शनिवार, 18 अक्टूबर 2025

शहर में बढ़ रहे अपराधों में नाबालिगों की बढ़ती हिस्सेदारी — चिंताजनक रुझान!

शहर में बढ़ रहे अपराधों में नाबालिगों की बढ़ती हिस्सेदारी — चिंताजनक रुझान! 

ज्वेलर्स चोरी कांड में शामिल थे दो सगे भाई और एक साथी — कोतवाली पुलिस ने किया खुलासा

कटनी। शहर में लगातार बढ़ रहे अपराध अब नए खतरे का संकेत दे रहे हैं। चोरी, चाकूबाजी और अवैध कारोबार जैसे मामलों में नाबालिग बच्चों की बढ़ती संलिप्तता पुलिस और समाज दोनों के लिए गहरी चिंता का विषय बनती जा रही है।

नाबालिगों द्वारा अपराध की घटनाएं अब सामान्य होती जा रही हैं — और ताज़ा उदाहरण है सराफा बाजार स्थित राधे ज्वेलर्स में हुई चोरी, जिसमें शामिल तीनों आरोपी विधिउल्लंघनकारी बालक निकले, जिनमें दो सगे भाई हैं।

अपराध में नाबालिगों की भागीदारी — खतरनाक संकेत

सवाल यह उठता है कि जब इन बच्चों की पारिवारिक पृष्ठभूमि आपराधिक नहीं है, तो फिर वे इस राह पर क्यों बढ़ रहे हैं?

क्या इसके पीछे कोई बड़ा गिरोह या नेटवर्क है जो मासूम उम्र के बच्चों का इस्तेमाल कर रहा है?

या फिर समाजिक-आर्थिक परिस्थितियाँ उन्हें अपराध की दुनिया की ओर धकेल रही हैं?

पुलिस को अब यह जांचने की आवश्यकता है कि आखिर ये नाबालिग अपराधी किसके इशारे पर काम कर रहे हैं और उन्हें अपराध की दुनिया में कौन धकेल रहा है।

सराफा बाजार चोरी का खुलासा

10–11 अक्टूबर 2025 की दरमियानी रात सराफा बाजार स्थित राधे ज्वेलर्स में अज्ञात चोरों ने ताला तोड़कर चोरी की वारदात की थी।

दुकान मालिक राधेश्याम स्वर्णकार ने 11 अक्टूबर को थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि सुबह सूचना मिलने पर जब वे दुकान पहुंचे तो ताला टूटा हुआ और दुकान का सामान बिखरा हुआ था।


तिजोरी तोड़ने का प्रयास किया गया था, पर सफल नहीं हो पाए। इस दौरान चांदी के जेवर — अंगूठी, पायल, राजस्थानी मंगलसूत्र, चरण पादुका, चूड़ियां आदि लगभग ₹95,000 मूल्य के चोरी कर लिए गए।

इस मामले में अपराध क्रमांक 872/2025, धारा 341(4), 305(ए) बी.एन.एस. के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था।


कोतवाली पुलिस की त्वरित कार्रवाई

सराफा बाजार जैसे संवेदनशील इलाके में हुई वारदात को गंभीरता से लेते हुए

पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा (भा.पु.से.) के निर्देशन एवं

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया और

नगर पुलिस अधीक्षक नेहा पच्चीसिया के मार्गदर्शन में

थाना प्रभारी निरीक्षक राखी पाण्डेय के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।

टीम ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज और सायबर सेल की तकनीकी सहायता से सुराग जुटाए।

जांच के दौरान जानकारी मिली कि आरोपी जबलपुर भाग गए हैं।

पुलिस टीम ने जबलपुर पहुंचकर तीनों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने चोरी की वारदात को कबूल किया।

तीनों विधिउल्लंघनकारी बालक हैं, जिनमें दो सगे भाई शामिल हैं।

बरामद मशरूका

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी गया चांदी का सामान —

पायल, राजस्थानी मंगलसूत्र, चरण पादुका, बेल पत्री, अंगूठियां आदि

कुल लगभग ₹1,00,000 मूल्य का मशरूका बरामद किया।

टीम की सराहनीय भूमिका

इस खुलासे में थाना प्रभारी निरीक्षक राखी पाण्डेय,

उनि. महेन्द्र जासयवाल, प्र.आर. अजय दुबे, वीरेन्द्र सिंह,

अनिल सेंगर, पुष्पराज सिंह, अनुराग सोनकर,

आर. दीपक तिवारी, अजय प्रताप, मंसूर हुसैन,

मोहन मण्डलोई, दिनेश सेन तथा सायबर सेल के

आर. सतेन्द्र राजपूत और अजय शंकर साकेत की विशेष भूमिका रही।

सवाल अभी बाकी है...

कटनी पुलिस ने सराफा बाजार चोरी कांड का पर्दाफाश जरूर कर दिया,

लेकिन अब जरूरत है इस सामाजिक पहलू की जांच की,

कि आखिर शहर में बढ़ते अपराधों में नाबालिग बच्चों की भागीदारी

क्यों बढ़ रही है —

कहीं ये किसी बड़े अपराधी गिरोह का हिस्सा तो नहीं बन रहे?

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