सोमवार, 10 मई 2021

"वैद्य आपके द्वार योजना" के जरिये घर बैठे नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श , आयुष क्योर एप के माध्यम से लाइव वीडियों कॉल पर डॉक्टर्स से होगी चर्चा

मध्यप्रदेश -:आयुष विभाग द्वारा शुरू की गई 'वैद्य आपके द्वार' योजना के जरिये घर बैठे नि:शुल्क आयुष चिकित्सा विशेषज्ञ से लाइव वीडियों कॉल द्वारा चिकित्सा परामर्श लिया जा सकता है। योजना में आयुष की तीनों विधाओं आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी का लाभ लिया जा सकता है। नागरिक एन्ड्राइड फोन में गूगल प्ले स्टोर से AyushQure एप डाउनलोड कर इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं।

आयुष विभाग ने सामान्य जन को आयुष स्वास्थ्य सेवा सहजता से घर पर ही सुलभ कराने के उददेश्य से इस योजना को टेलीमेडिसिन एप के माध्यम से उपलब्ध कराया है। आज के इस सूचना प्रौद्योगिकी के युग में चिकित्सा विज्ञान, इंजीनियरिंग का समन्वय रूप टेलीमेडिसिन है। इसके अंतर्गत विशेष रूप से तैयार किये गये एप 'आयुष क्योर' का रोगी तथा चिकित्सक दोनों उपयोग कर सकेंगे। इसके द्वारा रोगी सीधे वीडियो कॉल के माध्यम से चिकित्सक से परामर्श प्राप्त कर सकेंगें। चिकित्सक द्वारा बताये गये आवश्यकता होने पर विभिन्न जाँचों को कराकर अपलोड भी कर सकेंगे। इसके आधार पर चिकित्सक परामर्श दे सकेंगे। अधिक आवश्यक होने पर ही चिकित्सक चिकित्सालय में रोगी को बुलायेगें।

उपयोग का तरीका

'आयुष क्योर' एन्ड्राइड पर आधारित एक एप है। यह गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा। मोबाइल नम्बर द्वारा पंजीयन/साइन अप तथा ओ.टी.पी. के माध्यम से सत्यापन होने के बाद आयुष चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी के अनुसार चिकित्सक तथा समय चुनकर अपॉइटमेंट बुक कर सकेंगें। चुने गये चिकित्सक द्वारा निर्धारित समयानुसार ही एप के माध्यम से वीडियों कॉल कर चिकित्सा परामर्श दिया जायेगा एवं परामर्श पत्र प्रेषित किया जा सकेगा।

आयुष स्वास्थ्य सुविधाओं को आसानी से दूर दराज तक रहने वाले लोगों तक पहुँचाने एवं चिकित्सालय में न पहुँच पाने वाले रोगियों के लिये यह सुविधा कोरोना संकट काल में वरदान साबित होगी।

रविवार, 9 मई 2021

आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिये निःशुल्क कोविड उपचार, आयुष्मान कार्ड नहीं बना फिर भी हो सकेगा उपचार

कटनी -: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के समस्त आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को निःशुल्क कोविड उपचार उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना लागू की गई है। इस योजना में आयुष्मान कार्डधारी परिवारों का निःशुल्क कोविड उपचार करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय भी लिये गये हैं।

कलेक्टर मिश्रा ने बताया कि योजना के तहत आयुष्मान पैकेज की दरों में 40 प्रतिशत की वृद्धि कर उनको वर्तमान में उपचार के लिये प्रायवेट अस्पतालों की दरों के समकक्ष लाया गया है। इसमें विशेष जाँचों जैसे सीटी स्केन, एमआरआई आदि की अधिकतम सीमा जो पूर्व में 5 हजार रूपये प्रति परिवार प्रतिवर्ष थी, इसे संशोधित कर वर्ष 2021-22 में कोविड-19 के उपचार हेतु भर्ती कार्डधारियों के लिए 5 हजार रुपये प्रति कार्डधारी कर दिया गया है।

वर्तमान में प्रदेश के कोविड उपचार हेतु चिन्हित अस्पतालों की संख्या 579 के विरुद्ध मेडिसिन विशेषज्ञता वाले 288 अस्पताल ही आयुष्मान योजना के इम्पेनल्ड है। अतः जिला स्वास्थ्य समिति को जिला स्तर पर कोविड-19 के इलाज के लिए सार्थक पोर्टल पर पंजीकृत निजी अस्पताल को आयुष्मान भारत योजना में तीन माह के लिए अस्थायी सबद्धता प्रदान करने के लिए अधिकृत किया गया है।

