रविवार, 23 मई 2021

24 मई से इन जिलों में कोरोना कर्फ्यू से कुछ शर्तों में छूट

मध्यप्रदेश -:
प्रदेश के 5 जिले झाबुआ, अलीराजपुर, खंडवा, बुरहानपुर और भिण्ड में कोरोना कर्फ्यू में कुछ प्रतिबंधों के साथ छूट प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan के निर्देश थे कि जिन जिलों में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से कम रहेगी उन जिलों में कोरोना कर्फ्यू में कुछ प्रतिबंधों के साथ धीरे-धीरे छूट प्रदान की जायेगी।

इसी क्रम में आज प्रदेश के इन 5 जिलों की जिला आपदा प्रबंधन समितियों द्वारा निर्णय लिया गया है कि उनके जिले में पॉजिटिविटी दर कम हैं। अत: 24 से 31 मई तक के लिये कोरोना कर्फ्यू में कुछ प्रतिबंधों के साथ छूट प्रदान की जाये। इस संबंध में आदेश जारी किये गये हैं।

इन जिलों के अनुभव के आधार पर एक जून से अन्य जिलों में भी पॉजिटिविटी दर कम होने पर विभिन्न गतिविधियों पर प्रतिबंध को कम किया जा सकेगा और कोरोना कर्फ्यू को धीरे-धीरे हटाने की रणनीति पर विचार किया जायेगा।


दुल्हन लेने जा रहा था दूल्हा बारात जाने को थी तैयार , प्रशासन ने मौके पर पंहुचकर बाल विवाह रुकवाया

दमोह -: कोरोना संक्रमण के एहतियातन प्रशासन द्वारा कर्फ्यू घोषित किया गया जिसमें शादियां और वैवाहिक समारोहों पर पूर्णतः प्रतिबंध है, बाबजूद इसके ग्रामीण अंचलों में बाल विवाह होने के मामले सामने आ रहे है, बाल विवाहों को रोकने महिला वाल विकास और बाल संरक्षण विभाग की टीमें ग्रामीण अंचलों में सतत निगरानी भी रख रही है। आज मड़ियादो गांव में भी महिला बाल विकास की टीम ने एक घर मे पंहुचकर बाल विवाह होने से रोका गया है।

            विभाग को सूचना मिली थी कि मड़ियादो गांव के हरदौल मुहल्ले के जग्गू रजक के नाबालिग लड़के की बारात जाना है, वरिष्ठ अधिकारियों को जैसे ही इसकी जानकारी दी गई परियोजना अधिकारी हटा शिव राय के निर्देश पर सेक्टर पर्यवेक्षक मिनी अर्पिता नाथन ने तत्काल मड़ियादो में दल का गठन किया और मौके पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ को भेजा इनके साथ मड़ियादो थाना पुलिस ए एस आई विनोद करोलिया और स्टाफ ने पंहुचकर जब शादी वाले घर मे पंहुचकर परिजनों से पूछताछ की तो दस्तावेजों से पता चला कि लड़के की उम्र 20 वर्ष है जिसकी बारात हटा के विजोरी गांव रवाना हो रही है। नाबालिग की शादी रोकने गए अमले को यंहा काफी मशक्कत करनी पड़ी पहले तो यह परिवार तैयार नही हुआ,बाद में समझाइस के बाद जग्गू रजक शादी न करने को राजी हुए, जिसका पंचनामा भी मौके पर तैयार किया गया।

            इसी प्रकार बिजौरी पाठक ग्राम बाल विवाह रोका गया, बच्ची के माता पिता को समझाया गया। 18, वर्ष पूर्ण होने के बाद शादी करे। सेक्टर लुहारी कार्मा कर्ता रितु गौतम सहा० की सहायिता से विवाह रोका गया।

शनिवार, 22 मई 2021

किशोर की तरह जागरुक बनें,कोरोना के लक्षण दिखते ही सैम्पलिंग करायें, याद रखें, कहीं देर ना हो जाये

कटनी -: कोरोना से इस लड़ाई में सावधानी, सर्तकता और जागरुकता ही आपके हथियार हैं। इनका उपयोग करके आप अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा कर सकते हैं। एैसे ही एक उदाहरण हैं बहोरीबंद विकासखण्ड की ग्राम पंचायत ककरहटा के ग्राम बम्हौरी में रहने वाले किशोर सिंह।

