शनिवार, 20 फ़रवरी 2021

क्या एसीसी सीमेंट फैक्ट्री के द्वारा भी प्रदूषण के स्तर में किया जा रहा इजाफ़ा..??

कटनी
-जिले में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के बाद भी प्रशासन की आंखे बंद है। वहीं कैमोर में संचालित एसीसी सीमेंट फैक्ट्री के द्वारा भी प्रदूषण के स्तर में इजाफा किया जा रहा है। जबकि इस प्रदूषण के स्तर को बैलेंस करने के लिए खुद प्रदूषण विभाग सर्टिफिकेट जारी करता है। मामले की जानकारी लेने जब स्थानीय लोगो से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि एसीसी सीमेंट फैक्ट्री द्वारा फ्लाय एस डस्ट ट्रेन से मंगाई गई है। जबकि यह डस्ट इतनी बारीक होती है कि हवा में आसानी से मिल जाती है और सांस के माध्यम से हमारे शरीर के अंदर जाकर कई बीमारियों का कारण बनती है। हालांकि हमने जनता की इस समस्या के लिए एसीसी के एचआर हेड से भी मुलाकात की जिन्होंने सफाई दी है कि ट्रेन से फ्लाय एस मंगाने का अभी ट्रायल किया गया है जिसे कंपनी के टेक्निकल लोग देख रहे है।
डस्ट के प्रदूषण से परेशान लोगो की व्यथा के बारे में जब एसडीएम प्रिया चंद्रावत से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रदूषण की समस्या की शिकायत मिली है। इसकी जांच कराएंगे अगर कोई अनियमितता मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।

पूरी खबर देखने के लिए लिंक को ओपन करे...https://youtu.be/LqGMn0TVQ28

शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021

डिस्ट्रिक्ट लेवल एक्सपोर्ट प्रमोशन कमेटी की बैठक आयोजित,जिले में एक्सपोर्ट हब डेवलप करने की दिशा में किया जाये काम


कटनी -
डिस्ट्रिक्ट लेवल एक्सपोर्ट प्रमोशन कमेटी की बैठक गुरुवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित हुई। बैठक में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने जिले में एक्सपोर्ट प्रमोशन के लिये की जाने वाली गतिविधियों का रिव्यू किया। उन्होने कहा कि एक्सपोर्ट हब बनाने के उद्देश्य से कार्ययोजना बनाई जाये। पूर्व में इस दिशा में किये गये कार्यों को गति दें। देवगांव के पास सिमरा में लॉजिस्टिक हब बनाने का जो पुराना प्रस्ताव है, उस पर तेजी से काम करें। उसका डेवलपमेन्ट स्थानीय उद्योगों के हिसाब से हो। इसके लिये डीपीआर तैयार करने वाली संस्था के साथ स्थानीय उद्योगपतियों के साथ एक बैठक भी आयोजित की जाये। 
 बैठक में इंडस्ट्रियल पार्क को विकसित करने जिले के एक्शन प्लान को रिवाईज करने के आदेश भी कलेक्टर ने दिये। एक जिला-एक उत्पाद के तहत चयनित किये गये टमाटर उत्पाद की प्रोसेसिंग जिले में हो, इस विषय पर भी चर्चा हुई। इस पर नाबार्ड के माध्यम से एफपीओ मोड में जिले के टमाटर की प्रोसेसिंग कराने का निर्णय भी लिया गया। 
 स्थानीय युवाओं को स्किल्ड करने, किसानों को नवीन उन्नत तकनीकी का उपयोग करने के लिये दक्ष करने के लिये सेमीनार आयोजित करने के निर्णय भी बैठक में लिये गये। कलेक्टर श्री मिश्रा ने विजयराघवगढ़ आईटीआई के लिये शीघ्र ही आईएमसी के गठन के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिये। 
 बैठक में एसडीएम बहोरीबंद रोहित सिसोनिया, एसडीएम कटनी बलबीर रमन, समिति सदस्य एवं उद्योगपति सुधीर मिश्रा, अरविंद गुगालिया, पवन मित्तल सहित महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र अजय श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे।

गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

सीएम हेल्पलाईन डिस्पोजल में उदासीनता बरतना पड़ा भारी,अपर कलेक्टर ने सात अधिकारियों को थमाया शोकाज


कटनी सीएम हेल्पलाईन में प्राप्त शिकायतों के निराकरण के स्पष्ट आदेश कलेक्टर प्रियंक मिश्रा द्वारा सभी जिला अधिकारियों को दिये गये हैं। साथ ही उन्होने स्पष्ट तौर पर यह भी निर्देशित किया है कि सीएम हेल्पलाईन के डिस्पोजल में किसी भी तरह की उदासीनता ना बरती जाये। एैसा करने वाले पदाविहित अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के आदेश भी कलेक्टर द्वारा दिये गये थे।

            इन्ही निर्देशों के तहत सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों के निराकरण में उदासीनता बरतना सात पदाविहित अधिकारियों को भारी पड़ा। इन्हें अपर कलेक्टर जगदीश चन्द्र गोमे द्वारा शोकॉज नोटिस जारी किया गया है। पूरे मामले के अनुसार सीएमओ बरही अभयराज सिंहवरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एस.के. भुमिया व जी.आर. हल्दकारसीईओ जनपद ढीमरखेड़ा विनोद कुमार पाण्डेसहायक यंत्री पीएचई पी.के. प्यासीगोविन्द डी भूरिया और महेश प्रसाद पाठक को अपर कलेक्टर द्वारा एससीएन जारी किया गया है।

            इन सभी अधिकारियों के द्वारा सीएम हेल्पलाईन के तहत प्राप्त शिकायतों का निर्धारित समय सीमा में निराकरण नहीं किया गया। जिससे यह शिकायतें बिना निराकृत हुये ही उच्च लेवल पर ट्रान्सफर हो गईं। इन्ही पदीय कर्तव्यों के निर्वहन में कोताही बरतने पर कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया। जारी कारण बताओ सूचना पत्र का जवाब तीन दिवस में प्रस्तुत करने के आदेश अपर कलेक्टर ने दिये हैं। नियत अवधि में उत्तर प्राप्त ना होने की दिशा में एकपक्षीय कार्यवाही की जायेगी।

यात्री बसों के सुव्यवस्थित संचालन के लिये चलेगा विशेष चेकिंग अभियान , परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने दिये निर्देश

            
कटनी - परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने यात्री बसों के प्रभावी और सुव्यवस्थित संचालन के लिये प्रदेशव्यापी अभियान चलाने के निर्देश अपर मुख्य सचिव परिवहन को दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विशेष चेकिंग अभियान भी चलाया जाये।

परिवहन मंत्री ने बताया कि प्रदेश-स्तर पर चलाये जाने वाले 7 दिवसीय अभियान में संचालित यात्री वाहनों के परमिट की वैधताबसों के फिटनेस प्रमाण-पत्रपरमिट से भिन्न मार्ग पर चलने वाले यात्री वाहनक्षमता से अधिक सवारी ले जाने वालेभोपाल और इंदौर जैसे बड़े शहरों में चलने वाली यात्री बसों की छतों पर सामान ले जानेबीमा एवं टैक्स संबंधी प्रपत्रों की जाँच की जायेगी। इनमें से कोई भी कमी पाये जाने पर संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।

बसों की रफ्तार पर लगेगा अंकुश

परिवहन मंत्री ने कहा कि यात्री वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की एक वजह वाहनों का निर्धारित गति से अधिक रफ्तार से चालन भी है। यात्री बस के ड्रायवर-कंडक्टर अधिक सवारियों के लोभ में तेज गति से वाहन दौड़ाते हैंजिससे वाहनों की तेज गति दुर्घटना का कारण बनती है। उन्होंने कहा कि इस पर अंकुश लगाने के लिये यात्री बसों में स्पीड गवर्नर लगाये जाने के संबंध में पूर्व में निर्देशित किया गया था। चैकिंग के दौरान अधिकारी स्पीड गवर्नर लगे हैं या नहींयह भी चेक करे। उन्होंने कहा कि यात्री बसों में ओव्हर-लोडिंग अर्थात् क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाने के कारण भी दुर्घटनाएँ होती हैंइस पर भी ध्यान दें। किसी भी हालत में यात्रियों की जान-माल से समझौता नहीं किया जायेगा।

मैं स्वयं भी करुँगा औचक निरीक्षण

परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि यात्री बसों के संचालन को नियंत्रित करने के लिये मैं स्वयं भी सड़कों पर बसों का औचक निरीक्षण करूँगा। किसी भी प्रकार की अनियमितता मिलने पर बस मालिक के साथ संबंधित परिवहन अधिकारी के विरुद्ध भी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। बस मालिक के साथ अधिकारी स्वयं भी अपने उत्तरदायित्व के प्रति सजग रहें।

