चेंबर नहीं, चौपाल से चला सिस्टम—एसपी का जनता से सीधा संवाद बना हथियार, चंद घंटों में 6 फरार आरोपी ग्रामीणों ने सौंपे पुलिस के हवाले
कटनी। एक बात अब बिल्कुल साफ है—चेंबर में बैठकर काग़ज़ों पर आदेश लिखने से सिर्फ खानापूर्ति हो सकती है, लेकिन जनता का विश्वास कभी नहीं बनता। विश्वास पैदा होता है तब, जब पुलिस बिना रोक-टोक जनता के बीच उतरकर बात करे। कटनी में यही मॉडल जब जमीन पर उतरा और नतीजा ऐसा निकला कि अपराधियों की हिम्मत पस्त हो गई।
पुलिस अधीक्षक खुद थाना कुठला क्षेत्र के आदिवासी बाहुल्य बांग्ला टोला पहुंचे, जन चौपाल लगाई और ग्रामीणों से सीधा, दो-टूक और बेबाक संवाद किया। न कोई औपचारिक भाषण, न काग़ज़ी दिखावा—साफ संदेश था: नशा छोड़ो, अपराध छोड़ो, वरना कानून की सख्ती तय है।
वार्ड पार्षद की मौजूदगी में आयोजित इस जन चौपाल में नशे के दुष्परिणामों को बेनकाब करते हुए पुलिस ने बताया कि नशा सिर्फ व्यक्ति नहीं, पूरे परिवार और समाज को तबाह करता है। सौहार्दपूर्ण लेकिन सख्त संवाद ने वह कर दिखाया, जो सालों की फाइलें नहीं कर पाईं—भरोसा कायम हुआ।
इसी भरोसे का नतीजा था कि हत्या के प्रयास जैसे संगीन अपराध में फरार 7 नामजद आरोपियों को सामने लाने की अपील के बाद महज 10 घंटे के भीतर 6 आरोपी उनके परिजनों और ग्रामीणों द्वारा खुद पुलिस के हवाले कर दिए गए। यह कार्रवाई नहीं, बल्कि जनता की भागीदारी से कानून की जीत है।
इतना ही नहीं, आरोपियों के परिजनों ने भविष्य में हर प्रकार के नशे से दूरी और पुलिस को पूरा सहयोग देने का सार्वजनिक भरोसा भी दिया।

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