रविवार, 25 अप्रैल 2021

जिले के नागरिकों से ई-संजीवनी सुविधा का लाभ लेने की अपील


कटनी (25 अप्रैल)- लॉकडाउन के चलते सामान्य लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं लेने में कई दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। इसलिये विश फाउण्डेशन के तकनीकी सहयोग से ई-संजीवनी ओपीडी प्रारंभ की गई है। जिसके माध्यम से लोगों को घर बैठे स्वास्थ्य सेवाएं चिकित्सीय परामर्श एवं उपचार ई-संजीवनी के माध्यम से उपलब्ध होंगी। जिले के नागरिकों से ई-संजीवनी सुविधा का लाभ लेने की अपील की है। https://esanjeevaniopd.in/Register वेबसाईट पर नागकि ऑनलाईन पंजीयन कर सकते हैं। इसके माध्यम से कोरोना के अलावा अन्य सभी बीमारियों के लिए डॉक्टर्स से परामर्श प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही ई-प्रिस्क्रिप्शन भी उपलब्ध कराई जायेगी।

ई-संजीवनी ओपीडी सेवा के लिये मरीज को सर्वप्रथम www.esanjeevaniopd.in पर पेशेंट रजिस्टर पर अपने मोबाईल नंबर की सहायता से पंजीकृत कर ओटीपी प्राप्त करना होगा। ओटीपी इण्टर करने के पश्चात पेशेंट रजिस्टेशन एवं टोकन जनरेशन में नामपताआयु संबंधी जानकारी दर्ज करना होगी। यदि कोई रिपोर्ट/एक्स-रे आदि डाक्टर को बताना चाहते हैं तो उसे भी अपलोड करना होगा। यहॉ ओके करने के बाद आपको पंजीकृत मोबाईल नंबर पर टोकन प्राप्त होगाजो कि मरीज की वेटिंग लिस्ट को दर्शाता है।

एसएम एस के आधार पर प्राप्त टोकन नंबर के माध्यम से लाग-इन कर कतार में अपनी बारी का इंतजार करेंअपनी बारी आने पर कॉल नाउ विकल्प को चुने एवं चिकित्सक से संवाद प्रारंभ करें। संवाद पूर्ण होने के पश्चात आपको आवश्यकतानुसार दवा की पर्ची का ई-प्रिस्क्रिप्शन प्राप्त होगाजिसके आधार पर आप दवाई खरीद सकते हैं। आवश्यकता के आधार पर डॉक्टर मरीजों को अस्पताल हेतु रेफर करने की सलाह भी दे सकते हैं। इस प्रकार यह ई-संजीवनी ओपीडी की प्रक्रिया पूर्ण होगीऔर लोग घरों से ही स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे।

जिम्मेदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे कोरोना योद्धा, मुस्तैदी से जुटे हुए सैनीटाईजेशन के कार्य मैं ।

कटनी - कोरोना संक्रमण के इस दौर में जहां सभी लोग अपने घरों में रहकर कोरोना की संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वही हमारे कोरोना योद्धा फील्ड पर मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। ताकि आमजन की सुरक्षा आपदा की इस घड़ी में वे कर सकें। एैसे ही एक कोरोना योद्धा हैं हमारे विवेक मोगरे। विवेक नगर निगम में कार्य करते हैं। इस दौरान उन्हें सैनीटाईजेशन के कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

            कोरोना इस बढ़ते संक्रमण में सैनीटाईजेशन का कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता है। एैसे में विवेक सक्रियता के साथ मुस्तैदी से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। इस समय वे माधवनगर क्षेत्र में अपने साथी वाहन चालक चंदन चौधरी के साथ सैनीटाईजेशन के काम में लगे हुये हैं।

