PPP मॉडल का विरोध, शासकीय मेडिकल कॉलेज की मांग को लेकर कचहरी चौक पर उबाल
कटनी। पूंजीवाद और निजीकरण के खिलाफ कटनी में जनआक्रोश खुलकर सड़कों पर नजर आया। शासकीय मेडिकल कॉलेज की मांग को लेकर कचहरी चौक कटनी में आयोजित एकदिवसीय धरना प्रदर्शन ने प्रशासन और सरकार तक साफ संदेश पहुंचा दिया—कटनी को सौदेबाजी नहीं, सरकारी मेडिकल कॉलेज चाहिए।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत धरना सुबह 11 बजे कचहरी चौक पर शुरू हुआ, जहां बड़ी संख्या में जिले के जागरूक नागरिक जुटे। दोपहर 2 बजे प्रदर्शनकारियों ने कचहरी चौक से कलेक्ट्रेट कार्यालय तक मार्च किया और अतिरिक्त कलेक्टर कटनी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
“घोषणा से खुशी, PPP से ठगी का एहसास”
धरना स्थल पर वक्ताओं ने तीखे शब्दों में कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा कटनी में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा से जिले की जनता में खुशी की लहर दौड़ गई थी। लोगों को लगा था कि वर्षों पुरानी मांग अब पूरी होने जा रही है।
लेकिन जब समाचार पत्रों के माध्यम से यह जानकारी सामने आई कि मेडिकल कॉलेज PPP मॉडल पर खोला जाएगा, तो जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। वक्ताओं ने कहा कि PPP मॉडल निजीकरण का ही दूसरा नाम है, और जहां-जहां ऐसे प्रयोग हुए हैं वहां आम जनता को भारी आर्थिक और सामाजिक परेशानियां झेलनी पड़ी हैं।
“जनप्रतिनिधि भी असहमत, पर चुप”
धरने में यह भी आरोप लगाया गया कि सत्तारूढ़ दल के कई जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी भी PPP मॉडल को उचित नहीं मानते, लेकिन दलीय अनुशासन के नाम पर वे खुलकर विरोध नहीं कर पा रहे हैं।
धरना संयोजकों ने सरकार से दो टूक शब्दों में मांग की कि PPP मॉडल को रद्द कर कटनी में पूर्णतः शासकीय मेडिकल कॉलेज खोला जाए, ताकि आम आदमी को सस्ती और सुलभ चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
“जनभावनाओं की अनदेखी नहीं चलेगी”
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह धरना केवल चेतावनी है। यदि जनभावनाओं की अनदेखी की गई तो आंदोलन और तेज होगा। सरकार को तय करना होगा कि वह पूंजीपतियों के साथ खड़ी है या कटनी की जनता के साथ।
इनकी रही गरिमामयी उपस्थिति
धरने में प्रमुख रूप से मनोज निगम, विष्णु बाजपेई, डॉ. सचिन कुशवाहा, मंगल सिंह, सोनू सोनी, विपिन राय, बाल्मिक विश्वकर्मा, सरवन सोनी, प्रभात पांडे, सचिन शर्मा, संतोष पटेल, संतराम पटेल, इंद्रजीत निषाद, शेख असलम, संतोष साहु, महन्तू काछी, दोष मोहम्मद, रामलोचन तिवारी, राहुल, राकेश गुप्ता, श्याम निषाद, जगदीश पटेल, शिवप्रसाद पटेल, रामसेवक, गोपाल चौधरी, केशव सेन, गोपाल साहू, गोरेलाल, सागर राय, शुभम राय, रामदास केवट सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
कटनी की आवाज अब साफ है—PPP नहीं, शासकीय मेडिकल कॉलेज चाहिए।