मेडिसिन विशेषज्ञता रखने वाले अस्पतालों को तीन माह की अस्थाई संबद्धता

कलेक्टर मिश्रा ने बताया कि इस योजना से आर्थिक रूप से कमजोर आयुष्मान कार्डधारी परिवारों का निःशुल्क कोविड उपचार कराया जा सकेगा, जो राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता भी है। शासन द्वारा निर्देश दिये गये हैं कि जिले के समस्त ऐसे निजी अस्पताल जो मेडिसिन विशेषज्ञता रखते हुए कोविड उपचार कर रहे हैं और सार्थक पोर्टल पर पंजीबद्ध हैं। उनकी आयुष्मान योजना के अन्तर्गत तीन माह के लिए अस्थायी संबद्धता शीघ्र दी जाये ताकि उन सभी अस्पताल में आयुष्मान योजना के नवीन पैकेज के अन्तर्गत आयुष्मान कार्डधारियों का निःशुल्क कोविड उपचार सुनिश्चित किया जा सके। बहुत छोटे अस्पतालों को यह संबद्धता न दी जाये।

पात्र परिवार के प्रत्येक सदस्य का बने आयुष्मान कार्ड

राज्य शासन प्रतिबद्धता है कि आयुष्मान भारत योजना में पात्र परिवार के प्रत्येक सदस्य को कार्ड उपलब्ध कराया जाये। यह कार्य एक अभियान के रूप में चलाया जाये। कोविड-19 के निःशुल्क उपचार के लिये विशेष अभियान चलाकर सुनिश्चित करें कि आयुष्मान पात्र परिवारों के प्रत्येक सदस्य को पृथक कार्ड मिल सके और उनका निःशुल्क कोविड उपचार किया जा सके। कोई भी आयुष्मान कार्ड की पात्रता रखने वाले परिवार के पास यदि आयुष्मान कार्ड नहीं है और उसे कोविड होने के कारण उपचार की आवश्यकता है, तो भी इनका निःशुल्क इलाज सुनिश्चित किया जाना है।

कार्ड नहीं बना, फिर भी हो सकेगा उपचार

कलेक्टर मिश्रा ने बताया कि यदि आयुष्मान कार्डधारक के परिवार का कोई सदस्य जिसका आयुष्मान कार्ड नहीं बना है और वह कोविड पॉजीटिव होकर उपचार के लिये अस्पताल में पहुँचता है तो वह तीन तरह से अस्पताल में प्रवेश पा सकेगा

     परिवार के किसी सदस्य का आयुष्मान कार्ड एवं खाद्यान्न की पर्ची, जिसके माध्यम से यह पता चलता है कि वह आयुष्मान कार्डधारक के परिवार का सदस्य है।

     आयुष्मान कार्डधारी परिवार के एक सदस्य का आयुष्मान कार्ड एवं उसके साथ समग्र आई.डी का प्रस्तुतीकरण, जिसके माध्यम से यह पता चलता हो कि वह आयुष्मान कार्डधारक परिवार का सदस्य है।

       परिवार के एक सदस्य का आयुष्मान कार्ड एवं साथ में किसी भी शासकीय विभाग के राजपत्रित अधिकारी का इस बावत प्रमाणीकरण कि वह आयुष्मान कार्डधारक के परिवार का सदस्य है। शासकीय अधिकारी इस हेतु समग्र पोर्टल के माध्यम से सत्यापित कर सकते हैं कि वह आयुष्मान कार्डधारी के समग्र आई.डी. परिवार का सदस्य है।

शासकीय चिकित्सालयों में होगी कार्ड बनाने की स्थाई व्यवस्था 

इस विषय में स्वास्थ्य सचिव आकाश त्रिपाठी ने बताया है कि कोविड उपचार के लिये भर्ती होने के पश्चात तीन दिवस के भीतर मरीज के परिवारजन को मरीज का आयुष्मान कार्ड बनवाकर अस्पताल में प्रस्तुत करना होगा। उसे यह कार्ड बनाने के लिए एक सुगमता पूर्वक व्यवस्था जिला कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सुनिश्चित करेंगे और इस हेतु शासकीय चिकित्सालयों में आयुष्मान कार्ड बनाने की स्थायी व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।

कुठला थाना क्षेत्र में जमकर हो रही अवैध शराब की तस्करी, पत्रकार की सूचना पर मौके पर पहुँची पुलिस, कुछ दिन पूर्व ही अवैध शराब की खबर चलाने पर थाना प्रभारी ने दी थी फोन पर धमकी।

