सोमवार, 30 जून 2025

🗳️ हाईकमान की पसंद या कार्यकर्ताओं की आवाज़? भाजपा का नया प्रदेशाध्यक्ष तय करेंगे 379 प्रतिनिधि

भोपाल | भारतीय जनता पार्टी, मध्यप्रदेश ने प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए आधिकारिक चुनावी प्रक्रिया का ऐलान कर दिया है। यह पूरी प्रक्रिया पार्टी के संविधान और केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के निर्देशों के अनुसार संपन्न होगी।









राज्य निर्वाचन अधिकारी विवेक नारायण शेजवलकर
द्वारा सोमवार को अधिसूचना जारी की गई, जिसमें 1 जुलाई और 2 जुलाई को चुनाव की विस्तृत रूपरेखा तय की गई है।

📋 चुनाव कार्यक्रम इस प्रकार रहेगा:

  • नामांकन पत्र जमा करना: 1 जुलाई 2025 | शाम 4:30 से 6:30 बजे
  • नामांकन पत्रों की जांच: 1 जुलाई | शाम 6:30 से 7:30 बजे
  • नाम वापसी: 1 जुलाई | शाम 7:30 से 8:00 बजे
  • अंतिम सूची जारी: 1 जुलाई | रात 8:30 बजे
  • (यदि आवश्यक हुआ तो) मतदान: 2 जुलाई | प्रातः 11:00 से दोपहर 2:00 बजे
  • मतगणना व परिणाम घोषणा: 2 जुलाई | दोपहर 2:00 बजे

🔸 379 प्रतिनिधि चुनेंगे नया अध्यक्ष

प्रदेश संगठन पर्व के तहत यह चुनाव कराया जा रहा है, जिसमें प्रदेश भाजपा के कुल 379 निर्वाचित प्रतिनिधि अपने मताधिकार का प्रयोग कर पार्टी का अगला प्रदेश अध्यक्ष तय करेंगे।
इसके साथ ही राष्ट्रीय परिषद के 44 सदस्यों का भी निर्वाचन इसी प्रक्रिया के अंतर्गत पूर्ण किया जाएगा।

राज्य निर्वाचन अधिकारी शेजवलकर ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी पद के लिए एक से अधिक नामांकन जमा होते हैं, तभी मतदान कराया जाएगा। अन्यथा निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की जा सकती है।


🗣️ राजनीतिक विश्लेषण:

“प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव संगठन की दिशा और आगामी चुनावी रणनीतियों को आकार देगा। हाईकमान की पसंद और कार्यकर्ताओं की अपेक्षाएं—दोनों के बीच संतुलन बनाना इस चुनाव की सबसे बड़ी चुनौती है।”


भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर दिल्ली की मुहर तय: सबकी पसंद या सिर्फ 'मोहन' की पसंद?

भोपाल: मध्यप्रदेश भाजपा के अगले अध्यक्ष का फैसला अब दिल्ली के हाथों में है। सबकी निगाहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की जोड़ी पर टिकी हैं, जो इस बार नए प्रदेश अध्यक्ष का भाग्य तय करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का इस बार सीधा दखल नहीं होगा और अंतिम नाम 'डाकिया' यानी धर्मेंद्र प्रधान के जरिए भोपाल पहुंचेगा।

रेस में कई पुराने चेहरे शामिल हैं, जिनमें मौजूदा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा, प्रह्लाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर प्रमुख हैं। धर्मेंद्र प्रधान को भी दिल्ली से निर्देश लाने वाले चेहरे के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि, यदि विभिन्न खेमों के बीच सहमति नहीं बन पाई, तो पार्टी एक अप्रत्याशित नाम सामने ला सकती है, जिसे कार्यकर्ता "लॉटरी लगना" कहते हैं। इससे मौजूदा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा की वापसी की संभावना भी बनी हुई है।

जातीय संतुलन के लिहाज से यह पद महत्वपूर्ण है। "बामन" (ब्राह्मण) और "बनिया" (वैश्य) वर्ग के बीच हमेशा से खींचतान रही है, लेकिन इस बार सिंधी समुदाय से भी एक नाम उभरने की चर्चा है।

यह फैसला केवल संगठन का चेहरा तय नहीं करेगा, बल्कि आगामी चुनावों में मुख्यमंत्री पद के चेहरे की राह भी तय करेगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह नियुक्ति 2028 विधानसभा और 2029 लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की पिच तैयार करेगी। पार्टी के लिए जमीनी पकड़, हाईकमान से नजदीकी और जातीय संतुलन तीनों का संतुलन साधना एक बड़ी चुनौती होगी।


"हैलो, मंत्री जी आप बंगले पर हैं?" — छात्र को मिल रहे हैं रोज VVIP कॉल, जानिए क्यों

भोपाल। सोचिए अगर आपके मोबाइल पर रोजाना मंत्रियों, अफसरों और बड़े नेताओं के फोन आएं — और सब आपको मंत्री समझकर सरकारी काम, शिकायतें या मीटिंग की मांग करें? भोपाल के एक कॉलेज छात्र को इस अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।

हकीकत यह है कि छात्र को हाल ही में जो मोबाइल नंबर मिला, वह पहले मध्यप्रदेश सरकार के एक कैबिनेट मंत्री के पास था। मंत्री ने जब नंबर बंद करवा दिया, तो टेलीकॉम कंपनी ने नियम अनुसार वह नंबर नए ग्राहक को अलॉट कर दिया — और वह ग्राहक बना भोपाल का एक साधारण छात्र।

📞 अब रोज आते हैं VIP कॉल

इस नए नंबर पर अब भी सरकारी अफसर, पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक फोन कर रहे हैं। कोई कहता है, "मंत्री जी, आप बंगले पर हैं?" तो कोई कहता है, "फाइल पर साइन चाहिए थे सर।"

छात्र को दिनभर कई ऐसे फोन आते हैं, जिनमें लोग समस्या लेकर पहुंचते हैं या समय मांगते हैं। छात्र ने कई बार समझाया कि वह कोई मंत्री नहीं है, पर कॉलर्स उसकी बात मानने को तैयार नहीं होते — उल्टा उसे मंत्री का स्टाफ समझकर आदेश सुनाने लगते हैं।

📵 नंबर से तंग आकर उठाया ये कदम

लगातार हो रही असुविधा के चलते छात्र ने अब नंबर को रिचार्ज कराना बंद कर दिया है ताकि कॉल न आएं। वह सिर्फ वाई-फाई के जरिए WhatsApp चलाता है।
WhatsApp पर उसने डिस्प्ले पिक्चर और स्टेटस बदलकर साफ-साफ लिख दिया है:

“यह नंबर मंत्री महोदय का नहीं है, कृपया कार्यालय से संपर्क करें और नया नंबर लें।”

🤷‍♂️ टेलीकॉम कंपनी बोली — ये तो सामान्य प्रक्रिया है

इस पूरे मामले पर जब संबंधित टेलीकॉम कंपनी से बात की गई तो उनका कहना था कि,

“पुराने नंबरों को कुछ समय बाद नए ग्राहकों को अलॉट किया जाता है। यह सामान्य प्रक्रिया है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए कोई विशेष सिस्टम नहीं है।”

😅 शुरुआत में लगा मजेदार, अब बन गई परेशानी

छात्र ने बताया कि शुरू में जब बड़े लोगों के कॉल आते थे तो उसे मज़ा आता था, लेकिन अब यह स्थिति परेशान करने वाली हो गई है। लोगों को बार-बार समझाना, उनकी उम्मीदें और रौब झेलना उसके लिए रोज़ की मुसीबत बन गया है।


लाखों बच्चों का भविष्य संवारने वाले शिक्षक राजेश दुबे सेवानिवृत्त , शिक्षा जगत को नम आंखों से कहा विदा

विजयराघवगढ़ (कटनी)। धार्मिक नगरी विजयराघवगढ़ निवासी और अपने मधुर स्वभाव, अनुशासनप्रियता और ज्ञानवृत्ति के लिए पहचाने जाने वाले शासकीय शिक्षक राजेश दुवे आज 30 जून 2025 को अपनी शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त हो गए। अपने सेवाकाल के अंतिम दिन वे भावुक तो हुए, परंतु संतोष भी था कि उन्होंने अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी, निष्ठा और समर्पण से किया।

श्री दुवे ने अपने जीवन के अमूल्य वर्ष शिक्षा और समाज सेवा को समर्पित कर लाखों विद्यार्थियों के जीवन को सवांरा। वे न केवल एक शिक्षक रहे, बल्कि सांस्कृतिक मंचों के प्रभावशाली वक्ता, रामभक्त, और धार्मिक संस्कारों से ओतप्रोत परिवार के प्रेरणास्त्रोत भी माने जाते हैं।

शिक्षा से सेवा तक का एक अनुकरणीय सफर

राजेश दुवे के संपूर्ण सेवाकाल की खास बात रही कि उन्होंने कभी भी संसाधनों, पद, या धन की लालसा नहीं रखी, बल्कि सादगी, अनुशासन और शिक्षा के मूल्यों को आत्मसात किया। वे मानते रहे कि शिक्षक का धर्म केवल पढ़ाना नहीं, बल्कि छात्रों के चरित्र, सोच और जीवन मूल्यों का निर्माण करना होता है।

