गुरुवार, 1 जुलाई 2021

डॉक्टर्स डे पर जिलास्तरीय कार्यक्रम का हुआ आयोजन , समर्पित भाव से मानव स्वास्थ्य की सेवा करने के लिये डॉक्टर्स का किया सम्मान

कटनी:-राष्ट्रीय डॉक्टर्स दिवस के अवसर पर जिलास्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। होटल ऋषि रेजेन्सी में आयोजित जिलास्तरीय कार्यक्रम में कोरोना संक्रमण काल में कठोर परिश्रम व समर्पित भाव से मानव स्वास्थ्य की सेवा करने वाले डॉक्टर्स का सम्मान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद वी.डी. शर्मा ने किया। इस अवसर पर विधायक संदीप जायसवाल और विधायक प्रणय प्रभात पाण्डेय, संभागीय संगठन मंत्री शैलेन्द्र बरुआ, भाजपा जिला अध्यक्ष रामरतन पायल, कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी भी शामिल हुये।

            डॉक्टर्स डे पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये सांसद शर्मा ने कहा कि समाज में दो वर्ग एैसे हैंजिन्हें समाज में सर्वाधिक उज्जवल पक्ष के रुप में देखा जाता है। यह हैं स्वास्थ्य और चिकित्सा। यह दोनोें व्यवस्थायें महज सरकार के बल पर नहीं चल सकतीं। इसमें समाज की सहभागिता जरुरी है।

            प्रधानमंत्री जी के द्वारा मन की बात में डॉक्टर्स डे पर किये गये उल्लेख की बात सांसद शर्मा ने कही। उन्होने कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण हैं। डॉक्टर्स को हम भगवान मानते हैंक्योंकि वे हमें जीवन देने का काम करते हैं। अपने आपको जोखिम में डालकर भी दूसरों की चिन्ता करते हुये उनके स्वास्थ्य की तत्परता से रक्षा करते हैं।

            डॉक्टर्स डे के अवसर पर एक संकल्प भी लेने का आव्हान सांसद शर्मा ने किया। उन्होने कहा कि डॉक्टर वही हैजो गरीबों की संवेदनशीलता को समझे। आईये हम सभी संकल्प लें कि कोई भी गरीब चिकित्सा से वंचित नहीं होगा। डॉक्टर्स के मान-सम्मान में कोई भी कमी नहीं होनी चाहिये। यह हमारा और समाज का दायित्व है।

            कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर हो रही व्यवस्थाओं की जानकारी भी सांसद शर्मा ने दी। उन्होने कहा कि संकट अभी गया नहीं हैकम हुआ है। सावधानी और जागरुकता जरुरी है। सभी कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करें। टीकाकरण के प्रति लोगों को प्रेरित करें। आगामी समय के लिये हम अलर्ट रहने की जरुरत है। जिले में ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की दिशा में काम हो रहा है। शीघ्र ही ऑक्सीजन जनरेटर प्लान्ट भी स्थापित हो जायेंगे। ग्रामीण सीएचसी और पीएचसी की व्यवस्थाओं को और बेहतर करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।

            डॉक्टर्स डे के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये विधायक जायसवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में हमारे जिले के डॉक्टर्स ने जी-जान से मेहनत करके लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की है। उनके समर्पित सेवा भाव के प्रति ईश्वर भी उन्हें आर्शीवाद देगा और समाज उनका ऋणी रहेगा।

            बहोरीबंद विधायक पाण्डे ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होने कहा कि सभी डॉक्टर्स को डॉक्टर्स डे पर मेरी तरफ से शुभकामनायें। कोरोना संक्रमण काल में हमने आपकी भूमिका को देखा है। आपका समर्पित सेवा भाव के प्रति हम हृदय से आभार व्यक्त करते हैं।

            कार्यक्रम के प्रारंभ ने कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने डॉक्टर्स का स्वागत किया। उन्होने कहा कि अब तक पूरे कोरोना काल में जिले में 1 लाख 63 हजार सैम्पल लिये गये हैं। 9 हजार लोग कोविड पॉजीटिव हुये हैं। इनका उपचार भी हमारे डॉक्टर्स ने ही किया है। जिले में आयुष्मान में पंजीकृत अस्पतालों के साथ ही सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों के द्वारा मानव स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुये अपनी उत्कृष्ट सेवायें दी गई हैं। क्राईसिस के समय जब कोई खड़ा होता हैतो उसकी अहमियत समझ में आती है। कोरोना की लड़ाई में हमारे सैनिकहमारे कमाण्डर हमारे डाक्टर्स ही हैं।

