शुक्रवार, 23 अप्रैल 2021

यहां एंबुलेंस पर मरीज नही शराब ढोई जा रही थी। पुलिस ने पकड़ा तो पता चली ये वजह ।

महाराष्ट्र -: कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. फिलहाल सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले महाराष्ट्र में सामने आ रहे हैं।  महाराष्ट्र के कई जिलों के हालात ये हैं कि यहां मरीजों को अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मिल रही है। तो वहीं दूसरी तरफ राज्य के शिरणी जिले में शराब तस्करों ने शराब की सप्लाई का अनोखा तरीखा खोज लिया है।शिरणी में कुछ शराब तस्कर एम्बुलेंस में शराब भरकर इसकी तस्करी कर रहे हैं। पुलिस ने इस गिरोह को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस का मानना है कि यह शराब की तस्करी एम्बुलेंस में इसलिए की जा रही थी ताकि कोई भी नाकेबंदी पर पुलिस वाले या कोई दूसरी एजेंसी इसे रोके नहीं और सब को लगे कि इस एम्बुलेंस में कोरोना मरीज को ले जाया जा रहा है। इसी का फायदा आरोपी ने उठाया और एम्बुलेंस में तकरीबन 23,000 हजार रुपये की शराब छुपा के रखी और एंबुलेंस में ही इसकी तस्करी एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाने के लिए हो रही थी।इस पूरे मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। पुलिस अधिकारियों को शक है कि यह एक बड़ा गिरोह हो सकता है जो एम्बुलेंस के जरिए शराब की तस्करी एक शहर से दूसरे शहर करने में लगे हो। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के लगातार मामले बढ़ने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना नियमों को काफी ज्यादा कड़ा कर दिया है, जिसमें दुकानें अब सुबह 7:00 बजे से लेकर 11:00 बजे तक की खुलेगी। शराब की दुकानें बंद होने की वजह से और लोगों की शराब की मांग लगातार तेजी से बढ़ने के बाद तस्करों ने के नायाब तरीका चुना और एम्बुलेंस के जरिए शराब की तस्करी करना शुरू कर दी। जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र में प्रतिदिन 60,हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं और सैकड़ों लोगों की हर रोज मौत हो रही है।।

प्रदेश में अब तक 3 लाख 80 हजार 298 मरीजो ने दी कोरोना को मात । आज 10 हजार 33 मरीज स्वस्थ होकर पहुँचे घर -: मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश -: चिकित्सा शिक्षा मंत्री  विश्वास सारंग ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में अब तक कोविड़ 19 संक्रमण के 4 लाख 72 हजार 785 केस हुए हैं, जिसमें 3 लाख 80 हजार 208 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं । मध्यप्रदेश का रिकवरी रेट सुधर रही है। 

वर्तमान में 87 हजार 640 एक्टिव केस हैं। आज 13 हजार पांच सौ 90 प्रकरण सामने आए हैं। एक अच्छी और सुखद खबर ये है कि हमारा लगातार पॉजिटिविटी रेट कम हो रहा है। कल हमारा पॉजिटिविटी रेट 24.29 प्रतिशत था जो घटकर 23.76 प्रतिशत हो गया है। 

प्रदेश में आज लगभग 48 हजार 371 बिस्तर हो गए हैं। लगातार टेस्टिंग का काम भी जारी है। एक अच्छी उपलब्धी ये है कि आज हमने लगभग 57 हजार 176 कोविड-19 टेस्ट किए हैं। जो अभी तक का मध्यप्रदेश का एक दिन का रिकॉर्ड है।

हमारे होम आइसोलेशन के मरीज को रोज कम से कम एक बार वीडियो कॉल के जरिए डॉक्टरों से वार्तालाभ कराया जा रहा है।जिसकी सक्सेस रेट 95 % है।

हम सब के लिए प्रसन्नता की बात है कि लगातार संक्रमित हुए मरीज ठीक होकर घर जा रहे हैं। आज 23 अप्रैल को भी 10 हजार 33 मरीज ठीक होकर घर पहुंचे हैं। 

मरीजों के उचित इलाज के लिए हम सब कटिबध्द हैं मरीजों को इलाज की उचित व्यवस्था मिल सके इसके प्रयास जारी हैं प्रदेश में आज 463 मीट्रिक रन ऑक्सीजन प्राप्त हुई है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में आज एक बड़े और महत्वाकांक्षी कार्यक्रम की शुरूआत हुई है। अब "योग से निरोग" कार्यक्रम के जरिए होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को केवल शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी संबल देने के लिए ये नया प्रयोग किया गया है।

कोरोना कर्फ्यू के उल्लंघन पर तीन दुकानें की गई सील , धारा 188 के तहत प्रकरण भी किया गया पंजीबद्ध

