शनिवार, 28 जून 2025

अनुरुद्धाचार्य के मंच से लगाई थी शादी की गुहार, 25 दिन से लापता शिक्षक की कहानी



जबलपुर - 
"बाबा से आशीर्वाद की आस थी... लेकिन आज तक घर नहीं लौटा" — ये कहानी है जबलपुर जिले के मझौली थाना क्षेत्र के ग्राम पड़वार निवासी इंद्रकुमार तिवारी (49 वर्ष) की, जो 2 जून से रहस्यमय ढंग से लापता है।

सरकारी स्कूल में अतिथि शिक्षक के रूप में कार्यरत इंद्रकुमार ने 3 से 10 मई तक ग्राम रिवंझा में आयोजित अनुरुद्धाचार्य महाराज के कथावाचन कार्यक्रम में मंच पर सार्वजनिक रूप से अपनी शादी न हो पाने की पीड़ा साझा की थी। उन्हें विश्वास था कि बाबा के आशीर्वाद से शायद उनके जीवन में भी बहार आ जाएगी।

‘दुल्हन’ के बहाने बुलाया, फिर गायब

कार्यक्रम के कुछ दिन बाद इंद्रकुमार को एक अज्ञात कॉल आया — बताया गया कि “खुशी” नाम की लड़की गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली है और शादी के लिए तैयार है। उसे लड़की से मिलने और शादी के लिए आमंत्रित किया गया।

2 जून को इंद्रकुमार घर से यह कहकर निकले कि 6 जून को पत्नी के साथ लौटेंगे... लेकिन 25 दिन बीत चुके हैं, उनका कोई पता नहीं है।

परिवार का आरोप – अपहरण हुआ, पुलिस टाल रही

इंद्रकुमार के परिवार ने बताया कि उनका कोई निकट सगा नहीं है। गांव में वह अकेले खेती करते थे और पढ़ाते भी थे। वह घर के 18 एकड़ खेत के अकेले वारिस हैं।

परिजनों और ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि यह पूर्व नियोजित अपहरण है — जिसमें शादी का झांसा देकर उन्हें फंसाया गया।

हालांकि मझौली थाना पुलिस ने सिर्फ गुमशुदगी दर्ज की है, लेकिन 25 दिन बाद भी खोजबीन या गंभीर जांच की कोई पहल नहीं की गई।

बाबाओं के मंच पर समस्या बताना बना खतरा?

यह मामला यह भी सोचने पर मजबूर करता है कि क्या धार्मिक मंचों पर अपनी निजी समस्याएं बताना आज के दौर में सुरक्षित है?
अनुरुद्धाचार्य जैसे प्रसिद्ध कथावाचक के मंच से सार्वजनिक गुहार लगाने वाले इंद्रकुमार के साथ यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े करती है।

परिवार की मांग – CBI या SIT से जांच हो

परिवार ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि पुलिस स्थानीय स्तर पर इस केस को गंभीरता से नहीं ले रही। यदि समय रहते कार्रवाई न हुई तो एक मासूम शिक्षक की जिंदगी और न्याय — दोनों अंधेरे में खो जाएंगे।

शुक्रवार, 27 जून 2025

🔴 ट्रांसफर ब्रेकिंग: मध्यप्रदेश में ASP स्तर के अधिकारियों के तबादले

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने पुलिस महकमे में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) स्तर के अधिकारियों के तबादले किए हैं।

गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के तहत कई जिलों में पदस्थ अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इस तबादला सूची में विभिन्न जिलों के ASP शामिल हैं, जिन्हें कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक संतुलन के तहत इधर से उधर किया गया है।

सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई राज्य में आगामी सुरक्षा रणनीति व प्रशासनिक सुधारों को ध्यान में रखते हुए की गई है।

नई पदस्थापना सूची में देखे कौन-कहां भेजा गया है,...




