मंगलवार, 4 नवंबर 2025

झूलेलाल, अग्रसेन भगवान के अपमान पर सिंधी समाज का उबाल — कटनी में निकला ऐतिहासिक मौन जुलूस, आरोपी की गिरफ्तारी की मांग

झूलेलाल, अग्रसेन भगवान के अपमान पर सिंधी समाज का उबाल — कटनी में निकला ऐतिहासिक मौन जुलूस, आरोपी की गिरफ्तारी की मांग

कटनी। रायपुर निवासी अमित बघेल द्वारा भगवान झूलेलाल और महाराजा अग्रसेन के प्रति की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में सोमवार को पूरे सिंधी समाज ने एकजुट होकर ऐतिहासिक मौन जुलूस निकाला। दिलबहार चौक से मिशन चौक तक निकले इस शांतिपूर्ण किंतु आक्रोशपूर्ण जुलूस में शहर के वरिष्ठजन, व्यापारी, महिलाएं, युवा और बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हुए।

सिंधी समाज के लोगों ने हाथों में तख्तियां लिए “भगवान झूलेलाल की जय”, “आस्था का अपमान अब और नहीं”, “न्याय चाहिए, शांति चाहिए” जैसे नारे लगाते हुए विरोध दर्ज कराया। जुलूस के दौरान पूरा वातावरण धार्मिक और भावनात्मक माहौल से गूंज उठा।

जुलूस के समापन पर समाज के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर आरोपी अमित बघेल की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। ज्ञापन में कहा गया कि सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी न केवल धार्मिक आस्थाओं का अपमान है, बल्कि समाज की भावनाओं को भड़काने और आपसी सौहार्द बिगाड़ने की साजिश है।

समाज ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो यह आंदोलन प्रदेशव्यापी रूप लेगा। वक्ताओं ने कहा कि “यह केवल एक समाज या एक आराध्य का नहीं, बल्कि पूरे देश की मर्यादा का प्रश्न है, जो हर धर्म की आस्था को सम्मान देती है।”

गत रविवार को सिंधु झूलेलाल मंगलम परिसर में हुई आमसभा में समाज ने प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, जिसके बाद मंगलवार को प्रतीकात्मक बंद और मौन जुलूस आयोजित किया गया।

समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह गैरराजनैतिक है और इसका उद्देश्य केवल इतना है कि “आस्था पर आघात अब असहनीय है, और धर्म का अपमान करने वालों को समाज बख्शेगा नहीं।”

15 से अधिक सामाजिक संगठनों के समर्थन से निकले इस विशाल मौन जुलूस ने शहर में इतिहास रच दिया। संदेश स्पष्ट था — “श्रद्धा की रेखा लांघने वालों को समाज नहीं करेगा क्षमा, न्याय ही अब आस्था का उत्तर है।”

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