टनी -:जिले में कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट प्रियंक मिश्रा द्वारा जारी आदेश के तहत 30 अप्रैल की रात्रि 12 बजे के लिये कोरोना कर्फ्यू प्रभावशील है। इसके साथ जिले में आरआर टीम द्वारा बिना वजह सड़कों में आवाजाही कर रहे लोगों से भी रोको टोको अभियान के तहत पूछताछ व चालानी कार्यवाही की जा रही है। वहीं नियमों के उल्लंघन पर भी सख्त कार्यवाही विभागीय अधिकारियों द्वारा सतत् रुप से की जा रही है।        

इसी क्रम में विजयराघवगढ़ में भी राजस्व व पुलिस के अमले द्वारा कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। वहीं इसका उल्लंघन करने वालों पर भी नियमानुसार कार्यवाही भी की जा रही है। गुरुवार को संयुक्त दल द्वारा विजयराघवगढ़ में कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर तीन दुकानों को सील करने की कार्यवाही की गई है। साथ ही संबंधितों पर धारा 188 के तहत प्रकरण भी पंजीबद्ध किया गया है। उल्लेखनीय है कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान तीनों दुकानें खुली पाई गईं थी। जिसके बाद एसडीएम प्रिया चन्द्रावत के नेतृत्व में पुलिसराजस्व के अधिकारियों द्वारा तीनों दुकानों को सील करने की कार्यवाही की गई।

शनिवार से सायना स्कूल में प्रारंभ होगा सांसद कोविड केयर सेन्टर,300 बैड क्षमता वाले इस सेन्टर में उपलब्ध रहेंगे 50 न्यूबोलाईजर मशीनें व एम्बुलेन्स,सांसद द्वारा उपलब्ध कराई जा रही हैं 85 ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर मशीनें

कटनी -: जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुये शासन-प्रशासन द्वारा सतत् रुप से प्रभावी प्रयास किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में सायना स्कूल में 300 बिस्तर की क्षमता के सांसद कोविड केयर सेन्टर की शुरुआत शनिवार को होगी। जिसकी तैयारियों का जायजा शुक्रवार को पूर्व राज्यमंत्री एवं वर्तमान विधायक संजय सत्येन्द्र पाठक ने लिया। उन्होने कहा कि हमारा उद्देश्य विपदा के इस दौर में सुगमता और सहूलियत उपलब्ध कराना है। सांसद कोविड केयर सेन्टर में असिम्टोमेटिक कोविड पॉजीटिव पेशेन्ट्स का उपचार किया जायेगा।

            कोविड केयर सेन्टर की व्यवस्थाओं को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों से रिव्यू भी विधायक श्री पाठक ने किया। उन्होने निर्देश देते हुये कहा कि सेन्टर की साफ-सफाई और सैनीटाईजेशन की जिम्मेदारी नगर निगम आयुक्त की होगी। वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति और असिम्टोमेट्क्सि कोविड पॉजीटिव मरीजों के लिये लगने वाली दवाईयां उपलबध कराने के निर्देश उन्होने दिये।

            रिव्यू के दौरान कोविड केयर सेन्टर में आपातकालीन व्यवस्था के लिये भी दो रुम तैयार रखने की बात भी विधायक पाठक ने कही। उन्होने बताया कि पेशेन्ट् के अटेण्डर के लिये पृथक से व्यवस्था होगी। वहीं सेन्टर में 50 न्यूबोलाईजर मशीन और भोजन संबंधित अन्य व्यवस्थायें स्कूल प्रबंधन के द्वारा की जायेंगी। साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ एवं डॉक्टर्स के रहने के लिये भी बेहतर व्यवस्था स्कूल प्रबंधन करेगा। आवश्यकता पड़ने पर आपातकालीन सेवा के लिये एक एम्बुलेन्स भी कोविड केयर सेन्टर में उपलब्ध रहेगी।

            कोविड केयर सेन्टर में उपचार के लिये दाखिल होने वाले मरीजों का बेहतर ट्रीटमेन्ट हो सके, इसके लिये विधायक श्री पाठक ने सेवानिवृत्त शासकीय चिकित्सकों एवं निजी चिकित्सकों से मोबाईल पर संपर्क कर सहयोग करने का आग्रह भी किया।

सांसद द्वारा उपलब्ध कराई जा रही हैं 85 ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर मशीनें

            विधायक संजय सत्येन्द्र पाठक ने जानकारी देते हुये बताया कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय सांसद बी.डी. शर्मा के द्वारा 85 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मशीन उपलब्ध कराई जा रही हैं। जिसका उपयोग कोविड केयर सेन्टर और आवश्यकता अनुरुप चिकित्सालयों में किया जायेगा। जिसमें से 75 मशीनें 4 दिन बाद प्राप्त होंगी। वहीं 10 मशीनें आज प्राप्त हो जायेंगी।