            किशोर सिंह को जब पहली बार प्रारंभिक तौर पर कुछ लक्षण आयेजिससे उन्हें लगा कि कोरोना हो सकता हैतो बिना किसी विलंब के उन्होने कोरोना की जांच कराई। उनकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई। जिला कमाण्ड कन्ट्रोल रुम से उन्हें फोन आया। उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराई गई। होम आईसोलेशन के सारे नियमों का पालन करते हुये किशोर ने कोरोना से जंग जीती।

            अपना अनुभव साझा करते हुये किशोर ने बताया कि स्वयं के पॉजीटिव आने के बाद उन्होने अपने परिजनों को भी कोरोना की जांच कराने के लिये स्वास्थ्य केन्द्र भेजा। उनके भाई और बहु की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आई है। दोनों स्वास्थ्य विभाग के अमले के मार्गदर्शन में होम आईसोलेशन में रहकर अपना उपचार कर रहे हैं। किसी की भी स्थिति खराब नहीं हुई है। शीघ्र ही उनका भी होम आईसोलेशन पूरा हो जायेगा।

            किशोर सिंह की जागरुकता के कारण आज उनका पूरा परिवार इस भयावह कोरोना बीमारी से सुरक्षित रह पाया है। किशोर ने आमजन को संदेश देते हुये कहा कि कोरोना की लड़ाई में जागरुकता जरुरी है। जैसे ही कोरोना के लक्षण दिखेंतो लेट ना करें। तुरंत जाकर जांच करायें। लेट लतीफी हमारे और हमारे परिवार के लिये भारी पड़ सकती है।

पौधा लगाएँ, फोटो अपलोड करें और मुख्यमंत्री से अवार्ड पाएँ , पर्यावरण को स्वच्छ और प्राणवायु से समृद्ध बनाना है कार्यक्रम का उद्देश्य

कटनी-: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जन-जन के सहयोग से प्रदेश के हरित क्षेत्र में वृद्धि कर  पर्यावरण को स्वच्छ और प्रकृति को प्राणवायु से समृद्ध करने के उद्देश्य से अंकुर कार्यक्रम आरंभ किया गया है। कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण के लिए जन-सामान्य को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पौधा लगाने वाले चयनित विजेताओं को प्राणवायु अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा।

कार्यक्रम में भाग लेने की प्रक्रिया

            कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गूगल प्ले-स्टोर्स से ‘‘वायुदूत एप’’ डाउनलोड कर पंजीयन करना होगा। कार्यक्रम में भाग लेने वाले व्यक्ति को स्वयं के संसाधन से कम से कम एक पौधा लगाकरपौधे की फोटो एप के माध्यम से लेकर अपलोड करनी होगी। पौधा लगाने के तीस दिन बाद फिर से पौधे की नई फोटो एप पर अपलोड कर सहभागिता प्रमाण-पत्र डाउन लोड किया जा सकेगा। जिलेवार चयनित विजेताओं को प्राणवायु अवार्ड से सम्मानित किया जायेगाजिसके अंतर्गत मुख्यमंत्री द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान किया जायेगा।

सभी जिलों में होंगे नोडल अधिकारी और वेरिफायर

अंकुर कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए राज्य शासन द्वारा पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एपको) नोडल एजेंसी बनाया गया है। जिला कलेक्टर इस कार्य के लिए जिले के वरिष्ठ अधिकारी को जिला नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे। जिला नोडल अधिकारी द्वारा आवश्यकतानुसार स्थानीय वेरिफायर का नामांकन कर ‘‘वायुदूत एप’’ में उनकी प्रवृष्टि की जायेगी।

शुक्रवार, 21 मई 2021

जिलास्तरीय क्राईसिस मैनेजमेन्ट ग्रुप की बैठक आयोजित ,कोरोना के केसेस की रोकथाम के लिये एक स्वर में काम करें शासन और प्रशासन - मंत्री श्री सिंह