            विवेक बताते हैं कि वे सुबह 9 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक सैनीटाईजेशन का कार्य करते हैं। इस दौरान वे सड़कों पर यूं ही घूम रहे लोगों को भी घरों में रहने के लिये और कोरोना के समय में प्रशासन का सहयोग करने के लिये प्रेरित भी करते हैं। शहरवासियों के लिये अपना संदेश देते हुये विवेक ने कहा कि आपके लिये हम सड़कों पर हैं। अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। आपके घरों और सार्वजनिक स्थानों का सैनीटाईजेशन कर रहे हैं। बस आपसे यह अपील है कि आप लोग भी संक्रमण की इस चैन को तोड़ने में सहयोग करें और अपने घरों में रहें। साथ ही मास्क का उपयोग करें और दो गज दूरी का पालन भी करें।

रेल्वे कोच में कोविड सेन्टर बनाकर किया जायेगा कोविड पीडि़त मरीजों का इलाज, सांसद के प्रयासों से मिली सहमति

कटनी -: जिले में कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों का इलाज सुगमता से हो, इस दिशा में विभिन्न स्तरों पर शासन-प्रशासन द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। इसी दिशा में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय सांसद वी.डी. शर्मा द्वारा भी रेल्वे कोच में कोविड केयर सेन्टर स्थापित कर कोविड-पॉजीटिव मरीजों का इलाज कराने के लिये रेल्वे के वरिष्ठ अधिकारियों से पत्राचार किया गया था।

कटनी में कोरोना संक्रमण से बढ़ते पीडि़तों की संख्या को देखते हुए पिछले दिनों क्षेत्रीय सांसद वी.डी. शर्मा द्वारा जबलपुर डीआरएम को कटनी में मुख्य या मुड़वारा स्टेशन पर रेलवे कोच में कोविड सेंटर (आइसोलेशन कोच) प्रारम्भ करने हेतु पत्र लिखा था। इस प्रयास पर रेल्वे द्वारा अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।

इस संबंध में जबलपुर डीआरएम द्वारा आपात कालीन रूप से रेल कोच को कोविड सेंटर बनाने की स्वीकृति प्रदान की है। जिससे जरूर पड़ने पर जिला कलेक्टर कटनी द्वारा रेलवे विभाग से संपर्क कर दोनों में से किसी एक स्टेशन कटनी के मुड़वारा या मुख्य रेल स्टेशन में यह आइसोलेशन कोच खड़े कराए जाएंगे। इन कोचों में कोविड सेंटर में आवश्यक रूप से काम आने वाले सभी संसाधनों को लगाया जाएगा। सांसद श्री शर्मा के प्रयासों से शीघ्र ही जिले के कोविड पॉजीटिव मरीजों के इलाज के लिये रेल्वे कोचों में कोविड केयर सेन्टर स्थापित कर उन्हें बेहतर उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी।

आज वायु सेना के विमान से 3 ऑक्सीजन टैंकर किए जाएंगे एयरलिफ़्ट

इंदौर -: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा प्रदेश में कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए संसाधनों की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं। 

राज्य शासन द्वारा लगातार 3 दिनों से ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए वायु मार्ग से ऑक्सीजन टैंकर भेजे जा रहे हैं। 

भारतीय वायुसेना के C17 एयरक्राफ्ट रविवार को इंदौर एयरपोर्ट से 3 खाली ऑक्सीजन टैंकर गुजरात के जामनगर भेजे जाएंगे।

इसी क्रम में प्राणवायु लेने आज तीसरी बार इंदौर एयरपोर्ट से वायुसेना का विमान जामनगर के लिए रवाना हुआ है।

रविवार दोपहर 2.40 बजे वायु सेना का एयरक्राफ्ट इंदौर एयरपोर्ट से एक खाली ऑक्सीजन टैंकर लेकर जामनगर के लिए रवाना हुआ।

विमान के माध्यम से शाम को फिर से दो और खाली ऑक्सीजन टैंकर जामनगर भेजे जाएंगे। वायु मार्ग से टैंकर भेजकर राज्य शासन द्वारा कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति जल्द से जल्द करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

