कटनी/बड़वारा — ग्राम बसाडी के जागरूक ग्रामीणों ने सूर्योदय के साथ ही एक बिना नम्बर की बोलेरो रोककर बड़ा भंडाफोड़ कर दिया। वाहन में शराब की भारी पेटियां देखकर ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और बोलेरो को पकड़वाकर जिम्मेदारों की नींद उड़ा दी—जो कार्रवाई के नाम पर अब तक सिर्फ खानापूर्ति करते दिख रहे थे।ग्रामीणों का आरोप — गांव-गांव शराब परोस रही बोलेरो, जिम्मेदारों को नहीं दिखता कुछ!
ग्रामीणों का कहना है कि यह बोलेरो रोजाना पैकारियों में शराब खाली करती रही, पर जिम्मेदारों की आंखों पर पट्टी बंधी रही। आज ग्रामवासियों ने खुद ही जोखिम उठाकर वाहन पकड़ा और पुलिस को सौंपकर यह साबित कर दिया कि सिस्टम सो रहा हो तो जनता जाग सकती है।
कप्तान बदला… मुहिम चली… पर नतीजा शून्य?
जिले में कप्तान बदलते ही कई मुहिमें शुरू हुईं—जिनके नाम देखकर जनता ने राहत की सांस ली।
सबसे ज्यादा चर्चा में रहा “ऑपरेशन शिकंजा” —
लगा कि अब नशे का सफाया तय है…
लेकिन मैदान में तस्वीर उलटी निकली —
✅ गांव-गांव अवैध शराब बेखौफ बिक रही
✅ नशे से हत्या, चोरी, लूट, मारपीट आम
✅ जिम्मेदार सिर्फ कागजी खानापूर्ति में व्यस्त
यानी अखबारों में वाहवाही…
मैदान में शून्य!
जिम्मेदार या ठेकेदार?
ग्रामीणों ने तंज कसा —
“जिम्मेदारों को क्या नुकसान?
उन्हें तो खुद ठेकेदार पाल-पोश रहे हैं…
नशा बिके या न बिके…
जिम्मेदार बिक चुके हैं!”
उम्मीद — शायद अब शर्म जागे!
ग्रामीणों ने बोलेरो पकड़वाकर साफ संदेश दिया है—
अगर सिस्टम काम नहीं करेगा,
तो जनता खुद मैदान में उतरकर काम करेगी।
अब सवाल यही है—
क्या जिम्मेदारों में थोड़ी भी शर्म-हया बाकी है?
क्या अब अवैध शराब पर लगाम लगेगी?
या फिर खानापूर्ति की यह पटकथा यूं ही चलती रहेगी?
थाना प्रभारी बड़वारा कृष्ण कुमार पटेल ने बताया कि ड्राइवर सहित एक गाड़ी ग्रामीणों ने के सुपुर्द किया है जांच की जा रही कार्यवाही जाएगी
अब तो सिर्फ शराब बिकेगी क्या बड़वारा क्या कोतवाली
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