कटनी -: कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा शुक्रवार को जिले के लिये कोविड के प्रभारी बनाये गये प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने की। जिलास्तरीय क्राईसिस मैनेजमेन्ट कमेटी की बैठक कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित हुई। बैठक में मंत्री श्री सिंह ने जिले में कम हो रही कोरोना की पॉजीटिविटी रेट पर संतोष व्यक्त किया। उन्होने कहा कि अब हमें शेष बचे प्रकरणों के लिये प्रभावी कार्ययोजना बनाकर काम करना होगा। शासन-प्रशासन एक स्वर से इस कार्य में जुटें। जहां पॉजीटिव केस आयें, वहां कंटेनमेन्ट जोन बनाकर उन्हें वहीं कंट्रोल करें, ताकि संक्रमण का फैलाव ना हो। श्री सिंह ने कान्टेक्ट ट्रेसिंग पर भी विशेष फोकस करने के निर्देश प्रशासन को दिये। इस दौरान विधायक संदीप जायसवाल, विधायक प्रणय प्रभात पाण्डेय और कलेक्टर प्रियंक मिश्रा उपस्थित रहे।

            बैठक में मंत्री सिंह ने कहा कि हमारी अगली चुनौती कोरोना कर्फ्यू दी जाने वाली ढ़ील को लेकर है। जिला प्रशासन की टीम वैज्ञानिक तरीके से इस दिशा में प्लानिंग बनायें। हम अभी प्लानआउट करें। व्यवस्था तय करें कि किस अनुक्रम में कोरोना कर्फ्यू में ढील दी जायेगी। ग्रामीण क्षेत्रों और शहरी क्षेत्रों के लिये पृथक से कार्ययोजना बनाने और उसके क्रियान्वयन कराने के निर्देश कोविड प्रभारी मंत्री ने दिये।

            जिले में शेष बचे कोरोना के केसेस पर विशेष ध्यान देते हुये कार्य करने की बात मंत्री सिंह ने कही। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिये जिला पंचायत की टीम के साथ इसकी प्लानिंग करें। बचे केसेस पर कैसे नियंत्रण करेंइस दिशा में काम हो।

            कोरोना की इस विपदा की घड़ी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लिये गये महत्वपूर्ण निर्णयों का तीव्रता से पालन कराने के निर्देश भी कोविड प्रभारी मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने दिये। उन्होने कहा कि शीघ्र ही सर्वे टीम को एक्टिव करें और इस विपदा की घड़ी में शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत एैसे बच्चे जिनके अभिभावक का निधन कोरोना से हो गया होऔर उनके भरण पोषण के लिये कोई भी ना होउनकी सूची शीघ्र तैयार कर उपलब्ध करायें।

            आयुष्मान योजना के तहत कोविड के उपचार का रिव्यू भी जिला क्राईसिस मैनेजमेन्ट समिति की बैठक में मंत्री श्री सिंह ने किया। उन्होने कहा कि जिले के निजी अस्पतालों में भी शासन के दिशा-निर्देशों के तहत योजनाओं के पात्रों को निःशुल्क उपचार होइस दिशा में काम करें। जो कोविड पॉजीटिव हैं और उनका उपचार हो रहा हैउनके घर में किसी और का आयुष्मान कार्ड हैया वे आयुष्मान कार्ड के लिये पात्रता रखते हैंउनके आयुष्मान कार्ड अस्पताल में ही बनवायें। इन कार्यों में ढील बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

            बैठक में ब्लैक फंगस का रिव्यू भी मंत्री श्री सिंह ने किया। उन्होने कहा कि इसके उपचार के लिये एक्शन मोड में आकर काम करें। जिले में स्पेशलाईजेशन वाले डॉक्टर्स के संपर्क में स्वास्थ्य विभाग का अमला रहे और उनसे भी इस संबंध में आवश्यक जानकारी समय पर मिलती रहे। कंट्रोल रुम के माध्यम से ब्लैक फंगस के विषय में पूछे जाने वाले प्रश्नों के जवाब दिये जायें।