🔴 बरही ब्रेकिंग – उपयंत्री अपेक्षा वर्मा निलंबित, ठेकेदारों की शिकायत बनी वजह

कटनी/बरही। नगर परिषद बरही की उपयंत्री अपेक्षा वर्मा पर एक बार फिर बड़ी प्रशासनिक कार्यवाही की गई है।

इस बार उन्हें आयुक्त, नगरीय प्रशासन एवं विकास मध्यप्रदेश भोपाल के आदेश पर निलंबित कर दिया गया है।

बताया जा रहा है कि 2 दिन पूर्व ही संयुक्त संचालक जबलपुर द्वारा उन्हें डूडा कटनी अटैच किया गया था, और अब ठेकेदारों की गंभीर शिकायतों के चलते यह सीधी कार्रवाई की गई।

शिकायतों के मुताबिक, उपयंत्री द्वारा शासन के निर्माण और विकास कार्यों में घोर लापरवाही बरती गई, जिससे योजनाओं की गुणवत्ता और गति दोनों प्रभावित हुईं।

प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो, अपेक्षा वर्मा पर पहले भी कार्यशैली को लेकर सवाल उठते रहे हैं। फिलहाल विभागीय जांच जारी है।

जय जगन्नाथ… प्रभु के रथ की आगवानी को उमड़ा शहर

कटनी। नगर में आज भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के शुभ अवसर पर श्रद्धा और भक्ति की बेमिसाल झलक देखने को मिली। शहरवासियों ने पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ प्रभु जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के रथ की भव्य अगवानी की।

इस पावन अवसर पर कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और विधिवत पूजा-अर्चना कर प्रभु जगन्नाथ स्वामी का आशीर्वाद लिया। रथ यात्रा के दौरान भक्तों ने कीर्तन, भजन और जयघोषों के साथ नगर को भक्तिमय बना दिया।

श्रद्धालुओं का सैलाब रथ मार्ग पर उमड़ पड़ा, जहां सुरक्षा व्यवस्था हेतु पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद नजर आया।

ढीमरखेड़ा पुलिस को दो बड़ी सफलताएं, सोने-चांदी के जेवर व बाइक चोरी के आरोपी गिरफ्तार

कटनी। जिले में बढ़ती चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक कटनी द्वारा सख्त निर्देश जारी किए गए थे। इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया व एसडीओपी श्रीमती आकांक्षा चतुर्वेदी के मार्गदर्शन व ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद के नेतृत्व में पुलिस टीम को दो अलग-अलग मामलों में बड़ी सफलता मिली है।

पहले मामले में 20 जून को ग्राम उमरपानी निवासी मुकेश यादव के सूने घर का ताला तोड़कर अज्ञात चोरों ने सोने-चांदी के जेवरात व नगदी चोरी कर ली थी। संदेही मोहन यादव से सख्ती से पूछताछ में उसने अपराध कबूल कर लिया, जिसके कब्जे से 45 हजार रुपये मूल्य के जेवरात बरामद किए गए।

वहीं दूसरे मामले में 26 जून को खंदवारा मोड़ के पास से विष्णु सेन की प्लैटिना बाइक चोरी हो गई थी। विवेचना के दौरान आरोपी राहुल वंशकार को पकड़ा गया, जिसने अपराध स्वीकारते हुए 60 हजार रुपये कीमत की बाइक पुलिस को सौंप दी।

दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद शाहिद, उप निरीक्षक सुरेश चौधरी, सहायक उप निरीक्षक जयचंद उईके, आरक्षक पंकज सिंह, अजय धुर्वे और जागेश्वर कुंजाम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

⚠️ स्लीमनाबाद तहसील में EWS प्रमाण पत्र घोटाला , 15 मिनट में बना प्रमाण पत्र, नाबालिग के नाम पर भी जारी — जांच में जुटा प्रशासन

कटनी - जिले की स्लीमनाबाद तहसील में EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) प्रमाण पत्र जारी करने में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। ताजा मामला आवेदक कुश्मान से जुड़ा है, जिसे मात्र 15 मिनट में प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया, वह भी बिना दस्तावेजों की जांच और मानकों के पालन के

📌 मामले के खुलासे के बाद अपर कलेक्टर साधना परस्ते ने तुरंत संज्ञान लेते हुए जांच टीम गठित कर दी है। टीम को तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।

💥 जांच में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य:

