सोमवार, 25 अगस्त 2025

कमज़ोर नेतृत्व की वजह से कटनी उपेक्षित ,PPP मोड पर मेडिकल कॉलेज , "सौगात नहीं, मज़ाक है – दिव्यांशु मिश्रा (अंशु)

कटनी। कई बार मंचों से शासकीय मेडिकल कॉलेज की घोषणा के बाद प्रदेश सरकार द्वारा अब कटनी में पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा को लेकर जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है।

जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष दिव्यांशु(अंशु)मिश्रा ने इस निर्णय को जनभावनाओं के विपरीत बताया। उन्होंने कहा कि “पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सांसद विष्णुदत्त शर्मा और विधायक संदीप जायसवाल ने 2023 के चुनाव के दौरान कटनी में शासकीय मेडिकल कॉलेज खोलने का वादा किया था। लेकिन आज पीपीपी मोड पर कॉलेज की घोषणा ने उन सभी वादों को ठेंगा दिखा दिया।”


मिश्रा ने आरोप लगाया कि जबलपुर, रीवा और सतना में सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं, लेकिन कमजोर नेतृत्व के कारण कटनी को फिर से उपेक्षित किया गया। उन्होंने कहा कि पीपीपी मॉडल वाली व्यवस्था में कई विसंगतियां हैं और इसका खामियाज़ा गरीब और मध्यमवर्गीय छात्रों व मरीज़ों को भुगतना पड़ेगा।

उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाएगी और भाजपा के जनप्रतिनिधियों का “असली चेहरा” सामने लाएगी। मिश्रा ने याद दिलाया कि मेडिकल कॉलेज को लेकर पहले भी एनएसयूआई के नेतृत्व में कई जनआंदोलन हुए, जिनमें कटनी बंद जैसी पहल भी शामिल रही।

अंत में उन्होंने शासन से मांग कि पीपीपी मोड का निर्णय तत्काल वापस लिया जाए और कटनी में विधिवत शासकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना की घोषणा की जाए।



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