            कोविड को लेकर पृथक से एक कोविड सेन्टर स्टेबलिश करने का सुझाव भी बैठक में मंत्री श्री सिंह ने दिया। उन्होने कहा कि प्रशासन एैसी प्लानिंग कर सकता है कि हम कोविड सेन्टर बनायेंजहां सिर्फ कोविड के पेशेन्ट्स को रखा जाये। उसके लिये अलग से स्टाफ नियुक्त किया जाये। इसके लिये हम आर्थिक सहयोग डीएमएफ और सीएसआर के माध्यम से ले सकते हैं।

            कोरोना की तीसरी लहर का देखते हुये अभी से अपनी तैयारी प्रारंभ रखने के निर्देश मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने दिये। उन्होने कहा कि अपने ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करें। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को मजबूत बनायें।

            बैठक के प्रारंभ में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने जिले में कोरोना की रोकथाम के लिये किये जा रहे कार्यों की जानकारी मंत्री श्री सिंह सहित समिति के सदस्यों के सामने रखी। उन्होने कोरोना की स्थितिहोम आईसोलेशनपॉजीटिविटी रेटसैम्पलिंगकिल कोरोना अभियान शहरीकिल कोरोना अभियान ग्रामीणआयुष्मान योजनाडोर टू डोर सैम्पलिंगब्लैक फंगसऑक्सीजन की उपलब्धतामानव संसाधनवेन्टीलेटर्सपोस्ट कोविड स्थिति से निपटने की तैयारियों के विषय में विस्तार से बताया।

            मीटिंग में जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को और मजबूत करने की प्लानिंग अपर कलेक्टर सिसोनिया ने बताई। वहीं सीईओ जिला पंचायत जगदीश चन्द्र गोमे द्वारा मानव संसाधन जुटाने में किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी गई। सहायक कलेक्टर अंजली रमेश ने तीसरी लहर के लिये ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्रों की तैयारियों के विषय में जानकारी दी। विधायक श्री जायसवालविधायक श्री पाण्डेय ने अपने सुझाव भी बैठक में दिये। जिस पर अमल करने के निर्देश मंत्री श्री सिंह ने दिये।

इस दौरान निर्वतमान महापौर शशांक श्रीवास्तवभाजपा जिला अध्यक्ष रामरतन पायलपूर्व अध्यक्ष पीताम्बर टोपनानीसीईओ जिला पंचायत जगदीश चन्द्र गोमेअपर कलेक्टर रोहित सिसोनियाअतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रानगर निगम आयुक्त सतेन्द्र धाकरेसीएमएचओ डॉ. प्रदीप मुढि़यासिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्माएसडीएम बलबीर रमनडिप्टी कलेक्टर नदीमा शीरीसहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

गेम खेलने मोबाइल नही देने पर नाबालिग भाई ने की नाबालिग बहन की धारदार हथियार से गलारेत कर हत्या, 24 घँटे में पुलिस ने किया खुलासा

कटनी -: बड़वारा थाना क्षेत्र के ग्राम कांटी में 24 घँटे पूर्व पुलिस को फोन के जरिये सूचना मिली कि पूनम चक्रवर्ती की उसके घर मे ही शव पड़ा हुआ , घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के निर्देशन में बड़वारा थाना प्रभारी सहित स्टाप मौके पहुँच जांच शुरू कर दी ,प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका जताई जा रही थी, क्योंकि लड़की के गले मे धारदार हथियार से कटा होना मिला है । जिसके बाद पुलिस ने शव को पीएम के लिए अस्पताल भेज दिया। और जांच के लिए मुखबिरों को सक्रिय कर दिया। मुखबिरो से प्राप्त सूचना के आधार पर संदेहियो से पूछताछ की गई । जो पूंछताछ दौरान मृतिका के नावालिक भाई द्वारा बताया गया कि बहन पूनम से गेम खेलने के लिये मोबाईल फोन मांगा था जो फोन नहीं दे रही थी जो उसने अपनी बहन पूनम के सिर मे फावड़ा की लकड़ी मारी और धारदार हसिये से गला काट दिया था जिससे उसकी मृत्यु हो गई थी । नाबालिग बालक के कथनो के आधार पर घटना में फावड़ा की लकड़ी एवं हंसिया जप्त कर अपचारी वालक को गिरफ्तार कर , न्यायालय पेश किया गया ।