सिविल अस्पताल विजयराघवगढ़ में बढ़ाये जायेंगे 50 बैड

            सांसद वी.डी.शर्मा के द्वारा कोविड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुये सिविल अस्पताल विजयराघवगढ़ में कोविड के मरीजों के इलाज के दृष्टिगत 50 बैड बढ़ाने के निर्देश दिये गये हैं। इसकी जानकारी भी विधायक पाठक ने दी। उन्होने बताया कि शीघ्र ही सिविल अस्पताल विजयराघवगढ़ में बैड्स की उपलब्धता हो जायेगी। जिससे क्षेत्रीय लोगों के लिये सहूलियत होगी।

सिविल अस्पताल विजयराघवगढ़ को उपलब्ध करायें पैरामेडिकल स्टाफ

            सांसद कोविड केयर सेन्टर की तैयारियों की समीक्षा के दौरान सिविल चिकित्सालय विजयराघवगढ़ में स्टाफ उपलब्ध कराने के निर्देश भी विधायक श्री पाठक ने सीएमएचओ को दिये। उन्होने कहा कि सिविल अस्पताल में स्टाफ की कमी है, इसलिये कोविड के मद्देनजर जिन मानव संसाधन का चयन विभाग द्वारा किया जा रहा है, उनमें से कुछ की पोस्टिंग सिविल चिकित्सालय विजयराघवगढ़ के लिये भी करें।

         इस दौरान प्रभारी अपर कलेक्टर रोहित सिसोनिया, एडिशनल एसपी संदीप मिश्रा, नगर निगम आयुक्त सतेन्द्र धाकरे, सीएमएचओ डॉ. प्रदीप मुढि़या सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी मौजूद रहे।

रेमडिसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी पर दो व्यक्तियों को जेल भेजने के आदेश

जबलपुर -: रेमडिसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य 18 हजार रुपए में बेचने पर  जिला दंडाधिकारी जबलपुर श्री IAS कर्मवीर शर्मा द्वारा पुलिस अधीक्षक से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर अनावेदक नितिन विश्वकर्मा पिता सुनील कुमार विश्वकर्मा उम्र 22 साल निवासी कटियाघाट गौर नदी के पास चौकी गौर थाना बरेला जिला जबलपुर (मप्र) के विरूद्ध चोरबाजारी निवारण और आवश्यक वस्तु प्रदाय अधिनियम 1980 की धारा 3 की उपधारा (1) (2) के तहत अनावेदक को 6 माह की अवधि के लिए केन्द्रीय जेल में निरूद्ध करने का आदेश दिया गया है। 

इसी प्रकार रेमडिसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य 18 हजार रुपए में बेचने पर पुलिस अधीक्षक से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर जिला दंडाधिकारी  श्री  शर्मा द्वारा अनावेदक श्री सुदामा बघेल पिता हल्कूदास बघेल उम्र 41 साल निवासी पुष्पनगर थाना लार्डगंज जिला जबलपुर के विरूद्ध चोरबाजारी निवारण और आवश्यक वस्तु प्रदाय अधिनियम 1980 की धारा 3 की उपधारा (1) (2) के तहत अनावेदक को 6 माह की अवधि के लिए केन्द्रीय जेल में निरूद्ध करने का आदेश दिया गया है।


गुरुवार, 22 अप्रैल 2021

श्रीराम जन्म भूमि ट्रस्ट मदद के लिए आया आगे ,55लाख की अग्रिम राशि दे ऑक्सीजन प्लांट लगाने का भी लिया निर्णय ।

उप्र/अयोध्या -: एक ओर जहां पूरे देश और प्रदेश में कोविड-19 संक्रमित मरीज ऑक्सीजन के लिए तरस रहे हैं. ऐसे में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अब लोगों की जान बचाने आगे आया है. ट्रस्ट ने अयोध्या के दो अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय लिया है। इसके लिए बाकायदा आज ही कार्यदायी संस्था को ऑक्सीजन प्लांट लगाने का अग्रिम भुगतान के रूप में 55 लाख रुपए की राशि भी जारी कर दी गई। अयोध्या में भी इन दिनों कोरोना संक्रमण के कारण संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. प्रतिदिन 200 से 300 लोग पॉजिटिव आ रहे हैं. कोरोना की दूसरी लहर बेहद खतरनाक है। लोग जीवन और मृत्यु के बीच में संघर्ष कर रहे हैं प्रदेश के मुख्यालय से लेकर सभी जगहों पर ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी हो गई है।जहां लखनऊ के कई अस्पतालों में सीमित घंटों के अंदर ऑक्सीजन खत्म होने का नोटिस चस्पा किया गया है. वहीं अयोध्या भी इसकी चपेट में है लगातार मरीज परेशान हैं और सोशल मीडिया मीडिया के माध्यम से मरीज ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग कर रहे हैं।श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने संक्रमित मरीजों को बड़ी राहत देने का प्रयास किया है राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 55 लाख रुपए की लागत से अयोध्या के दर्शन नगर स्थित दशरथ मेडिकल कॉलेज और एक जिला अस्पताल चाहे जिला महिला अस्पताल में भी ट्रस्ट की तरफ से ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा. प्रक्रिया को जल्द पूरा करते हुए जिलाधिकारी के सहयोग से आज ही कार्यदायी संस्था जो दिल्ली की है. उसे प्लांट लगाने का अग्रिम भुगतान कर दिया गया है. प्लांट लग जाने से संपूर्ण जिले के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए जिले के जनप्रतिनिधि भी आगे आ रहे हैं। नगर विधायक ने कल ही ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए लगभग ₹1 लाख और सांसद लल्लू सिंह ने भी एक करोड़ 9 लाख रुपए ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए देने की घोषणा की है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा के सामने यह विषय आया. उन्होंने कोविड-19 की सेवा में जो किया जा सकता है करने का निर्णय लिया। आज की प्रमुख आवश्यकता ऑक्सीजन की है। ट्रस्ट के तरफ से दर्शन नगर ट्रामा सेंटर में छोटा ऑक्सीजन का प्लांट लगाया जाएगा. ऑक्सीजन प्लांट लगाने वाली दिल्ली की कंपनी है. प्लांट लगाने के लिए जितना आवश्यकता थी। वह धन आज हमने अग्रिम भुगतान कर दिया है. इस उद्देश्य से किया है कि प्लांट लगने के बाद समाज का भला हो ऑक्सीजन प्लांट लगवाने की जिम्मेदारी जिलाधिकारी अयोध्या की है। हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के द्वारा प्लांट लगाए जाने की घोषणा दशरथ मेडिकल कॉलेज में लगाए जाने की किया गया है. ट्रस्ट के सभी सदस्यों को इसके लिए साधुवाद है. इससे संक्रमित पीड़ित मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

12,572 ग्राम पंचायतों ने स्व-प्रेरणा से लिया जनता कर्फ्यू लगाने का संकल्प

मध्यप्रदेश -:कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये प्रदेश की 12 हजार 572 ग्राम पंचायतों ने स्व-प्रेरणा से जनता कर्फ्यू लागू करने का संकल्प लिया है। प्रदेश की अन्य 10 हजार 239 ग्राम पंचायतें भी जनता कर्फ्यू लगाने पर सहमत होकर संकल्प लेने जा रही हैं।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेशवासियों से निरंतर आव्हान किया जा रहा है कि कोरोना नियंत्रण में सभी वर्ग अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये अनावश्यक कार्य के लिये घर से न निकलें, मास्क का उपयोग जरूर करें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, अपने हाथ सेनेटाइज करें या साबुन से बार-बार धोयें।

मुख्यमंत्री चौहान की अपील ग्रामीण क्षेत्रों में भी असर दिखा रही है। इसी के अंतर्गत कोरोना से बचाव के लिये इन 12 हजार 572 ग्राम पंचायतों ने स्व-प्रेरणा से अपने कार्य-क्षेत्र में जनता कर्फ्यू लगाने का संकल्प लिया है।

जिन ग्राम पंचायतों ने स्व-प्रेरणा से जनता कर्फ्यू लगाने का संकल्प लिया है, उनमें भोपाल जिले की 187 ग्राम पंचायतें, आगर-मालवा की 212, विदिशा की 534, देवास की 450, उमरिया की 209, बालाघाट की 614, भिण्ड की 392, रतलाम की 353, उज्जैन की 514, होशंगाबाद की 351, राजगढ़ की 511, जबलपुर की 420, गुना की 335, इंदौर की 245, ग्वालियर की 200, कटनी की 303, नीमच 173, अलीराजपुर की 211, रायसेन की 344, धार की 527, बैतूल की 377, सिवनी की 436, दमोह की 306, सीहोर की 318, शहडोल की 225, टीकमगढ़ की 256, छतरपुर की 294, हरदा की 109, मंदसौर की 224, दतिया की 141, अशोकनगर की 146, मण्डला की 197, शाजापुर की 124, छिंदवाड़ा की 282, अनूपपुर की 97, नरसिंहपुर की 147, सीधी की 126, झाबुआ की 117, रीवा की 257, पन्ना की 120, बुरहानपुर की 50, डिण्डोरी की 104, सागर की 215, शिवपुरी की 170, मुरैना की 124, श्योपुर की 52, सिंगरौली की 72, सतना की 145, खरगोन की 117, खण्डवा की 80 और बड़वानी जिले की 59 ग्राम पंचायतें शामिल हैं।