शुक्रवार, 4 जुलाई 2025

स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से जाम, बच्चों ने खुद हटाया बंद ऑटो: सागर पुलिया से तारा मोटर्स तक जाम में फंसा शहर

कटनी | शहर के व्यस्ततम इलाके मिशन चौक से लेकर तारा मोटर्स शोरूम तक शुक्रवार को दोपहर में एक बार फिर लंबे ट्रैफिक जाम ने लोगों की रफ्तार थाम दी। सागर पुलिया के नीचे एक स्कूली ऑटो अचानक बंद हो गया। लेकिन सबसे बड़ी बात ये रही कि जाम में फंसे स्कूली बच्चे खुद ऑटो से उतर आए और मिलकर धक्का लगाकर उसे किनारे किया — ताकि ट्रैफिक फिर से शुरू हो सके।

स्कूल के बाहर ही खड़े होते हैं वाहन, रोज लगता है जाम

स्थानीय लोगों के मुताबिक, मिशन चौक स्थित बार्डस्ले स्कूल के बाहर न तो किसी तरह की पार्किंग व्यवस्था है और न ही ऑटो चालकों के लिए कोई निश्चित जगह। स्कूल की छुट्टी के समय बच्चों को लेने आए परिजन व ऑटोचालक सड़क पर ही वाहन खड़े कर देते हैं। यही वजह है कि मिशन चौक से लेकर सागर पुलिया और बरगवां मार्ग तक हर रोज जाम लग रहा है।

प्रबंधन की अनदेखी, शहर भुगत रहा है

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन की यह लगातार लापरवाही अब पूरे शहर के लिए मुसीबत बन गई है। वाहन सड़क पर खड़े करने की प्रवृत्ति न सिर्फ ट्रैफिक जाम का कारण बन रही है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा पर भी प्रश्नचिह्न खड़े कर रही है।

     शहरवासियों द्वारा जिम्मेदारों से मांग की जा रही है कि स्कूल के बाहर समुचित पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि हर दिन लगने वाले इस जाम से शहर को राहत मिल सके।

कटनी के उद्योगपति परिवार में मातम: मनीष गेई के बड़े भाई अजय गेई ने खुद को मारी गोली

कटनी |कटनी शहर के प्रतिष्ठित उद्योगपति मनीष गेई के बड़े भाई अजय गेई ने बीती रात अपने ही निजी बंगले में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह हृदय विदारक घटना मध्यरात्रि करीब 1:30 बजे की बताई जा रही है, जो माधवनगर स्थित उनके निजी बंगले में घटी।

मौके पर ही हो गई मौत

पुलिस सूत्रों के अनुसार, अजय गेई ने रेस्ट हाउस के एक कमरे में खुद को सिर में गोली मारी, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव के कारण मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गई। घटना के समय घर में परिवार के अन्य सदस्य सो रहे थे।

 घटना के वक्त मनीष गेई नहीं थे मौजूद

बताया जा रहा है कि अजय गेई के छोटे भाई मनीष गेई किसी कार्यवश नागपुर गए हुए थे और घटना की सूचना मिलते ही वे तत्काल कटनी लौटने के लिए रवाना हो गए हैं।

🕵️‍♀️ पारिवारिक विवाद की आशंका

फिलहाल आत्महत्या के पीछे के कारण स्पष्ट नहीं हो सके हैं। पुलिस ने शुरुआती जांच में इसे पारिवारिक विवाद से जोड़कर देखा है। घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए हैं और जांच प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।

शहर में शोक की लहर

इस घटना से कटनी के व्यवसायिक और सामाजिक जगत में गहरा शोक व्याप्त है। अजय गेई शहर में एक शांत और सौम्य व्यक्तित्व के रूप में जाने जाते थे।

गुरुवार, 3 जुलाई 2025

मुख्यालय के साये में 'हुक्के' का धंधा! NH-7 और ऑलिव रेस्टोरेंट में छापा, भारी मात्रा में सामग्री जब्त