परमिट के अनुसार हो यात्री वाहनों का संचालन

परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि अभियान में इस बात पर सतत निगाह रखें कि बसों का संचालन परमिट के अनुसार ही हो। निर्धारित रूट से भिन्न मार्ग पर चलने वाले वाहनों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाये। उन्होंने सीधी की दुरूखद बस दुर्घटना का हवाला देते हुए कहा कि यह हादसा भी बस चालक की गलती का ही नतीजा है। इससे हमें सबक लेना चाहिये।

कटनी - 51 मौतों के बाद जागा परिवहन विभाग, सड़क पर उतरकर कर रहे जांच..

कटनी - सीधी सतना में हुए बस हादसे में करीब 51 लोगों की मौत के बाद जहां पुरे प्रदेश में परिवहन विभाग बसों पर सख्त कार्यवाही के लिए सड़को पर उतर आया | वही  कटनी परिवहन अधिकारी भी अपने दलबल के साथ पन्ना तिराहे व् बस स्टेण्ड पर बसों के कागज व् बसों की जाँच करते दिखाई दिए , ख़ास बात तो ये है की जाँच में लगभग सभी बसों में आकस्मिक दरवाजे की जगह सवारियों के लिए सीटें लगी मिली, जिन्हे तुरंत हटाने के निर्देश दिए गए साथ ही करीब 10 बसों पर चलानी कार्यवाही भी की गई | हालाँकि आज भी बसों में क्षमता से अधिक सवारियां ढोते नजर आई बसें ..


बुधवार, 17 फ़रवरी 2021

कटनी-पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को ABVP ने दी श्रद्धांजलि

कटनी-जम्मू कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में देश की रक्षा के लिए शहीद हुये सीआरपीएफ के वीर जवानों की याद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला कटनी द्वारा  मशाल जुलूस निकाल कर सुभाष चौक पर कार्यकर्ताओं द्वारा भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई वीर जवानों को भावपूर्ण नमन, ज्ञात हो की आज ही दिन दो वर्ष पूर्व 14 फरवरी 2019 को कश्मीर के पुलवामा में एक आतंकी दस्ते ने CRPF के काफिले पर हमला किया था इस हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे, जिसके बाद भारत ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था  वीर शहीदों  को कभी नहीं भूलेगा देश ...

 
https://youtu.be/k1wJzXCp_hE 

लापरवाही के चलते हजारो क्विंटल गेहूं हुआ खराब

कटनी - जिले में एक बार फिर जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते हजारो क्विंटल गेहूं सड़ने की कगार पर पहुंच गया है बताया जा रहा है वर्ष 2019-20 में शासन द्वारा गेंहूं की खरीदी समर्थन मूल्य में कर उबरा वेयरहाउस में रखवाया गया... वही कुछ दिनों पहले राशन दुकानों पर सप्लाई के लिए जब गोदाम खोले गए तो बड़ी मात्रा में गेहूं की बोरियो घुन लगी मिली... जिसके बाद वेयर हाउस संचालक द्वारा कूलर के माध्यम से उन घुन लगे गेंहू को साफ कर राशन दुकान में सप्लाई करने की कोशिश में लगे थे तभी उनका ये वीडियो वायरल हो गया जिसका बाद जिला प्रशासन जागा और घुन लगे गेहूं की जांच के आदेश दे दिए.... आपको बता दे ऐसा ही एक मामला पिछले वर्ष सामने आया था जहां रख-रखाव में लापरवाही के चलते लाखो क्विंटल धान सड़ गई थी लेकिन उस घटना के बाद भी प्रशासन ने कोई सबक नही लिया... जबकि शासन द्वारा इन वेयर हाउस में रखी उपज के रख-रखाव में लाखों रुपए खर्च कर दिए जाते है लेकिन हालात क्या है आप खुद ही वीडियो पर देख सकते है... वही पूरे मामले पर जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है गेहूं वितरण पर रोक भी लगा दी गई है ओर पूरे मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित कर दिए गए है, जांच के बाद पता चलेगा कि गेहूं वितरण योग है या नही.. दोषियों पर पैसे वसूली समेत जो भी उचित कार्यवाही होगी वो आवश्य होगी... फिलहाल अब देखना ये होगा इस पूरे मामले पर क्या कार्यवाही होती है या फिर धान की जांच जैसा बस चलता ही जाएगा...।