गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025

बरही में 20 लाख की सनसनीखेज चोरी — दिनदहाड़े सूना घर खंगाल गए चोर, पुलिस तमाशबीन!

बरही में 20 लाख की सनसनीखेज चोरी — दिनदहाड़े सूना घर खंगाल गए चोर, पुलिस तमाशबीन!

महिला मंडल अध्यक्ष के घर हाथ साफ — गहनों के साथ संतान सप्तमी के चूड़े तक नहीं छोड़े दरिंदे चोर!

कटनी/बरही। बरही की सुरक्षा व्यवस्था की पोल फिर एक बार खुल गई है। नगर के बीचोंबीच त्रिपाठी हाउस में 20 लाख की चोरी ने पूरे इलाके को हिला दिया। दिनदहाड़े घर में सेंधमारी, और पुलिस सिर्फ कागजी गश्त में व्यस्त — यही हकीकत है बरही थाने की!

मिली जानकारी के मुताबिक, रामचरन त्रिपाठी की पत्नी सुनिता त्रिपाठी, जो डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सामाजिक संगठन की मंडल अध्यक्ष हैं, बुधवार सुबह परिवार संग खरीददारी को गई थीं। पीछे से चोरों ने मौका ताड़ा और मुख्य दरवाजे का कुंदा तोड़कर अलमारी के लॉकर उड़ा दिए।

घर लौटने पर नज़ारा ऐसा था मानो किसी तूफान ने सब कुछ बर्बाद कर दिया हो — कमरे अस्त-व्यस्त, ताले टूटे, और गहनों के बक्से खाली! सोने के हार, चूड़ियाँ, बिछिया, पायल, यहां तक कि संतान सप्तमी के चूड़े तक चोर ले उड़े!

कुल नुकसान करीब 20 लाख रुपए का, और पुलिस का जवाब — “जांच जारी है”!
यानी चोरों के हौसले बुलंद, पुलिस के हौसले ठंडे!

बरही में चोरों का आतंक, पुलिस मूकदर्शक

यह कोई पहली वारदात नहीं — पिछले महीने गुरुधाम कॉलोनी और मैहर रोड पर भी ऐसे ही घरों में चोरी हुई थी। फेरीवाले गिरोह की खबर पहले से थी, पर थाना बरही ने चेतावनी तक देना जरूरी नहीं समझा।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पुलिस गश्त सिर्फ “कागजों में” है।
शाम 4 से रात 8 बजे के बीच घर से लाखों की चोरी हो गई और किसी को भनक तक नहीं लगी — ये पुलिस की नाकामी नहीं तो क्या है?

जनता का सवाल — आखिर बरही सुरक्षित कब?

लोगों का गुस्सा चरम पर है। महिलाएं कह रही हैं — “अब घर में ताला लगाने से भी डर लगता है, पुलिस पर भरोसा ही नहीं बचा।”
लोगों का आरोप है कि बरही पुलिस का ध्यान अपराध पर नहीं, ऊपर दिखावे की रिपोर्टिंग पर ज्यादा है।

अब वक्त है जवाबदेही का!

अगर पुलिस समय रहते सक्रिय होती तो ये वारदात रोकी जा सकती थी।
पर जब अपराधी आज़ाद हैं और पुलिस सो रही है, तो सवाल उठना लाज़मी है —

“बरही में कानून है या चोरों का राज?”

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