कटनी। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुई नक्सलियों से मुठभेड़ में कटनी निवासी सीआरपीएफ हवलदार नीलेश गर्ग शहीद हो गए। सीआरपीएफ हेडक्वार्टर से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम तक उनका पार्थिव शरीर कटनी पहुंचेगा और बुधवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
गांव और जिले में शोक की लहर
शहादत की खबर से कटनी जिले और नीलेश गर्ग के पैतृक गांव में शोक की लहर है। परिजनों का कहना है कि भले ही नीलेश अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन गर्व है कि उन्होंने देश की सेवा करते हुए शहादत दी। ग्रामीण और स्थानीय लोग शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके साहस व बलिदान को नमन कर रहे हैं।
2005 में हुए थे भर्ती
नीलेश गर्ग वर्ष 2005 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे और वर्तमान में हवलदार पद पर पदस्थ थे। उनकी ड्यूटी सुकमा में अस्पताल पर लगी थी, लेकिन अधिकारियों के निर्देश पर अचानक शुरू हुई नक्सली मुठभेड़ में उन्हें भेजा गया। कर्तव्यपरायणता निभाते हुए वे मुठभेड़ में शामिल हुए और वहीं नक्सलियों की गोली का शिकार होकर वीरगति को प्राप्त हो गए।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
शहीद नीलेश गर्ग के पिता पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हैं और परिवार सहित शिवाजी नगर, कटनी में निवासरत हैं। उनकी पत्नी जबलपुर हाईकोर्ट और सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं। छोटे भाई मुंबई नेवी में पदस्थ हैं। शहीद का एक 10 वर्षीय बेटा है। नीलेश के शहीद होने की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में परिजन, रिश्तेदार और परिचित उनके घर पहुंचने लगे।
अंतिम संस्कार आज या कल
प्राप्त जानकारी के अनुसार शहीद का पार्थिव शरीर मंगलवार शाम या बुधवार सुबह तक कटनी लाया जाएगा। इसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद की शहादत से जिले में जहां शोक का माहौल है वहीं उनके साहस और बलिदान पर गर्व भी महसूस किया जा रहा है।

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