बुधवार, 24 फ़रवरी 2021

आंगनबाड़ी केन्द्र में पंजीकृत बच्ची के घर पहुंचे कलेक्टर ,विभाग द्वारा की जा रही गतिविधयों का किया क्रॉसवेरीफिकेशन

कटनी - कुपोषित बच्चों की ग्रोथ के लिये हर संभव प्रयास करें। उनके माता-पिता के सतत् संपर्क में रहें। साथ ही आवश्यकता अनुरुप उन्हें एनआरसी में भी दाखिल करायें। यह निर्देश बुधवार को कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने अपने विजिट के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों के निरीक्षण में दिये। अपने दौरे के दौरान कलेक्टर ने बिलहरी आंगनबाड़ी केन्द्र और छुरिया आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया।बिलहरी आंगनबाड़ी केन्द्र में एक बच्ची अतिकम वजन की थी। जिस पर उसे सुपोषित श्रेणी में लाने किये गये प्रयासों की जानकारी कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से ली। जिसका क्रॉस वेरीफिकेशन करने के लिये आंगनबाड़ी के अमले के साथ कलेक्टर संबंधित बिटिया के घर पहुंचे। जहां उन्होने उसकी माता को समझाईश दी। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका द्वारा थर्ड मील, देने और समय समय पर उचित जानकारी दी जा रही है या नहीं, मॉनीटरिंग की जा रही है या नहीं, इसकी जानकारी ली। बेटी को एनआरसी में दाखिल कराने की समझाईश भी कलेक्टर ने बच्ची की मां को दी। उन्होने कहा कि अभी आप अपनी बिटिया का ध्यान रखेंगे तो यह जल्द ही सुपोषित और हो जायेगी। बच्ची को अब तक एनआरसी में दाखिल ना करा पाने पर संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सुपरवाईजर को एससीएन जारी करने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिये।सीईओ जनपद को सभी अति कुपोषित बच्चों के आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिये भी कलेक्टर ने निर्देशित किया। बिलहरी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा आंगनबाड़ी में पानी की व्यवस्था ना होने की बात बताई गई। इस पर तत्काल आंगनबाड़ी में नल कनेक्शन कराने के निर्देश सीईओ जनपद को कलेक्टर ने दिये।बहोरीबंद जनपद की ग्राम पंचायत पटीराजा की छुरिया आंगनबाड़ी केन्द्र का भी निरीक्षण अपने विजिट में कलेक्टर श्री मिश्रा ने किया। उन्होने आंगनबाड़ी केन्द्र के रंगरोंगन के कार्य की सराहना भी की। साथ ही वहां सोलर पैनल के माध्यम से की गई बिजली की व्यवस्था की प्रशंसा भी कलेक्टर ने की। आंगनबाड़ी में दाखिल बच्चों की वजन पंजी का अवलोकन भी श्री मिश्रा ने किया। उन्होने कहा कि हमारा उद्देश्य अतिकम वजन के बच्चों को रेड जोन से ग्रीन जोन में ले जाना है। इसके लिये तत्परता से कार्य करें। जो बच्चे रेड जोन में आयें, उनके माता-पिता की काउंसलिंग अनिवार्यतः की जाये। इतना ही नहीं आवश्यकता होने पर उन्हें एनआरसी केन्द्र में भी दाखिल करायें। विजिट के दौरान रीठी में एसडीएम रीठी बलबीर रमन और बहोरीबंद में एसडीएम रोहित सिसोनिया और सीडीपीओ भी मौजूद रहे।

