कटनी। जिले में शराब तस्करी का काला कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार अल सुबह संत नगर क्षेत्र में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक लक्ज़री कार पकड़ी, जिस पर बड़े अक्षरों में “पुलिस” लिखा हुआ था। गाड़ी से भारी मात्रा में शराब की पेटियाँ बरामद की गईं। कार ज़ब्त होते ही उस पर चस्पा “पुलिस” का स्टिकर हटा दिया गया।
25 पेटी अंग्रेज़ी शराब मिली
सूत्रों का कहना है कि अब तक 25 पेटी शराब जब्त हो चुकी है, जिसमें अंग्रेज़ी शराब भी शामिल है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब हर बोतल पर ठेकेदार और दुकान का कोड अंकित होता है, तो यह बताने में देर क्यों की जा रही है कि यह खेप किस ठेकेदार की दुकान से निकली?
ठेकेदार–पुलिस गठजोड़ की गूँज
जिले में शराब ठेका खुलने के बाद से ही ठेकेदारों और पुलिस की कथित साझेदारी को लेकर चर्चाएँ गर्म थीं। पहले भी थाना कुठला क्षेत्र में बड़ी मात्रा में शराब पकड़े जाने पर पुलिस अधीक्षक ने कलेक्टर को ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने संबंधी पत्र लिखा था, मगर मामला आज तक ठंडे बस्ते में है।
वहीं स्लीमनाबाद में ठेकेदारों के गुर्गों के आतंक पर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए गुर्गों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन ठेकेदार की गिरफ्तारी आज तक नहीं हो सकी।
बड़ा सवाल – संरक्षण किसे?
लगातार हो रही कार्रवाई के बावजूद अब सबसे अहम सवाल यही है कि आखिर तस्करों को संरक्षण देने वाला वह चेहरा कौन है जो खाकी वर्दी के भीतर छिपा बैठा है। पुलिस भी इस पूरे मामले में उलझी नज़र आ रही है। आने वाले दिनों में इस गोरखधंधे के और कितने चेहरे सामने आते हैं, यह देखने वाली बात होगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें