शुक्रवार, 27 जून 2025

बड़वारा स्वास्थ्य केंद्र में फर्जी अंकसूची से नौकरी करने का खुलासा, जिला पंचायत बैठक में उठा मुद्दा , जांच के आदेश

कटनी। बड़वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में फर्जी अंकसूची के सहारे सरकारी नौकरी पाने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। यह खुलासा जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में जिला पंचायत सदस्य अजय गौंटिया द्वारा किया गया।

अजय गौंटिया ने आरोप लगाया कि बड़वारा निवासी सुदर्शन प्रसाद पाटकर ने टाइपराइटर से जाली अंकसूची तैयार कर स्वास्थ्य विभाग में सुपरवाइजर पद पर नौकरी प्राप्त किया और वर्षों तक शासन से लाखों रुपये वेतन के रूप में हासिल किए।

सदस्य गौंटिया ने बताया कि जिस अंकसूची के आधार पर नौकरी मिली, उस पर माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के सचिव और संबंधित स्कूल—जनता हायर सेकेंडरी स्कूल, बड़वारा के प्राचार्य के हस्ताक्षर व मुहर नहीं थे। उन्होंने मांग की कि इस मामले में धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई की जाए और शासन से प्राप्त वेतन की वसूली की जाए।

सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) ने इस फर्जी दस्तावेज को सत्यापित कर दिया, जबकि इसमें आवश्यक सरकारी हस्ताक्षर और मोहर ही नहीं थे। इससे संदेह गहराया कि अधिकारी की मिलीभगत या लापरवाही से यह घोटाला लंबे समय तक चलता रहा।

सूत्रों के अनुसार, जब जांच की आंच तेज़ हुई, तो सुदर्शन प्रसाद पाटकर ने 31 मार्च 2025 को विभाग को पत्र लिखकर स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली ताकि किसी भी संभावित कार्रवाई से बच सकें।

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं और नियमानुसार कड़ी कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है।

यह मामला न केवल स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि किस तरह जाली दस्तावेजों के सहारे सरकारी व्यवस्था को ठगा जा सकता है—अगर समय रहते कोई जांच या सत्यापन न हो।

अवैध अतिक्रमण के खिलाफ समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष का रुख सख्त, कलेक्टर और एसडीएम को कहा धन्यवाद

कटनी।। समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष डॉ. ए. के. खान ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर कलेक्टर दिलीप कुमार यादव और एसडीएम प्रदीप मिश्रा को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने शहर में हो रहे अवैध अतिक्रमणों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की सराहना की और इसे "जनहित में लिया गया सकारात्मक कदम" बताया।

डॉ. खान ने स्पष्ट किया कि समाजवादी पार्टी का अभियान अवैध कब्जों के खिलाफ आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि "शहर की सड़कों और सार्वजनिक स्थलों को अतिक्रमण मुक्त करवाना जनता की प्राथमिक आवश्यकता है। प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई को हमारा पूरा समर्थन है।"

उन्होंने प्रशासन से अपील की कि कार्रवाई में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखी जाए, ताकि किसी भी वर्ग के साथ भेदभाव न हो और शहर के विकास में बाधा उत्पन्न न हो।

मध्य प्रदेश में 9 साल बाद कर्मचारियों को बड़ी राहत, जुलाई तक 50 हजार को मिलेगी पदोन्नति, पुलिस विभाग में भी शुरू हुई तैयारी

भोपाल।। मध्य प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए प्रमोशन का लंबे समय से रुका इंतजार अब खत्म होने जा रहा है। राज्य सरकार ने 31 जुलाई 2025 तक 50 हजार कर्मचारियों को पदोन्नति देने का फैसला लिया है। इसको लेकर मुख्य सचिव अनुराग जैन ने सभी विभागों को निर्देश जारी कर दिए हैं।

पुलिस विभाग में भी शुरू हुई तैयारी

प्रमोशन प्रक्रिया को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी और इकाइयों के प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि 7 दिन के भीतर सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की वार्षिक गोपनीय चरित्रावली (ACR) तैयार कर ली जाए।
स्पेशल डीजी आदर्श कटियार ने साफ किया कि किसी भी कर्मचारी का प्रमोशन केवल ACR के आधार पर होगा, इसकी अनुपलब्धता में प्रमोशन नहीं दिया जाएगा।

MP प्रमोशन रूल्स 2025: ये होंगे नियम

  • प्रमोशन के लिए खाली पदों को SC (16%), ST (20%) और अनारक्षित वर्ग में बांटा जाएगा।
  • क्लास-1 अधिकारियों के लिए मेरिट कम सीनियॉरिटी,
    जबकि क्लास-2 और नीचे के पदों पर सीनियॉरिटी कम मेरिट आधार होगा।
  • पूर्व में प्रमोशन पा चुके कर्मचारियों को रिवर्ट नहीं किया जाएगा, और रिटायर्ड कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिलेगा।
  • हर संवर्ग के पद अलग से तय होंगे, और डीपीसी (Departmental Promotion Committee) की बैठक में SC-ST वर्ग का एक-एक अधिकारी अनिवार्य रूप से शामिल होगा।
  • हर वर्ष सितंबर से नवंबर के बीच डीपीसी की बैठक होगी।