डॉक्टर्स का किया गया सम्मान

            डॉक्टर्स डे के अवसर पर जिलास्तरीय कार्यक्रम में डॉक्टर्स का सम्मान भी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने किया। इस दौरान डॉ. एस.पी. सोनीडॉ. अमित प्यासीडॉ. संजय शिवहरेडॉ. दिनेश बरोड़ाडॉ. सुनीता वर्माडॉ. राजेन्द्र ठाकुरडॉ. समीर सिंघईडॉ. मनीष गट्टानीडॉ. पंकज गुप्ताडॉ. एल.एन. खण्डेलवालडॉ. राजेश बत्रा को शॉल-श्रीफल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इसलिये मनाया जाता है डॉक्टर्स डे

डॉक्टर्स डे के विषय में जानकारी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने दी। उन्होने बताया कि हर वर्ष डॉक्टर्स डेचिकित्सकों के समाज की स्वास्थ्य रक्षा एवं उपचार संबंधित गतिविधियों में उनके कठोर परिश्रम व समर्पण की सराहना के प्रतीक स्वरुप मनाया जाता है। यह दिवस एक महान चिकित्सक व जन नेता डॉ. विधान चन्द्र राय की पुण्य तिथि पर मनाया जाता है। डॉ. राय का जन्म पटना में सन 1882 में हुआ। पटनाकलकत्ता व इंगलेण्ड के प्रतिष्ठित संस्थानों में शिक्षा प्राप्त कर उन्होने वर्ष 1911 में शिक्षण व सामुदायिक चिकित्सा का कार्य प्रारंभ किया। वे सदैव अनेक उन्नत चिकित्सा संस्थानों की स्थापनामातृ एवं शिशु हितैषी गतिविधियों तथा स्वस्थ्य राष्ट्र की आकल्पना के लिये जाने जायेंगे।

इसके साथ ही उन्होने कलकत्ता नगर के महापौरउप कुलपतिमेडिकल काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्षसंयुक्त प्रांत के राज्यपाल एवं वर्ष 1948 से लगातार 14 वर्षों तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पद को सुशोभित किया। वर्ष 1961 में उन्हें भारत रत्न का सर्वोच्च सम्मान प्राप्त हुआ। 80 वर्ष की उम्र में 1 जुलाई 1962 को डॉ. राय का दुःखद निधन हुआ। इसकी पुण्य स्मृति में वर्ष 1993 से यह दिवस डॉक्टर डे के रुप में मनाया जाता है।

            इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने वर्ष 2020 में कोविड की विभीषिका को देखते हुये कोविड-19 से संबंधित मृत्यु को कम करने का आव्हान किया था। पिछले वर्ष व इस वर्ष भी चिकित्सक समुदाय ने कोविड-19 प्रबंधन मेंजो प्राणों की चिंता किये बिना अपनी सराहनीय भूमिका निभाई हैउससे इस दिवस की महत्ता और बढ़ जाती है।

             डॉक्टर्स डे के अवसर पर आयोजित जिलास्तरीय कार्यक्रम में जिला पंचायत की प्रधान ममता पटेलपूर्व मंत्री अलका जैनपूर्व महापौर शशांक श्रीवास्तवपूर्व जिला अध्यक्ष पीताम्बर टोपनानीजिला पंचायत सदस्य पूजा देवी सिंहअपर कलेक्टर रोमोनुस टोप्पासीएमएचओ डॉ. प्रदीप मुढि़यासिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्माएसडीएम बलबीर रमन सहित अन्य संबंधित अधिकारीजनप्रतिनिधि एवं डॉक्टर्स भी उपस्थित रहे।

मंगलवार, 29 जून 2021

12वीं की परीक्षा का परिणाम तैयार करने की कार्ययोजना

मध्यप्रदेश -:माध्यमिक शिक्षा मंडल ने सत्र-2020-21 में 12वीं की परीक्षा का परिणाम तैयार करने की विस्तृत कार्य योजना नियत कर ली है। 12वीं की परीक्षा का परिणाम कक्षा 10वीं के सर्वश्रेष्ठ 5 विषयों के विषयवार अंको के आधार पर तैयार किया जाएगा। इसके लिए 10वीं के विषयों का 12वीं के संकायवार विषयों से मैपिंग की गई है। नियमित और स्वाध्याय परीक्षा के किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जाएगा। अतिरिक्त विषय या अतिरिक्त संकाय के छात्रों को उस विषय में दसवीं के साथ मुख्य संकाय के अनुसार मैप किए गए विषय अनुसार अंक प्रदान किए जाएंगे। श्रेणी सुधार छात्रों के अंक हाईस्कूल से मैप किए गए समूह के अंक के अनुसार ही दिए जाएंगे। 

माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी आदेश अनुसार बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति में हाईस्कूल के सबसे अधिक अंकों वाले विषयों के अतिरिक्त छठवां विषय 12वीं कक्षा के जिस विषय से मैप किया जाएगा, उस विषय में हाईस्कूल के तृतीय भाषा विषय के अंक प्रदान किए जाएंगे। उदाहरण के लिए किसी छात्र को हाईस्कूल में सामाजिक विज्ञान विषय के अंक बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति के अंतर्गत बाहर होने के कारण उसके परिणाम में नहीं जोड़े गए हैं, तो ऐसे छात्र को 12वीं के परीक्षा परिणाम में सामाजिक विज्ञान विषय के अंकों के स्थान पर 10वीं की तृतीय भाषा के अंक प्रदान किए जायेगे। 

इसी तरह प्रायोगिक परीक्षा के लिए निर्धारित मापदंड अनुसार कुल 100 अंकों में से गणना उपरांत 12वीं की परीक्षा के प्रायोगिक भाग वाले विषयों में प्रायोगिक भाग में अंक, छात्र द्वारा 100 में से अर्जित प्राप्त अंको के प्रतिशत अधिभार के आधार पर प्रदान किए जायेगे। उदाहरण के लिए यदि किसी छात्र को 70% अंक प्राप्त होते हैं तो भौतिक शास्त्र के प्रायोगिक भाग में 30 अंकों का 70% अंक अर्थात 21 अंक प्रदान किए जाएंगे और शेष 49 अंक सैद्धांतिक भाग में प्रदर्शित किए जायेगे।

यदि कोई छात्र अपने प्राप्तांक से असंतुष्ट रहता है तो कोविड-19 संकटकाल की समाप्ति उपरांत राज्य शासन की अनुमति से आयोजित होने वाली परीक्षा में भाग ले सकेगा। ऐसे छात्रों को परीक्षा परिणाम घोषित होने के 7 दिन के अंदर परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए ऑनलाइन पंजीयन करना अनिवार्य होगा। इस वर्ष 12वीं की परीक्षा में सम्मिलित होने वाले सभी छात्रों को पूर्व वर्ष अनुसार अंक सूचियों में केवल श्रेणी अंकित की जाएगी। इस वर्ष 12वीं परीक्षा परिणाम की मेरिट लिस्ट जारी नहीं की जाएगी।

अन्य राज्य और अन्य बोर्ड से 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले प्रत्येक छात्र को संबंधित अग्रेशन संस्था के माध्यम से 5 जुलाई 2021 तक 10वीं की अंकसूची अनुसार अंक भरना और अंकसूची अपलोड करना अनिवार्य होगा। यह प्रक्रिया 29 जुलाई 21 से एमपी ऑनलाइन के माध्यम से की जायेगी। अधिक जानकारी और दसवीं के विषयों का 12वीं के संकायवार विषयों से मैपिंग की अधिक जानकारी के लिए क्लिक करे।

सोमवार, 28 जून 2021

आदिवासी बाहुल्य ग्राम कोसमघाट बना मिसाल, शत्-प्रतिशत ग्रामीणों ने कराया वेक्सीनेशन, पाया सुरक्षा कवच