  • कई EWS प्रमाण पत्र ऐसे व्यक्तियों को दिए गए जिनके रिकॉर्ड और दस्तावेज कार्यालय में मौजूद नहीं हैं।
  • यहां तक कि एक नाबालिग के नाम पर भी प्रमाण पत्र जारी किया गया है।
  • सामान्यत: जहाँ प्रमाण पत्र जारी होने में 15 से 20 दिन लगते हैं, वहीं इस मामले में यह मात्र 15 मिनट में जारी कर दिए गए।

🗣️ लोकसेवा केंद्र प्रबंधक ने बताया:

“यह प्रक्रिया इतनी तेज़ नहीं हो सकती। इस तरह का अप्राकृतिक व्यवहार नियमों के स्पष्ट उल्लंघन को दर्शाता है।”

🔎 बताया जा रहा है कि एक स्थानीय समाजसेवी द्वारा आपत्ति दर्ज कराने के बाद ही प्रशासन हरकत में आया और मामला उजागर हुआ। अब इस फर्जीवाड़े से जुड़े तहसील व लोकसेवा केंद्र के अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

🏛️ सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को आरक्षण और योजनाओं का लाभ देने हेतु जारी किए जाने वाले EWS प्रमाण पत्रों के इस दुरुपयोग ने व्यवस्था की पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।

📢 अब पूरे तहसील क्षेत्र में जारी EWS प्रमाण पत्रों की जांच शुरू हो गई है, और दोषियों पर कार्रवाई की तैयारी भी की जा रही है।


🛕 विजयराघवगढ़ में अपार श्रद्धा के साथ सम्पन्न हुई श्री जगन्नाथ रथयात्रा , संकट मोचन आश्रम से शुरू होकर नगर भ्रमण के बाद भव्य समापन

विजयराघवगढ़। "जगन्नाथ के भात को जगत पसारे हाथ" — इस आस्था के भाव में रंगी विजयराघवगढ़ की धरती पर आज भगवान श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा भव्य आयोजन के साथ सम्पन्न हुई। संकट मोचन आश्रम से निकली रथयात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए।

🔸 ढोल-नगाड़ों और बैंड बाजों की गूंज के बीच जैसे ही भगवान का रथ निकला, श्रद्धा और उल्लास की बयार पूरे नगर में फैल गई।
🔸 रथ को हजारों भक्तों ने मिलकर खींचा, रथ के आगे सफाई और जल छिड़काव की परंपरा निभाई गई।
🔸 पीला, भगवा और लाल परिधान पहने भक्तों ने रथयात्रा की शोभा को और बढ़ाया।

🙏 पूजा-अर्चना और सेवा भाव की मिसाल:
नगर के हर चौराहे और प्रतिष्ठानों के सामने भक्तों द्वारा पूजा-अर्चना, फूल वर्षा और प्रसाद वितरण किया गया।

रामहर्षण कुंज मंदिर में पुजारी श्यामदास उर्मलिया एवं सहयोगियों द्वारा रथयात्रा का भव्य स्वागत किया गया। चंदू ताम्रकार, कोमल, केके पांडे, बब्बू प्यासी, मुन्नू किराना वाला समेत अनेक श्रद्धालुओं ने मिष्ठान और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की।

🚩 रथयात्रा का मार्ग:
संकट मोचन आश्रम से प्रारंभ हुई यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों, पचमठा धाम, श्री गणेश व हनुमान मंदिर से होती हुई पुनः संकट मोचन आश्रम पहुंचकर सम्पन्न हुई।

🎤 उपस्थित श्रद्धालुओं में प्रमुख नाम:
राघवेश दास जी महाराज, केशवानंद तिवारी, विमलेन्द्र प्यासी, ब्रह्ममूर्ति तिवारी, शेरा मिश्रा, हेतराम गुप्ता, देवेंद्र बड़गैया, विजय गुप्ता, संता विश्वकर्मा, अशोक गुप्ता, प्रहलाद तिवारी, मुन्नू गुप्ता, डॉ. शारदा साहू सहित हजारों श्रद्धालु, महिलाएं और बुजुर्ग यात्रा में सहभागी बने।

🌸 अंत में केशवानंद तिवारी व राघवेश दास जी महाराज ने सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि

"यह यात्रा केवल धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, सेवा और संस्कारों का प्रतीक है।"