सोमवार, 14 जुलाई 2025

वार्ड नंबर 3 बल्लभ नगर की बदहाल सड़कें बनी मुसीबत, बच्चों का स्कूल जाना भी मुश्किल

कटनी। वार्ड नंबर 3 बल्लभ नगर की सड़कों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। गड्ढों और कीचड़ से भरी गलियों ने मोहल्लेवासियों की दिनचर्या ही ठप कर दी है। हालात ऐसे हैं कि बच्चे स्कूल और कोचिंग तक नहीं जा पा रहे।


स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद नगर निगम के जिम्मेदारों ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। बारिश में स्थिति और भी बदतर हो गई है। लोग गड्ढों में गिरने से चोटिल हो रहे हैं, वहीं बुजुर्ग और महिलाएं घरों में कैद होकर रह गए हैं।

लोगों ने जल्द समाधान की उठाई मांग

वार्डवासियों ने अधिकारियों से जल्द से जल्द सड़क सुधारने और जलभराव की समस्या का समाधान कराने की मांग की है। लोगों का कहना है कि अगर जल्दी समाधान नहीं किया गया तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।

पुलिस विभाग ने खोया जांबाज़ अधिकारी, सड़क हादसे में SI नीलेश बड़कुर का निधन , महकमे में शोक की लहर

नरसिंहपुर। जिले से दुखद खबर सामने आई है। गाडरवारा थाना में पदस्थ सब-इंस्पेक्टर नीलेश बड़कुर का एक भीषण सड़क हादसे में आकस्मिक निधन हो गया। वह विभाग के होनहार, ईमानदार और कर्मठ अधिकारियों में गिने जाते थे।

जानकारी के अनुसार, ड्यूटी के सिलसिले में वह उदयपुर-बरेली रोड की ओर गए थे, जहां एक अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

पुलिस विभाग में शोक की लहर

इस हादसे की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। रायसेन पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर घटना की जांच की जा रही है। गाडरवारा थाना के सहकर्मी और जिले के अधिकारी स्तब्ध हैं।

अंतिम विदाई में उमड़ा जनसैलाब

इस जांबाज़ अधिकारी को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए। पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी।

यह हादसा सिर्फ पुलिस विभाग के लिए ही नहीं, बल्कि बड़कुर परिवार के लिए भी अपूरणीय क्षति है।

रीवा: SGMH के डॉक्टर निलंबित, नर्सिंग स्टाफ से बदसलूकी का आरोप

रीवा। रीवा के श्याम शाह मेडिकल कॉलेज (SGMH) में लंबे समय से चल रहे डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के विवाद में आखिरकार कार्रवाई हो गई है। ईएनटी विभाग के डॉ. अशरफ को नर्सिंग स्टाफ के साथ अभद्रता और उत्पीड़न के आरोपों के चलते निलंबित कर दिया गया है। कॉलेज के डीन ने मध्य प्रदेश सिविल सेवा नियमों के उल्लंघन को देखते हुए तत्काल प्रभाव से उनके निलंबन का आदेश जारी किया है।

आखिर क्यों हुई कार्रवाई?

डॉ. अशरफ के खिलाफ लगभग 80 नर्सों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। नर्सों ने आरोप लगाया था कि डॉ. अशरफ उनके साथ गाली-गलौज करते हैं, अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं और पेशेवर सीमाओं का उल्लंघन करते हुए उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। इन्हीं गंभीर आरोपों के आधार पर यह निलंबन का फैसला लिया गया है।

जांच जारी, डीन कार्यालय से संबद्ध

जिला प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक जांच समिति का गठन किया है। यह समिति डॉ. अशरफ के खिलाफ लगाए गए आरोपों की विस्तार से पड़ताल कर रही है। जांच पूरी होने तक डॉ. अशरफ को डीन कार्यालय से संबद्ध रखा गया है।

निलंबन आदेश में क्या है?

डीन कार्यालय द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि डॉ. अशरफ के कृत्यों से नर्सिंग स्टाफ में मानसिक असुविधा, असुरक्षा और अपमान का माहौल बना। यह आचरण मध्य प्रदेश सिविल सेवा नियमों और आदर्श सेवा विनियमों के प्रतिकूल है, जिसके कारण उनका निलंबन आवश्यक हो गया।

नर्सिंग स्टाफ ने जताया संतोष, कड़ी कार्रवाई की मांग

इस निलंबन आदेश पर नर्सिंग स्टाफ ने आंशिक संतोष व्यक्त किया है। हालांकि, उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच और डॉ. अशरफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग जारी रखी है। रीवा मेडिकल कॉलेज प्रशासन फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।


कटनी निवासी महिला से हैवानियत: प्रेमी और उसके ममेरे भाई ने किया गैंगरेप, गर्भवती होने के बावजूद नहीं आई रहम, घाटी में फेंका

कटनी/दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। कटनी निवासी सात माह की गर्भवती महिला को उसके ही प्रेमी और उसके ममेरे भाई ने मिलकर दरिंदगी का शिकार बनाया। दोनों ने महिला के गर्भवती होने की हालत को नजरअंदाज करते हुए न केवल उससे रेप किया, बल्कि मारपीट कर खाई में भी फेंक दिया।

घटना दमोह जिले के जबेरा थाना क्षेत्र के तेलन मार्ग की है। प्रेमी ने महिला को झांसे में लेकर सुनसान इलाके में बुलाया। वहां पहले खुद रेप किया और फिर अपने ममेरे भाई से भी रेप करवाया। इसके बाद दोनों ने उसे बुरी तरह पीटा और घाटी में फेंक कर फरार हो गए।

घायल अवस्था में मिली महिला की मदद पौंडी के सरपंच मनोज राय और स्थानीय निवासी साहब पटेल ने की। महिला को जबेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है।

महिला ने बयान में बताया कि वह कटनी की रहने वाली है और आरोपी उसका प्रेमी था, जिसने शादी का झांसा देकर पहले संबंध बनाए और फिर गर्भवती होने पर उसे जान से मारने की साजिश रची।

कटनी पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के खिलाफ गैंगरेप, हत्या के प्रयास और अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

कटनी और दमोह जिले की पुलिस मामले की जांच में जुटी है। घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है और आरोपियों को कड़ी सजा की मांग की जा रही है।

कटनी :- अवैध शराब पर कार्रवाई जारी, लेकिन सप्लाई चेन का सुराग तक नहीं—सिर्फ छुटभैयों पर कार्रवाई, ठेकेदार पर कब...?

कटनी। जिले में स्लीमनाबाद पुलिस ने लगातार कार्रवाई कर एक बार फिर करीब 30 हजार रुपये की अवैध शराब जब्त कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि पुलिस ने सफलता का दावा किया है, मगर असली सवाल जस का तस है—आखिर इन शराब की खेपें आ कहां से रही हैं?

पुलिस रिकॉर्ड देखें तो बीते एक महीने से लगातार अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई हो रही है, लेकिन आज तक यह पता नहीं चल पाया कि इस अवैध शराब का असली स्रोत क्या है और किन लाइसेंसी शराब दुकानों से यह अवैध पैकारी चुपचाप चलाई जा रही है। सवाल उठ रहे हैं कि कहीं पुलिस सिर्फ छुटभैयों को पकड़कर औपचारिकता पूरी कर रही है और बड़े ठेकेदारों को बचाने का काम तो नहीं कर रही?

स्थानीय लोग भी अब सवाल उठाने लगे हैं कि क्या पुलिस जानबूझकर मुख्य सप्लायर और ठेकेदारों की जांच से परहेज कर रही है? कार्रवाई का पूरा फोकस सिर्फ पकड़ाई में आने वाले छोटे पैमाने के तस्करों तक सीमित क्यों है?

कार्रवाई में तीन गिरफ्तार
थाना स्लीमनाबाद पुलिस ने ग्राम कौड़िया में दबिश देकर तीन आरोपियों घनश्याम उर्फ मंटू, सूर्यकांत उर्फ संतु और प्रदीप उर्फ विक्की को पकड़ा। उनके कब्जे से 24 बोतल अंग्रेजी और 141 पाव देसी प्लेन शराब जब्त की गई।

कुल जब्त शराब – कीमत करीब 29,700 रुपये।
आरोपियों पर आबकारी एक्ट की धारा 34(ए) के तहत केस दर्ज किया गया है।

फिलहाल कार्रवाई को लेकर सवालों का सिलसिला तेज हो गया है—क्या पुलिस को असली नेटवर्क का खुलासा करने से कोई रोक रहा है?

पाठक, पटवारी और कांग्रेस का सियासी रंग: विधायक की ऑडियो वायरल, गनमैन ने भी दी धमकी, फिर पटवारी का ही रिश्वत मांगने वाला ऑडियो वायरल

कटनी। जिले में एक पटवारी से जुड़ा ऑडियो विवाद अब पूरी तरह से सियासी अखाड़े में तब्दील हो गया है। इस 'ऑडियो वार' ने कांग्रेस और बीबीजेपी विधायक दोनों ही ने एक-दूसरे पर हमला बोलने का मौका दे दिया है, जिसमें एक राजस्वकर्मी दोनों की सियासी लड़ाई में फंसा हुआ नजर आ रहा है।

कैसे शुरू हुआ विवाद?

मामले की शुरुआत तब हुई जब कांग्रेस नेताओं ने एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया। इस ऑडियो में भाजपा विधायक संजय पाठक कथित तौर पर एक पटवारी को कड़े शब्दों में फटकारते सुनाई दे रहे हैं। सुने ऑडियो 

             विधायक संजय पाठक/पटवारी का वायरल ऑडियो 

कांग्रेस ने तुरंत इस ऑडियो को सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण बताते हुए इसे बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश की। इसके कुछ ही समय बाद, विधायक के गनमैन का एक और ऑडियो सामने आया, जिसमें वह कथित तौर पर पटवारी को कानूनी कार्रवाई की धमकी देता सुनाई दे रहा है, जिसने विवाद को और हवा दे दी। ये भी सुने 

           विधायक का गनमैन/ पटवारी की वायरल ऑडियो 


पलटवार में रिश्वत का ऑडियो वायरल

इन ऑडियो के सामने आने के बाद, विधायक संजय पाठक से जुड़े लोगों ने पलटवार करते हुए एक नया ऑडियो वायरल करना शुरू कर दिया। इस नए ऑडियो में पटवारी पर ही रिश्वत मांगने के गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। वायरल ऑडियो में पटवारी की कथित बातचीत सामने आई है, जिसमें वह पैसों की डील करते सुनाई दे रहा है। अब पटवारी और ग्रामीण के बीच बातचीत कर भी ऑडियो वायरल हुआ इसे भी सुने 

   पटवारी और ग्रामीण के बीच हुई बातचीत का वायरल ऑडियो 

यह ऑडियो सामने आने के बाद मामला और भी पेचीदा हो गया है, क्योंकि अब नैतिकता और भ्रष्टाचार का मुद्दा भी जुड़ गया है।

निष्पक्ष जांच की मांग

गौरतलब है कि वायरल हुए इन सभी ऑडियो की सत्यता की पुष्टि www.State 24 News.com नहीं करता है। यह जांच का विषय है कि ये ऑडियो कितने प्रामाणिक हैं और इनमें कही गई बातें कितनी सही हैं।

फिलहाल, इस पूरे मामले में न तो पटवारी की ओर से किसी प्रकार की आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई गई है और न ही प्रशासन या विधायक पक्ष की ओर से अब तक कोई कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। दोनों तरफ से केवल ऑडियो वायरल कर एक-दूसरे को घेरने का सिलसिला ही चलता नजर आ रहा हैं 