कटनी- सीमांकन में लापरवाही पर नायब तहसीलदार को मिला शोकाज

कटनी - बुधवार को कलेक्टर प्रियंक मिश्रा विजिट पर निकले। इस दौरान उन्होने बिलहरी नायब तहसीलदार कार्यालय और बाकल नायब तहसीलदार कार्यालय का निरीक्षण किया। दोनों ही स्थानों पर सीमांकन के आवेदनों का प्रॉपर डिस्पोजल ना करने पर कलेक्टर श्री मिश्रा ने संबंधित नायब तहसीलदारों को स्पष्ट लहजे में समझाईश दी। उन्होने कहा कि सिर्फ जी सर जी सर करने से काम नहीं चलेगा। ध्यान रखें, सीमांकन एक सेवा है, जो अब लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत आ चुकी है। निर्धारित समय सीमा में सीमांकन का कार्य करायें।इतना ही नहीं तल्ख लहजे में स्पष्ट आदेश देते हुये कलेक्टर ने निर्देश दिये कि आप लोगों के प्रकरणों को देखकर एैसा प्रतीत होता है कि आप प्रकरणों के निराकरण के लिये अंतिम तिथि का इंतजार करते हैं। यह व्यवस्था ठीक नहीं है, सुधरें और कार्यप्रणाली में सुधार लायें। अपने दौरे की शुरुआत में बिलहरी नायब तहसीलदार कार्यालय पहुंचे कलेक्टर श्री मिश्रा ने सर्वप्रथम सीमांकन की शिकायतों, सीमांकन के प्रकरणों और सीमांकन के प्रकरणों को संधारित करने वाली पंजी का अवलोकन कराने के निर्देश दिये। सीमांकन के प्रकरणों में सीमांकन कराने के लिये अंतिम तिथि का उल्लेख मिला। कार्यालय में किसी भी तरह की पंजी संधारित नहीं पाई गई। इस पर कार्यवाही करते हुये कलेक्टर ने नायब तहसीलदार बिलहरी को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के आदेश दिये। उन्होने चेताते हुये कहा कि कार्यालय प्रबंधन सीखें और पंजियों का संधारण करें। आरसीएमएस पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का निराकरण करें। सीमांकन के आवेदन लंबित ना रखें।बाकल नायब तहसीलदार कार्यालय में भी सीमांकन के आवेदनों की जानकारी कलेक्टर ने ली। इस दौरान नायब तहसीलदार द्वारा बताया गया कि 59 आवेदन अभी भी लंबित हैं। लेकिन सीमांकन के लिये दी जा रही तिथियों पर कलेक्टर श्री मिश्रा ने नाराजगी जाहिर की। उन्होने कहा कि आप लोगों के कारण पोर्टल पर जिले की पेंडेन्सी बढ़ती है। सुनिश्चित करें कि निर्धारित समय सीमा पर सीमांकन के समस्त प्रकरणों का निराकरण हो।बाकल में नवीन नायब तहसील कार्यालय भवन का निरीक्षण भी कलेक्टर ने किया। इस दौरान उन्होने भवन को हैण्डओव्हर लेने के पहले समस्त कार्य करा लेने के निर्देश अधिकारियों को दिये। पीआईयू के अधिकारियों और ठेकेदार को स्पष्ट तौर पर निर्देशित करते हुये श्री मिश्रा ने कहा कि भवन के निर्माण कार्य पूर्ण करने में 15 की जगह 30 दिन लें, लेकिन जैसे हम अपने घर को फाईनल टच देते हैं, उसी गुणवत्ता का कार्य करें।बिलहरी नायब तहसीलदार कार्यालय के भ्रमण के दौरान एसडीएम कटनी बलबीर रमन और बाकल नायब तहसीलदार कार्यालय के निरीक्षण के दौरान एसडीएम बहोरीबंद रोहित सिसोनिया भी मौजूद रहे।

शनिवार, 20 फ़रवरी 2021

विद्यार्थियों को कराया गया पॉलीटेक्निक कॉलेज कटनी का विजिट

कटनी - शनिवार को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहाड़ी के विद्यार्थियों को शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज कटनी का विजिट कराया गया है। ये सभी कक्षा दसवीं में आईटी वोकेशनल से संबंधित विद्यार्थी हैं। विजिट के दौरान पॉलीटेक्निक कॉलेज में विभिन्न ट्रेड्स की जानकारी विद्यार्थियों को दी गई। साथ ही कॉलेज में स्थित प्रेक्टिकल लैब का विजिट भी इस दौरान उन्हें कराया गया है। विजिट में विद्यार्थियों को विभिन्न रोजगारोन्मुखी ट्रेड्स की जानकारी दी गई। वहीं संचालित कोर्स, प्रशिक्षण अवधि, रोजगार के अवसर व भविष्य में होने वाले लाभों की जानकारी भी विजिट में दी गई है। इस अवसर पर विद्यालय के स्टाफ सहित पॉलीटेक्निक कॉलेज का स्टाफ भी मौजूद रहा |

क्या एसीसी सीमेंट फैक्ट्री के द्वारा भी प्रदूषण के स्तर में किया जा रहा इजाफ़ा..??

