सोमवार, 4 अगस्त 2025

हत्या के प्रयास का आरोपी विनय वीरवानी दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार , आरोपी के खिलाफ जारी किया गया था लुकआउट नोटिस, कटनी की पुलिस टीम दिल्ली रवाना

कटनी।। कोतवाली थाना क्षेत्र के सब्जी मंडी गुरूनानक के पास डॉक्टर पाल गली में एक व्यवसायी युवक पर जानलेवा हमला करने के मामले में फरार चल रहे आरोपी विनय वीरवानी को दिल्ली एयरपोर्ट में हिरासत में लिया गया है। आरोपी के खिलाफ लगभग पांच महीने पहले पुलिस विभाग ने लुकआउट नोटिस जारी किया था। जिसके बाद नोटिस को देश के सभी एयरपोर्टों में भेजा गया था। इसी नोटिस के कारण विनय वीरवानी को दिल्ली एयरपोर्ट में पकड़ा गया है। आरोपी विनय वीरवानी के पकड़े जाने की जानकारी मिलने पर कटनी से कोतवाली की पुलिस टीम को सोमवार को दिल्ली रवाना किया गया है। दिल्ली पहुंचने के बाद कोतवाली की पुलिस टीम एयरपोर्ट की सुरक्षा एजेंसी से आरोपी विनय वीरवानी को अपने अभिरक्षा में लेकर कटनी लाएगी।

कोतवाली थाना क्षेत्र के सब्जी मंडी गुरुनानक वार्ड के पास डॉ पाल गली में एक युवक पर जानेलवा हमला करने वाले आरोपियों पर पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने दस हजार रुपए का इनाम घोषित किया। आरोपियों की जानकारी देने वालों का नाम भी गोपनीय रखने की बात कही गई है। फिलहाल आरोपियों का कोई सुराग पुलिस को नहीं मिला है। पुलिस ने बताया कि माधवनगर मेनबाजार निवासी राकेश उर्फ रॉकी मोटवानी पिता सुरेश मोटवानी (28) से 30 जनवरी की रात में विनय वीरवानी, राहुल बिहारी, करन बिहारी, केतु उर्फ नीरज रजक सहित अन्य साथियों ने मारपीट करते हुए जानलेवा हमला कर दिया। हमले के कारण राकेश मोटवानी को गंभीर चोट आई थीं।  पुलिस ने मारपीट की सूचना के बाद आरोपियों पर हत्या के प्रयास की धारा के तहत प्रकरण दर्ज किया था। इसी मामले में आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीम गठित की गई है। पुलिस टीम आरोपियों के संभावित ठिकानों में दबिश देकर राहुल बिहारी, अरमान द्विवेदी, केतू उर्फ नीरज रजक और शहबाज खान को गिरफ्तार कर लिया था। इसी मामले में आरोपी विनय वीरवानी फरार चल रहा था। जिसे दिल्ली एयरपोर्ट में सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ा है।

विधायक ने लगाया था जनता दरबार

व्यवसायी युवक के हमले के बाद बढ़ते अपराधों के विरोध में शहर बंद करने को लेकर विधायक संदीप जायसवाल द्वारा फरवरी माह में जनता दरबार लगाया था।  जनता दरबार में पहुंचे तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने अपराधों की रोकथाम के लिए शहर में पुलिस गश्त बढ़ाने, पुलिस कार्यप्रणाली को और बेहतर करने का आश्वासन दिया था। जिसके बाद शहर बंद करने के निर्णय को वापस ले लिया गया था। विधायक ने पुलिस अधीक्षक से अपराधों में अंकुश लगाने के लिए कहा था।

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