कर्मचारियों में खुशी की लहर

9 साल से पदोन्नति का इंतजार कर रहे कर्मचारियों के लिए यह फैसला मोहन यादव सरकार की बड़ी सौगात माना जा रहा है। वर्षों से प्रमोशन की राह देख रहे हजारों कर्मचारी बिना पदोन्नति के सेवानिवृत्त हो गए थे। अब, जो कर्मचारी सेवा में हैं, उन्हें इसका लाभ मिलना तय है।


📌 सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि समयसीमा में प्रक्रिया पूर्ण कर पदोन्नति सुनिश्चित की जाए। यह प्रक्रिया सभी सरकारी विभागों में लागू होगी।

जिले में भगवान श्री जगन्नाथ की रथयात्रा को लेकर प्रशासन सतर्क, कानून व्यवस्था के लिए अधिकारियों की ड्यूटी तय

कटनी।। श्री जगन्नाथ स्वामी की 143वीं रथयात्रा महोत्सव के मद्देनज़र प्रशासन ने 27 जून से 7 जुलाई तक आयोजित विभिन्न धार्मिक आयोजनों के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्यपालिक दण्डाधिकारियों की ड्यूटी निर्धारित कर दी है।

कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के निर्देशानुसार सम्पूर्ण कार्यक्रम की व्यवस्थाओं का प्रमुख दायित्व अनुविभागीय दण्डाधिकारी कटनी प्रदीप मिश्रा को सौंपा गया है। इनके सह प्रभारी होंगे बी. के. मिश्रा, तहसीलदार एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, तहसील कटनी (नगर)।

इन अधिकारियों को सौंपी गई हैं विशेष जिम्मेदारियां:

  • अजीत तिवारी, तहसीलदार एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, तहसील कटनी (ग्रामीण) को रथयात्रा एवं वाहन रैली के भ्रमण मार्ग की निगरानी हेतु नियुक्त किया गया है।
  • अतुलेश सिंह, नायब तहसीलदार एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, तहसील कटनी (नगर) को आयोजन स्थलों की शांति व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
  • आकाशदीप नामदेव, अतिरिक्त तहसीलदार एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, रथयात्रा व वाहन रैली के संपूर्ण भ्रमण कार्यक्रम की कानून व्यवस्था संभालेंगे।

श्री प्रदीप मिश्रा, कार्यक्रम के सम्पूर्ण प्रभारी के रूप में आवश्यकतानुसार अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी अपने स्तर पर जारी करेंगे। उन्हें समय-समय पर शांति व्यवस्था की स्थिति से अवगत कराए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं।

नगर पुलिस अधीक्षक, कटनी को सुरक्षा व्यवस्था का प्रभारी बनाया गया है। साथ ही, जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारी एवं अनुभाग दण्डाधिकारी को अपने-अपने अनुभाग में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पृथक से कार्यपालिक दण्डाधिकारी नियुक्त करने और सतत निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।

इन प्रमुख आयोजनों पर रहेगी प्रशासन की खास नजर:

  • रथयात्रा प्रारंभ: 27 जून
  • माता जानकी की शोभायात्रा
  • रथयात्रा वापसी
  • भजन संध्या
  • 7 जुलाई को विशाल भण्डारा एवं महाप्रसाद

प्रशासन की इस चाक-चौबंद तैयारी से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि धार्मिक आयोजन शांतिपूर्ण और गरिमामयी ढंग से संपन्न हो


सेवानिवृत्त फौजी के घर दिनदहाड़े लाखों की चोरी, परिवार कार्यक्रम में गया था बाहर

कटनी।। शहर में चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला माधव नगर थाना अंतर्गत निवार चौकी क्षेत्र का है, जहां सेवानिवृत्त फौजी धर्मराज गोस्वामी के घर अज्ञात चोरों ने दिनदहाड़े धावा बोल दिया। चोरों ने कमरे में रखे लाखों रुपये के जेवरात और करीब 30 हजार रुपये नकद पर हाथ साफ कर दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, धर्मराज गोस्वामी का निवास निवार रेलवे स्टेशन के पास है। दिनांक 26 तारीख को सुबह 10 बजे वे अपने परिवार के साथ एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने तखला गांव गए थे। देर शाम जब परिवार कार्यक्रम से लौटकर घर आया, तो उन्होंने देखा कि घर के मुख्य दरवाजे का ताला टूटा हुआ था

अंदर जाकर देखा गया तो अलमारी, लॉकर और बक्से के ताले भी टूटे हुए मिले। उनमें रखे सोने-चांदी के जेवरात और 30 हजार रुपये नकद गायब थे। परिजनों ने तत्काल निवार चौकी पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मुआयना कर जांच शुरू कर दी है।

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि चोरों ने घर की रैकी कर दोपहर 12 से 1 बजे के बीच चोरी की वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस को कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है।

