शनिवार, 28 जून 2025

📰 कटनी में 143वीं श्री जगन्नाथ रथ यात्रा धूमधाम से निकली, केरल के ढोल और छत्तीसगढ़ के नृत्य ने मोहा मन, लेकिन ट्रैफिक जाम बना परेशानी

कटनी। श्री जगन्नाथ स्वामी जी के प्राचीन मंदिर से शनिवार को 143वीं रथ यात्रा धार्मिक उल्लास और सांस्कृतिक रंगों के साथ निकाली गई। इस ऐतिहासिक यात्रा में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी, जिन्होंने भगवान श्रीजगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की पूजा-अर्चना कर देश-प्रदेश की खुशहाली की कामना की।

यात्रा का आकर्षण इस बार दक्षिण और पूर्व भारत की सांस्कृतिक छटा रही। केरल से आई 20 सदस्यीय 'शक्ति ढोल' टीम की गूंजती थापों और छत्तीसगढ़ के चंदा मेलम, आदिवासी नृत्य और पारंपरिक लोटा नृत्य ने रथ यात्रा में चार चांद लगा दिए। जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर रथ का स्वागत किया और प्रसाद वितरण किया गया।

भक्त "जगन्नाथ का भात, जगत पसारे हाथ" जैसे जयघोषों से पूरे मार्ग को गूंजायमान करते रहे। लगभग 2 किलोमीटर लंबी इस शोभायात्रा में सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों की भी भागीदारी रही।

🚧 लेकिन व्यवस्था रही ढीली, ट्रैफिक जाम बनी मुसीबत

जहां एक ओर यात्रा भव्यता में बेमिसाल रही, वहीं दूसरी ओर नगर प्रशासन की लापरवाही सामने आई। यात्रा मार्ग पर वैकल्पिक रूट न बनाए जाने के चलते कटनी शहर के सुभाष चौक से लेकर मिशन चौक, बरगवां और जगन्नाथ चौक तक लगभग 3 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया।

जाम में फंसे आमजन ही नहीं, दो एंबुलेंस और आपातकालीन सेवा से जुड़े वाहन भी फंस गए। स्थानीय लोगों ने बताया, "हर साल यह यात्रा निकलती है, लेकिन नगर निगम की तैयारी हमेशा अधूरी रहती है।"

🚨 पुलिस ने संभाली स्थिति 

जानकारी मिलने पर यातायात  स्टाफ मौके पर पहुंचे जिसमें करीब 8 होमगार्ड व 4 ट्रैफिक जवानों की मदद से जाम में फंसे वाहनों को साइड कराया गया, प्राथमिकता से एंबुलेंस को निकाला गया। ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, भीड़ की तीव्रता के चलते अचानक हालात बिगड़े, जिन्हें समय रहते नियंत्रित कर लिया गया।

📝 विशेष टिप्पणी:

शहर में धार्मिक आयोजनों की भव्यता और श्रद्धा जितनी जरूरी है, उतनी ही जरूरी है नगर प्रशासन की समय रहते की गई योजना। ऐसे आयोजनों में यदि पहले से वैकल्पिक मार्ग और ट्रैफिक कंट्रोल की व्यवस्था हो तो आमजन को परेशानी से बचाया जा सकता है।

(मोस्ट वांटेड) कटनी पुलिस ने फरार आरोपियों पर 10-10 हज़ार रुपये का इनाम घोषित किया

कटनी: जिले में घटित एक गंभीर अपराध के बाद से फरार चल रहे आरोपियों की तलाश में कटनी पुलिस ने अपनी मुहिम तेज कर दी है। आरोपियों का कोई सुराग न मिलने और मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा (भा.पु.से.) ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है।

उन्होंने बताया कि फरार चल रहे आरोपियों की सूचना देने या उन्हें गिरफ्तार करवाने में मदद करने वाले किसी भी व्यक्ति को प्रत्येक आरोपी पर 10,000/- रुपये (दस हजार रुपये) का नकद इनाम दिया जाएगा।

पुलिस अधीक्षक ने आम जनता से अपील की है कि अगर उन्हें आरोपियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया है कि सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम और पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी।

यह कदम आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने और उन्हें कानून के दायरे में लाने के लिए उठाया गया है। पुलिस ने मामले की जांच जारी रखी है और आरोपियों की तलाश के लिए विभिन्न टीमें गठित की हैं।

Police Control Room Katni: 7587615946


🛑 कटनी आउटर पर बदमाशों का तांडव! रीवा-इतवारी और महानगरी एक्सप्रेस पर पथराव, महिला यात्री घायल 🚨

कटनी। कटनी रेलवे आउटर क्षेत्र में बदमाशों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार शाम खिरहनी फाटक आउटर पर दो ट्रेनों – गाड़ी संख्या 12268 रीवा-इतवारी एक्सप्रेस और 22177 महानगरी एक्सप्रेस – पर अज्ञात असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया। इस घटना में एक महिला यात्री घायल हो गई, जबकि कोच की खिड़कियों के कांच चकनाचूर हो गए।

इस वारदात से यात्रियों में भय का माहौल है और मंडल रेल प्रशासन जबलपुर तक हड़कंप मच गया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए आरपीएफ व जीआरपी की टीमों को कटनी आउटर से लेकर पटवारा स्टेशन तक अलर्ट मोड पर तैनात किया गया है।


🧱 पथराव की दोहरी वारदात

  • रीवा-इतवारी एक्सप्रेस (12268):
    ट्रेन जब पटवारा से कटनी स्टेशन के बीच थी, तब एस-1 और एस-3 कोच पर अज्ञात बदमाशों ने पथराव कर दिया।
    एक महिला यात्री घायल हुई, जिसे ट्रेन स्टाफ द्वारा प्राथमिक उपचार देने के बाद जबलपुर में इलाज के लिए उतारा गया।

  • महानगरी एक्सप्रेस (22177):
    ट्रेन जैसे ही खिरहनी फाटक आउटर पार कर रही थी, बी-6 कोच की खिड़की पर पथराव हुआ।
    गनीमत रही कि सीट पर बैठे यात्री को कोई चोट नहीं आई।


🛡️ आरपीएफ-जीआरपी की कार्रवाई

  • आरपीएफ ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच जारी है।
  • शिफ्टों में 4 जवानों को आउटर क्षेत्र में निगरानी के लिए लगाया गया है।
  • कटनी से पटवारा तक 8 जवानों की विशेष तैनाती की गई है।
  • स्थानीय पुलिस के सहयोग से भी निगरानी बढ़ा दी गई है।

🎭 अभिनेत्री से भी हो चुकी है लूट की कोशिश

कुछ ही समय पहले छत्तीसगढ़ की अभिनेत्री ज्योत्सना ताम्रकार के साथ भी इसी क्षेत्र में लूट और मारपीट की कोशिश की गई थी। उनका वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद रेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए थे।


❗ यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल

रेल यात्रियों की सुरक्षा अब गंभीर मुद्दा बन चुकी है। लगातार हो रही घटनाएं यह दर्शाती हैं कि बदमाश आउटर पर पुलिस व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। यात्रियों की मांग है कि:

  • आउटर क्षेत्र में स्थायी सुरक्षा चौकी स्थापित हो
  • ट्रेनों में सीसीटीवी और अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड की तैनाती हो
  • रात के समय गश्ती दलों की संख्या बढ़ाई जाए

कटनी आउटर अब बदमाशों के लिए सुरक्षित अड्डा बनता जा रहा है। यदि समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो यह यात्रियों की जान-माल के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।


🛑 रेलवे विकास कार्य बना लोगों के लिए मुसीबत, झलवारा अंडरपास में जलभराव, ग्रामीणों ने ट्रैक पर दिया धरना 🛤️

कटनी। रेलवे विकास कार्यों के नाम पर हो रही अनदेखी अब आमजन के लिए मुसीबत बनती जा रही है। कटनी से एनकेजे मार्ग होते हुए झलवारा अंडरपास तक स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। बारिश के पहले ही दिन एलएनटी कंपनी के कार्यों के चलते एनकेजे का मुख्य मार्ग जलमग्न हो गया। भारी वाहनों द्वारा लाई गई चिकनी मिट्टी से सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है, जिससे कई लोग गिरकर घायल हो चुके हैं।

हालत यह है कि रेलवे और प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी न तो मौके पर पहुंचे, न ही कोई प्रतिक्रिया सामने आई।