राहत भरी खबर -: 24 घंटो में 352 कोरोना संक्रमित लोगो ने दी कोरोना को मात। आप सभी भी कोविड-19 प्रोटोकॉल्स का पालन करें ।।

कटनी -: जिले में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है। कोरोना की चेन को तोड़ने के लिये जिला प्रशासन द्वारा हर स्तर पर सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। लेकिन कुछ प्रयास एैसे भी हैं, जो उन लोगों के द्वारा किये जा रहे हैं, जो स्वयं कोरोना से ग्रस्त हैं और कोरोना को हराकर जिंदगी की जंग में अपनी जीत दर्ज करा रहे हैं। एैसी राहत भरी खबर आज कटनी जिले के लिये रही। जिले में जहां पिछले चौबीस घंटों में रात्रि 10 बजे तक की स्थिति में 172नये कोरोना के केस सामने आये। वहीं 352 लोगों ने कोरोना को मात दी है।

   इलाज के दौरान हमारे फ्रंट लाईन कोरोना वॉरियर्स स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा इनके स्वास्थ्य का सतत् रुप से ध्यान रखा गया। इनकी मॉनीटरिंग की गई, जिसका यह परिणाम है कि वे आज सकुशल स्वस्थ्य होकर अपने घर के लिये रवाना हुये। तीनों ने ही सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि आप सभी कोविड-19 प्रोटोकॉल्स का पालन करें। मास्क लगायें और दो गज दूरी का पालन करें।

शनिवार, 24 अप्रैल 2021

दिव्यांग जनों के संक्रमित होने का खतरा अधिक,लॉकडाउन में दिव्यांग कर्मचारियों को उपस्थिति में छूट दें -: संदीप रजक आयुक्त निःशक्त कल्याण

मध्यप्रदेश -:
आयुक्त नि:शक्तजन कल्याण संदीप रजक ने सभी संभाग आयुक्त और कलेक्टरों को जारी पत्र में कोरोना संक्रमण के कारण विभिन्न जिलों में लागू लॉकडाउन के दौरान दिव्यांग अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यालयीन उपस्थिति में छूट देने के लिए कहा है।

रजक ने कहा कि दिव्यांग जनों के संक्रमित होने का खतरा अधिक रहता हैं इसलिए उन्हें विशेष कार्य होने पर ही कार्यालय बुलाया जाए और घर से ही कार्य करने की अनुमति दी जाए।

रजक ने कहा कि कोरोना संक्रमण को केंद्र शासन द्वारा राष्ट्रीय आपदा घोषित किया गया है।  कोरोना संक्रमण के मामले इन दिनों बहुत तेजी से देश प्रदेश में बढ़े हैं, हालांकि इनमें ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी काफी बढ़ी है। दिव्यांग जनों की सुरक्षा और संरक्षण के मद्देनजर केंद्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग और मुख्य आयुक्त दिव्यांगजन द्वारा इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

प्रदेश में आज 11 हजार से अधिक व्यक्तियों ने जीती कोरोना से जंग,मुख्यमंत्री चौहान ने ली कोरोना नियंत्रण कोर ग्रूप की वर्चुअल बैठक

मध्यप्रदेश -: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड संक्रमण के प्रबंधन में ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करना राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आज 11 हजार से अधिक व्यक्ति कोरोना की जंग जीत कर स्वस्थ्य हुए हैं। प्रदेश में जनता कर्फ्यू का सकारात्मक असर दिखाई दे रहा है। पॉजिटिविटि रेट स्थिर हुआ है। जिला स्तर पर अब अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों को चिंहित करने की आवश्यकता है। शहरों ग्रामों में जिन क्षेत्रों में संक्रमण अधिक है उनका अध्ययन कर माइक्रो स्तर पर संक्रमण नियंत्रण के लिए रणनीति विकसित करना होगी। इन क्षेत्रों को माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बनाकर संक्रमण को फैलने से रोकने और इसे समाप्त करने के प्रयास किये जायें।

मुख्यमंत्री चौहान कोविड 19 की रोकथाम और व्यवस्थाओं के संबंध में निवास से कोरोना नियंत्रण कोर ग्रूप की वर्चुअल बैठक को संबोधित कर रहे थे।  बैठक में कोविड नियंत्रण के कार्यों के परिवेक्षण और क्रियान्वयन के लिए मंत्रियों को सौंपे गये दायित्वों पर भी चर्चा हुई। बैठक में सभी संबंधित मंत्री, मुख्य सचि इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्म्द सुलेमान तथा अन्य अधिकारी वर्चुअली सम्मिलित हुए।

भोपाल और ग्वालियर के लिए भी ऑक्सीजन एयर रूट

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से चर्चा में यह तय हुआ है कि रेल मंत्रालय मध्यप्रदेश को भोपाल के लिए ऑक्सीजन ट्रेन प्रदान करेगा। यह ट्रेन बोकारो से रांची होते हुए भोपाल आयेगी। जिसमें ऑक्सीजन के भरे टैंकर मध्यप्रदेश लाये जायेंगे। इंदौर- जामनगर एयर रूट के बाद अब ग्वालियर रांची और भोपाल-रांची ऑक्सीलन एयर रूट से ऑक्सीजन की सप्लाई मध्यप्रदेश को की जायेगी। मध्यप्रदेश से खाली ऑक्सीजन सिलेंडर वायु सेना के विमान से भोपाल और ग्वालियर से रांची जायेंगे और वहाँ से सड़क मार्ग से भरे टेंकर वापस आयेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नाईट्रोजन टेंकर को ऑक्सीजन के लिए कंवर्ट करने और ट्रेन पर टैंकर लाने के लिए आवश्यक व्यवस्था की संभावनाओं पर भी कार्य किया जाये। ऑक्सीजन की आपूर्ति और उसके प्रदेश में वितरण के लिए अधिकारियों के दो उच्च स्तरीय समूह गठित किये गये हैं।

कोविड केयर सेंटरों की कार्य-प्रणाली का नियमित आकलन हो

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि  होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों की स्थिति उन्हें दवा और सलाह मिलने के क्रम आदि पर प्रभारी मंत्री और ओआईसी विशेष ध्यान दें। होम आइसोलेशन में ही मरीजों को स्वस्थ्य करने का हर संभव प्रयास किया जाये। कोविड केयर सेंटरों की व्यवस्था की समीक्षा में बताया गया कि 155 कोविड केयर सेंटर में 9 हजार 41 आइसोलेशन बेड और 32 केंद्रों में 618 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था कर ली गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड केयर सेंटरों की सेवाओं का आकलन वहाँ उपलब्ध चिकित्सा अधोसंरचना, इलाज, साफ-सफाई, भोजन व्यवस्था और मरीजों के फीड बैक के आधार पर किया जायेगा। यह भी अध्ययन करें कि इन केंद्रों से कितने व्यक्तियों को अस्पताल रेफर किया गया और कितने व्यक्ति स्वस्थ्य हुए हैं।

492 निजी अस्पतालों में रेट लिस्ट प्रदर्शित 

प्रदेश के 497 निजी कोविड चिकित्सालयों में से 492 चिकित्सालयों में बिस्तरों की स्थिति और रेट लिस्ट प्रदर्शित की जा रही है। शासकीय और निजी स्वास्थ्य संस्थाओं में 49 हजार 660 बिस्तरों की क्षमता विकसित की गई है। मेडिकल किट वितरण का कार्य लगातार जारी है।  

एम्स में आईसीयू के सौ बिस्तर बढ़ेंगे

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने जानकारी दी कि भोपाल में एम्स में आईसीयू के सौ बिस्तर बढ़ाये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न संगठनों के सहयोग से 2 हजार बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है।