शराब माफियाओं का खतरनाक खेल — बच्चों के हाथों बिकवा रहे अवैध शराब, पुलिस की कार्रवाई में हुआ सनसनीखेज खुलासा!
कटनी। जिले में चल रहे नशा मुक्ति अभियान के बीच शराब माफियाओं के काले खेल का चौंकाने वाला चेहरा सामने आया है। झिंझरी चौकी पुलिस की हालिया कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि अवैध शराब का धंधा अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है — माफिया अब बच्चों, महिलाओं और दिव्यांगों को मोहरा बनाकर अपना नेटवर्क चला रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा (भा.पु.से.) के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया और नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमती नेहा पच्चीसीया के मार्गदर्शन में झिंझरी चौकी पुलिस ने 17 अक्टूबर को बड़ागांव रोड पर घेराबंदी कर दो नाबालिगों को 62 लीटर यानी 348 पाव अवैध लाल-प्लेन की देशी शराब के साथ पकड़ा।
जांच के दौरान खुलासा होना चाहिए कि दोनों बच्चे शराब माफियाओं के इशारे पर गाँव-गाँव शराब सप्लाई करते थे। माफिया खुद परदे के पीछे रहकर इन मासूमों के माध्यम से पूरे नेटवर्क को संचालित कर रहे थे।
पुलिस ने दोनों नाबालिगों को धारा 34(2) आबकारी अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर माननीय किशोर न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उन्हें सुधारगृह जिला जबलपुर भेजा गया है।
पुलिस की निर्णायक भूमिका
इस कार्रवाई में चौकी प्रभारी उप निरीक्षक राजेश दुबे, सउनि शशिभूषण सिंह, प्रधान आरक्षक पंकज त्रिपाठी, ब्रजभूषण तिवारी, राजेश चौधरी, आरक्षक सुरेश कोरी और चन्द्रकमल पाण्डेय की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय शराब माफिया अब नाबालिगों, महिलाओं और दिव्यांगों को आगे कर पुलिस कार्रवाई से बचने का रास्ता तलाश रहे हैं।
अब बड़ा सवाल यह है — क्या प्रशासन असली सरगनाओं तक पहुँचेगा या फिर मासूम बच्चे ही इस गंदे धंधे की बलि बनते रहेंगे?

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