❌ बंद निकासी, जलभराव से बिगड़े हालात

झलवारा क्षेत्र में रेलवे द्वारा बनाए जा रहे ग्रेड सेपरेटर पुल की निर्माण प्रक्रिया के चलते निकासी नालों को बंद कर दिया गया है। नतीजतन, पहली ही बारिश में अंडरपास जलमग्न हो गया, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया।

स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि स्कूली बच्चों को 10 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाकर तिलक कॉलेज मार्ग से स्कूल जाना पड़ा। ग्रामीणों के लिए यह ग्रेड सेपरेटर अब किसी अभिशाप से कम नहीं रह गया है।


🚧 ग्रामीण सड़कें बदहाल

रेलवे निर्माण में लगी एलएनटी और इरकॉन जैसी कंपनियों के भारी वाहनों ने ग्रामीण अंचलों की सड़कों को गड्ढों में तब्दील कर दिया है। सिंगरौली-बीना-बिलासपुर रेलखंड पर निर्माण कार्य के चलते आम राहगीरों को प्रतिदिन दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है।

रेलवे द्वारा हिरवारा ग्राम पंचायत के अंतर्गत झलवारा स्टेशन के पास बनाए गए अंडरपास में पहली ही बारिश में कमर तक पानी भर गया। पुराने रेल फाटक को बंद कर दिया गया है, जिससे ग्रामीणों का मुख्य मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया है।

✊ आक्रोशित ग्रामीणों ने किया ट्रैक जाम

समस्या के समाधान की दिशा में कोई पहल न होते देख, ग्रामीणों ने झलवारा स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उनका स्पष्ट कहना है कि जब तक रेलवे उन्हें सुरक्षित और सुगम रास्ता नहीं देता, विरोध जारी रहेगा।

📌 ग्रामीणों की प्रमुख मांगें:

  • जलभराव से मुक्ति के लिए उचित निकासी व्यवस्था की जाए
  • झलवारा अंडरपास की ऊंचाई और नाला प्रणाली में सुधार किया जाए
  • ग्रामीण सड़कों की मरम्मत और पुनर्निर्माण तत्काल शुरू किया जाए
  • रेलवे और निर्माण एजेंसियों की जवाबदेही तय की जाए

🔍 निष्कर्ष:

कटनी में रेलवे विकास कार्यों के नाम पर आम लोगों की बुनियादी ज़रूरतों को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है। रेलवे जहां अपने हितों को प्राथमिकता दे रहा है, वहीं स्थानीय जनता बुनियादी सुविधाओं से वंचित हो रही है। यदि समय रहते सुधार नहीं हुआ, तो यह समस्या और अधिक गंभीर रूप ले सकती है।


कटनी में भवन निर्माण सामग्री का भरोसेमंद नाम — माँ नर्मदा ट्रेडर्स ,जहां निर्माण की हर ईंट रखी जाती है भरोसे के साथ

कटनी।
अगर आप कटनी शहर में घर, दुकान या कोई भी निर्माण कार्य कर रहे हैं और बिल्डिंग मटेरियल की तलाश में हैं — तो अब इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं। क्योंकि कटनी के स्थानीय बाजार में एक नाम वर्षों से लोगों का भरोसा बना हुआ है – "माँ नर्मदा ट्रेडर्स"।

रेत, ईंट, गिट्टी, सीमेंट, सरिया (लोहे की छड़ें), मुरम, डस्ट जैसे सभी निर्माण सामग्रियों की थोक और फुटकर बिक्री यहां की जाती है। चाहे छोटा काम हो या बड़े स्तर पर प्रोजेक्ट, माँ नर्मदा ट्रेडर्स आपके हर जरूरत को समय पर, उचित रेट पर और विश्वसनीयता के साथ पूरा करता है।

हर कोने में सेवा, हर ग्राहक के लिए सुविधा

कटनी शहर के किसी भी कोने में बिल्डिंग मटेरियल की सप्लाई की सुविधा उपलब्ध है। ग्राहक की संतुष्टि ही इनका उद्देश्य है — यही कारण है कि यहाँ गुणवत्ता के साथ-साथ समय की पाबंदी को भी प्राथमिकता दी जाती है।

