कटनी में BJP के दिग्गज जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा के ठिकानों पर महाछापेमारी, 50 अफसर मैदान में—माइनिंग से होटल तक खंगाले रिकॉर्ड
कटनी। जिले की राजनीति में तब भूचाल आ गया जब एक साथ कई ठिकानों पर इनकम टैक्स के कई अफसरों ने भाजपा के दिग्गज नेता और माइनिंग कारोबारी अशोक विश्वकर्मा के घर सहित कई प्रतिष्ठानों पर सुबह 4 बजे एक साथ ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी। यह कार्रवाई ऐसे संवेदनशील समय पर हुई है, जब उनकी मां के निधन के बाद तेरहवीं को महज तीन दिन बीते थे—इसी टाइमिंग को लेकर शहर में चर्चाओं और सवालों की बाढ़ आ गई है।
एक साथ कई जगहों पर दबिश—पूरा नेटवर्क रडार पर
आयकर टीम ने जालपा देवी वार्ड, गौतम मोहल्ला स्थित तीन आवास व कार्यालय, टिकरिया स्थित खदान, अन्य माइनिंग ठिकाने, पानी की फैक्ट्री और बरगवां का होटल परिसर—सब पर एक साथ धावा बोला। हर ठिकाने पर दस्तावेज, बैंकिंग लेन-देन, संपत्ति और निवेश से जुड़े रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। छापेमारी की शुरुआत बीएमसी विश्वकर्मा माइनिंग से हुई और फिर कार्रवाई का दायरा फैलता चला गया।
आय से अधिक संपत्ति की आशंका—माइनिंग कारोबार केंद्र में
सूत्रों के मुताबिक कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के संदेह में की जा रही है। बॉक्साइट माइनिंग से जुड़े कागजात विशेष जांच के घेरे में हैं। सवाल यह है कि क्या सत्ता की आड़ में कारोबार ने नियमों की सीमाएं लांघीं?
50 से अधिक अधिकारी, भारी सुरक्षा—बाहर सन्नाटा
इस ऑपरेशन में और सहित अन्य शहरों से आए 50 से अधिक आयकर अधिकारी–कर्मचारी जुटे हैं। सभी ठिकानों पर भारी पुलिस बल तैनात है। कार्रवाई जारी रहने से इलाके में सन्नाटा और बेचैनी का माहौल है।
सियासी हलकों में हड़कंप—चुप्पी ने बढ़ाया शक
रेड की खबर फैलते ही के राजनीतिक गलियारों में खामोशी छा गई। आयकर विभाग ने अब तक बरामदगी या निष्कर्ष पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है—और यही चुप्पी शक को और गहरा कर रही है।
कटनी पूछ रही है: क्या यह कार्रवाई किसी शिकायत का नतीजा है, या फिर सत्ता–माइनिंग गठजोड़ की परतें अब खुलने वाली हैं? जवाब आयकर विभाग की अगली घोषणा में छुपा है—लेकिन इतना तय है कि यह रेड मामूली नहीं, संदेश बड़ा है।

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