कटनी। मंगलनगर की युवती अर्चना तिवारी की रहस्यमय गुमशुदगी ने पूरे शहर और परिवार को चिंता में डाल दिया है। चार दिन बीत जाने के बावजूद कोई ठोस सुराग हाथ न लगने से मामला और पेचीदा हो गया है। पुलिस अब लोकेशन डेटा, डिजिटल गतिविधियों और परिचितों से मिले इनपुट के आधार पर गहन जांच कर रही है।
दोस्तों और परिचितों से पूछताछ
पुलिस टीम ने अर्चना के दोस्तों, कोचिंग के सहपाठियों और करीबी परिचितों से लगातार संपर्क कर रही है, ताकि उनके अंतिम दिनों की गतिविधियों की सटीक जानकारी मिल सके। उद्देश्य है यह पता लगाना कि अर्चना किन लोगों से मिलीं, किससे बात की और क्या किसी ने उनके व्यवहार में कोई बदलाव महसूस किया।
साइबर और फॉरेंसिक जांच
साइबर विशेषज्ञों की मदद से अर्चना के मोबाइल फोन, सोशल मीडिया अकाउंट्स और अन्य डिजिटल फुटप्रिंट्स का विश्लेषण किया जा रहा है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उनका फोन नर्मदा ब्रिज के पास बंद क्यों हुआ और उस वक्त उनकी लोकेशन क्या थी। फॉरेंसिक टीम सीसीटीवी फुटेज और कॉल रिकॉर्ड्स की भी बारीकी से जांच कर रही है।
अनसुलझे सवाल और गहराता रहस्य
पुलिस के सामने कई अहम सवाल अब भी अनुत्तरित हैं—
- क्या अर्चना की गुमशुदगी किसी सुनियोजित साजिश का हिस्सा है?
- क्या सफर के दौरान किसी ने उन्हें जबरन ट्रेन से उतारा?
- क्या किसी निजी कारण से उन्होंने ट्रेन छोड़ी और फिर उनका पता नहीं चला?
- क्या नर्मदा ब्रिज के पास कोई ऐसी घटना हुई, जिसके चलते उनका मोबाइल बंद हो गया?
इन सवालों के जवाब फिलहाल अंधेरे में हैं, जिससे रहस्य और गहरा हो गया है।
पुलिस का बयान और उम्मीदें
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "हम हर संभावना पर काम कर रहे हैं। हमारी जांच में रेलवे, स्थानीय पुलिस, साइबर टीम और फॉरेंसिक यूनिट शामिल है। हमें भरोसा है कि जल्द ही कोई महत्वपूर्ण सुराग मिलेगा।"
जनता से अपील
अर्चना के परिवार और पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को भी उनके बारे में कोई जानकारी हो तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन, जीआरपी हेल्पलाइन या पुलिस कंट्रोल रूम से संपर्क करें।
गंभीर चिंता का विषय
अर्चना की गुमशुदगी ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समाज को चिंता में डाल दिया है। इस घटना ने रेल यात्रा की सुरक्षा, खासकर युवा महिलाओं की सलामती को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों को उम्मीद है कि पुलिस जल्द से जल्द इस गुत्थी को सुलझाएगी और अर्चना सुरक्षित अपने घर लौट सकेंगी।

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