर पहुंचते हैं या समय मांगते हैं। छात्र ने कई बार समझाया कि वह कोई मंत्री नहीं है, पर कॉलर्स उसकी बात मानने को तैयार नहीं होते — उल्टा उसे मंत्री का स्टाफ समझकर आदेश सुनाने लगते हैं।

📵 नंबर से तंग आकर उठाया ये कदम

लगातार हो रही असुविधा के चलते छात्र ने अब नंबर को रिचार्ज कराना बंद कर दिया है ताकि कॉल न आएं। वह सिर्फ वाई-फाई के जरिए WhatsApp चलाता है।
WhatsApp पर उसने डिस्प्ले पिक्चर और स्टेटस बदलकर साफ-साफ लिख दिया है:

“यह नंबर मंत्री महोदय का नहीं है, कृपया कार्यालय से संपर्क करें और नया नंबर लें।”

🤷‍♂️ टेलीकॉम कंपनी बोली — ये तो सामान्य प्रक्रिया है

इस पूरे मामले पर जब संबंधित टेलीकॉम कंपनी से बात की गई तो उनका कहना था कि,

“पुराने नंबरों को कुछ समय बाद नए ग्राहकों को अलॉट किया जाता है। यह सामान्य प्रक्रिया है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए कोई विशेष सिस्टम नहीं है।”

😅 शुरुआत में लगा मजेदार, अब बन गई परेशानी

छात्र ने बताया कि शुरू में जब बड़े लोगों के कॉल आते थे तो उसे मज़ा आता था, लेकिन अब यह स्थिति परेशान करने वाली हो गई है। लोगों को बार-बार समझाना, उनकी उम्मीदें और रौब झेलना उसके लिए रोज़ की मुसीबत बन गया है।