कटनी -: जिले में वेक्सीनेशन महा-अभियान में उत्साह और उमंग के साथ नागरिक सहभागिता कर रहे हैं। अपने स्वास्थ्य, परिवार की सुरक्षा और सामाजिक स्वास्थ्य को मद्देनजर रखते हुये जिले में नागरिकों द्वारा कोविड वेक्सीनेशन कराया जा रहा है। शासन-प्रशासन की टीम मुस्तैदी से इस कार्य में जुटी है। जहां जिले के विभिन्न विभागों के लोकसेवक लोगों के घरों तक जा जा कर उन्हें टीकाकरण के प्रति प्रेरित कर रहे हैं। वहीं जनप्रतिनिधि भी प्रेरक के तौर पर अपनी सक्रिय सहभागिता वेक्सीनेशन महा-अभियान में निभा रहे हैं।

            इन्ही प्रयासों का सार्थक परिणाम सोमवार को सामने आया। जिले के ढीमरखेड़ा विकासखण्ड की ग्राम पंचायत अतरसूमा के आदिवासी बाहुल्य ग्राम कोसमघाट में शत्-प्रतिशत वेक्सीनेशन का कार्य पूरा हो चुका है। लोकसेवकों एवं जनप्रतिनिधियों की समझाईश कोसमघाट ग्राम में काम आई।

सबने मिलकर ग्रामवासियों को कोरोना के टीके के फायदे बताये। उनकी मन की भ्रांतियों को दूर किया। तब कहीं जाकर कोसमघाट जिले का पहला आदिवासी बाहुल्य पहला एैसा गांव बना है, जहां पर शत्-प्रतिशत कोविड-19 का टीकाकरण हो चुका है।

            नायब तहसीलदार सुनीता मिश्रा ने जानकारी देते हुये बताया कि ग्राम पंचायत अतरसूमा तहसील ढीमरखेड़ा वृत्त सिलोंड़ी का आदिवासी बाहुल्य ग्राम कोसमघाट है। जिसकी जनसंख्या 216 है। इस ग्राम में 18 वर्ष से अधिक आयु के 132 लोग हैं। इनमें से दो लोगों की मृत्यु हो चुकी है, एवं 8 लोग रोजगार के संबंध में गांव से बाहर रहते हैं। शेष सभी 122 लोगों को कोरोना वेक्सीनेशन महा-अभियान के तहत मोबाईल वेक्सीनेशन के माध्यम से टीकाकरण कराया गया है। गांव कोसमघाट में इस तरह 18 एवं उससे अधिक आयुवर्ग के सभी शत्-प्रतिशत लोगों को वेक्सीनेशन हो चुका है।

            एसडीएम ढीमरखेड़ा सपना त्रिपाठी ने कहा कि आज कोसमघाट ग्राम में शत्-प्रतिशत वेक्सीनेश हो चुका है। यह आदिवासी बाहुल्य ग्राम है, जो अतरसूमा ग्राम पंचायत में आता है। वेक्सीनेशन कार्य में जुटी पूरी टीम और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ही शत्-प्रतिशत टीकाकरण संभव हो सका है। इसके लिये पूरी टीम को एसडीएम ने धन्यवाद ज्ञापित किया है। साथ ही ग्रामवासियों के सहयोग के लिये भी उनका आभार व्यक्त किया है। उन्होने कहा कि सभी के समन्वित प्रयासों से शत्-प्रतिशत वेक्सीनेशन कराने में सफलता मिली है।

            वेक्सीनेशन महा-अभियान में कोसमघाट में टीकाकरण कराने की कार्ययोजना पर अपने अनुभव साझा करते हुये नायब तहसीलदार सुनीता मिश्रा ने बताया कि कोसमघाट ढीमरखेड़ा विकासखण्ड का जनजातीय बाहुल्य ग्राम है, जो कि अतरसूमा ग्राम पंचायत में आता है। इस ग्राम में कोरोना के टीके को लेकर भ्रम की स्थिति थी। इस आदिवासी बाहुल्य ग्राम में जनप्रतिनिधि सहित हमारी पूरी टीम ने पूरी मेहनत और लगन के साथ जुटकर कार्य किया। लोगों को भ्रमों का दूर करने और जनजागरुकता की गतिविधियां आयोजित की गईं। उसकी का आज परिणाम है कि इस ग्राम में आज शत्-प्रतिशत वेक्सीनेशन का कार्य पूरा हो सका है। इसके लिये मैं ग्रामस्तर तक की इस कार्य में जुटी पूरी टीम को धन्यवाद देती हूं।