कटनी -: यूं तो कहने को पूरे जिले में कोरोना कर्फ्यू के कारण आवश्यक वस्तुओं को छोड़ सब कुछ बन्द कर दिया गया है । मगर कर्फ्यू लगने की भनक लगते ही कालाबाजारी करने वाले सक्रिय हो जाते हैं। और इनके उदाहरण आये दिन देखने को मिल जाते है। 

हालांकि कर्फ्यू का पालन कराने प्रशासन भी सख्ती से जुट जाता है। मगर कुछ एक ऐसे कालाबाजारी करने वाले होते है जो प्रशासन की भी आँखों मे धूल झोककर अपना काम जारी रखते है या शटर के नीचे से या फिर घूमते फिरते ही। जिसकी खबरे भी आये दिन चैंनल व अखबारों में दिखाई देती रहती है। 

ऐसा ही मामला कटनी जिले के कुठला थाना क्षेत्र का है जहां कुछ दिन पूर्व एक पत्रकार द्वारा अवैध शराब बिक्री की वीडियो सहित खबर पब्लिस कर दी थी जिसके कुछ देर बाद ही  संबंधित थाने के थानेदार ने उक्त पत्रकार को कॉल करके खबरे की सत्यता पर सवाल जबाब किये और तो और FIR तक कि धमकी दे दी जिसका ऑडियो भी स्थानीय व्हाट्सएप ग्रुपों में वायरल हुई थी। 

उक्त मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी से की मगर हफ्ते बीत जाने के बाद आखिर क्या जांच हुई पता नही चला। 

            एक बार फिर पत्रकारो को कुठला थाना क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री की जानकारी लगी। अब क्या था पत्रकारों ने पहले तो थाने  में कॉल किया और शराब माफिया को रंगेहाथ पकड़वा दिया। और प्रशासन को बता दिया कि अवैध शराब की तस्करी किस तरह इनकी मौन स्वीकृति से जोरो पर है। 

अब देखते हैं पुलिस अधीक्षक धमकी देने वाले थानेदार पर क्या कार्यवाही करते हैं । या फिर पहले की तरह ही मौन धारण कर ऐसे ही चलते रहने देंगे कोई भी पत्रकारों को खबर चलाने पर धमकियां देता रहेगा और माफिया मौज उड़ाते रहेंगे।।

शनिवार, 8 मई 2021

कोरोना कर्फ्यू के दौरान हो रही थी शादी , सूचना प्राप्त होते ही पहुँचा प्रशासनिक अमला , धारा 188 के तहत हुई कार्यवाही

दमोह -:कलेक्टर द्वारा जारी संशोधित आदेश के तहत कोरोना कर्फ्यू प्रभावशील है। इस दौरान दमोह जिले की राजस्व सीमा में शादी/विवाह तथा समस्त प्रकार के सामाजिक कार्यक्रम पूर्णत: प्रतिबंधित है। इस संबंध में यदि कोई अनुमति जारी की गई है, तो वह भी निरस्त की जा चुकी है ।  

                अनुविभागीय अधिकारी हटा भव्या त्रिपाठी द्वारा निरंतर लोगो से कोरोना कर्फ्यू,  का पालन किए जाने की समझाइश दी जा रही है तथा प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस अमले को भी सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। अनुभाग हटा अंतर्गत ग्राम रसीलपुर में कोरोना कर्फ्यू, धारा 144 सीआरपीसी अंतर्गत प्रसारित आदेश का उल्‍लंघन कर विवाह कार्यक्रम आयोजित किए जाने की संसूचना प्राप्‍त होने पर प्रशासनिक अमले ने मौके पर पहुंचकर आयोजक पर कार्यवाही की। विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित 09 व्‍यक्तियों पर भारतीय दंड विधान की धारा 188 के तहत पुलिस थाना हटा में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है । इसके साथ ही विना मास्त लगाए दस व्‍यक्तियों पर प्र‍ति व्‍यक्ति 100 रुपये जुर्माना तथा दुकानदारो द्वारा उल्‍लंघन किए जाने पर 04 दुकानों पर 1000 रूपये के मान से कुल 4 हजार रूपये जुर्माना बसूलने की कार्यवाही की गई है ।


रेमडिसिवर इंजेक्शन की जांच पूरी होने तक 3 दुकानें हुईं सील

जबलपुर -:कलेक्टर श्री IAS कर्मवीर शर्मा के निर्देश पर एसडीएम रांझी श्रीमती दिव्या अवस्थी ने आज सिविक सेंटर स्थित दवा बाजार में भगवती फार्म सेल्स एवं मालवीय चौक स्थित सत्यम मेडिकोज मैं रेमडिसिवर इंजेक्शन संबंध में जांच की तथा जांच पूरी होने तक उक्त दुकानों को सील कर दिया है कार्यवाही के दौरान सीएसपी ओमती, आरडी भारद्वाज, टीआई ओमती एसपी बघेल, अतिरिक्त तहसीलदार नेहा जैन सहित ड्रग इंस्पेक्टर मनीषा धुर्वे साथ में थीं।

