शुक्रवार, 18 जुलाई 2025

वायरल होने के शौक में धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़: मैहर मां शारदा मंदिर में विस्फोट का फर्जी वीडियो वायरल होते ही मचा हड़कंप, FIR दर्ज

मैहर। सोशल मीडिया पर मैहर माता मंदिर में कथित विस्फोट का एक फर्जी वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया। इस घटना ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया और लोगों में भ्रम फैला दिया। आनन-फानन में बजरंगी सेना और समस्या समाधान समिति के पदाधिकारी मैहर थाने पहुंचे और इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपी की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से प्रसारित हो रहा है, जिसमें मैहर स्थित मां शारदा मंदिर में कथित तौर पर बम विस्फोट जैसी भयावह घटना को दर्शाया गया है। वीडियो में दिखाया गया है कि मंदिर में कुछ लोग मौजूद हैं और अचानक धुएं का गुबार उठता है, जैसे कोई बड़ा विस्फोट हुआ हो। इस आपत्तिजनक वीडियो को "deepanshu" नाम के किसी व्यक्ति द्वारा इंस्टाग्राम सहित अन्य प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित किया गया है।

वायरल वीडियो/सामाजिक संगठन के लोगों की बाइट सहित पुलिस अधिकारी की बाइट 


वायरल वीडियो को देखते ही बजरंगी सेना और समस्या समाधान समिति के सदस्यों में भारी रोष उत्पन्न हो गया। उन्होंने इसे धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला, समाज में भय और भ्रम फैलाने वाला कृत्य करार दिया। तत्काल मैहर थाने में  पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर, इस फर्जी वीडियो को वायरल करने वाले के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की गई।

पुलिस का बयान: फर्जी निकला वीडियो, आरोपी की तलाश जारी

मैहर पुलिस ने इस गंभीर प्रकरण पर तत्काल संज्ञान लेते हुए बताया कि उन्हें सोशल मीडिया पर मैहर माता मंदिर में कथित विस्फोट के फर्जी वीडियो के वायरल होने की जानकारी मिली है। उन्होंने पुष्टि की कि बजरंगी सेना और समस्या समाधान समिति के पदाधिकारियों की शिकायत पर त्वरित एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिस 'दीपांशु' नाम के व्यक्ति द्वारा यह वीडियो वायरल किया गया है, उसके यूआरएल (URL) को ट्रेस कर लिया गया है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 'दीपांशु' नाम से एक फेसबुक पोस्ट भी सामने आई है, जिसमें उसने यह स्वीकार किया है कि यह वीडियो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के माध्यम से बनाया गया था और गलती से अपलोड हो गया। पुलिस अधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह पूरी तरह से एक फर्जी और मनगढ़ंत वीडियो है और इस पर कतई विश्वास न करें। उन्होंने दोहराया कि पुलिस इस मामले में नियमानुसार और विधिसम्मत कार्रवाई कर रही है और आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।

सोशल मीडिया यूजर्स सावधान रहें, अफवाहों से बचें

यह घटना एक बार फिर सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली फर्जी खबरों और अफवाहों के गंभीर खतरों को उजागर करती है। 'वायरल होने' के कुछ पल के शौक में असामाजिक तत्व धार्मिक भावनाओं और सामाजिक सौहार्द से खिलवाड़ करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी भ्रामक वीडियो या जानकारी पर विश्वास न करें और उसे आगे शेयर न करें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि या जानकारी की पुष्टि के लिए तत्काल पुलिस या संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें। धार्मिक स्थलों और संवेदनशील मुद्दों से जुड़ी किसी भी खबर को सत्यापित किए बिना आगे बढ़ाना कानूनी रूप से दंडनीय हो सकता है।

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