अंधी हत्या का पर्दाफाश करने इनकी रही भूमिका थाना प्रभारी उनि रोहित डोंगरे उनि महेन्द्र वेन , प्र.आर .319 रघुबीर सिंह , आर . 599 सत्येन्द्र , आर . 720 आशीष , आर .549 बकील यादव आर . चालक 422 अभय यादव की सराहनीय भूमिका रही । जिन्हे  पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी द्वारा जांच टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है ।

अंधे हत्या कांड का हुआ खुलासा, प्रेम प्रसंग के चलते प्रेमिका के भाई ने दिया था हत्या को अंजाम

कटनी -: पुलिस ने एक सनसनीखेज हत्या की खुलासा किया है जिसमे म्रतक अर्जुन कोरी की हत्या उसकी प्रेमिका के सनकी भाई ने की थी वो भी सिर्फ इसलिए क्योकि अर्जुन का उनकी बहन से बात करना उसे पसंद नही था...। बताया जा रहा है म्रतक अर्जुन कोरी और आँचल बक्सरिया के बीच लम्बे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था जिसकी जानकारी उसके भाई को लगी. फिर क्या था 16 नवंबर 2020 की शाम करीबन साढ़े सात बजे आरोपी ने अपने पड़ोस में रहने वाले भाई के साथ मिलकर पहले तो अर्जुन का पीछा किया जैसे ही युवक खदान के करीब पहुंचा तो सुनसान इलाका देख उसे दौड़ा दिए। युवक ने अपनी जान बचाने खदान में कूद दूसरे साइड निकल गया लेकिन उसे क्या पता था उसकी वहां मौत खड़ी है जी हां, आरोपी डब्बू का मुंह बोला भाई राहुल पहले से पहुंच गया और फिर दोनों में मिलकर पहले तो उसे बेहरहमी से मारा फिर उसके शव को जीआई तार के माध्यम से पत्थर के दासे पर बांध उसे खदान पर फेंक दिया।

             अगर अर्जुन को पता होता कि उसे इस प्यार की सजा अपनी जान देकर चुकानी पड़ेगी तो शायद वो प्यार ही नही करता लेकिन पूरे मामले से अंजान अर्जुन के घर वाले उसे पागलो की ढूढंते ,रातभर जब वो घर नही लौटा तो मां सुनीता कोरी द्वारा रंगनाथ थाने पर 16 नवम्बर2020 को ही एफआईआर दर्ज  करा दी। लेकिन पुलिस के हाथ जब कोई सुराग नही लगा तो उसकी गुमशुदगी की फ़ाइल धूल खाने रख दी। तभी 5 माह बाद मछली पकड़ने गए मछवारो के जाल में कंकाल का कुछ हिस्सा आ गया जिसकी जानकारी तुरंत मछवारो ने थाना प्रभारी को दी ,मौके पर पहुंची पुलिस ने शव के साथ मिले कपड़ो के आधार पर शिनाख्त कर पूरे मामले को एसपी मयंक अवस्थी से अवगत कराया , एसपी ने भी एक टीम गठित कर जांच के आदेश दिए जिसका नेतृत्व एएसपी संदीप मिश्रा के हाथों था...। जांच टीम ने साइबर सेल के माध्यम से पहले तो म्रतक के कॉल रिकॉड निकाले ओर शक के आधार पर पूछताछ शुरू की जिस पर डब्बू बक्सरिया से सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना गुनाह कबूल कर डाला।

                     एसपी मयंक अवस्थी में बताया कि बरगवां स्थित नैंसी स्कूल पास एक खदान से नर कंकाल की मिलने की जानकारी रंगनाथ पुलिस को लगी थी जिसकी शिनाख्त कपड़े इत्यादि सामग्री से लग सकी सूत्रों से मिली जानकारी पर आरोपी से पूछताछ होने पर उसने अपना जुर्म कबूला जिसके बाद उसके द्वारा हत्या में उपयोग किये अन्य औजारों को भी पुलिस ने अपने कब्जे में लिया वही पूरी जांच टीम की कड़ी मेहनत देख सभी को पुरस्कृत किया गया....। कटनी पुलिस में इस मामले से एक बात तो साबित कर दी गुनहगार जितना भी शातिर क्यो न हो पुलिस के चंगुल से बच नही सकता।