कटनी
-जिले में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के बाद भी प्रशासन की आंखे बंद है। वहीं कैमोर में संचालित एसीसी सीमेंट फैक्ट्री के द्वारा भी प्रदूषण के स्तर में इजाफा किया जा रहा है। जबकि इस प्रदूषण के स्तर को बैलेंस करने के लिए खुद प्रदूषण विभाग सर्टिफिकेट जारी करता है। मामले की जानकारी लेने जब स्थानीय लोगो से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि एसीसी सीमेंट फैक्ट्री द्वारा फ्लाय एस डस्ट ट्रेन से मंगाई गई है। जबकि यह डस्ट इतनी बारीक होती है कि हवा में आसानी से मिल जाती है और सांस के माध्यम से हमारे शरीर के अंदर जाकर कई बीमारियों का कारण बनती है। हालांकि हमने जनता की इस समस्या के लिए एसीसी के एचआर हेड से भी मुलाकात की जिन्होंने सफाई दी है कि ट्रेन से फ्लाय एस मंगाने का अभी ट्रायल किया गया है जिसे कंपनी के टेक्निकल लोग देख रहे है।
डस्ट के प्रदूषण से परेशान लोगो की व्यथा के बारे में जब एसडीएम प्रिया चंद्रावत से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रदूषण की समस्या की शिकायत मिली है। इसकी जांच कराएंगे अगर कोई अनियमितता मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।

पूरी खबर देखने के लिए लिंक को ओपन करे...https://youtu.be/LqGMn0TVQ28

शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021

डिस्ट्रिक्ट लेवल एक्सपोर्ट प्रमोशन कमेटी की बैठक आयोजित,जिले में एक्सपोर्ट हब डेवलप करने की दिशा में किया जाये काम


कटनी -
डिस्ट्रिक्ट लेवल एक्सपोर्ट प्रमोशन कमेटी की बैठक गुरुवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित हुई। बैठक में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने जिले में एक्सपोर्ट प्रमोशन के लिये की जाने वाली गतिविधियों का रिव्यू किया। उन्होने कहा कि एक्सपोर्ट हब बनाने के उद्देश्य से कार्ययोजना बनाई जाये। पूर्व में इस दिशा में किये गये कार्यों को गति दें। देवगांव के पास सिमरा में लॉजिस्टिक हब बनाने का जो पुराना प्रस्ताव है, उस पर तेजी से काम करें। उसका डेवलपमेन्ट स्थानीय उद्योगों के हिसाब से हो। इसके लिये डीपीआर तैयार करने वाली संस्था के साथ स्थानीय उद्योगपतियों के साथ एक बैठक भी आयोजित की जाये। 
 बैठक में इंडस्ट्रियल पार्क को विकसित करने जिले के एक्शन प्लान को रिवाईज करने के आदेश भी कलेक्टर ने दिये। एक जिला-एक उत्पाद के तहत चयनित किये गये टमाटर उत्पाद की प्रोसेसिंग जिले में हो, इस विषय पर भी चर्चा हुई। इस पर नाबार्ड के माध्यम से एफपीओ मोड में जिले के टमाटर की प्रोसेसिंग कराने का निर्णय भी लिया गया। 
 स्थानीय युवाओं को स्किल्ड करने, किसानों को नवीन उन्नत तकनीकी का उपयोग करने के लिये दक्ष करने के लिये सेमीनार आयोजित करने के निर्णय भी बैठक में लिये गये। कलेक्टर श्री मिश्रा ने विजयराघवगढ़ आईटीआई के लिये शीघ्र ही आईएमसी के गठन के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिये। 
 बैठक में एसडीएम बहोरीबंद रोहित सिसोनिया, एसडीएम कटनी बलबीर रमन, समिति सदस्य एवं उद्योगपति सुधीर मिश्रा, अरविंद गुगालिया, पवन मित्तल सहित महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र अजय श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे।

गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

सीएम हेल्पलाईन डिस्पोजल में उदासीनता बरतना पड़ा भारी,अपर कलेक्टर ने सात अधिकारियों को थमाया शोकाज


कटनी सीएम हेल्पलाईन में प्राप्त शिकायतों के निराकरण के स्पष्ट आदेश कलेक्टर प्रियंक मिश्रा द्वारा सभी जिला अधिकारियों को दिये गये हैं। साथ ही उन्होने स्पष्ट तौर पर यह भी निर्देशित किया है कि सीएम हेल्पलाईन के डिस्पोजल में किसी भी तरह की उदासीनता ना बरती जाये। एैसा करने वाले पदाविहित अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के आदेश भी कलेक्टर द्वारा दिये गये थे।

