सोमवार, 28 जुलाई 2025

चड्डी-बनियान गिरोह सक्रिय: ज्वेलर्स की दुकान में डकैती का असफल प्रयास, CCTV में कैद हुई वारदात, आक्रोशित लोगों ने किया चक्काजाम ।

कटनी/रीठी। रीठी के मुख्य बाज़ार में बीती रात कुख्यात चड्डी-बनियान गिरोह ने एक बड़ी वारदात को अंजाम देने की कोशिश की। करीब एक दर्जन हथियारबंद बदमाशों ने लक्ष्मी ज्वेलर्स नामक स्वर्ण-चांदी की दुकान को अपना निशाना बनाया, लेकिन नागरिकों की सजगता और दुकान के मज़बूत शटर के कारण डकैती का उनका प्रयास विफल हो गया। यह पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसके फुटेज अब सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहे हैं।

वारदात का तरीका

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, देर रात करीब 1 बजे बदमाशों ने दुकान पर धावा बोला। उनके पास रॉड, हथौड़े और धारदार हथियार थे। गिरोह के सदस्यों ने पहले दुकान की रेकी की और फिर शटर तोड़ने का प्रयास शुरू किया। लगभग 15 से 20 मिनट तक बदमाश शटर तोड़ने की कोशिश करते रहे, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो सके। इसी दौरान पास के मकानों में रह रहे लोगों को संदिग्ध हलचल का आभास हुआ और उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। लोगों की आवाज़ सुनते ही बदमाश मौके से भाग निकले।


आक्रोशित लोगों ने किया थाने का घेराव और चक्काजाम

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग भारी संख्या में एकत्रित हो गए। व्यापारियों और नागरिकों में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर गहरा आक्रोश था। उन्होंने रीठी थाना का घेराव किया और मुख्य मार्ग पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि क्षेत्र में अपराध बढ़ रहे हैं और पुलिस की ढिलाई के कारण असामाजिक तत्व बेखौफ हो गए हैं। लोगों ने ज़ोर देकर कहा कि यह केवल चोरी का प्रयास नहीं, बल्कि एक सुनियोजित डकैती की कोशिश थी, जिसे पुलिस मामूली चोरी बताकर दबाने का प्रयास कर रही है।

मौके पर पहुंचे डीएसपी ने आक्रोशित लोगों को समझाया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद जाम समाप्त हुआ। हालांकि, पुलिस द्वारा घटना को "चोरी की कोशिश" बताए जाने से लोगों का गुस्सा और बढ़ गया है।


व्यापारियों में भय का माहौल

इस घटना के बाद स्थानीय व्यापारियों में भय और असंतोष का माहौल है। उनका कहना है कि जब हथियारबंद गिरोह खुलेआम डकैती की कोशिश कर रहे हैं और पुलिस इसे साधारण चोरी बता रही है, तो आने वाले समय में कोई भी बड़ी वारदात हो सकती है।

यह घटना एक बार फिर इस बात का संकेत देती है कि कुख्यात चड्डी-बनियान गिरोह अब ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में भी सक्रिय हो चुका है। रीठी जैसी जगहों पर इस तरह की घटनाएं न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती हैं, बल्कि आम जनता की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंताएं पैदा करती हैं।

क्या आपको लगता है कि इस तरह के गिरोहों से निपटने के लिए पुलिस को अपनी रणनीति में बदलाव करने की ज़रूरत है?


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