कटनी में बीते कुछ दिनों में चोरी की वारदातें लगातार सामने आ रही हैं, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और चोरों की तलाश की जा रही है।

कटनी में पासपोर्ट कार्यालय खोलने की मांग तेज, प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री को भेजा ज्ञापन

कटनी। मध्यप्रदेश के कटनी जिले में पासपोर्ट कार्यालय खोलने की मांग एक बार फिर से जोर पकड़ रही है। इसको लेकर राजीव गांधी वार्ड, कटनी के नागरिक दिव्यांशु मिश्रा 'अंशु' ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और पीएसपी सीईओ को ज्ञापन भेजा है।

ज्ञापन में कहा गया है कि कटनी एक बड़ा रेलवेल जंक्शन और व्यापारिक केंद्र है, साथ ही आसपास के अनेक जिलों जैसे डिंडोरी, जबलपुर, सतना, पन्ना, उमरिया के नागरिकों को पासपोर्ट जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं के लिए अन्य जिलों की दूरी तय करनी पड़ती है। इससे न सिर्फ समय की बर्बादी होती है, बल्कि लोगों को आर्थिक नुकसान भी होता है।

दिव्यांशु ने मांग की है कि कटनी जिले की बढ़ती आबादी और केंद्रीय स्थिति को देखते हुए यहां पासपोर्ट कार्यालय खोला जाए, जिससे आस-पास के जिलों के लोगों को राहत मिले। उन्होंने बताया कि यदि यह कार्यालय कटनी में स्थापित होता है तो यह जबलपुर संभाग और बुंदेलखंड क्षेत्र के कई जिलों के नागरिकों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।

ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, खजुराहो सांसद वीडी शर्मा और कटनी जिले के प्रभारी मंत्री राव उदयप्रताप सिंह को भी भेजी गई है।

कटनी में पासपोर्ट सेवा केंद्र की यह मांग अब धीरे-धीरे जन-आंदोलन का रूप ले रही है।

शनिवार, 5 अप्रैल 2025

मैं प्रभारी होती तो दो मिनट में औकात बता देती , भाजपा किसान मोर्चा के जिला मंत्री से महिला पुलिसकर्मी ने की अभद्रता

कटनी- मप्र के कटनी जिले में यातायात पुलिस व्यवस्था सुधार को लेकर भले ही सुर्खियों में न रहे, लेकिन अपनी हरकतों से आए दिन चर्चा बटोरती है. इस बार एक महिला पुलिसकर्मी द्वारा भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री इंद्र मिश्रा से अभद्रता को लेकर चर्चा में है. जब वाहन चेकिंग के दौरान महिला पुलिसकर्मी ने जिला महामंत्री को दो टूक कहा कि कोई सेलीब्रेटी हो, मैं महिला हूं और दो मिनट में तुम्हारी औकात बता दूंगी. जिसे सुनकर जिला मंत्री सन्न रह गए. उसके बाद उन्होंने अपने मोर्चा के जिला अध्यक्ष कन्हैया तिवारी को घटना से अवगत कराया साथ ही एसपी अभिजीत रंजन से लिखित शिकायत की. शिकायत में बताया गया है कि 4 अप्रैल की शाम को कटनी कोतवाली चौराहे पर वाहन चेकिंग चल रही थी. इसी दौरान एक भाजपा कार्यकर्ता को भी रोक लिया गया. जिसने बताया कि मोबाइल में गाडी से संबंधित दस्तावेज हैं, लेकिन जांच कर रहे पुलिसकर्मी सुनने को तैयार नहीं थे. शिकायती आवेदन की माने, तो इंद्र मिश्रा इसी दौरान वहां से गुजर रहे थे, तभी संबंधित कार्यकर्ता ने उनसे समस्या बताई, जिसको बाद वे अपनी बात महिला पुलिसकर्मी उइके मैडम के समक्ष रखी. तभी वो आक्रोशित हो गईं और उन्होंने इंद्र मिश्रा से कहा कि कोई सेलीब्रेटी हो, मैं महिला हूं और दो मिनट में तुम्हारी औकात बता दूंगी. जो उनके लिए अपमानजनक था, इसके बाद उन्होंने एसपी से मामले की शिकायत की है, लेकिन अभी कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है.

जिला अध्यक्ष से भी अभद्रता

जिला मंत्री इंद्र मिश्रा ने अपने शिकायती पत्र में जिक्र किया है कि इस दौरान किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष कन्हैया तिवारी गुजर रहे थे. उनसे जब महिला पुलिसकर्मी की हरकत को बताया गया, तो वे बात करने पहुंचे, तो उनसे भी अभद्रता हुई. जिसके बाद वे वरिष्ठ अधिकारियों को मोबाइल पर सूचना देते हुए चले गए.

मैं प्रभारी होती, तो ठीक कर देती

शिकायती पत्र में उल्लेख किया गया है कि महिला पुलिसकर्मी उइके ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी मौके पर खडे हैं, इन्हे बात करने नहीं आती. मैं प्रभारी होती तो दो मिनट में ठीक कर देती.