            वहीं कोसमघाट में टीकाकरण को मह-अभियान बनाने में स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं प्रेरक डॉ. प्रशांत राय की महती भूमिका रही। प्रशांत बताते हैं कि हमने सतत् रुप से अपने क्षेत्र के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में वेक्सीनेशन को लेकर विशेष प्लानिंग बनाकर वहां शत्-प्रतिशत वेक्सीेनेशन के लिये प्रयास किया। इसके लिये हम लगातार प्रशासनिक अधिकारियों के संपर्क में रहे और तैयार की गई कार्ययोजना के अनुसार अपना कार्य प्रारंभ किया। इस दौरान इन क्षेत्रों में टीके को लेकर काफी भ्रांतियां लोगों में व्याप्त रहीं। इन भ्रंांतियों को दूर करने का कार्य समन्वय के साथ किया गया। वेक्सीन की उपलब्धता और टीम के सहयोग से ही यह कार्य आज आदिवासी बाहुल्य ग्राम कोसमघाट में पूर्ण हो सका है।


रविवार, 27 जून 2021

बाकल पुलिस ने की अवैध शराब पर कार्यवाही ,लाहन नष्ट कर शराब की जप्त ,

कटनी-: पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के निर्देशन के बाद जिले में लगातार अपराधिक गतिविधियों पर लगाम कसने की कवायद जारी है ,वही आज बाकल थाना क्षेत्र में  आज दिनांक 27/06/2021 को पुलिस अधीक्षक  के मार्गदर्शन में अवैध शराब अभियान के तहत थाना प्रभारी बाकल  अनिल काकड़े एवं हमराह  स्टाफ द्वारा  चलाए जा रहे अवैध शराब पकड़ने के अभियान मे  बाकल पुलिस टीम के द्वारा ग्राम पाटीराजा में रेड  कार्यवाही कर कुल  03 आरोपी 

1.गीताबाई बसोर ग्राम पटीराजा  2. आशा बाई यादव ग्राम पटीराजा  

3. रामनारायण यादव ग्राम पटीराजा के विरुद्ध धारा 34 A आबकारी  एक्ट के तहत कार्यवाही कर कुल 14 लीटर अवैध कच्ची महुआ की देशी शराब जप्त की गई कीमती करीबन 1400 रु. वही करीबन 100लीटर लाहन नष्ट किया गया ।।

इनकी रही कार्यवाही में मुख्य भूमिका थाना प्रभारी उपनिरीक्षक अनिल काकड़े ,ASI अजय सिंह ,HC अवधेश मिश्रा ,आरक्षक सोनवानी , दिलीप , बुद्धु 


शनिवार, 26 जून 2021

बढ़ते रेत के दाम पर विराम लगाने कलेक्टर को युवक कांग्रेस व NSUI जिलाध्यक्ष ने सौंपा मांग पत्र ,18000 की रेत अब 42 हजार हुए दाम ,

कटनी -:ज़िले में बेतहाशा बढ़ते रेत के दामों पर लगाम लगाने ज़िला युवक कांग्रेस अध्यक्ष आशुतोष मनू दीक्षित एवं एनएसयूआइ ज़िलाध्यक्ष दिव्यांशू मिश्रा अंशू द्वारा कलेक्टर कटनी को सम्बोधित माँग पत्र एडीएम कटनी को सौंपकर बढ़े हुए दामों को वापस लेने की माँग की। 

जानकारी देते हुए मनु दीक्षित एवं अंशू मिश्रा ने बताया की कटनी ज़िले में दिनांक 26/06/2021 से रेत के हाइवा के दाम 42000 होने से गरीब वर्ग का व्यक्ति रेत लेने में असमर्थ है,लगातार हो रही बेतहाशा वृद्धि से गरीब एवं माध्यम वर्गीय व्यक्ति की कमर टूट रही है।कांग्रेस की सरकार में मिलने वाली 18000 की रेत आज जनता 42000 में ख़रीदने को विवश है,

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा टेंडरिंग प्रक्रिया कर कई नियम बनाए थे जिससे जनता को राहत पहुँचे,पिछले दरवाज़े से आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कुर्सी सम्भालते ही रेत ठेकेदारों ने मनमानी से दाम बढ़ाना चालू कर दिया है।जारी विज्ञप्ति के माध्यम से बताया गया की जल्द जनहित में दामों की वृद्धि वापस ना लेने पर युवक कांग्रेस एवं एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं को नाकों पर तैनात कर सामूहिक लूट को रोकने का काम कर जनता को राहत पहुचाई जाएगी.. 

बुधवार, 23 जून 2021

एक दिन में 17 लाख लोगों को टीका लगाने का मध्यप्रदेश का रिकार्ड वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में शामिल

मध्यप्रदेश -:मध्यप्रदेश में कोविड-19 के #MPVaccinationMahaAbhiyan.में एक दिन में 16 लाख 91 हजार 967 लोगों को वैक्सीन डोज लगाने को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड ने वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल कर लिया है। यह जानकारी वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड ने मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान को 22 जून को लिखे पुष्टिु पत्र में दी है।

वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड, भारत के प्रेसीडेंट संतोष शुक्ला ने मुख्यमंत्री Shivraj Singh Chouhan को भेजे पुष्टि पत्र में कहा कि मध्यप्रदेश द्वारा टीकाकरण में बनाये गये रिकार्ड को रिकार्ड बुक में शामिल करने पर संस्था को प्रसन्नता है। पुष्टि पत्र में वर्ल्ड रिकार्ड संबंधी प्रमाण-पत्र से सम्मानित करने के लिये मुख्यमंत्री चौहान की सहमति और दिनांक आदि भेजने के लिये भी अनुरोध किया है।

पत्र में मुख्यमंत्री चौहान द्वारा कोविड-19 के टीकाकरण संबंधी कदमों की सराहना करते हुए उन्हें शुभकामनाएँ भी दी हैं।

सरकार की शोषण नीति से विफरे एल आई सी एजेंट , 15 दिवसीय विश्राम आंदोलन शुरू..

कटनी -: भारतीय जीवन बीमा निगम की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले अभिकर्ताओं अब 15 दिन की देशव्यापी हड़ताल पर चले गए है। उनका आरोप है कि कोरोना काल मे एलआईसी उनकी उपेक्षा कर रही है।

 देशव्यापी हड़ताल के क्रम में नई बस्ती स्तिथ एलआईसी की शाखा क्रमांक- 02 में बुधवार को एलआईसी के ऐजेंट पहुंचे तो जरूर लेकिन वे बिना कार्य किये ही लौट गए। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी की।

   एलआईसी ऐजेंटस की यूनियन लियाफी के अध्यक्ष रानू सिंह ने बताया कि कोरोना काल मे देश भर में एलआईसी के तीन हज़ार एजेंट काल के गाल में समा गए है, उनके आश्रित आज भूखो मरने की कगार पर है। उन्हें एलआईसी द्वारा किसी भी प्रकार की कोई सहायता नही दी जा रही है। जिसकी वजह से राष्ट्रीय स्तर पर लियाफी ने अपनी मांगे मनवाने के लिए एक पखवाड़े का विश्राम दिवस मनाने का निर्णय लिया है। 

  एलआईसी के ऐजेंटस द्वारा की जा रही हड़ताल के मुख्य माँगो में कोरोना की चपेट में आकर जान गवाने वाले एजेंट के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता, पीएफ, पेंशन, क्लब मेम्बरशिप में राहत, बीमा धारकों का लेट फ़ाईन माफ, मैच्योरिटी बोनस रेट बढ़ाने आदि शामिल है। 

 पिछले कुछ दिनों से जारी देशव्यापी हड़ताल को लेकर एलआईसी प्रबन्धन गंभीर नही है। इसलिए आजतक एजेंट माँगो पर अब तक कोई सुनवाई नही कर रहा। एजेंट्स की इस हड़ताल से एलआईसी को रोजाना कोरोड़ो रुपये का नुकसान हो रहा है, प्रबन्धन अपनी जिद्द पर अड़ा है, तो एजेंट्स अपनी मांगों पर अब देखना यह है कि इस लड़ाई में जीत किसकी होती है।