कटनी | जिला मुख्यालय से महज़ चंद कदमों की दूरी पर स्थित दो रेस्टोरेंट्स में अवैध रूप से संचालित हो रहे हुक्का बारों पर जिला प्रशासन, आबकारी और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।

कलेक्टर कार्यालय गेट के सामने संचालित NH 7अवैध हुक्का बार 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, बरगवां इलाके के ऑलिव रेस्टोरेंट एंड कैफे तथा मधनगर थाना क्षेत्र स्थित होटल एंड रेस्टोरेंट NH-07 में लंबे समय से अवैध रूप से हुक्का बार संचालित किए जाने की शिकायतें मिल रही थीं। इस पर कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के निर्देश पर संयुक्त टीम ने छापा मारा।

🔍 क्या-क्या जब्त हुआ?

कार्रवाई के दौरान अधिकारियों ने अधिक मात्रा  हुक्का सेट,  फ्लेवर, कोयला, पाइप और अन्य हुक्का उपकरण को ज़ब्त किया है।

रेस्टोरेंट ऑलिव के संचालक योगेश रावलानी और NH-07 के संचालक अभिषेक बगड़िया के खिलाफ प्रासंगिक धाराओं में प्रकरण दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

👮‍♂️ प्रशासन का सख्त संदेश

अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के अवैध कारोबार पर सख्ती से अंकुश लगाया जाएगा, विशेष रूप से जहां सार्वजनिक स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था को चुनौती दी जा रही हो।

📝 नगर में अवैध रूप से संचालित अन्य हुक्का बारों की भी अब जांच की जा रही है। प्रशासन ने यह संकेत दे दिया है कि अगली कार्रवाइयाँ और भी कड़ी होंगी।

ऑलिव कैफे एंड रेस्टोरेंट पर एक साथ तीन विभागों द्वारा कार्यवाही कर अवैध तरीके से हुक्का बार संचालन का खुलासा

कटनी | रंगनाथ थाना क्षेत्र स्थित ऑलिव कैफे एंड रेस्टोरेंट में आज उस समय हड़कंप मच गया, जब पुलिस, राजस्व विभाग और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने छापा मार कार्रवाई की। यह कार्रवाई अवैध रूप से हुक्का बार संचालित किए जाने की सूचना पर की गई।

जांच के दौरान टीम ने मौके से दो हुक्का सेट और कई प्रकार के फ्लेवर बरामद किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि कैफे में बिना अनुमति के हुक्का सर्व किया जा रहा था, जो कानूनन प्रतिबंधित है।

अधिकारियों ने बताया कि—

> "कैफे संचालक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। यह स्पष्ट रूप से अवैध हुक्का बार का संचालन प्रतीत होता है। आबकारी कानून और सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़े नियमों का उल्लंघन किया गया है।"

कार्यवाही के चलते क्षेत्र में कुछ समय के लिए अफरा-तफरी की स्थिति बन गई थी, लेकिन बाद में स्थिति सामान्य हो गई। प्रशासन ने साफ किया है कि ऐसे अवैध संचालन पर सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

मंगलवार, 1 जुलाई 2025

गलत इंजेक्शन बना मौत का कारण! अपेक्स अस्पताल में भर्ती युवक की इलाज के दौरान गई जान, जबलपुर में तोड़ा दम – आक्रोशित भीड़ ने घेरा अस्पताल

कटनी - बरगवां स्थित अपेक्स अस्पताल एक बार फिर सवालों के घेरे में है। इलाज के नाम पर लापरवाही के चलते 19 वर्षीय युवक अरुण वंशकार की मौत हो गई। आरोप है कि ऑपरेशन के बाद उसे गलत इंजेक्शन लगाया गया जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और अंततः जबलपुर रेफर किए जाने के बाद उसकी मौत हो गई।

घटना की जानकारी जैसे ही कटनी पहुंची, लोगों में आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग अस्पताल के बाहर जमा हो गए और जबरदस्त हंगामा शुरू हो गया। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए रंगनाथ नगर थाना प्रभारी सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को संभालने की कोशिश की।

