कैमोर/विजयराघवगढ़। अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित डीएवी एसीसी पब्लिक स्कूल कैमोर की नई अत्याधुनिक इमारत और विरासत भवन ‘कल्पशिला’ का भव्य उद्घाटन अदाणी सीमेंट बिजनेस के सीईओ विनोद बाहेती ने किया। कार्यक्रम में अंबुजा, एसीसी, ओरिएंट व सांघी सीमेंट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स सहित कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर कैमोर में समग्र शिक्षा, सांस्कृतिक विकास और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखा गया।
कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल की छात्राओं द्वारा अतिथियों के पारंपरिक तिलक वंदन से हुई। छात्रों ने विभिन्न राज्यों की वेशभूषा में रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर समां बांधा। ‘द्रोणाचार्य और एकलव्य’ पर आधारित नाट्य प्रस्तुति ने गुरु-शिष्य परंपरा की गहराई को दर्शकों के समक्ष जीवंत किया।
सीईओ सहित अतिथियों ने विरासत भवन ‘कल्पशिला’ का अवलोकन किया, जिसमें ‘ताल तरंग’ (संगीत कक्ष), ‘कला कुंज’ (कला एवं शिल्प कक्ष), तथा ‘खेलांगन’ (खेलकूद कक्ष) शामिल हैं। इन रचनात्मक कक्षों को छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु मील का पत्थर बताया गया। इसी क्रम में पर्यावरण संरक्षण के तहत वृक्षारोपण कर “हरित भविष्य” की दिशा में सामूहिक प्रयास का संदेश दिया गया।
नई इमारत में छह कक्षाएं, एक शिक्षक संसाधन केंद्र और ऑडिटोरियम जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं। छात्रों द्वारा तैयार नवाचार मॉडल व पूर्व छात्रों की सफलता गाथाओं को अतिथियों ने सराहा। इसके बाद 102 वर्ष पुराने ऐतिहासिक एसीसी स्कूल का भ्रमण कर अतिथियों ने धरोहर के रूप में संजोई गई यादों का अवलोकन किया।
अतिथि ‘दिशा – वैकल्पिक महिला आजीविका केंद्र’ भी पहुँचे, जहां 100 महिलाओं द्वारा संचालित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ग्रामीण के.पी.ओ. और एआई से जुड़ी आजीविका गतिविधियों को देखा और सराहा गया। महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित लखपति दीदियों के नवाचारों और मिट्टी परीक्षण केंद्र को भी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित भारत निर्माण कोचिंग सेंटर से चयनित सरकारी नौकरी प्राप्त युवाओं और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों से भी संवाद हुआ। एचपी वर्ल्ड ऑन व्हील्स मोबाइल डिजिटल शिक्षा बस और जल संरक्षण परियोजनाओं का निरीक्षण कर कार्यों की सराहना की गई।
कार्यक्रम के समापन पर अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर (ASDC) का दौरा कर प्रशिक्षु युवाओं से बातचीत की गई। इस केंद्र को उद्योग आधारित व्यावहारिक प्रशिक्षण का प्रमुख केंद्र बताते हुए अतिथियों ने अदाणी समूह के प्रयासों की सराहना की।
इन समस्त विकास कार्यों के पीछे हेड मैन्युफैक्चरिंग वैभव दीक्षित, चीफ प्लांट मैनेजर कैमोर अतुल दत्ता, अमेहटा के हितेष गोयल, क्लस्टर एचआर हेड दिनेश कुमार पाठक, क्लस्टर फाइनैंस हेड संजीव वार्ष्णेय सहित अदाणी फाउंडेशन व कैमोर प्लांट टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
इस अवसर को कैमोर के लिए शिक्षा, नवाचार, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर बताया गया।