विदाई के भावुक क्षण

सेवानिवृत्ति के अवसर पर आयोजित विदाई समारोह में उनके सहयोगियों, वरिष्ठजनों और छात्रों ने अपने अनुभव साझा करते हुए उन्हें “जीवन गंगा का स्रोत” बताया। मंच पर जब श्री दुवे ने भावुक होकर कहा—

"शासन ने मुझे शिक्षा का दायित्व दिया, परिवार पालने के लिए नहीं, बल्कि छात्रों का भविष्य बनाने के लिए… यदि कहीं कोई त्रुटि रही हो, तो क्षमा चाहता हूँ" — तो हर आंख नम हो गई।

उन्होंने यह भी वादा किया कि ईश्वर की कृपा रही तो वे आगे भी समाज और छात्रों के लिए समय निकालते रहेंगे

समाज को मिला एक आदर्श शिक्षक

राजेश दुवे जैसे शिक्षक समाज को डॉक्टर, इंजीनियर, सैनिक और अच्छे नागरिक देने वाले मौलिक स्तंभ होते हैं। उन्होंने समय-समय पर अनुशासन का प्रयोग कर, विद्यार्थियों को कठोरता के बाद स्नेह और मार्गदर्शन से गढ़ा, जो आज एक समृद्ध शिक्षित समाज के रूप में हमारे सामने है।

आज जब श्री राजेश दुवे सेवानिवृत्त हो रहे हैं, तो ऐसा लगता है जैसे शिक्षा जगत का एक चमकता सितारा विदा हो रहा है। परंतु यह विदाई स्थायी नहीं, बल्कि नई भूमिका की शुरुआत है — अब वे समाज को अपने अनुभवों से आलोकित करते रहेंगे।

शिक्षा जगत उन्हें हमेशा याद करेगा।

📰 ग्राम पंचायतों में पनप रही अवैध गतिविधियों पर लगे रोक: सरपंच संघ ने एसपी को सौंपा ज्ञापन

कटनी। जनपद पंचायत कटनी अंतर्गत ग्राम पंचायतों में लगातार फल-फूल रही अवैध गतिविधियों को लेकर सरपंच संघ ने पुलिस अधीक्षक महोदय को ज्ञापन सौंपते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है। सरपंच संघ अध्यक्ष मोहित पाठक के नेतृत्व में पहुंचे सरपंचों ने स्पष्ट किया कि ग्रामों में अवैध रूप से फेक्टरियां, सट्टा, जुआ व शराब जैसे कारोबार संचालित हो रहे हैं, जिससे ग्रामीणों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

                       ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि जनपद क्षेत्र की 59 ग्राम पंचायतों के सरपंचों द्वारा इन गतिविधियों के खिलाफ लगातार शिकायतें की जा रही हैं, लेकिन अभी तक ठोस कार्यवाही नहीं हो सकी है। इससे असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं और ग्रामीण क्षेत्र का वातावरण दूषित होता जा रहा है।

सरपंच संघ ने मांग की कि जिला प्रशासन इन अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने हेतु सख्त कदम उठाए, ताकि ग्रामीणजन बिना भय के अपने गांवों में सुरक्षित जीवन व्यतीत कर सकें।

🔹 प्रतिनिधिमंडल में ये सरपंच शामिल रहे:

मोहित पाठक (अध्यक्ष)

हिमांशु त्रिपाठी

संतोष निषाद

अनिरुद्ध पाण्डेय

अख्तर रजा

ईश्वरदीन दाहिया

अनुपम राठिया

सौरभ सिंह चौहान

रवि पाण्डेय

समुंदर सिंह

                    सरपंच संघ ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो संगठन पंचायत स्तर पर जनआंदोलन के लिए बाध्य होगा।

                     ज्ञापन के अंत में सरपंच संघ ने भरोसा दिलाया कि प्रशासन यदि सख्ती से कदम उठाता है, तो गांवों को अवैध गतिविधियों से मुक्त कराने में हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।


बढ़ते अपराध और शराबबंदी को लेकर भारतीय युवा शक्ति संगठन ने एसपी को सौंपा ज्ञापन

कटनी (बरही): जिले में लगातार बढ़ रहे आपराधिक मामलों और शराब के दुष्प्रभावों को लेकर भारतीय युवा शक्ति संगठन, बरही जिला कटनी द्वारा सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन सौंपा गया। संगठन के सदस्यों ने ज्ञापन के माध्यम से जिले में व्याप्त असुरक्षा के माहौल, अवैध शराब के कारोबार और इसके चलते हो रही घटनाओं पर गहरी चिंता जताई।

ज्ञापन में कहा गया है कि कटनी जिले में हाल के दिनों में चोरी, मारपीट, हत्या, और घरेलू हिंसा जैसी घटनाओं में वृद्धि हुई है। इसके पीछे मुख्य वजह अवैध रूप से बिक रही शराब और उसका अत्यधिक सेवन बताया गया है, जिससे सामाजिक ताना-बाना भी प्रभावित हो रहा है।

मुख्य मांगें इस प्रकार रहीं:

1. अपराध नियंत्रण के ठोस उपाय:

संवेदनशील क्षेत्रों में नियमित गश्त बढ़ाई जाए और निगरानी प्रणाली को सुदृढ़ किया जाए।

2. कठोर कार्यवाही:

अपराधियों पर त्वरित और सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए तथा निष्पक्ष जांच कराई जाए।

3. सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा:

नागरिकों और पुलिस के बीच बेहतर संवाद और विश्वास स्थापित करने की दिशा में ठोस पहल की जाए।

4. अवैध शराब पर रोक:

अवैध शराब के निर्माण, बिक्री और वितरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। शराब की दुकानों के संचालन समय की नियमित जांच हो।

5. विशेष घटनाओं का हवाला:

ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि हाल ही में नन्हवारा खुर्द में शराब पीने के बाद हुई एक हत्या ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए शराब की पैकारियां बंद कराई जाएं।

6. हत्या के आरोपियों को सजा:

संगठन ने मांग की कि नन्हवारा खुर्द हत्याकांड के आरोपियों को कड़ी सजा दी जाए और मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए।

संगठन ने प्रशासन से अनुरोध किया कि इन सभी मांगों पर शीघ्र और प्रभावी कदम उठाए जाएं ताकि जिले में कानून व्यवस्था बहाल हो सके और सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिले।

संगठन ने आश्वस्त किया कि वे इस अभियान में पुलिस प्रशासन को पूर्ण सहयोग देंगे।

🔴 भदावर डोलोमाइट खदान विवाद में नया मोड़: विस्फोट, पत्थरबाजी और धमकी के आरोपों के बाद खदान संचालक पर एफआईआर



कटनी | बड़वारा थाना क्षेत्र ग्राम भदावर स्थित डोलोमाइट खदान में हुए ताजा घटनाक्रम ने एक बार फिर क्षेत्र में तनाव का माहौल बना दिया है। विस्फोट के बाद घरों के पास गिरे पत्थरों और ग्रामीणों को धमकाने के आरोपों को लेकर बवाल खड़ा हो गया है।

🧨 क्या हुआ घटनास्थल पर?

बताया जा रहा है कि खदान में किए गए एक विस्फोट के बाद उड़े पत्थर गांव के घरों के समीप आकर गिरे। सौभाग्यवश, कोई हताहत नहीं हुआ। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने जब खदान प्रबंधन से आपत्ति जताई, तो विवाद और गहरा गया।

ग्रामीणों का आरोप है कि खदान संचालक और उसके साथियों ने उन्हें गालियां दीं, धमकाया और कथित तौर पर बंदूक लहराकर डराने की कोशिश की।

🧑‍🌾 खदान संचालक पर आरोप

स्थानीय लोगों के अनुसार, यह खदान कटनी निवासी संदेश जैन की है। ग्रामीणों का कहना है कि संचालक अपने कुछ साथियों के साथ मौके पर आया था और धमकी दी। हालांकि, बंदूक लहराने की पुष्टि करने वाला कोई वीडियो अभी तक सामने नहीं आया है।

🚔 पुलिस की त्वरित कार्रवाई

सूचना मिलते ही बड़वारा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। 

अति. पुलिस अधीक्षक संतोष डोहरिया ने बताया कि शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है, और मामले की जांच जारी है।

📌 पुलिस ने किन धाराओं में मामला दर्ज किया?

पुलिस ने आरोपी खदान संचालक के खिलाफ IPC की धाराएं 288, 125, 125A, 296, 351(2) 3(5) के साथ-साथ SC/ST एक्ट की धाराएं 3(1)(द), 3(1)(घ), 3(2)(va) के तहत प्रकरण दर्ज किया है।

🌐 ग्रामीणों की मांग

ग्रामीणों ने खदान के संचालन पर तत्काल रोक लगाने और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।