अब आम जनमानस की मांग है कि जिला प्रशासन इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराए और पूरे सच को उजागर करे, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। इस विवाद का पटाक्षेप कब होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।


कटनी पुलिस का बड़ा एक्शन: कॉम्बिंग गश्त में 120 वारंटी गिरफ्तार, अपराधियों पर कसा शिकंजा

कटनी, 14 जुलाई 2025 – जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और आपराधिक तत्वों पर प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से कटनी पुलिस ने एक सघन "कॉम्बिंग गश्त" अभियान चलाया। इस बड़े एक्शन के तहत, पुलिस ने कुल 120 वारंटियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जिसमें 83 गिरफ्तारी वारंटी और 37 स्थाई वारंटी शामिल हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में चलाए गए इस विशेष अभियान में थाना प्रभारी, उप निरीक्षक, प्रधान आरक्षक, आरक्षक, साइबर सेल और विशेष बल की टीमों ने संयुक्त रूप से हिस्सा लिया। यह गश्त अभियान विशेष रूप से अत्यधिक संवेदनशील और आपराधिक गतिविधियों से प्रभावित क्षेत्रों पर केंद्रित रहा।

अभियान के मुख्य बिंदु और कार्रवाई

कॉम्बिंग गश्त के दौरान पुलिस ने विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया और कई प्रभावी कार्रवाइयां कीं:

 * निगरानी बदमाशों और डोजियर वाले आरोपियों की जांच: पुलिस ने अचानक दबिश देकर 47 निगरानी बदमाशों और 47 गुंडों के घरों की चेकिंग की और उनकी हाजिरी ली।

 * सघन तलाशी अभियान: झुग्गी-झोपड़ियों, डेरों, किराए के मकानों, होटलों और ढाबों की गहन तलाशी ली गई ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा सके।

 * अवैध गतिविधियों पर लगाम: जुआ, सट्टा, मादक पदार्थ और अवैध शराब जैसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी गई। इस दौरान अवैध शराब से जुड़े 22 आबकारी प्रकरण पंजीबद्ध किए गए।

 * वाहन चेकिंग और नशे में ड्राइविंग पर कार्रवाई: रात्रि में वाहन चेकिंग के दौरान बिना दस्तावेजों के वाहन चलाने वालों, नशे में वाहन चलाने वालों और संदिग्ध वाहनों की जांच की गई। मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 185 के तहत 09 व्यक्तियों पर शराब पीकर गाड़ी चलाने के लिए सख्त कार्रवाई की गई।

 * जुआ अधिनियम के तहत प्रकरण: 02 जुआ अधिनियम के प्रकरण दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई।

 * सार्वजनिक शांति भंग करने पर कार्रवाई: धारा 170 बीएनएसएस के तहत परिशांति भंग करने पर 02 आरोपियों के विरुद्ध, और धारा 126, 135 बीएनएसएस के तहत 90 प्रकरणों में 102 व्यक्तियों के विरुद्ध परिशांति कायम रखने के लिए कार्रवाई की गई। इसके अतिरिक्त, धारा 129 बीएनएसएस के तहत 06 व्यक्तियों के विरुद्ध भी कार्रवाई हुई।

 * समन और जमानती वारंट तामील: गश्त के दौरान 59 समन और जमानती वारंटों को तामील किया गया।

जन सहभागिता और उद्देश्य

गश्त के दौरान कटनी पुलिस ने आम नागरिकों से भी संवाद स्थापित किया और उन्हें पुलिस सहायता के लिए प्रेरित किया। नागरिकों से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम या संबंधित थाने को दें।

कटनी पुलिस का कहना है कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले में सुरक्षा की भावना को मजबूत करना, असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखना, आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना और आम जनता का पुलिस पर विश्वास बढ़ाना है। पुलिस अधीक्षक ने आश्वस्त किया है कि यह अभियान सभी थाना क्षेत्रों में लगातार जारी रहेगा ताकि जिले में शांति और कानून-व्यवस्था बनी रहे।