            इन्ही निर्देशों के तहत सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों के निराकरण में उदासीनता बरतना सात पदाविहित अधिकारियों को भारी पड़ा। इन्हें अपर कलेक्टर जगदीश चन्द्र गोमे द्वारा शोकॉज नोटिस जारी किया गया है। पूरे मामले के अनुसार सीएमओ बरही अभयराज सिंहवरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एस.के. भुमिया व जी.आर. हल्दकारसीईओ जनपद ढीमरखेड़ा विनोद कुमार पाण्डेसहायक यंत्री पीएचई पी.के. प्यासीगोविन्द डी भूरिया और महेश प्रसाद पाठक को अपर कलेक्टर द्वारा एससीएन जारी किया गया है।

            इन सभी अधिकारियों के द्वारा सीएम हेल्पलाईन के तहत प्राप्त शिकायतों का निर्धारित समय सीमा में निराकरण नहीं किया गया। जिससे यह शिकायतें बिना निराकृत हुये ही उच्च लेवल पर ट्रान्सफर हो गईं। इन्ही पदीय कर्तव्यों के निर्वहन में कोताही बरतने पर कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया। जारी कारण बताओ सूचना पत्र का जवाब तीन दिवस में प्रस्तुत करने के आदेश अपर कलेक्टर ने दिये हैं। नियत अवधि में उत्तर प्राप्त ना होने की दिशा में एकपक्षीय कार्यवाही की जायेगी।

यात्री बसों के सुव्यवस्थित संचालन के लिये चलेगा विशेष चेकिंग अभियान , परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने दिये निर्देश

            
कटनी - परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने यात्री बसों के प्रभावी और सुव्यवस्थित संचालन के लिये प्रदेशव्यापी अभियान चलाने के निर्देश अपर मुख्य सचिव परिवहन को दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विशेष चेकिंग अभियान भी चलाया जाये।

परिवहन मंत्री ने बताया कि प्रदेश-स्तर पर चलाये जाने वाले 7 दिवसीय अभियान में संचालित यात्री वाहनों के परमिट की वैधताबसों के फिटनेस प्रमाण-पत्रपरमिट से भिन्न मार्ग पर चलने वाले यात्री वाहनक्षमता से अधिक सवारी ले जाने वालेभोपाल और इंदौर जैसे बड़े शहरों में चलने वाली यात्री बसों की छतों पर सामान ले जानेबीमा एवं टैक्स संबंधी प्रपत्रों की जाँच की जायेगी। इनमें से कोई भी कमी पाये जाने पर संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।

बसों की रफ्तार पर लगेगा अंकुश

परिवहन मंत्री ने कहा कि यात्री वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की एक वजह वाहनों का निर्धारित गति से अधिक रफ्तार से चालन भी है। यात्री बस के ड्रायवर-कंडक्टर अधिक सवारियों के लोभ में तेज गति से वाहन दौड़ाते हैंजिससे वाहनों की तेज गति दुर्घटना का कारण बनती है। उन्होंने कहा कि इस पर अंकुश लगाने के लिये यात्री बसों में स्पीड गवर्नर लगाये जाने के संबंध में पूर्व में निर्देशित किया गया था। चैकिंग के दौरान अधिकारी स्पीड गवर्नर लगे हैं या नहींयह भी चेक करे। उन्होंने कहा कि यात्री बसों में ओव्हर-लोडिंग अर्थात् क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाने के कारण भी दुर्घटनाएँ होती हैंइस पर भी ध्यान दें। किसी भी हालत में यात्रियों की जान-माल से समझौता नहीं किया जायेगा।

मैं स्वयं भी करुँगा औचक निरीक्षण

परिवहन मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि यात्री बसों के संचालन को नियंत्रित करने के लिये मैं स्वयं भी सड़कों पर बसों का औचक निरीक्षण करूँगा। किसी भी प्रकार की अनियमितता मिलने पर बस मालिक के साथ संबंधित परिवहन अधिकारी के विरुद्ध भी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। बस मालिक के साथ अधिकारी स्वयं भी अपने उत्तरदायित्व के प्रति सजग रहें।

परमिट के अनुसार हो यात्री वाहनों का संचालन

परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि अभियान में इस बात पर सतत निगाह रखें कि बसों का संचालन परमिट के अनुसार ही हो। निर्धारित रूट से भिन्न मार्ग पर चलने वाले वाहनों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाये। उन्होंने सीधी की दुरूखद बस दुर्घटना का हवाला देते हुए कहा कि यह हादसा भी बस चालक की गलती का ही नतीजा है। इससे हमें सबक लेना चाहिये।