विश्वास का प्रतीक, सेवा में समर्पित

ग्राहकों की बढ़ती मांग और विश्वसनीयता ने माँ नर्मदा ट्रेडर्स को कटनी क्षेत्र में एक मजबूत ब्रांड के रूप में स्थापित किया है। चाहे निर्माण कार्य प्रारंभ करना हो या मटेरियल का तत्काल ऑर्डर — हर स्थिति में यह प्रतिष्ठान तत्पर रहता है।

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"माँ नर्मदा ट्रेडर्स" — जहां निर्माण की हर ईंट रखी जाती है भरोसे के साथ।


हाईवे पर हादसा: बिहार से लौट रहा परिवार बाल-बाल बचा, नींद का झोंका बना कारण

कटनी - 
शुक्रवार को जबलपुर हाईवे पर मैगी प्वाइंट के सामने एक बड़ा हादसा टल गया। बिहार से अपने परिवार के साथ जबलपुर लौट रहे एक व्यक्ति की कार अचानक अनियंत्रित हो गई और दुर्घटना का शिकार हो गई। राहत की बात यह रही कि कार सवार सभी सदस्य सुरक्षित हैं।

जानकारी के अनुसार, चालक को अचानक नींद का झोंका आ गया, जिससे कार नियंत्रण से बाहर हो गई और हाईवे किनारे जा भिड़ी।

पीड़ित व्यक्ति ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, में कर्मचारी हैं और बिहार से लौट रहे थे। दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों ने तुरंत सहायता पहुंचाई और पुलिस को सूचित किया।

समय रहते बचाव से टली बड़ी अनहोनी

स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और गाड़ी को हटवाया। परिवार को प्राथमिक चिकित्सकीय जांच के बाद आगे रवाना किया गया।
यह हादसा एक बार फिर यह याद दिलाता है कि लंबी यात्रा के दौरान पर्याप्त आराम और सतर्कता बरतना अत्यंत आवश्यक है।

सांसद ने बेटी का कराया सरकारी स्कूल में दाखिला, कहा - "व्यवस्था पर भरोसा तभी बढ़ेगा जब हम खुद हिस्सा बनेंगे"

शहडोल | शहडोल संसदीय क्षेत्र की भाजपा सांसद हिमाद्री सिंह ने एक मिसाल पेश करते हुए अपनी बेटी गिरीशा नंदिनी का दाखिला अनूपपुर जिले के राजेन्द्रग्राम स्थित शासकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय में कक्षा पहली में करवाया। गुरुवार को खुद सांसद अपनी बेटी के साथ स्कूल पहुंचीं और पूरे दाखिला प्रक्रिया को संपन्न कराया।

इस मौके पर उन्होंने कहा –

"जब हम अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में कराते हैं, तो न केवल व्यवस्था पर विश्वास जताते हैं, बल्कि सुधार की प्रक्रिया को भी करीब से देख और समझ पाते हैं।"

सांसद ने आगे कहा कि उनकी बेटी उसी स्कूल में पढ़ेगी, जहां आमजन के बच्चे पढ़ते हैं। यह कदम न सिर्फ शिक्षा व्यवस्था में भरोसा जगाने वाला है, बल्कि सरकारी स्कूलों की छवि सुधारने की दिशा में भी एक सकारात्मक संदेश देता है।

जनप्रतिनिधियों को उदाहरण बनना चाहिए – आमजन की राय

हिमाद्री सिंह की इस पहल को क्षेत्र में काफी सराहा जा रहा है। लोगों का कहना है कि सांसद ने जो किया है, वह उदाहरण बन सकता है। अब आमजन की यह भी मांग है कि “सभी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को अपने बच्चों की पढ़ाई सरकारी स्कूलों में ही करवानी चाहिए, तभी शिक्षा व्यवस्था में वास्तविक सुधार आ सकेगा।”

राजेन्द्रग्राम आदिवासी बहुल इलाका है, जहां परंपरागत रूप से बालिका शिक्षा को लेकर अभिभावकों में रुचि कम देखी जाती रही है। इस पर सांसद ने अभिभावकों से अपील की –

"बेटियों को जरूर स्कूल भेजें, ताकि वे अपने अधिकारों को जान सकें और आत्मनिर्भर बनें।"