कटनी। जिले की बड़वारा तहसील में रेत के अवैध उत्खनन, भंडारण और परिवहन को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश अब सड़कों पर दिखाई देने लगा है। परमानंद तिराहे से काली पट्टी बांधकर और शिकायतों का पुलिंदा लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण पैदल मार्च करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे। उन्होंने मौजूदा सरकार, खनिज विभाग और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और तहसीलदार ऋषि गौतम को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।
ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र में कुछ प्रभावशाली लोगों और कंपनियों द्वारा नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हुए रेत का अवैध उत्खनन, परिवहन और भंडारण किया जा रहा है। इन अवैध गतिविधियों के खिलाफ कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। प्रशासन की निष्क्रियता से निराश होकर उन्हें विरोध प्रदर्शन का रास्ता अपनाना पड़ा।
ग्रामीणों ने विलायत कला ग्राम पंचायत अंतर्गत गुड़ा मोड़ पर किए गए रेत भंडारण पर गंभीर आपत्ति जताई। अवध लाल यादव ने बताया कि यहाँ अनुमति से कहीं अधिक मात्रा में रेत का भंडारण किया गया है, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। इस संबंध में कई बार शिकायतें की गईं, परन्तु कोई कदम नहीं उठाया गया।
एक सप्ताह में कार्रवाई नहीं तो होगा धरना
ग्रामीण राहुल चौधरी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं की गई, तो सैकड़ों ग्रामीण रेत भंडारण स्थल पर ही धरना देंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि स्थिति बिगड़ी, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
प्रदर्शन में शामिल युवाओं ने शासन, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि—
"जब सब कुछ आँखों के सामने हो रहा है, तो कार्रवाई में संकोच क्यों?"
उनका कहना है कि रेत का अवैध कारोबार दिन-रात खुलेआम चल रहा है, लेकिन जिम्मेदार केवल मूकदर्शक बने बैठे हैं। युवाओं ने यह भी संकेत दिया कि यदि जल्द सख्त कदम नहीं उठाए गए तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस संबंध में बड़वारा तहसीलदार ऋषि गौतम ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा ज्ञापन सौंपा गया है और रेत भंडारण की शिकायत पर कार्रवाई हेतु संबंधित अधिकारियों को मांग पत्र भेजा जा रहा है।
इनकी रही उपस्थिति
अवध लाल यादव, रामानंद परोहा, विजय कुमार चौधरी, राहुल चौधरी, रामा प्रसाद, सुनील साहू, मितेश, दुर्गेश, बबलू चौधरी, ताहिर अंसारी, कैलाश, अनिल, मंगल सिंह, मुबारक शेख, सुखसेन सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण प्रदर्शन में शामिल रहे।
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