सोमवार, 14 जुलाई 2025

अदाणी फाउंडेशन के प्रयासों से कैमोर को मिला शिक्षा, संस्कृति व पर्यावरण संरक्षण का नया केंद्र , डीएवी एसीसी पब्लिक स्कूल कैमोर की नई इमारत व ‘कल्पशिला’ विरासत भवन का सीईओ विनोद बाहेती ने किया उद्घाटन

कैमोर/विजयराघवगढ़। अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित डीएवी एसीसी पब्लिक स्कूल कैमोर की नई अत्याधुनिक इमारत और विरासत भवन ‘कल्पशिला’ का भव्य उद्घाटन अदाणी सीमेंट बिजनेस के सीईओ विनोद बाहेती ने किया। कार्यक्रम में अंबुजा, एसीसी, ओरिएंट व सांघी सीमेंट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स सहित कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर कैमोर में समग्र शिक्षा, सांस्कृतिक विकास और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखा गया।

कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल की छात्राओं द्वारा अतिथियों के पारंपरिक तिलक वंदन से हुई। छात्रों ने विभिन्न राज्यों की वेशभूषा में रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर समां बांधा। ‘द्रोणाचार्य और एकलव्य’ पर आधारित नाट्य प्रस्तुति ने गुरु-शिष्य परंपरा की गहराई को दर्शकों के समक्ष जीवंत किया।

सीईओ सहित अतिथियों ने विरासत भवन ‘कल्पशिला’ का अवलोकन किया, जिसमें ‘ताल तरंग’ (संगीत कक्ष), ‘कला कुंज’ (कला एवं शिल्प कक्ष), तथा ‘खेलांगन’ (खेलकूद कक्ष) शामिल हैं। इन रचनात्मक कक्षों को छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु मील का पत्थर बताया गया। इसी क्रम में पर्यावरण संरक्षण के तहत वृक्षारोपण कर “हरित भविष्य” की दिशा में सामूहिक प्रयास का संदेश दिया गया।

नई इमारत में छह कक्षाएं, एक शिक्षक संसाधन केंद्र और ऑडिटोरियम जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं। छात्रों द्वारा तैयार नवाचार मॉडल व पूर्व छात्रों की सफलता गाथाओं को अतिथियों ने सराहा। इसके बाद 102 वर्ष पुराने ऐतिहासिक एसीसी स्कूल का भ्रमण कर अतिथियों ने धरोहर के रूप में संजोई गई यादों का अवलोकन किया।

अतिथि ‘दिशा – वैकल्पिक महिला आजीविका केंद्र’ भी पहुँचे, जहां 100 महिलाओं द्वारा संचालित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ग्रामीण के.पी.ओ. और एआई से जुड़ी आजीविका गतिविधियों को देखा और सराहा गया। महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित लखपति दीदियों के नवाचारों और मिट्टी परीक्षण केंद्र को भी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के समक्ष प्रस्तुत किया गया।

अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित भारत निर्माण कोचिंग सेंटर से चयनित सरकारी नौकरी प्राप्त युवाओं और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों से भी संवाद हुआ। एचपी वर्ल्ड ऑन व्हील्स मोबाइल डिजिटल शिक्षा बस और जल संरक्षण परियोजनाओं का निरीक्षण कर कार्यों की सराहना की गई।

कार्यक्रम के समापन पर अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर (ASDC) का दौरा कर प्रशिक्षु युवाओं से बातचीत की गई। इस केंद्र को उद्योग आधारित व्यावहारिक प्रशिक्षण का प्रमुख केंद्र बताते हुए अतिथियों ने अदाणी समूह के प्रयासों की सराहना की।

इन समस्त विकास कार्यों के पीछे हेड मैन्युफैक्चरिंग वैभव दीक्षित, चीफ प्लांट मैनेजर कैमोर अतुल दत्ता, अमेहटा के हितेष गोयल, क्लस्टर एचआर हेड दिनेश कुमार पाठक, क्लस्टर फाइनैंस हेड संजीव वार्ष्णेय सहित अदाणी फाउंडेशन व कैमोर प्लांट टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

इस अवसर को कैमोर के लिए शिक्षा, नवाचार, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर बताया गया।

जनसंवाद में गूंजा चंचलानी हत्याकांड, नशीली दवाओं और सट्टेबाजी पर फूटा लोगों का गुस्सा

कटनी। थाना परिसर में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम उस वक्त गरमा गया जब स्थानीय नागरिकों ने हाल ही में हुए चंचलानी हत्याकांड को लेकर नाराजगी जाहिर की। कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र में बढ़ते क्रिकेट सट्टा, नशीली दवाओं के कारोबार और अवैध गतिविधियों पर भी लोगों ने जमकर सवाल उठाए।

जनसंवाद में बड़ी संख्या में नागरिकों की उपस्थिति रही। कई वक्ताओं ने खुलकर कहा कि इलाके में संगठित अपराधियों का नेटवर्क फल-फूल रहा है और पुलिस की निष्क्रियता के कारण आमजन दहशत में है।

थाना प्रभारी ने दिया सख्ती का संदेश

मौके पर मौजूद थाना प्रभारी ने लोगों की बातों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि अपराधियों की अब खैर नहीं। उन्होंने कहा कि चंचलानी हत्याकांड की जांच तेजी से चल रही है और जल्द ही दोषियों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

पुलिस अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि क्रिकेट सट्टा सहित अन्य अवैध धंधों के खिलाफ अभियान और तेज किया जाएगा। उन्होंने जनता से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

नागरिकों ने दिए इनपुट, मांगी गश्त बढ़ाने की मांग

जनसंवाद में आए नागरिकों ने कई गुप्त जानकारियां भी पुलिस को दीं और क्षेत्र में रात्रि गश्त बढ़ाने, सीसीटीवी लगाने और संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी रखने की मांग की।

रविवार, 13 जुलाई 2025

बसों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्ती , CCTV , GPS , पैनिक बटन सहित आरक्षित सीटें अनिवार्य , पोस्टर चस्पा यातायात पुलिस ने नियमों की दी जानकारी

कटनी। अब यात्री बसों में महिलाएं और भी सुरक्षित होंगी! महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बस स्टैंड परिसर में थाना प्रभारी राहुल पांडे ने विशेष जागरूकता अभियान की शुरुआत की। इस दौरान यात्रियों और बस संचालकों को महिलाओं के अधिकारों और उनकी सुरक्षा से जुड़े नियमों की जानकारी दी गई।

इस मौके पर पुलिस टीम ने महिलाओं की सुरक्षा संबंधी पोस्टर भी चस्पा किए, जिनमें साफ निर्देश दिए गए हैं कि:

1. सभी बसों में सीट नंबर 11 से 16 तक महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।

2. बसों में पंजीयन नंबर, पुलिस हेल्पलाइन नंबर 1901 और ड्राइवर-कंडक्टर की जानकारी स्पष्ट रूप से लिखी होनी चाहिए।

3. चालक और परिचालक निर्धारित वर्दी में और नेमप्लेट के साथ रहें।

4. किसी भी चालक या स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य है।

5. हर बस में GPS और CCTV कैमरा होना जरूरी है।

6. किसी भी असहज स्थिति में महिलाएं तुरंत 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस से सहायता ले सकती हैं।

7. बस मालिक को ड्राइवर, कंडक्टर और हेल्पर का नाम और मोबाइल नंबर बस में अनिवार्य रूप से लिखवाना होगा।

थाना प्रभारी राहुल पांडे ने कहा कि यह अभियान केवल कागजों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि हर बस की नियमित जांच की जाएगी। उन्होंने यात्रियों से अपील की कि वे भी जागरूक बनें और किसी भी गड़बड़ी की तुरंत सूचना पुलिस को दें।

यह अभियान महिलाओं को सुरक्षित यात्रा का माहौल देने की दिशा में एक ठोस कदम माना जा रहा है। नागरिकों और यात्रियों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि "अब महिलाएं बिना डर सफर कर सकेंगी।"

शनिवार, 12 जुलाई 2025

दो IAS अफसरों पर खनन माफिया से सांठगांठ का आरोप, पूर्व IAS ने FIR की मांग की

भोपाल - पूर्व आईएएस अधिकारी हीरालाल त्रिवेदी ने प्रदेश के दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों – नवनीत कोठारी और आर. उमा महेश्वरी – पर खनन माफिया से सांठगांठ का गंभीर आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। त्रिवेदी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा है।

पत्र में उन्होंने उल्लेख किया है कि पर्यावरण विभाग द्वारा बिना समुचित प्रक्रिया और स्पष्ट अनुमति के 237 खनिज प्रकरणों को हरी झंडी दे दी गई, जिससे खनन माफिया को लाभ पहुंचा। त्रिवेदी ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ मामलों में न तो पर्यावरणीय संतुलन का ध्यान रखा गया और न ही सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का पालन किया गया।

पूर्व अधिकारी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए, ताकि प्रदेश की जनता को सच्चाई का पता चल सके।

पत्र की प्रतिलिपि प्रमुख सचिव को भी भेजी गई है, जिससे आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।


स्लीमनाबाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 10 किलो गांजे के साथ महिला सहित 2 तस्कर गिरफ्तार

कटनी (स्लीमनाबाद): पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा के निर्देश पर स्लीमनाबाद थाना पुलिस ने 10 किलोग्राम अवैध गांजा जब्त कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसकी अनुमानित कीमत ₹1.25 लाख है। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक महिला भी शामिल है।

ऐसे हुई गिरफ्तारी

11 जुलाई की रात को, एनएच-30 बाईपास के पास भेड़ा चौराहा पर गश्त के दौरान पुलिस को एक महिला काले ट्रॉली बैग के साथ संदिग्ध हालत में खड़ी मिली। पुलिस को देखकर महिला भागने लगी, जिससे टीम को उस पर संदेह हुआ। पुलिस ने महिला को रोककर पूछताछ की और उसके बैग की तलाशी ली।

तलाशी के दौरान महिला के बैग से 10 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ। महिला की पहचान संतोषी लुनिया (37) पत्नी स्व. अनिल लुनिया, निवासी ग्राम छपरा, थाना स्लीमनाबाद के रूप में हुई। पूछताछ में संतोषी ने बताया कि उसके देवर सुनील लुनिया ने उसे 11 जुलाई की रात 9 बजे गांजा दिया था और बेचने के लिए चौराहे पर खड़ा किया था।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने तुरंत संतोषी लुनिया को मौके पर गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सुनील लुनिया को भी ग्राम छपरा से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया।

सराहनीय पुलिस टीम

इस सफल अभियान में थाना प्रभारी अखलेश दाहिया, सउनि मानकी धुर्वे, सउनि सतीश जाटव, प्र.आर. युसुफ शेख, आर. विशाल शिवहरे, म.आर. नेहा सहित विवेक दुर्गा, बृजेश सिंह, सौरभ सिंह और अभिषेक सिंह की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


दमोह में दरिंदगी: मां के सामने बेटे को कार से कुचलकर मार डाला , सड़क पर तड़पता रहा राकेश, आरोपी अकील खान फरार

दमोह (मध्य प्रदेश)। कोतवाली थाना क्षेत्र के पठानी मोहल्ला में शुक्रवार रात दिल दहला देने वाली वारदात हुई। मामूली विवाद के चलते एक युवक को उसकी ही मां के सामने बार-बार कार से कुचलकर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया।

मृतक की पहचान राकेश रैकवार (40) के रूप में हुई है। आरोपी अकील खान, जो एक गैस एजेंसी में कार्यरत है, फिलहाल फरार है। घटना के बाद पूरे इलाके में आक्रोश है।

क्या है पूरा मामला?

शुक्रवार शाम राकेश का अकील के पिता से चिकन खरीदने को लेकर कहासुनी हो गई थी। इसके कुछ घंटे बाद रात करीब 9 बजे राकेश अपनी मां को इलाज के लिए बाइक से लेकर जा रहा था, तभी अजमेरी गार्डन के पास आरोपी अकील ने उनकी बाइक को टक्कर मारी।

बाइक गिरते ही मां-बेटा नीचे गिर गए। इसके बाद अकील ने जानबूझकर राकेश को कार से रिवर्स करके कई बार कुचला, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

मां का बयान:

पीड़ित की मां नन्ही बाई ने रोते हुए बताया —

> "बेटा मुझे इलाज के लिए ले जा रहा था, रास्ते में अकील ने हमला कर दिया। बाइक गिरने के बाद वह बार-बार कार से मेरे बेटे को कुचलता रहा। मैं चीखती रही, मदद मांगती रही, फिर दौड़कर दूसरे बेटे को बुलाने गई। जब लौटी, तो बेटा खून से लथपथ पड़ा था..."

पुलिस की कार्रवाई:

नगर पुलिस अधीक्षक एचआर पांडे ने बताया कि हत्या की पुष्टि हो चुकी है। आरोपी अकील खान के खिलाफ  हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है।

घटना में इस्तेमाल कार जब्त कर ली गई है। घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

 मामले से जुड़े कुछ अहम तथ्य:

आरोपी और मृतक एक ही मोहल्ले के निवासी हैं और एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते थे।

राकेश का परिवार मछली पकड़ने का कार्य कर जीविकोपार्जन करता है।

घटना के बाद मोहल्ले में तनाव का माहौल है।

 सवाल उठता है:

क्या अब मामूली कहासुनी भी जानलेवा हो गई है?

क्या समाज में कानून का डर खत्म हो रहा है?

 इस दिल दहला देने वाली घटना ने एक बार फिर दिखा दिया है कि व्यक्तिगत रंजिश और गुस्से की आग में इंसानियत किस हद तक मर चुकी है।

कटनी विद्युत विभाग की लापरवाही से दर्दनाक हादसा – करंट की चपेट में आईं महिलाएं, एक की मौत, तीन घायल

स्लीमनाबाद (कटनी)। स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम संसारपुर में शुक्रवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया। विद्युत विभाग की घोर लापरवाही और ठेकेदार की गैर-जिम्मेदाराना कार्यप्रणाली ने एक आदिवासी महिला की जान ले ली, जबकि तीन अन्य महिलाएं गंभीर रूप से झुलस गईं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, 11 जुलाई की शाम लगभग 5:30 बजे, गांव की चार महिलाएं खेत से काम करके लौट रही थीं, तभी वे 33 केवी विद्युत लाइन के कार्य स्थल के पास फैले खुले तारों के संपर्क में आ गईं। तारों में करंट दौड़ रहा था और इसी से सभी महिलाएं झुलस गईं।

 मृतक महिला की पहचान:

मृतका की पहचान 40 वर्षीय मुन्नी बाई आदिवासी पति दशंक भूमिया के रूप में हुई है। गंभीर अवस्था में उन्हें जिला अस्पताल कटनी ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही निवार के पास उनकी मौत हो गई।

घायल महिलाओं के नाम:

  • आगानिया बाई भूमिया (50 वर्ष), पति जौहरलाल

  • रमन बाई भूमिया (36 वर्ष), पति राकेश भूमिया

  • संध्या कुमारी (8 वर्ष), पिता राकेश भूमिया

तीनों घायलों को तत्काल स्लीमनाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।

ठेकेदार की घोर लापरवाही उजागर

स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली का कार्य कर रही एजेंसी द्वारा कार्यस्थल पर कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए थे। काम बंद हो चुका था, लेकिन तारों में करंट दौड़ रहा था, जिससे यह दुर्घटना हुई। बिना चेतावनी, बैरिकेडिंग या सुरक्षा व्यवस्था के यह कार्य किया जा रहा था।

 गांव में मातम, जिम्मेदार कौन?

इस हादसे से पूरे संसारपुर गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने बिजली विभाग और ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। एक मासूम बच्ची सहित चार महिलाओं की जिंदगी खतरे में डालने वाले इस कृत्य को ग्रामीण प्रशासनिक लापरवाही करार दे रहे हैं।

 क्या कहते हैं ग्रामीण?

ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार को पहले भी कई बार असुरक्षित काम करने को लेकर टोका गया था, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब एक महिला की जान चली गई और तीन की जिंदगी खतरे में है।

मांग: ठेकेदार पर हो गैर इरादतन हत्या का केस, पीड़ितों को मुआवजा

ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि ठेकेदार पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाए, और पीड़ित परिवार को पर्याप्त मुआवजा तथा घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित किया जाए।

बहुत अच्छा निर्णय कि आपने रिपोर्ट को जनहित और ज़मीनी सच्चाई के साथ पेश करने का रास्ता चुना है। आपके अंतिम वाक्य को जोड़कर, पूरी रिपोर्ट का समापन और भी सशक्त बन सकता है। नीचे आपके ही प्रारूप का संशोधित समापन दिया जा रहा है, जिससे समाचार की धार और भी तीव्र हो:

प्रशासन हरकत में, FIR की तैयारी शुरू

घटना के बाद ग्रामीणों में उबाल है और मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है। ग्रामीणों के आक्रोश और सार्वजनिक दबाव को देखते हुए, पुलिस द्वारा ठेकेदार की भूमिका की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में लापरवाही के गंभीर संकेत मिले हैं।

सूत्रों के अनुसार, पुलिस द्वारा विद्युत ठेकेदार पर गैर इरादतन हत्या सहित अन्य धाराओं में FIR दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। साथ ही प्रशासनिक स्तर पर पीड़ित परिवार को सहायता दिलाने के प्रयास भी शुरू कर दिए गए हैं।