सागर। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शासकीय महाविद्यालय मकरोनिया बुजुर्ग में भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के तत्वावधान में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रख्यात साहित्यकार डॉ. वेद प्रकाश दुबे ने अपने विचार रखे।
संगोष्ठी की अध्यक्षता महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. अजय सिंह ठाकुर ने की। डॉ. दुबे ने अपने वक्तव्य में भारतीय ज्ञान परंपरा में हिंदी साहित्य के योगदान पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए रहीम, तुलसी और कबीर के लोक साहित्य में भाषा एवं परंपरा के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि साहित्य के विद्यार्थियों को रामचरित मानस का पाठ अवश्य करना चाहिए, क्योंकि यह ग्रंथ साहित्य की बहुविधाओं को समेटे हुए है।
कार्यक्रम के दौरान भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. कमलेश दुबे ने उच्च शिक्षा विभाग द्वारा पाठ्यक्रमों में ज्ञान परंपरा को शामिल किए जाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। इसी क्रम में एम.ए. हिंदी के छात्र लोकेंद्र यादव ने राष्ट्रकवि दिनकर की कालजयी कृति रश्मिरथी के “कृष्ण की चेतावनी” सर्ग का प्रभावी पाठ कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संगोष्ठी की आयोजिका डॉ. सत्या सोनी ने कार्यक्रम का परिचय एवं अतिथियों का स्वागत किया। संचालन डॉ. कमलेश दुबे ने किया तथा आभार प्रदर्शन डॉ. राहुल मुक्ति द्वारा किया गया।
संस्था प्राचार्य डॉ. ए.सी. जैन के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में 80 से अधिक विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।

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