कटनी में अपराध बेलगाम — लापरवाही कर रही अपराधियों के हौसले बुलंद, सरेआम युवक पर जानलेवा हमला
कटनी। कप्तान बदला, थानेदार बदले, पर जिले के हालात अब भी पुराने हैं — खून से सनी सड़कें, देर से पहुंचती पुलिस और जनता में बढ़ता भय।
सोमवार रात रीठी थाना क्षेत्र के ग्राम उमरिया में हुई चाकूबाजी की वारदात ने एक बार फिर कटनी पुलिस की “कमजोर कानून व्यवस्था” की हकीकत उजागर कर दी।
जानकारी के अनुसार, ग्राम मुहास निवासी राहुल बर्मन का किसी मामूली विवाद को लेकर कटनी निवासी राजू ठाकुर और उसके साथियों से झगड़ा हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि आरोपियों ने राहुल के पेट में चाकू घोंप दिया। लहूलुहान राहुल को पहले रीठी अस्पताल और फिर कटनी जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहाँ उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, जिले में अपराध और दबंगई की घटनाएँ अब आम हो गई हैं।
गांव-गांव में शराब, जुआ, मारपीट और चाकूबाजी जैसे अपराध खुलेआम हो रहे हैं, लेकिन पुलिस केवल “जांच जारी है” का रटा रटाया जवाब देती है।
“कप्तान बदलते हैं, थानेदार बदलते हैं — लेकिन कानून व्यवस्था नहीं बदलती। अपराधी खुले घूम रहे हैं और पुलिस कागजों में कार्रवाई दिखा रही है,”
— स्थानीय ग्रामीणों का आरोप।
यह कोई पहली वारदात नहीं। पिछले महीनों में कटनी जिले में तीन से अधिक हत्याएं, शराब तस्करी, नाबालिगों से मारपीट, और थाने में अनुशासनहीनता जैसे कई मामले सामने आ चुके हैं।
पुलिसकर्मी जनता से हाथापाई कर रहे हैं, अधिकारी सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ फोटो पोस्ट कर रहे हैं — और पूरे जिले में अराजकता का माहौल कायम है।
गंभीर सवाल यह है — जब कानून के रखवाले ही लापरवाह हों, तो जनता किस पर भरोसा करे?
रीठी की यह ताजा घटना साबित करती है कि कटनी में नेतृत्व कमजोर है, अनुशासन खत्म है और जनता असुरक्षा में जी रही है।
कप्तान बदले हैं, मगर सिस्टम अब भी उसी पुरानी नींद में सोया है।

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