रविवार, 27 जुलाई 2025

अब मेडिकल की पढ़ाई भी मातृभाषा में: देश का पहला हिंदी MBBS कॉलेज जबलपुर में खुलेगा

भोपाल। मध्य प्रदेश चिकित्सा विश्वविद्यालय ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए जबलपुर में देश का पहला हिंदी माध्यम मेडिकल कॉलेज शुरू करने की तैयारी कर ली है। यह कॉलेज एमबीबीएस की पढ़ाई से लेकर परीक्षा तक, सब कुछ हिंदी भाषा में करवाएगा। यह उन छात्रों के लिए एक बड़ी राहत होगी जो हिंदी माध्यम से पढ़े हैं और भाषा के कारण मेडिकल शिक्षा में पीछे रह जाते थे।

शुक्रवार को हुई मेडिकल यूनिवर्सिटी की कार्यपरिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। अब इसका विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (DPR) बनाकर सरकार को भेजा जाएगा। सरकार की स्वीकृति मिलने के बाद इसे नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) के पास अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।

2027-28 से शुरू होगा शैक्षणिक सत्र, MD-MS भी हिंदी में पढ़ाने की योजना

प्रारंभिक चरण में, इस कॉलेज में एमबीबीएस की 50 सीटें होंगी और इसे 2027-28 के शैक्षणिक सत्र से शुरू करने की योजना है। खास बात यह है कि इसके लिए अलग से अस्पताल नहीं बनाया जाएगा, बल्कि मौजूदा मेडिकल कॉलेज के अस्पताल को ही इससे जोड़ा जाएगा, जहां विद्यार्थी क्लीनिकल ट्रेनिंग प्राप्त करेंगे।

मध्य प्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार पुष्पराज सिंह बघेल ने बताया कि यह मेडिकल कॉलेज देश में हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई कराने वाला पहला संस्थान होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में एमडी और एमएस जैसे स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम भी हिंदी में शुरू करने की योजना है।

पहले ही एमबीबीएस के पूरे पाठ्यक्रम की पुस्तकें हिंदी में अनुवादित की जा चुकी हैं, जिससे पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आएगी। इस प्रयोग के सफल रहने पर सीटों की संख्या बढ़ाई जाएगी और अन्य पाठ्यक्रम भी हिंदी में शुरू किए जाएंगे। यह पहल भारतीय भाषाओं में शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगी।


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