ऑपरेशन के बाद बिगड़ी हालत

अरुण वंशकार, निवासी भट्टा मोहल्ला रंगनाथ नगर, को आंत की परेशानी के चलते अपेक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों के अनुसार, ऑपरेशन के बाद उसे कई इंजेक्शन लगाए गए, जिसके बाद उसकी तबीयत तेजी से बिगड़ती चली गई। हालत गंभीर होने पर उसे जबलपुर रेफर किया गया, जहां उसने देर शाम अंतिम सांस ली

लापरवाही का आरोप

मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने अस्पताल पर इलाज में लापरवाही और गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया है। भीड़ ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

प्रशासन सख्त, जांच के आदेश

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी गई है। संबंधित मेडिकल स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है।


हेमंत खंडेलवाल निर्विरोध मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष चुने गए

भोपाल - बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल को सोमवार को मध्य प्रदेश बीजेपी का प्रदेशाध्यक्ष निर्विरोध चुन लिया गया है। उन्होंने इस पद के लिए अकेले नामांकन दाखिल किया था। खंडेलवाल को सत्ता और संगठन के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की क्षमता के लिए जाना जाता है।


हेमंत खंडेलवाल का राजनीतिक सफर

हेमंत खंडेलवाल ने राजनीति की शुरुआत अपने पिता और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय कुमार खंडेलवाल के मार्गदर्शन में की। बीकॉम और एलएलबी की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह अपने पिता के साथ सक्रिय रूप से राजनीति में जुड़ गए। उनके पिता, विजय कुमार खंडेलवाल, 1996 से 2004 तक लगातार चार बार बैतूल से सांसद रहे थे।

2007 में विजय कुमार खंडेलवाल के निधन के बाद हुए लोकसभा उपचुनाव में हेमंत खंडेलवाल ने पहली बार चुनाव लड़ा और कांग्रेस के सुखदेव पांसे को हराकर सांसद बने।

संगठन में लंबा अनुभव

2008 में परिसीमन के बाद बैतूल लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हो गई। इसके बाद, पार्टी ने हेमंत खंडेलवाल की क्षमताओं को देखते हुए उन्हें 2010 में बैतूल बीजेपी का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया। उन्होंने 2013 में अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे। शिवराज सिंह चौहान की तत्कालीन सरकार में उन्हें कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां मिलीं, जिन्हें उन्होंने सफलतापूर्वक निभाया।

हेमंत खंडेलवाल भाजपा की कुशाभाऊ ठाकरे भवन निर्माण समिति के प्रमुख भी रहे हैं। उनके मार्गदर्शन में प्रदेश के कई जिलों में भाजपा के भव्य कार्यालय भवन बनकर तैयार हुए। हालांकि, उन्हें 2018 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने पार्टी और संगठन के साथ अपना जुड़ाव बनाए रखा।

2023 के विधानसभा चुनाव में, हेमंत खंडेलवाल ने शानदार वापसी करते हुए कांग्रेस के निलय डागा को बड़े अंतर से हराया और दूसरी बार विधानसभा पहुंचे। हेमंत खंडेलवाल विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभा चुके हैं, जहां उन्होंने भोपाल से लेकर दिल्ली तक अपनी छाप छोड़ी है। संघ परिवार के कई प्रमुख नेताओं की "गुड लिस्ट" में उनका नाम शामिल होना भी उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में अव्वल स्थान पर लाने में सहायक रहा।


🚔 स्लीमनाबाद पुलिस ने किया बड़ी लूट का पर्दाफाश: पारधी गिरोह के सदस्य गिरफ्तार, नगदी सहित लाखों का सोना बरामद

कटनी | 
कटनी जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र में 18 जून की रात एनएच-30 पर छपरा बायपास के पास हुई सनसनीखेज लूट की वारदात का खुलासा हो गया है। इस लूट की साजिश को कुख्यात पारधी गिरोह ने अंजाम दिया था। पुलिस ने इस मामले में तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि गिरोह के तीन सदस्य अब भी फरार हैं। इस कार्रवाई में पुलिस ने करीब 43.710 ग्राम सोना और 2 हजार रुपये नकद, जिसकी बाजार कीमत लगभग 4.5 लाख रुपये है, बरामद किए हैं।


🧍🏻‍♂️ क्या है पूरा मामला?

प्राथी अखिलेश श्रीवास्तव, निवासी एमआईजी-175, मानसरोवर कॉलोनी थाना माधवनगर, कटनी ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 18 जून को रात करीब 2 बजे वे अपने दो मित्रों ओमप्रकाश शुक्ला और रामसुजान वंशकार के साथ जबलपुर से लौट रहे थे। रास्ते में छपरा स्थित टाटा कमर्शियल के पास उन्होंने बाथरूम के लिए गाड़ी रोकी, तभी अज्ञात युवकों ने चाकू अड़ाकर उनसे और उनके साथियों से लूटपाट कर दी।

लूट में आरोपियों ने अखिलेश से सोने की चेन, दो सोने की अंगूठियां, एक अष्टधातु की अंगूठी, पर्स से नकदी सहित कुल ₹2,50,000, ओमप्रकाश से ₹15,000, रामसुजान से ₹7,000 और एक लावा मोबाइल छीन लिया था।


🕵🏻‍♀️ ऐसे हुआ खुलासा

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा (भा.पु.से.) ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया और एसडीओपी स्लीमनाबाद आकांक्षा चतुर्वेदी के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम गठित की। इस टीम में स्लीमनाबाद थाना प्रभारी निरीक्षक अखलेश दाहिया, उनि सिद्धार्थ राय, अश्विनी यादव, रूपेन्द्र राजपूत (सायबर सेल), सउनि अंजनी मिश्रा, सउनि सतीश जाटव सहित तकनीकी टीम शामिल रही।

👮 गिरफ्तार आरोपी

  1. रूआ पारधी, निवासी हरदुआ मदार टेकरी, थाना कुठला
  2. संजय उर्फ संजू सोनी, निवासी चडिकानगर, थाना कुठला
  3. अंकित उर्फ अखिलेश सोनी, निवासी बालाजीनगर, कैलवारा रोड, थाना कोतवाली

इनके साथ ही तीन आरोपी राज पारधी, उजाला पारधी और टीच पारधी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।

📿 बरामद माल:

  • गला हुआ सोना – 19.600 ग्राम
  • सोने की चेन – 19.280 ग्राम
  • अंगूठी – 2.650 ग्राम
  • सोने की बाली – 2.00 ग्राम
  • सोने की खुटिया – 0.180 ग्राम
  • नकद – ₹2,000
    कुल मूल्य – ₹4,50,000 लगभग

🛍️ सराफा व्यापारियों की संलिप्तता

गिरफ्तार आरोपी रूआ पारधी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि लूट के गहने संजय सोनी और अंकित सोनी को बेचे थे। पुलिस ने इन दोनों व्यापारियों को भी आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार कर लिया है। मामले में बीएनएस की धारा 317(2)(A) के तहत संगठित अपराध के तहत कार्रवाई की जा रही है।

🔎 आरोपियों पर दर्ज अन्य मामले:

  • थाना सिहोरा (जबलपुर) – अपराध क्रमांक 378/25
  • थाना खितौला (जबलपुर) – अपराध क्रमांक 192/25
  • थाना मैहर (सतना) – अपराध क्रमांक 512/25
  • थाना कोतवाली (कटनी) – अपराध क्रमांक 529/25
  • थाना स्लीमनाबाद – अपराध क्रमांक 368/25

👏 पुलिस टीम की भूमिका सराहनीय

इस मामले की सफलता में निरीक्षक अखलेश दाहिया, उनि काशीराम झारिया, सउनि सतीश जाटव, आर विशाल शिवहरे, आर अभिषेक सिंह, आर बृजेश सिंह, सायबर सेल से प्र.आर. प्रशांत विश्वकर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।