कटनी की सुरक्षा व्यवस्था पर तगड़ा तमाचा! 36 घंटे बाद भी एटीएम लूट मामले में पुलिस “खाली हाथ”
कटनी। शहर के दिल में, माधवनगर थाना से कुछ कदमों की दूरी पर, 36 घंटे आवाजाही वाले पॉश इलाके से एटीएम लूट की वारदात ने जिले की सुरक्षा व्यवस्था को झकझोर कर रख दिया है। सात नकाबपोश बदमाशों ने सिर्फ 15 मिनट में 11.35 लाख रुपये से भरा एटीएम उखाड़कर ले जाने का कारनामा कर दिखाया—और पुलिस तमाशा देखती रह गई!
सबसे चौंकाने वाली बात—एसपी, एएसपी, निरीक्षक, 6 उप-निरीक्षक और पूरी जांच टीम की मशक्कत के बाद भी 36 घंटे में पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा।
पुलिस की नाक के नीचे लूट… और थाना प्रभारी पर “आंच” तक नहीं!
माधवनगर थाना क्षेत्र में हुई इस गंभीर वारदात ने पुलिस की चौकसी और कार्यशैली की पोल खोलकर रख दी है।
थाना प्रभारी पर लगातार बढ़ते अपराधों के बावजूद कोई कार्रवाई न होना, पीड़ितों की सुनवाई समय पर न होना—यह सब क्षेत्र में कानून व्यवस्था की नाकामी की खुली गवाही दे रहा है। कुछ माह पहले हत्या तक की वारदात हो चुकी है, फिर भी अधिकारियों की “मेहरबानी” बनी हुई है।
तीन थानों में मचाई धमाचौकड़ी—पुलिस बेखबर!
लुटेरों की रूट ने पुलिस की रात्रि गश्त की “हकीकत” सामने रख दी—
- कुठला थाना क्षेत्र से लोडर वाहन चोरी
- माधवनगर में एटीएम उखाड़कर फरार
- एसपी ऑफिस, कलेक्ट्रेट, झिंझरी चौकी के सामने से आराम से गुजरे
- कोतवाली थाना क्षेत्र के रास्ते ट्रांसपोर्ट नगर पहुंचे
- दूसरे वाहन में एटीएम शिफ्ट कर शहर से बाहर निकल गए
तीन थानों की सीमाओं में बदमाश शोर मचाते घूमते रहे — लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी!
बिना सुराग की तलाश में भटक रही जांच टीमें
पांच टीमें अलग-अलग क्षेत्रों में खाक छान रहीं हैं, लेकिन—
- CCTV से कोई ठोस सुराग नहीं
- टोल नाकों पर भी कोई रिकॉर्ड नहीं
- संदिग्धों का कोई पता नहीं
थाना प्रभारी की यह दलील कि “गैंग यूपी या हरियाणा की हो सकती है”—
सवाल खड़ा करती है कि पहले जबलपुर में एटीएम लूट के बाद भी कटनी में अलर्ट क्यों नहीं बढ़ाया गया?
रात्रि गश्त और चौकसी के दावों की असलियत बदमाशों ने उजागर कर दी।
कटनी बना अपराधियों का सेफ जोन ?
डकेती, हत्या, रंगदारी,चाकूबाजी या हो चोरी—शहर में अपराधों का ग्राफ लगातार चढ़ता जा रहा है।
लगातार हो रहे अपराध साफ संकेत देते हैं कि कटनी अपराधियों का सुरक्षित अड्डा बन चुका है, और पुलिस प्रभावी कार्रवाई करने में नाकाम है।
सवालों के घेरे में पूरी पुलिस व्यवस्था
- एटीएम लूट जैसी बड़ी वारदात 15 मिनट में कैसे हो गई?
- इतनी भारी आवाजाही वाले मार्ग पर पुलिस की नजर क्यों नहीं पड़ी?
- तीन थानों की सीमाओं में घूमते लुटेरों को किसी ने नहीं देखा?
- थाना प्रभारी पर अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं?
कटनी की यह घटना पुलिस के दावों, चौकसी और सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा करती है।
जब शहर का पॉश इलाका सुरक्षित नहीं, तो आम नागरिक कितने सुरक्षित हैं—यह बड़ा सवाल है।

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