इसी प्रकार नायाब तहसीलदार आधारताल संदीप जायसवाल ने बताया कि आधारताल बिरसा मुंडा चौक स्थित सत्येन्द्र मेडिकोज स्टोर का निरीक्षण उनके द्वारा किया गया तथा जांच का पंचनामा तैयार किया गया। उन्होंने बताया कि सत्येन्द्र मेडिकोज में रेमडिसिवर इंजेक्शन की उपलब्धता तथा वितरण के संबंध में विस्तृत जांच की जा रही है। जांच पूरी होने तक इस दवा दुकान को सील किया गया। यह कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं सीएसपी आधारताल की उपस्थिति में की गई।

जिले के लिये पहली बार ऑक्सीजन एक्सप्रेस से पहुंची प्राणवायु

कटनी -:कोरोना की इस विपदा में शासन-प्रशासन द्वारा जिले में जनस्वास्थ्य की दिशा में सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। इन प्रयासों के कारण ही स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने में सुगमता हो रही है। जिले में ऑक्सीजन की आपूर्ति बनाये रखने के लिये जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सतत् रुप से शीर्ष अधिकारियों से संपर्क और संवाद किया जा रहा है। जिसके मद्देनजर शनिवार को भी जिले में 11 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन पहुंची।

 कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने बताया कि पहली बार रेलमार्ग के माध्यम से 11 टन लिक्विड ऑक्सीजन, ऑक्सीजन एक्सप्रेस के द्वारा जिले के लिये झुकेही रेल्वे स्टेशन में आई है। जहां पर रेल्वे के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में ऑक्सीजन टैंकर को सुरक्षित रुप से रेल्वे के यार्ड में उतारा गया। जिसके बाद ऑक्सीजन टैंकर को जिला प्रशासन की टीम को हैण्डओव्हर किया गया। 

 उल्लेखनीय है कि कटनी जंक्शन के समीपी जिलों में टैंकर से एलएमओ पहुंचाने के लिये जिला प्रशासन और रेल्वे द्वारा विशेष व्यवस्था बनाई गई है। विगतदिनों झुकेही स्टेशन में ऑक्सीजन एक्सप्रेस से टैंकर उतारने की उचित व्यवस्था के लिये 8 घंटे में ही रैम्प और एप्रोच रोड को तैयार किया गया था। इस सुविधा का लाभ पहली बार शनिवार को जिले को मिला। जहां ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से 11 टन ऑक्सीजन कटनी जिले में पहुंची।

 एरिया मैनेजर प्रिंस विक्रम ने बताया कि झुकेही में ऑक्सीजन एक्सप्रेस से टैंकर उतारने लिये जो व्यवस्था बनाई गई है, इससे कटनी सहित रीवा, सतना, उमरिया व अन्य जिलों को भी इसका लाभ मिलेगा। आस-पास के जिलों के लिये आने वाले एलएमओ को यहीं पर उतारा जायेगा।

 इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा सहायक नोडल अधिकारी जितेन्द्र सिंह बघेल, परियोजना अधिकारी मृगेन्द्र सिंह, आबकारी उपनिरीक्षक महेन्द्र शुक्ला सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहेगा।

दिव्यांगता प्रमाण-पत्र 01 जून से केवल यूडीआईडी पोर्टल से ही मिलेंगे

मध्यप्रदेश-: सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने बताया है कि प्रदेश में दिव्यांगता प्रमाण-पत्र 01 जून 2021 से यूडीआईडी पोर्टल http://www.swavlambancard.gov.in पर राज्य शासन द्वारा अधिसूचित सक्षम चिकित्सा प्राधिकारियों द्वारा ही प्रदान किए जाएंगे। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय दिव्यांगजन सशक्तिकरण, भारत सरकार द्वारा इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है।

केन्द्र शासन द्वारा सभी राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों से कहा गया है कि आगामी एक जून 2021 से नवीन एवं नवीनीकरण सहित सभी दिव्यांगता प्रमाण-पत्र केवल यूडीआईडी पोर्टल के माध्यम से नियमानुसार जारी किया जाना सुनिश्चित करें। निर्धारित तिथि के बाद मैन्युअल प्रक्रिया से जारी किया गया दिव्यांगता प्रमाण-पत्र अमान्य होगा।

संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण राजश्री राय ने बताया कि प्रदेश सभी विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं।